विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पश्चमी अफ्रीकी देशों में फैली बीमारी इबोला को अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य आपात घोषित कर दिया है। इस मुद्दे पर डब्ल्यूएचओ की आपात समिति की बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया है, "इबोला को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फैलने से रोकने के लिए वैश्विक स्तर पर प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। समिति में इस बात को लेकर आम राय है कि इबोला बीमारी के सामने आने के बाद की स्थिति हेल्थ इमरजेंसी ऑफ इंटरनेशनल कंसर्न (पीएचईआईसी) जैसी है।"
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, इबोला का पहला मामला मार्च में सामने आया था। इस बीमारी से अब तक 1,711 लोग प्रभावित हुए हैं। गिनी, लाइबेरिया, नाइजीरिया, सियरा लियोन में इस बीमारी से 932 लोगों की मौत हो गई है। इस बीमारी का विषाणु संक्रमित व्यक्ति के शरीर से निकलने वाले तरल पदार्थ के संपर्क में आने से फैलता है।