पटना 08 अगस्त। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व विधायक एवं स्वतंत्रता सेनानी डा॰ विषेष्वर खाँ के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। आज यहां जारी अपने बयान में श्री राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि डा॰ विषेष्वर खाँ का देहांत आज जामताड़ा में हो गया। उनकी उम्र 93 वर्ष थी। विषेष्वर खाँ 1948 में पष्चिम बंगाल में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य बने। इनका जन्म गोड्डा जिला के लयाकापुर गाँव में हुआ था। वे पेषा से एक चिकित्सक थे।
स्वतंत्रता आन्दोलन में उन्होंने सक्रिय भूमिका अदा की। कुछ दिनों तक उन्हें भूमिगत भी रहना पड़ा इसी दौरान वे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सक्रिय कार्यकत्र्ता बने। पहली बार 1962 में नाला (अब झारखंड में) विधान सभा क्षेत्र से बिहार विधान सभा के लिए निर्वाचित हुए। अपने क्षेत्र में श्री खाँ की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई कि वे लगातार आठ बार इसी विधान सभा क्षेत्र से बिहार विधान सभा के लिए चुने जाते रहे। वे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की बिहार राज्य परिषद के सदस्य भी लंबे काल तक रहें।
श्री खाँ शोषित-पीडि़त जनता खासकर आदिवासियों की समस्याओं और उनके अधिकारों के लिए विधान सभा के अन्दर और बाहर सदैव लड़ते रहे। माक्र्सवाद-लेनिनवाद में इनका अटूट विष्वास था। इनकी मृत्यु से पार्टी को और शोषित-पीडि़त जनता को भारी नुकसान हुआ है।