बेतहासा बढ़ रही महंगाई, रेल यात्री किराये में बढ़ोत्तरी एवं केन्द्रीय आम बजट में निजीकरण तथा विदेषी प्रत्यक्ष निवेष को प्रोत्साहित करने के खिलाफ आज भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से राज्य के सभी प्रखंड कार्यालयों पर रोषपूर्ण प्रदर्षन किया गया। इस कार्यक्रम में हजारों पार्टी कार्यकत्र्ता एवं आम लोगों, खासकर गरीब एवं मेहनतकष लोगों ने भाग लिया कई प्रखंडों में भारी प्रदर्षन के कारण घंटों कार्यालय का काम-काज ठप रहा।
आज यहां पार्टी राज्य सचिव राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है। कि अब तक प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 20 जिलों के लगभग 80 प्रखंडों में कार्यक्रम हुआ। बिहार विधान सभा में हो रहे उपचुनाव के कारण आदर्ष आचार संहिता को देखते हुए कुछ जिलों में यह कार्यक्रम नहीं हुआ। कुछ जिलों से अभी रिपोर्ट नहीं आयी है। जिन जिलों में यह कार्यक्रम हुआ, उनमें प्रमुख हैं पष्चिम चंपारण, पूरब चंपारण, मुजफ्फरपुर, वैषाली, मधेपुरा, पटना, जहानाबाद, सीतामढ़ी, रोहतास, नवादा, नालंदा आदि
प्रदर्षन में शामिल लोग केन्द्र सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे थे। प्रदर्षनकारियों हाथों में लाल झंडा और बैनर लिये महंगाई निजीकरण विदेषी पूंजी निवेष का विरोध कर रहे थे। प्रदर्षन के बाद अंचल कार्यालय के निकट सभा हुई। भिन्न-भिन्न जिलों में पार्टी के भिन्न-भिन्न नेताओं ने प्रदर्षनकारियों और आम लोगों को संबोधित किया। वक्ताओं ने महंगाई के लिए केन्द्र की मोदी सरकार की आलोचना की और कहा कि मोदी सरकार भी पिछली कांग्रेस सरकार की ही जनविरोधी आर्थिक नीतियों को अपना रही है। कुछ मामलों में तो नरेन्द्र मोदी की सरकार जनता की मुसीबतें बढ़ाने में यूपीए सरकार को भी बहुत पीछे छोड़ आगे बढ़ती जा रही है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से स्थानीय अधिकारियों को मांग पत्र सौंपे गये जिसमें महंगाई पर रोक लगाने, कालाबाजारी और जमाखोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने, सभी गरीबों को राषन कार्ड देने और बिजली-पानी संकट को हल करने आदि मांगें शामिल थीं।
आज के इस कार्यक्रम का नेतृत्व करने वालों में पार्टी की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य प्रमोद प्रभाकर, मोहन प्रसाद, गजनफर नवाब, अजय कुमार, राज्य परिषद के सदस्य ओम प्रकाष क्रांति, अम्बिका प्रसाद, पूर्व विधायक बाल किषोर मंडल, राज्य परिषद के सदस्य सुभाष चन्द्र यादव आदि प्रमुख हैं।