- मिठाई व गिफट आइटमों की दुकानों पर खरीदारों का लगा तांता, ‘माइटी राजू’ और छोटा भीम होंगे रक्षा कवच
दोपहर 1.39 बजे तक भद्रा व्यापित रहेगी। शास्त्रनुसार दोपहर 1 बज कर 38 मिनट के बाद ही अपराह्न् काल में रक्षाबंधन का शुभ कार्य करना शुभ होगा। विशेष परिस्थिति में प्रातः 10.07 बजे से 11.07 बजे तक भद्रा पुच्छ काल में बहनें राखी बांध सकती है।
शहर से लेकर देहात तक में राखी की दुकानें सज गई है। बाजार में आकर्षक व रंग-बिरंगी के साथ-साथ मोदी के नाम छपे वाली राखी हर किसी को भा रही है। दुकानदारों की मानें तो राखी वपर महंगाई का बिल्कुल असर नहीं है। जबकि पिछले साल की तुलना में इस बार राखियों की कीमतों में करीब २० फीसद वृद्धि हुई है। पारंपरिक राखियों की जगह बड़ी संख्या में चाइना मेड राखियां बाजार में बिक रही है। डिजाइनर राखियां बहनें खूब पसंद कर रही है। दुकानों पर सजी छोटा भीम की ताकत और ‘माइटी राजू’ का प्रेम राखी बच्चों को खूब भा रहिी है।
हमेशा की तरह इस बार भी मौली वाली राखियों की खूब डिमांड है। पूजा-अर्चना में उपयोग होने वाली मौली को लेकर लोगों की खूब श्रद्धा होने से राखियों में भी यह भावना दिख रही है। इसके अलावा कुंदन, जरकन, पर्ल, रंगबिरंगे स्टोन व रेशम वाली राखियां भी डिमांड में हैं। रक्षाबंधन पर इस बार थाली भी पसंद की जा रही है। बहनें सोने-चांदी की राखियां भी ऑर्डर पर तैयार करवा रही हैं। चांदी की राखियां रंग-बिरंगे जरकन से सजाई गई हैं। भाभियों के लिए डिजाइनर लुंबी की खरीदारी भी हो रही है। छोटे बच्चों के लिए कार्टून कैरेक्टर की राखियां पसंद की जा रही हैं। इसके अलावा बाजार में कई नामी हस्तियां और कार्टून पात्रों की राखियां बिक रही है। बच्चों को प्रेरणादायी संदेश देने वाले छोटा भीम और ‘माइटी राजू’ दोनों पात्र इस बार रक्षासूत्र पर शोभायमान हो चुके हैं। इनके अलावा क्रिकेट स्टार महेन्द्र सिंह धोनी का बैट बहनों की रक्षा का संकल्प लेगा। अमेरिकी डायमंड, क्रिस्टल, स्टोन, चंदन से निर्मित राखी, एक ओंकार, गणोश जी, श्री राधा-कृष्ण व रोबोट ट्वाय राखियां मार्केट में उपलब्ध हैं। सिल्क और प्लास्टिक के फूलों से निर्मित राखी भी बाजारों की शोभा बढ़ा रही हैं। राखी मास्क भी खूब बिक रहे हैं। इनकी खासियत यह है कि कलाई में बाधने के बाद इसे चेहरे पर भी लगाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त स्टोन व मेटल से निर्मित आर्टिफिशियल राखियों 250 रुपये, रेशम की डोर, रंगीन कलावे 10 रुपये में मिल रहे हैं। सलमान का ब्रेसलेट और धौनी की फोटो लगी राखियां 25 से 30 रुपये तक उपलब्ध हैं। बच्चों को गिफ्ट पैक वाली राखी खूब लुभाएगी। इस राखी में चाकलेट, बिस्कुट व खिलौना होता है। चूंकि रक्षाबंधन में महज पांच दिन शेष हैं, इसलिए खरीदारी में तेजी आई है। दुकानदारों के मुताबिक राखी की बड़ी रेंज मार्केट में है। इनमें चाइनीज ट्वायज की राखी, अमेरिकी डायमंड (200 से 1250 रुपये प्रति), क्रिस्टल की राखियां (50 से 200 रुपये प्रति) मुख्य हैं।
ज्योतिष पंडित आरके दुबे कहते हैं कि 10 अगस्त को श्रवण पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन है। इस दिन दोपहर 1.39 मिनट तक भद्रा व्यापित रहेगी। शास्त्रनुसार दोपहर 1 बज कर 38 मिनट के बाद ही अपराह्न् काल में रक्षाबंधन का शुभ कार्य करना शुभ होगा। इसके बावजूद यदि भद्रा काल में ही रक्षाबंधन करना पड़े तो भद्रा पुच्छकाल में रक्षा बंधनादि शुभ कार्य करने की आज्ञा दी है। भविष्य पुराणानुसार भद्रा के पुच्छकाल में किए गए कार्य में सिद्धि एवं विजय प्राप्त होती है, जबकि भद्रा मुख में कार्य का नाश होता है। इस कारण यदि अत्यंत आवश्यक परिस्थिति हो तो 10 अगस्त को प्रातः 10.07 मिनट से 11.07 मिनट तक भद्रा पुच्छ काल में यह शुभ कार्य किया जा सकता है। दोपहर 11.07 से 12.48 बजे तक भद्रा मुख काल का विशेष रूप से त्याग करें। 59 साल बाद 9 में से 7 ग्रह रक्षाबंधन के दिन की कुंडली के केंद्र में होंगे। इस दौरान सिर्फ विपरीत फल देने वाले राहु-केतु ही केंद्र में नहीं होंगे। आयुष्मान और सौभाग्य योग ने पर्व को और भी खास बना दिया है। ज्योतिषियों का मानना है कि ग्रहों की सकारात्मक चाल के चलते पर्व अत्यंत मंगलकारी और शुभ फल प्रदान करने वाला बन गया है। पं लालजी के अनुसार 10 अगस्त रक्षाबंधन के दिन कर्क राशि में सूर्य, बुध, गुरु, शुक्र और तुला में मंगल व शनि और मकर में चंद्रमा रहेगा। इनमें गुरु और शनि उच्च राशि में होंगे। गुरु का भी उदय हो चुका है। पूरे दिन श्रवण नक्षत्र रहेगा। इससे पहले केंद्र योग 1955 में बना था। रक्षाबंधन के दिन की कुंडली में ये सात ग्रह केंद्र में हैं और सकारात्मक फल प्रदान करेंगे। माना जाता है कि आयुष्मान योग भाई को लंबी उम्र और बहन को सौभाग्य देने वाला है।
(सुरेश गांधी)