विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शनिवार को यहां कहा कि आसियान के 10 देशों के साथ भारत का संबंध एक महत्वपूर्ण चरण पर पहुंच गया है, जिसे 2016 में शुरू होने वाले पंचवर्षीय कार्य योजना से आगे बढ़ाया जा सकता है। म्यांमार की राजधानी नेपेडा में 12वीं भारत-आसियान विदेश मंत्रियों की बैठक को संबोधित करते हुए सुषमा ने बाजारों के एकीकरण और दोनों पक्षों के मानवी और संसाधन क्षमता के अधिकतम दोहन के लिए संपर्क, व्यापार और पर्यटन पर जोर दिया।
उन्होंने आशा जताई कि महीने के अंत में जब आर्थिक व वाणिज्य मंत्री मिलेंगे, तो वे मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर करने में सक्षम होंगे और एक समर्पित आसियान भारत व्यापार एवं निवेश केंद्र स्थापित करने के तौरतरीकों पर सहमत होंगे। स्वराज ने कहा, "हमने भारत, म्यांमार और थाईलैंड के बीच एक पारगमन परिवहन समझौते पर जल्द से जल्द वार्ता शुरू करने का सुझाव दिया है, ताकि यह समझौता 2016 में त्रिपक्षीय राजमार्ग पूरा होने के साथ ही पूरा हो सके।"
स्वराज ने कहा कि आसियान और भारत साथ मिलकर खाद्य व ऊर्जा सुरक्षा तथा आपदा प्रबंधन का वैश्विक समाधान निकाल सकते हैं, जिससे निरंतर विकास को गति मिलेगी। स्वराज ने आसियान भारत की आधिकारिक वेबसाइट (आसियानइंडिया डॉट कॉम) को फिर से शुरू करने की घोषणा की। इस वेबसाइट का विकास किया जाएगा।
उन्होंने वियतनाम के विदेश मंत्री फाम बिन्ह मिन्ह से वार्ता जारी रखने के लिए वियतनाम यात्रा करने और 25 अगस्त को आसियान-भारत नेटवर्क ऑफ थिंक टैंक के तीसरे गोलमेज के उद्घाटन की घोषणा की।