स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को कहा कि भारत में अब तक इबोला का कोई मामला प्रकाश में नहीं आया है। उन्होंने कहा कि सरकार इसे फैलने से रोकने के लिए हर एहतियात बरत रही है। उन्होंने कहा कि अभी इस समय तक भारत में इबोला का कोई मामला प्रकाश में नहीं आया है। डरने की कोई जरूरत नहीं है।
गौर हो कि हाल में नाइजीरिया के लागोस शहर से यहां लौटे महाराष्ट्र के पालघर जिले के वसई इलाके के रहने वाले एक व्यक्ति में इबोला के लक्षण पाए जाने के बाद उसका एक सरकारी अस्पताल के अलग वार्ड में इलाज किया जा रहा है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सुरेश शेट्टी ने कहा कि ललित कुमार को लागोस से लौटने के बाद उल्टियां हो रही थी। उन्होंने कहा कि कुमार का एक सरकारी अस्पताल में डॉक्टर अलग वार्ड में इलाज कर रहे हैं। इस संबंध में जांच के लिए पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान में नमूने भेजे गए हैं। लेकिन यह अभी तक साफ नहीं हो सका है कि इस व्यक्ति में इबोला के लक्ष्ण है। फिलहाल इबोला के लिए कोई उपचार या टीका उपलब्ध नहीं है और डब्ल्यूएचओ ने इस घातक वायरस के प्रसार को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़ी आपात स्थिति घोषित किया है। इस बिषाणु से संक्रमण के कारण मृतकसंख्या तेजी से बढ़ रही है और 1,000 पहुंच गयी है।