- पटना वि.वि., ए.एन. काॅलेज, काॅलेज आॅफ कामर्स सहित सभी महाविद्यालय रहे बंद,
- पटना के बोरिंग रोड, बेली रोड, अषोक राजपथ, आयकर गोलंबर, कंकडबाग, नाला रोड, फ्रेजर रोड, डाकबंगला सहित सभी चैक-चैराहों, राजेन्द्र नगर टर्मिनल पर रोका रेल,
- 200 से ज्यादा छात्र-छात्राएं गिरफ्तार
पटना:- आज आॅल इण्डिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन (।प्ैथ्) के बिहार बंद का राज्य भर में व्यापक असर रहा। बंद से जनजीवन अस्त-व्यसत हो गया। वहीं यातायात पूरी तरह ठप रहा। 8 जनवरी को विधानसभा मार्च के दौरान हुए लाठीचार्ज, जेल में बंद 36 छात्र नेताओं की रिहाई, लाठीचार्ज के दोषी पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त करने, पटना काॅलेज के छात्रों पर से रासूका हटाने, फर्जी मुकदमा वापस लेने एवं पूर्व के 27 मांगों को लेकर बिहार बंद का धोषणा किया था। आज बिहार बंद कराने के आह्वान पर पटना एआईएसएफ ने सुबह से ही विभिन्न काॅलेजों को बंद कराने के बाद सड़क पर उतरे। ए.एन. काॅलेज, पटना विष्वविद्यालय के सभी काॅलेजों को बंद कराया। काॅलेज आॅफ कामर्स, बी.डी. काॅलेज में ताला जड़ने के बाद आक्रोषित छात्र बोरिंग रोड, कंकड़बाग, अषोक राजपथ, नाला रोड, फ्रेजर रोड सहित सभी प्रमुख चैक-चैराहो को बंद करा सड़क पर आगजनी की। इसके साथ ही सैकड़ो की संख्या में छात्र-छात्राओं ने ओल्ड बायपास रोड़ से जुलूस की निकालकर राजेन्द्र नगर टर्मिनल रेलवे स्टेषन को जाम कर दिया। इस दरमियान राजेन्द्र नगर कुर्ला सुपरफास्ट एक्सप्रेस सहित कई ट्रेने 2 धंटे तक फंसी रही। ओल्ड बायपास रोड़ से निकली जुलूस का नेतृत्व संगठन के राष्ट्रीय महासचिव विष्वजीत कुमार कर रहे थे। ए.एन काॅलेज में बंद का नेतृत्व संगठन के राज्य सह् सचिव पीयूष रंजन झा, राज्य कार्यकारिणी सदस्य अकाष गौरव ने किया। पटना विष्वविद्यालय में बंद का नेतृत्व संगठन के प्रदेष उपाध्यक्ष निखिल कुमार झा, राज्य कार्यकारिणी सदस्य प्रिंस कुमार, मो. हदीष ने किया। पटना विष्वविद्यालय को बंद कराने के बाद छात्रों ने पटना वि.वि. गेट के पास अषोक राजपथ को अपने कब्जे में लेकर धंटो बंद रखा। इस दौरान गुसाये छात्रों ने जमकर आगजनी की और पुलिस प्रषासन के खिलाफ नारेबाजी किया। बंद के दौरान छात्रों एवं आमजन के साथ दुकानदारों ने व्यापक समर्थन देते हुए अपने प्रतिठानों को बंद रखा। बंद के दौरान गुसाये छात्र पुलिस प्रषासन मुर्दाबाद, गिरफ्तार छात्र नेताओं को रिहा करो, छात्रों पर से रासूका वापस लेना होगा, फर्जी मुकदमा वापस लो,
जनतांत्रिक आंदोलन पर पुलिसिया दमन नहीं सहेगें, लाठी-गोली की सरकार नहीं चलेगी नहीं चलेगी, नीतीष कुमार मुदार्बाद, सचिवालय डीएसपी मनीष कुमार को बर्खास्त करो, छात्र आंदोलनों पर दमन नहीं सहेगें आदि नारे लगा रहे थे। सभी काॅलेजों को बंद कराने के बाद छात्रों का विषाल जुलूस डाकबंगला पहुंचा जहां डाकबंगला को छात्रों ने धंटो जाम रखा। डाकबंगला पर भारी मात्रा में पहुंची पुलिस ने संगठन के राष्ट्रीय महासचिव समेत 200 छात्रों को हिरासत में लेकर कोतवाली थाना लाया। पुलिस ने बाद में रिहा कर दिया। डाकबंगला पर छात्रों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महासचिव विष्वजीत कुमार ने कहा कि बिहार सरकार की पुलिस बेलगाम हो गयी है शांतिपूर्ण प्रदर्षन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज करा जेल भेजना तथाकथित सुषासन सरकार के प्रगतिषील चेहरे को उजागर करती है। एआईएसएफ लाठी-गोली से डरने वाली नहीं है सरकार को जितना दमन करना है करें बिहार छात्रों के साथ ही देष भर के छात्र इसके खिलाफ संधर्ष तेज करेंगे। उन्होंने पटना काॅलेज के छात्रों पर पटना पुलिस के एसएसपी द्वारा रासूका लगाये जाने का सख्त विरोध करते हुए कहा कि जिन छात्रों पर ये रासूका लगाने जा रहे हैं वे छात्र अपने विभाग के टापर है। इनसे देष की सुरक्षा को खतरा कैसे हो गया अगर इन छात्रों पर पुलिस ने रासूका लगाया तो पूरे देष के छात्र इसके खिलाफ आंदोलन तेज करेगंे। बंद कराने में पटना जिलाध्यक्ष अभिषेक आनंद, छात्रा संयोजक निषा सिंह, महानगर अध्यक्ष उज्जवल कुमार, दीपा कुमारी, राहुल कुमार, महेष कुमार, आमिर, अर्चना कुमारी, राहुल झा, रंजीत झा, सुषील मोदी, अभिषेक दूबे, कल्पना कुमारी, जय नारायण, दिवाकर झा, मुरारी कुमार, देवेन्द्र कुमार, राजकुमार के अलावा सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं शामिल रहे।