शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के उस विवादास्पद बयान का बचाव किया, जिसमें उन्होंने भारत के प्रत्येक नागरिक को हिंदू बताया था. उद्धव ने यह भी कहा कि उनके पिता दिवंगत बाला साहब ठाकरे के भी समान विचार थे. मोहन भागवत ने 10 अगस्त को कहा था कि जब इंग्लैंड के रहने वाले नागरिक इंग्लिश होते हैं, जर्मनी के रहने वाले नागरिक जर्मन और अमेरिका के रहने वाले नागरिक अमेरिकी कहलाते हैं, तब हिंदुस्तान के रहने वाले सारे नागरिकों को हिंदू क्यों नहीं कहा जाता? भागवत के इस बयान के बाद विवाद पैदा हो गया था.
उद्धव ठाकरे ने बुधवार शाम पत्रिका की 54वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह के बाद संवाददाताओं को बताया, ‘मोहन भागवत ने जो भी कहा है, वह सत्य है. बाला साहब भी इसी तरह की बातें किया करते थे. भागवत की बातों में आखिर गलत क्या है?’
उद्धव ने यह भी कहा कि वे दही-हांडी के दौरान मानव पिरामिड में नाबालिगों के हिस्सा लेने पर रोक संबंधी बंबई उच्च न्यायालय के निर्देश का ‘सम्मान’ करते हैं, लेकिन किसी भी कीमत पर उत्सव का आयोजन नहीं रुकेगा. शिवसेना प्रमुख ने आगामी विधानसभा चुनाव में शिवसेना-बीजेपी के गठबंधन की ‘भारी जीत’ का विश्वास जताया.