प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देश के 68वें स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर देशवासियों से निजी लाभ से आगे बढ़कर राष्ट्र हित में काम करने का आग्रह किया। मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने पहले भाषण के दौरान लाल किले के प्राचीर से कहा, "सब कुछ हमारे लिए नहीं होती। कुछ चीजें ऐसी भी हैं, जो राष्ट्र के लिए होनी चाहिए।" उन्होंने कहा, "मेरा क्या'की भावना से हट कर राष्ट्र के बारे में सोचें।" प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे पूर्वजों के सपनों के भारत का निर्माण करना हमारा कर्तव्य है। मोदी ने पूछा, "क्या हमारे पूर्वजों के सपनों के भारत का निर्माण करना हमारा कर्तव्य है? क्या हमें लगता है कि हमारे कार्य भारत के गरीबों की मदद कर रहे हैं।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को 68वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारत के विकास में योगदान देने वाले सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों और सरकारों की तारीफ की। मोदी ने यहां लाल किले के प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, "सभी प्रधानमंत्रियों और पिछली सरकारों ने देश के विकास में योगदान दिया।" उन्होंने कहा, "सभी राज्य सरकारों ने भी योगदान दिया। मैं उन्हें सम्मान देता हूं।" मोदी ने आगे कहा, "चलिए हम मिलकर चलें, मिलकर सोचें और देश को मिलकर आगे बढ़ाने का संकल्प लें।" उन्होंने राष्ट्रीय सहमति की जरूरत पर भी जोर दिया। मोदी ने संसदीय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मिले स्पष्ट बहुमत के संदर्भ में कहा, "हम उनमें से नहीं हैं, जो हमें मिले जनादेश के आधार पर आगे बढ़ना चाहते