प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शुक्रवार को देश की प्रगति के लिए भारतीयों से 'जातिवाद'और 'सांप्रदायिकता'के जहर को छोड़ने और एकता को गले लगाने की अपील की। लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह शर्म की बात है कि आजादी के इतने साल बीत जाने के बाद भी जातिवादी और सांप्रदायिक राजनीति जारी है। उन्होंने भावुक स्वर में कहा, "यह कब तक चलता रहेगा।" उन्होंने कहा, "हमने बहुत लड़ाई लड़ ली, बहुत लोगों की जानें गईं, पीछे मुड़कर देखिए, क्या किसी को कुछ मिला?" मोदी ने कहा कि सालों से चल रहे रक्तपात ने भारत माता को केवल गहरे घाव दिए हैं। प्रधानमंत्री ने लोगों से कम से कम केवल 10 साल के लिए जातिवादी और सांप्रदायिक राजनीति छोड़ने की अपील की। उन्होंने कहा, "शांति, एकता, भाईचारा लेकर साथ चलें। केवल यही चीजें आगे बढ़ने में हमारी मदद कर सकती हैं।"
योजना आयोग की जगह नया संस्थान गठित होगा
मोदी ने कहा कि योजना आयोग के स्थान पर अब नए संस्थान का गठन किया जाएगा। देश के 68वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले के प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए मादी ने कहा, "अल्प अवधि में हम एक नए संस्थान का गठन करेंगे जो योजना आयोग की जगह काम करेगा।" मोदी कहा कि संघीय ढांचे की महत्ता बढ़ रही है। उन्होंने कहा, "यह अच्छी बात है कि हम इसे मजबूत कर रहे हैं।" उन्होंने आगे कहा, "योजना आयोग के गठन के बाद से वक्त बदल चुका है।"