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उत्तराखंड की विस्तृत खबर (17 अगस्त)

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कुदरती तबाही देख सहम गए लोग,अभी कई के मलबे में दवे होने की संभावना

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देहरादून,17 अगस्त,(निस)। पिछले 48 घंटो से हो रही लगातार बारिश कहर बनने के बाद आज कुछ थमी है। इस बारिश के कहर ने जहां अनेक लोगों को मौत के आगोश में समा दिया। वहीं इस बारिश के कहर से लोग आज भी सहमें हुए हैं उन्हे हर पल मौत का डर सता रहा है। भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। ग्रामीणों की जहां रात की नींद उड़ गयी हैं वहीं मौत का तांडव देखकर उनका दिन का चैन भी उड़ गया है। समाचार लिखे जाने तक अधिकारिक तौर पर अकेले जनपद पौड़ी में लगभग दो दर्जन ग्रामीणों की मौत के समाचार है। जिलाधिकारी के आदेश पर प्रशासन व आपदा प्रबंधन की रेस्क्यू टीमें राहत के लिए रवाना हो गयी है। जिलाधिकारी ने स्थानीय लोगों से भी मदद की अपील की है। जानकारी के अनुसार जनपद गढ़वाल की विभिन्न तहसीलों के अन्तर्गत बादल फटने एवं भूस्खलन के कारण अभी तक दर्जनों लोगों की मृत्यु होने का समाचार है। बादल फटने एवं भूस्खलन के कारण तहसील यमकेश्वर क्षेत्रान्तर्गत ग्राम दियूली व धमन्दा गांव में 3 लोगों की मृत्यु हुई है। यहां पर प्रशासन एवं स्थानीय ग्रामीणों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य तेजी से चलाये जा रहे हैं। इसके अलावा यमकेश्वर तहसील क्षेत्रान्तर्गत बीन नदी में एक वन गुर्जर के बह जाने के कारण मृत्यु हो गयी जबकि ग्राम दिवोगी में अतिवृष्टि के कारण एक लड़की की मृत्यु होने की सूचना प्राप्त हुई है। ग्राम पंचायत सिंदुड़ी के गांव बैरागढ़ व पुराला में अत्यधिक वर्षा होने के कारण गांव का सम्पर्क कट गया है । यहां लगभग 250 व्यक्तियों के फंसे होने की सम्भावना व्यक्त की जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा यहां फंसे हुये व्यक्तियों को निकालने के लिये शासन से हैलीकाॅप्टर की मांग की गई है। भारी बारिश के चलते संपर्क मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जगह-जगह पहाड़ी से भारी मलवा व बोल्डर आने से मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिस कारण राजस्व पुलिस व रेस्क्यू टीमें मोटर मार्ग खराब होने के कारण घटना स्थल तक नही पहुंच पायी हंै। घटनास्थल पर फंसे लोगों को निकालने के लिये शासन द्वारा आज बैरागढ़ में चैपर हैलीकाॅप्टर भेजा गया है। बादल फटने की एक अन्य घटना कोटद्वार तहसील क्षेत्रान्तर्गत हुई जिसमें मालन नदी का जल स्तर बढ़ने से ग्राम सिम्बलचैड़ के आस पास के इलाकों में काफी जल भराव हो गया है। यहां पर जिला प्रशासन की ओर से राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है तथा रेस्क्यू टीम द्वारा नदी में बह रहे एक व्यक्ति को बचा लिया गया है। जनपद के पौड़ी तहसील क्षेत्रान्तर्गत कल्जीखाल विकासखण्ड के नौड़ी ग्राम में भारी वर्षा के कारण आऐ मलबे में एक मकान दब जाने के कारण एक दंपति की मृत्यु हो गयी इसी क्षेत्र में दो भवन भी जमींदोज हुये हैं। यहां पर भी उप जिलाधिकारी के नेतृत्व में रेस्क्यू टीम लगातार कार्य कर रही है। क्षेत्र के 7 प्रभावित परिवारों को राजकीय इण्टर कालेज कांसखेत में शिफ्ट करने के निर्देश जिलाधिकारी चन्द्रशेखर भट्ट द्वारा दिये गये हैं। वही, तहसील लैंसडौन क्षेत्रान्तर्गत प्रभावित ग्राम पर्सूली, सिलोगी व डबरालस्यूं में 3 ग्रामीणों के मरने की सूचना प्राप्त हुई है जबकि यहां पर भी दो भवन भारी बारिश के चलते ध्वस्त हुये हैं। सूचना मिलने पर प्रशासन एवं पुलिस की रेस्क्यू टीम ने घटना स्थल पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिये हैं। इसके अतिरिक्त तहसील लैंसडौन क्षेत्रान्तर्गत ग्राम सिमलीकुटी में बादल फटने से 2 व्यक्तियों की मृत्यु व 1 व्यक्ति गंभीर रूप से घायल होने व 1 एक व्यक्ति के बहने की जानकारी मिली है। यहां पर भी राहत एवं बचाव कार्य के लिए पुलिस व प्रशासन की राहत टीमें पहुंच चुकी है। इसी तहसील के ग्राम नवाड़ी, मरोड़ा, भण्डारी गांव में मकानों, मवेशियों व खेती की जमीन नष्ट होने की सूचना प्राप्त हुई है। उधर, सतपुली तहसील क्षेत्रांर्गत सतपुली बाजार में बांधाट रोड़ पर पहाड़ी से आया भारी मलबा तीन दुकानों का शटर तोड़कर दुकानों में जा घुसा। जिससे हजारों का नुकसान होने का अनुमान है।

बोल्डर व मलवा आने से पर्वतीय क्षेत्रों का हाल बेहाल,संपर्क कटा

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देहरादून,17 अगस्त,(निस)। भारी बारिश के चलते कोटद्वार से विभिन्न पर्वतीय मार्गों का संपर्क पूरी तरह कट गया है। जिस कारण पर्वतीय क्षेत्रों को जाने वाले यात्रियों को मीलों पैदल ही सफर तय करना पड़ रहा है। इस दौरान जीप-टैक्सी चालकों ने यात्रियों से जमकर चांदी काटने में कोई कसर नहीं छोड़ी। प्रशसान की ओर से इस दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गयी है। देर रात तक यात्री पैदल सफर करते देखे गए। नजीबाबाद-बुबाखाल राष्ट्रीय राजमार्ग 534 कोटद्वार-दुगड्डा के बीच जगह-जगह भारी मलवा आने के कारण बंद हो गया है। एनएच रूड़की के अधिशासी अभियंता अनिरूद्व भंडारी, सहायक अभियंता एके नैथानी व जूनियर इंजिनियर रणजीत सिंह ने खुद मौके पर पहुंच कर आज जेसीबी मशीनों से मार्ग खुलवाने का प्रयास किया। लेकिन पहाड़ी से भारी मलवा व बोल्डर आने के कारण देर शाम तक मार्ग खुल नहीं पाया। जिस कारण यात्रियों को जान जोखिम में डालकर 8 किमी का पैदल सफर तय करना पड़ा।   होटलों स्वामियों द्वारा भी फंसे यात्रियों की जेबें कतरने में कोई कसर नहीं छोड़ी गयी। कोटद्वार से धुमाकोट, त्रिपालीसैंण, बैजरौ-थलीसैंण, कांसखेत, चैबट्टाखाल, यमकेश्वर, गैंडखाल-ऋषिकेश, पाबौ, दुधारखाल, रिखणीखाल-बीरोंखाल, उफरंैखाल, जसपुरखाल, पैठाणी, नागचूलाखाल सहित दर्जनभर से ज्यादा मार्ग बंद पड़े हुए हैं। जिलाधिकारी चन्द्रशेखर भट्ट ने लोक निर्माण विभाग को उक्त मार्ग शीघ्र खुलवाने के आदेश दिए हैं।

टीम शाह का हिस्सा बनने से बलूनी समर्थकों में हर्ष 

देहरादून,17 अगस्त,(निस)।  पौड़ी जिले के निवासी और युवा भाजपा कार्यकर्ता अनिल बलूनी को अमित शाह की टीम का हिस्सा बनने पर उनके समर्थकों में खुशी की लहर है। भाजपा कार्यकर्ताओं की आयोजित एक बैठक में भाजपा नेता अनिल बलूनी को राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाने पर हर्ष व्यक्त किया गया। यहां हिंदू पंचायती धर्मशाला में भाजपा कार्यकर्ताओं की आयोजित एक बैठक में कार्यर्ताओं ने भाजपा नेता अनिल बलूनी को राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाए जाने पर हर्ष व्यक्त किया गया। वक्ताओं ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह द्वारा बलूनी को राष्ट्रीय टीम में जगह देने से उत्तराखंड भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढे़गा जिससे पूरे प्रदेश में भाजपा की स्थिति मजबूत होगी। इस बैठक की अध्यक्षता भाजपा के जिला उपाध्यक्ष राजेन्द्र जखमोला व संचालन विपिन कैंथोला ने किया। बैठक में उमेश त्रिपाठी, शशि नैनवाल, मंगत राम अग्रवाल, धर्मवीर सिंह गुंसाई, रानी नेगी, आशा डबराल मो0 नईम अहमद अनीता आर्यसहित अनेक भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।  

नरेन्द्र सिंह नेगी के प्रसिद्ध गीत ‘‘नौ छमी नारेण‘‘ पर आयी मनु पंवार की किताब 

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देहरादून,17 अगस्त (राजेन्द्र जोशी)।एक समय उत्तराखंड की राजनीति में खलबली मचाने वाला नरेन्द्र सिंह नेगी के ‘‘नौ छमी नारेणा‘‘ आठ साल बाद एक बार फिर लौट आया है। लेकिन इस बार ऑडियो एल्बम नहीं बल्कि मनु पंवार की ‘‘गाथा एक गीत की- द इनसाइड स्टोरी ऑफ नौछमी नारेणा‘‘ किताब खलबली लेकर आई है। किताब पर उनका कहना है वह गीत जो लोकप्रिय हुआ था वह नारायण दत्त तिवारी पर नहीं था बल्कि आज की राजनीतिक घटनाक्रम पर था। किताब का विमोचन कवि एवं साहित्यकार पद्म श्री लीलाधर जगूड़ी, वरिष्ठ पत्रकार चारुचंद्र चंदोला व इंडिया टुडे के चन्द्र मोहन ज्योति व लेखक मनु पंवार की उपस्थिति में रविवार को राजधानी के एक होटल में हुआ। यह पहला अवसर है जब किसी गीत पर कोई किताब सामने आई हो. मनु पंवार ने उत्तराखंड के महान  गीतकार नरेन्द्र सिंह नेगी के लिखे और गाये गढ़वाली गीत ‘’नौ छमी नारेणा’’ के राजनेतिक और सामाजिक प्रभावों पर विस्तार से लिखा है, साथ ही इस गीत के बहाने उत्तराखंड के सांस्कृतिक पहलुओं को भी छुआ है. 250 पेज की यह किताब एक तरह से एक गीत का संपूर्ण शोध ग्रन्थ भी कहा जा सकता है। जिसमें नौछमी नारेणा के बहाने उत्तराखंड में सत्ता के चरित्र को उधेडा गया है। विमोचन के अवसर पर मनु पंवार ने बताया कि वो इस किताब पर वर्ष 2008 से काम कर रहे थे। इस दौरान उत्तराखंड में सत्तारूढ़ हुई सरकारों और उनके मुख्यमंत्रियों ने किस उदारता से लाल बत्तियों की राजनीतिक संस्कृति पनपने दी जो अब तक चल रही है। सरकारी खजाने पर भारी भरकम बोझ डाल दिया। इस किताब में उसकी भी विस्तार से पड़ताल की गयी है। उन्होंने कहा कि नौछमी नारेणा विवाद के दौरान हुई घटनाएँ उत्तराखंड के राजनीतिक इतिहास का महत्वपूर्ण कालखंड से है और इसे अलग कर नहीं देखा जा सकता। नरेन्द्र सिंह नेगी के इस गीत ने 2005  से लेकर 2007 तक उत्तराखंड की राजनीति में बड़ी हलचल मचाई थी। उत्तराखंड के जागर लोकगीत शैली में लिखे इस गीत में तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी सरकार कि कार्यशैली पर तीखे कटाक्ष किये गए थे। तब सरकार ने इस गीत पर पाबंधी लगा दी थी और इसको सेंसर तक कर दिया था। तभी से उत्तराखंड में पहली बार सेंसरशिप लागू हुई। इस गीत का इतना व्यापक प्रभाव रहा कि 2007 के चुनावों में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। लेखक मनु पंवार ने इस किताब में घटनाक्रम को सिलसिलेवार ढंग से बारीकी से रखा है। इस बात का भी पुस्तक में जिक्र है कि कैसे यह गीत भारत देश के सरहदों से बहार अमेरिका और ब्रिटेन तक पहुँच गया। दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में इस गीत पर आलेख तक प्रकाशित हुआ। उन्होंने नौछमी नारेणा की पृष्ठभूमि  में सत्तर के दशक की उस घटना का भी उल्लेख किया है जब कद्दावर नेता हेमवती नंदन बहुगुणा ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के खिलाफ दिल्ली में एक जागर का आयोजन किया था। रविवार को विमोचित किताब को दिल्ली के श्री गणेशा पब्लिकेशन ने प्रकाशित किया है। किताब की भूमिका में प्रख्यात साहित्यकार मंगलेश डबराल ने लिखा है कि मनु पंवार ने एक शोधार्थी  की तरह इस गीत के राजनीतिक, सामाजिक,सांस्कृतिक, और नैतिक आयामों की विस्तार से खोजबीन की है।     

राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री की बैठक खत्म,केन्द्र की भरपूर मदद का भरोसा

देहरादून,17 अगस्त (राजेन्द्र जोशी)।अपने दो दिवसीय उत्तराखंड दौरे के तहत रविवार को केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह देहरादून पहुंचे। राजधानी पहुंचन के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ बैठक की और राज्य में आपदा स्थितियों की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय गृहमंत्री को राज्य में आपदा की स्थिति से अवगत कराया और उनसे आपदा के कई विषयों पर बातचीत की। केन्द्रीय मंत्री ने राज्य सरकार को हर तरह की मदद का भरोसा दिलाया है। अपने दो दिवसीय उत्तराखंड दौरे के तहत केन्द्रीय गृहमंत्री रविवार को देहरादून पहंुचे। उन्होंने राज्य अतिथिगृह बीजापुर में मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ बैठक की और प्रदेश के मौजूदा हालात के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस बैठक में मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल और वरिष्ठ कांग्रेसी विधायक नवप्रभात भी मौजूद रहे। बैठक के बाद केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उनको प्रदेश में आपदा की स्थिति की विस्तृत जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार राज्य को हर संभव मदद देगी। उन्होंने कहा कि दैवीय आपदा से निपटने की जिम्मेदारी केवल सरकार की नहीं बल्कि यह पूरे भारत के नागरिको  और भारत सरकार व राज्य सरकार की सामूहिक जिम्मेदारी हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार उत्तराखंड के हर संकट में मदद करेगी।

आपदा प्रभावित सभी जिलों को मिली 2.5-2.5 करोड़ की सहायता राशि

देहरादून,17 अगस्त,(निस)। उत्तराखंड की सरकार ने राज्य के आपदा प्रभावित हर जिले में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए २.५ करोड़ रूपये का आवंटन किया है। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पौड़ी, चमोली, टिहरी, पिथौरागढ़ और रूद्रप्रयाग जिलों के जिला अधिकारियों के साथ शनिवार को बैठक के बाद यह फैसला किया। यह बैठक एक साल पहले आई प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हुए इलाकों में राहत कार्य को लेकर उठाए गए कदमों की समीक्षा के लिए बुलाई गई थी। आधिकारिक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने प्रत्येक जिले में बुनियादी ढांचे के विकास से जुड़ी गतिविधियों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने के मकसद से ढाई करोड़ रूपये का आवंटन किया है। मुख्यमंत्री ने जिला अधिकारियों से कहा है कि वे मौसम विज्ञान विभाग की ओर से समय समय पर जारी की जाने वाली चेतावनी को गंभीरता से लें।

बाल बाल बचे एसडीएम पौड़ी पीएल शाह

देहरादून/टिहरी गढ़वाल,17 अगस्त,(निस)। अभी करीब सवा चार बजे पर एसडीएम पौड़ी पीएल शाह बिलखेत-व्यासघाट-देवप्रयाग मार्ग पर नुकसान का जायजा लेने जा रहे थे कि तभी मार्ग पर बगासू गदेरे को पार करने के लिए वह वाहन को छोड़ पैदल ही चल पड़े। जैसे उन्होंने गदेरा पार करने की कोशिश की वह पानी के तेज बहाव के साथ नयारनदी की खाई की ओर बह गए।  उनके साथ चल रहे ग्रामीणों ने उन्हें किसी तरह से जैसे तैसे बचाया। उन्होने फोन पर बताया कि अब वह कुशल व सुरक्षित है। हालंकि उनके जूते आदि इस बहाव के साथ नयार नदी में समा गए। बताते चले कि मौसम की खराबी के चलते पौड़ी समेत आपदाग्रस्त क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यो में आपदा प्रबंधन व एसडीआरएफ नागरिक पुलिस के जवानों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एसडीएम के साथ आज घटे घटनाक्रम ने पिछले साल केदारनाथ आपदा में नदी में बहकर अपनी जान गवाने वाले एसडीएम अजय अरोड़ा की याद दिला गई। 

मुख्यमंत्री ने सुनी जनससमयायें और अधिकारियों को दिये समाधान के निर्देश

देहरादून, 17 अगस्त, (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रविवार को बीजापुर हाउस में सैंकड़ों फरियादियों से मिलकर उनकी शिकायतों की सुनवाई की। बहुत से लोगों की शिकायतों पर संबंधित अधिकारियों को तत्काल फोन पर आवश्यक कार्यवाही कर समाधान के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि जनता की समस्याओं को दूर करना सरकार की प्राथमिकता है। उनका सदैव प्रयास है कि प्रत्येक पीडि़त को यथासम्भव राहत मिल सके। 
गौरतलब है कि प्रत्येक बृहस्पतिवार व रविवार को बीजापुर हाउस में नियमित रूप सेे जनता मिलन कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इसी के तहत आज के जनता मिलन में सूबे के विभिन्न स्थानों से आए फरियादियों ने सीएम को अपनी समस्याओं से अवगत कराया। सीएम ने भी प्रत्येक फरियादी की बात को गौर से सुना और उनके आवेदनों पर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देशित किया। कुछ विशेष मामलों में सीएम ने अधिकारियों को स्वयं फोन पर निर्देश दिए। उन्होंने अपने विशेषकार्याधिकारियों को जनता से मिल रहे प्रार्थनापत्रों को पूरे विवरण सहित रजिस्टर में अंकित करने व संबंधित अधिकारियों को शीघ्र अग्रसारित करने के साथ ही, की गई कार्यवाही से आवेदक को भी अवगत कराने के निर्देश दिए। प्रार्थियों में बहुत से लोगों को चिकित्सा के लिए सहायता की अपेक्षा थी, मुख्यमंत्री ने चिकित्सा सहायता के मामलों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। जनता मिलन में बहुत से लोग अपने क्षेत्र में सड़क मार्ग, सीसी मार्ग चाहते थे तो कईयों को बिजली व पेयजल की शिकायतें थीं। कुछ मामले कानून व्यवस्था से संबंधित थे तो किसी को रोजगार की दरकार थी। कुछ लोगों ने अपने क्षेत्र में दैवीय आपदा से हुए नुकसान से सीएम को अवगत कराया।

पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने आपदा प्रभावितों के लिए की सीएस से बात

लखनऊ/देहरादून,17 अगस्त,(निस.)। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने राज्य के आपदाग्रस्त क्षेत्रों की हालत पर मुख्य सचिव सुभाष कुमार से बातचीत की और उन्हें प्रभावितों को तुंरत राहत एवं आर्थिक मदद पहुंचाने का निर्देश दिया। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने इस मामले में मुख्यमंत्री हरीश रावत से गंभीर कार्रवाई की अपेक्षा की है। आज यहां जारी एक बयान में एनडी तिवारी ने कहा कि उत्तराखंड बेहद संवेदनशील पर्यावरण वाला पर्वतीय क्षेत्र है यहां पर प्राकृतिक आपदाओं की मार हर साल पड़ती है। इसके लिए सरकार को पहले से ही एहतियाती तैयारी करके रखनी चाहिए। उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्रों देहरादून,उत्तरकाशी,पौड़ी गढ़वाल,टिहरी गढ़वाल और हरिद्वार जनपदों की पूरी जानकारी प्राप्त की। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री हरीश रावत अनुभवी और कार्यक्षम नेता है और मुझे पूरा विश्वास है कि वे आपदा प्रभावितों की पूरी सहायता करेंगे।उन्होंने मुख्य सचिव सुभाष कुमार से दूरभाष पर बात की और आपदा राहत एवं बचाव कार्यो की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। 

आपदा पीडि़़त क्षेत्रों में राहत लेकर पहुंचे संघ कार्यकत्र्ता, सेवा कार्यों को जाते सहायता समिति के लोग 

देहरादून, 17 अगस्त (निस)। उत्तराखंड में जब-जब आपदा आई है, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने बढ ़चढक़र भागीदारी की हैं। चाहे संतला देवी मार्ग पर बादल फटा हो अथवा सुदूरवर्ती क्षेत्रों हर समय संघ के कार्यकत्र्ता सजग रहते हैं। इसी संदर्भ में एक संस्था का निर्माण किया गया जिसे उत्तरांचल दैवी आपदा पीडि़त सहायता समिति नाम दिया गया। इस सीमित के कार्यकत्र्ता द्वारा जा कर उनकी हरसंभव सेवा का बीड़ा उठाया जाता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के निर्देषन में बनी इस समिति की पहले अध्यक्ष भूगोल विभाग डी.बी.एस. कालेज के पूर्व विभागाध्यक्ष डा. नित्यानंद, महामंत्री नरेश बंसल तथा समिति ने विशेष दायित्व निभाने के लिए प्रेम बड़ाकोटी ने भूमिका निभाई। वर्तमान में लगातार आपदा के समय लोगों के सेवा में जुटी इस समिति के अध्यक्ष सी.ए. दिनेश गुप्ता हैं और महामंत्री के रूप में मदन सिंह को चुना गया है। अध्यक्ष के ही आवास पर समिति के आपातकालीन बैठक में सुदूरवर्ती आपदा पीडि़त क्षेत्रों में चल रहे सेवा कार्यों की समीक्षा की गई। लगभग तीन दर्जन स्थानों पर चल रहे इन सेवा कार्यों के अलावा समिति ने जिन स्थानों पर बादल फटे हैं उन क्षेत्रों  में भी सेवा का निर्णय लिया है। इसमें यमकेश्वर ब्लाक के वे चार ग्राम शामिल हैं। जहां बादल फटने से 48 परिवार प्रभावित हुए हैं। जिनके लिए भोजन का प्रबंधन समिति की पहली प्राथमिता है। 
समिति के अध्यक्ष दिनेश गुप्ता तथा समिति के अन्य सदस्यों की उपस्थित में जो प्रमुख निर्णय लिए गए हैं। उनमें समिति द्वारा शीघ्र ही उन स्थानों पर जाकर सेवाकार्य शुरू करना भी है। समिति के कार्यकत्र्ता इन स्थानों पर जाकर प्रभावित परिवारों को राहत देने की योजना बना चुके हैं। राहत में तात्कालिक रूप से भोजन, वस्त्र तथा दैनिक उपभोग की वस्तुओं के किट्स शामिल हैं। बैठक में जो प्रमुख लोग उपस्थित थे उनमें अध्यक्ष दिनेश गुप्ता के अलावा मंत्री मदन सिंह उपाध्यक्ष जी.के.मित्तल, सचिव नीरज मित्तल, भारत भूषण समेत कई लोग उपस्थित थे। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि समिति त्वरित आपदा सहायता के रूप में प्रति पीडि़त परिवार दस किलो चावल,दस किलो आटा के अलावा सभी दैनिक उपभोग की वस्तुएं शामिल हैं। इसी प्रकार खाना बनाने के बर्तन के साथ-साथ दो-दो कंबल प्रति परिवार वितरित कर दिए गए हैं। इसी प्रकार मालदेवता से पांच किलोमीटर दूर सरखेत नामक गांव में बांदल नदी की बाढ़ से 11 परिवार बेघर हो गए हैं। जिनके सारे खेत और मकान बह गए। इसी प्रकार छह परिवार थत्यूड़ विकास खंड टिहरी के हैं जिनके खेत खालिहान पुरी तरह नष्ट हो गए हैं केवल जन और पशुहानि नहीं हुई है। इसीप्रकार गत दिनों हुए ज्वालपागांव में बादल फटा था जहां छह व्यक्ति दो महिलाएं, दो बालिकाएं  और दो पुरूष काल कावलित हुए तथा सोलह अन्य घायल हो गए है। समिति ने अगले ही दिन से सेवा कार्य प्रारंभ कर दिया और चार अगस्त तक  पीडि़त परिवारों को भोजन कराया गया। इन पीडि़त परिवारों को भोजन सामग्री क 16 किट्स वितरित किए गए और 33 कंबल तथा 25 साडिय़ा भी वितरित की गई। अध्यक्ष दिनेश गुप्ता तथा महामंत्री मदन सिंह का कहना है कि समिति अपने निजी संसाधनों से तथा पूूरे देश के स्वयं सेवकों से मिलने वाली राहत राशि से सेवा कार्यों में लगी हुई है और जहां भी आपदा आएगी समिति सेवा कार्य में जुट जाएगी और लोगों को यथासंभव राहत पहुंचाने का प्रयास करेगी। 

राज्यपाल ने दी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की बधाई 

देहरादून, 17 अगस्त, (निस)। उत्तराखण्ड के राज्यपाल डाॅ0 अज़ीज़ कुरैशी ने समस्त प्रदेश वासियों को ‘श्रीकृष्ण जन्माष्टमी’ की बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। इस पर्व की पूर्व संध्या पर जारी संदेश में राज्यपाल ने कहा है कि श्रीमद्भगवत गीता के माध्यम से सम्पूर्ण विश्व को श्रेष्ठ मानव जीवन जीने हेतु मार्ग दर्शन करने वाले महान् कर्मयोगी भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिन अपार हर्ष का दिन है।  उन्होंने कहा कि इस पवित्र अवसर पर हम सबको यह संकल्प लेना चाहिए कि अपनी-अपनी क्षमता एवं योग्यता के अनुसार निरन्तर अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए आपसी प्रेम, बंधुत्व व सहभागिता से एक अच्छे विकासशील सामाजिक वातावरण सृजित करके विकासशील समाज के निर्माण में सहयोगी बनें।’’

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