विश्व क्रिकेट के सबसे कलात्मक बल्लेबाजों में शुमार श्रीलंका के माहेला जयवर्धने अपने टेस्ट करियर की आखिरी पारी में अर्धशतक लगाकर शान के साथ विदा हुए। जयवर्धने ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वह पाकिस्तान के साथ होने वाली दो मैचों की टेस्ट श्रृंखला के बाद संन्यास ले लेंगे। सिन्हलीज स्पोर्ट्स क्लब मैदान पर जारी दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन जयवर्धने 54 रनों की पारी खेलकर जब पवेलियन की ओर चले तो दर्शकों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया। इस सौम्य खिलाड़ी ने मुस्कुराते हुए दर्शकों का अभिवादन स्वीकार किया और अंतिम बार श्रीलंकाई टीम के ड्रेसिंग रूम की ओर बढ़े।
जयवर्धने ने अपने अंतराष्ट्रीय टेस्ट करियर की शुरुआत 1997 में भारत के खिलाफ कोलम्बो में ही की थी। करीब 17 साल के इस सफर के दौरान जयवर्धने 149 मैचों की 252 पारियों में 15 बार नाबाद रहते हुए 49.84 के औसत से 11,814 रन बनाए। जयवर्धने अपने हमवतन कुमार संगकारा के अलावा श्रीलंका के केवल दूसरे ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दस हजार से ऊपर रन बनाए हैं। संगकारा के साथ उनके तीसरे विकेट की जोड़ी ने कई मौकों पर श्रीलंका को संकट से उबारा और यह जोड़ी विश्व क्रिकेट के सफलतम जोड़ियों में से एक मानी जाती रही है।
जयवर्धने और संगकारा के नाम टेस्ट इतिहास में तीसरे विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी दर्ज है। दोनों ने 2006 में कोलम्बो में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 624 रन जोड़े थे। इस मैच में संगकारा 13 रनों से तिहरे शतक से चूक गए थे। टेस्ट मैचों में सर्वाधिक रन बनाने के मामले में जयवर्धने विश्व में सातवें नंबर पर हैं जबकि उनके हमवतन संगकारा पांचवें पायदान पर हैं। संगकारा ने श्रीलंका के लिए सबसे अधिक टेस्ट रन बनाए हैं।
टेस्ट मैच में सर्वाधिक रन बनाने का कीर्तिमान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के नाम है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में कुल 15,921 रन बनाए। टेस्ट मैचों में शतकों के मामले में जयवर्धने पूर्व भारतीय बल्लेबाज सुनील गावस्कर और वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा के समकक्ष हैं। जयवर्धन ने अपने टेस्ट करियर में कुल 34 शतक और 50 अर्धशतक जमाए।
जयवर्धने के नाम टेस्ट करियर में एक तिहरा शतक (374) भी दर्ज है जो उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2006 में कोलम्बो में खेले गए पहले टेस्ट में लगाया था। इस मैच में संगकारा ने 287 रन बनाए थे।