नेपाल में भारी बारिश के कारण अलग-अलग स्थानों में हुए भूस्खलन और आई बाढ़ में 98 लोगों की मौत हो गई और 129 लोग लापता हो गए हैं। रविवार को लगातार चौथे दिन भी बारिश जारी रही। यह जानकारी सरकार ने दी है। उपप्रधानमंत्री और देश के गृह मंत्री बाम देव गौतम ने कहा कि राहत सामग्री का वितरण एक विकट कार्य साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने भारत सरकार से बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित लोगों की मदद के लिए हेलीकाप्टर भेजने का आग्रह किया है।
काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा था कि भारत सरकार ने नेपाल को तीन हेलीकाप्टर और एक फिक्स विंग विमान राहत सामग्री की आपूर्ति और राहत कार्यो के लिए भेजने का फैसला लिया है। बयान में कहा गया है कि इस माह के शुरू में नेपाल सरकार के आग्रह पर भारत का एक तकनीकी दल नेपाल आकर भूस्खलन प्रभावित सिंधुपालचौक जिले में स्थिति का जायजा लिया था।
नेपाल के गृह मंत्रालय ने रविवार को कहा कि 14 अगस्त से अभी तक बाढ़ और भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 98 हो गई है। नेपाल आपदा अभियान केंद्र (एनईओसी) के मुताबिक, पिछले चार दिनों के दौरान 37 लोग घायल हुए हैं और 129 लापता हैं। एनईओसी ने बताया है कि 328 घरों को क्षति पहुंची है और 145 अन्य आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।
इसने बताया है कि 11,584 घर पूरी तरह बाढ़ में डूब गए हैं और 12,750 परिवार विस्थापित हुए हैं। सबसे खराब हालत पश्चिमी नेपाल के सुरखेत जिले की है जहां 28 लोग मारे गए हैं और 98 लोग लापता बताए जा रहे हैं। जिले में 379 घर बह गए हैं और 1700 परिवार विस्थापित हो गए हैं। इससे पहले मृतकों की संख्या 84 और लापता लोगों की संख्या 156 बताई गई थी।