इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला 1-3 से हारने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने संकेत दिए हैं कि वह कप्तानी पद छोड़ सकते हैं। ओवल में हुए आखिरी टेस्ट में रविवार को भारत को एक पारी और 244 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद से ही धौनी के भविष्य पर सवाल उठने लगे हैं। धौनी ने एक सवाल के जवाब में कहा, "आपको अगली खबर के लिए इंतजार करना होगा।"
धौनी ने भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी 2008 में संभाली थी और इसके बाद 58 मैचों में टीम का नेतृत्व किया। इस दौरान टीम ने रिकॉर्ड 27 मैचों में जीत दर्ज की। धौनी की कप्तानी में टीम इंडिया साल 2009 के आखिर से 2011 की गर्मियों तक विश्व रैंकिंग में पहले स्थान पर रही। इस दौरान टीम ने विश्व कप भी जीता।इसके बाद हालांकि 2011 में इंग्लैंड दौरे के दौरान 4-0 की हार के बाद भारतीय टीम विश्व रैंकिंग में फिसलने लगी।
रविवार को खत्म हुई टेस्ट श्रृंखला में भारत एक समय लॉर्ड्स टेस्ट जीतकर श्रृंखला में आगे था लेकिन इसके बाद लगातार तीन मैचों में टीम को शर्मनाक हार झेलनी पड़ी। इस दौरान भारतीय पारी लगातार पांचवीं बार 200 का आंकड़ा नहीं छू सकी। धौनी ने 88 टेस्ट मैचों में 4,808 रन बनाए हैं। हार के बाद उन्होंने कहा, "पिछले तीन टेस्ट में हमने मुकाबला ही नहीं किया। आज की पारी दिखाती है कि हमारे आत्मविश्वास में कितनी कमी है।"
पूर्व भारतीय बल्लेबाज और कप्तान सुनील गावस्कर ने भी टीम इंडिया की करारी हार की जमकर आलोचना की। गावस्कर ने कहा, "मुझे नहीं पता कि मैं क्या कहूं। आप गुस्सा हो सकते हैं, टीम के लिए कुछ कठोर बातें कह सकते हैं लेकिन इससे क्या होगा।""अगर आप टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहते हैं तो मत खेलिए। सीमित ओवरों का मैच ही खेलिए लेकिन इस तरह अपने देश को शर्मिदा तो नहीं कीजिए।"