इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में भारतीय टीम की शर्मनाक हार के बाद देश के दिग्गज खिलाड़ी रहे सुनील गावस्कर ने कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि अब समय आ गया है कि प्रबंधन कुछ कड़े फैसले ले। भारत रविवार को इंग्लैंड से पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला 1-3 से हार गया। गावस्कर इस बात से बेहद आहत दिखे कि युवा भारतीय टीम पिछली भूलों से भी कुछ नहीं सीख पाई। एक समाचार चैनल ने गावस्कर के हवाले से कहा, "मैं पिछले दो दिनों से टीम का बचाव कर रहा था। लेकिन आप खिलाड़ियों के आज (रविवार) के प्रदर्शन को देखें। वह एक ही गलती बार-बार दोहराते आए हैं। इसका मतलब टीम कुछ भी नहीं सीख रही।"
गावस्कर ने कहा, "टीम के ज्यादातर खिलाड़ियों को दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड में खेलने का अनुभव हासिल है। आप इन युवा खिलाड़ियों को और कितना मौका देंगे। मुझे लगता है कि कहीं न कहीं कुछ कड़े फैसले लेने की जरूरत है। मुझे नहीं पता कि यह फैसले लिए जाएंगे भी या नहीं।"आस्ट्रेलिया का उदाहरण देते हुए गावस्कर ने कहा सफल टीमों में हमेशा कड़े फैसले लेने की क्षमता होती है।
गावस्कर ने झुंझलाकर टीम इंडिया को कुछ समय के लिए टेस्ट क्रिकेट से अलग होने की सलाह भी दे डाली और कहा कि अगले कुछ समय तक कुछ भी नहीं बदलेगा। साथ ही गावस्कर ने यह डर भी जताया कि टीम इंडिया अगर इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन करती है तो इस हार को भूला दिया जाएगा।
गावस्कर ने कहा, "टीम अगर अगले सप्ताह से शुरू होने वाली एकदिवसीय श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन करती है तो इस हार को भूला दिया जाएगा। भारतीय क्रिकेट की यही त्रासदी है कि हार को बाद में पर्दे के पीछे ढक दिया जाता है।"गावस्कर के अनुसार, "कोई भी टीम सीमित ओवरों के खेल में कितना ही अच्छा प्रदर्शन क्यों न कर ले, लेकिन टेस्ट मैच ही आपको सच्चे क्रिकेटर के रूप में साबित करता है।"