परिवार से जुड़ने का संस्कार ठाकरेजी ने हमें सिखाया-श्री दुबे।
- भाजपा ने मनाया स्वर्गीय ठाकरे का जन्म दिवस
झाबुआ--- सोमवार को भाजपा के पितृ पुरूष स्व. कुशाभाऊ ठाकरेजी की 92 वीं जयंती के अवसर पर स्थानीय राजगढ़ नाके पर जिला भाजपाध्यक्ष शैलेष दुबे, विधायक शांतिलाल बिलवाल, नगर पालिका अध्यक्ष धनसिंह बारिया, मेजिया कटारा, विजय नायर, सईदुल्लाखान, बबलु सकलेचा संजय शाह संजय डाबी, नरेन्द्र पंवार, संजयसोनी, बहादूर हटिला ने पंत्र दिनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा एवं श्री कुषाभाउ ठाकरे के चित्र पर माल्यार्पण एव पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर जिला भाजपा अध्यक्ष शैलेष दुबे ने अपने संबोधन में कहा कि कुशाभाऊजी के डाले हुए संस्कार ही भाजपा कार्यकर्ता के चरित्र में है। घर-घर और व्यक्ति-व्यक्ति संपर्क करना और परिवार से जुड़ने का संस्कार ठाकरेजी ने हम को सिखाया। छोटे-से छोटे कार्यकर्ता के स्वास्थ्य और परिवार की चिंता वे तब करते थे जब वे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे, आपातकाल के दौरान हमारा संगठन हजारों लाखों परिवारों के त्याग के बल पर और ठाकरेजी जैसे नेताओं की प्रेरणा के बल पर खड़ा है। यहां बैठें बहुत से कार्यकर्ताओं ने उनके साथ कार्य किया है। उनका स्वभाव ही ऐसा था वे सिर्फ संगठन का चिंता करते थे। ऐसे कुशल संगठन की आवश्यकता सभी संगठनों को होती है। आज उनके विचार और व्यवहार हमारे लिये आदर्श है रोल माॅडल है, ठाकरेजी सदैव प्रवास करते थे जहां भी जाना होता था उस स्थान के बीच के गांव में कार्यकर्ताओं से मिलते हुए जाते थे, वे कार्यकर्ताओं से लगातार संपर्क में रहते थे इसलिये वह कहते थे कि संगठन मनुष्यों का है, इसलिये औपचारिक चर्चा आवश्यक है। विधायक शांतिलाल बिलवाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मतदान केन्द्र स्तर तक भाजपा के कार्यकर्ता आज काम कर रहे है। एक समय था तब हमारे कार्यकर्ताओं की संख्या बहुत अधिक नहीं थी ठाकरेजी जैसे महान संगठकों के प्रयासों से आज देश के हर भाग में भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता काम कर रहा है और अन्य राजनैतिक दलों की तुलना में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और संस्कार और कार्यप्रणाली संगठननिष्ठ है। सदैव राष्ट्रहित में काम करना हमारा कर्तव्य और लक्ष्य है। नगरपालिका अध्यख धनसिंह बारिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता अपनी प्रथक पहचान और आत्म सम्मान रखता है। संगठन के प्रति अनुशासन और समर्पण सिखाया है और उनके अनुशासन एवं समर्पण के पाठ के कारण ही आज कार्यकर्ता सूचना पर एकत्रित हो जाते है और संगठन के आदेश पर काम पर लग जाते है। आज जन्माष्टमी है और कृष्ण भगवान के आदर्श और बताये रास्ते पर हमें चलना है, सत्य सदैव विजयी होता है, यह सत्य है और भाजपा की सफलता का यह एक कारण है। स्व. कुषाभाउ ठाकरे के 92 वें जन्म दिवस पर जिला भाजपाध्यक्ष सहित भाजपा पदाधिकारियों ने गा्रम रजला मे पौधरोपण का कार्यक्रम भी सम्पादित किया । उक्त जानकारी जिला भाजपा मीडिया प्रभारी राजेन्द्र सोनी ने दी ।
निःषक्तजनों ने भव्य चल समारोह के कार्यालय का किया शुभारंभ
झाबुआ--- आगामी 25 सितंबर से परंपरागत रूप् से स्थानीय राजगढ नाका मित्र मंडल द्वारा आयोजित किये जाने वाले भव्याति भव्य चल समारोह को लेकर जन्माष्टमी के पावन अवसर पर राजगढ़ नाका पर प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी सोमवार को नवदुर्गोत्सव के कार्यालय का शुभारंभ अनुठे तरीके से निःषक्त जनों के हाथो संपन्न हुआ। राजगढ नाका मित्र मंडल की ओर से शहर के सभी निःषक्तजनों को आमंत्रित करके तथा उन्ही के मुख्य आतिथ्य में शुभारंभ करवा कर एक अनुठी परम्परा स्थापित की गई । मित्र मंडल के मनीष पंवार, नरेन्द्र पंवार, तेजनाराण द्विवेदी ने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से निःषक्तजन मिल कर सषक्त कार्यक्रम की आज आधारषीला रखी । उन्होने बताया कि 25 सितम्बर शारदेय नवरात्रि के दिन संयोग से पं. दिनदयाल उपाध्याय का जन्म दिन भी होने से उनके बताये अनुसार इसका मुख्य उद्देष्य अन्त्योदय को सषक्त करना तथा समाज की मुख्य धारा से जोड़ना है । कार्यालय के शुभारंभ के अवसर पर निःषक्तजनों ने पूरे उत्साह के साथ कार्यक्रम में भाग लेकर इस नवीन परिपाटी कोअनुकरणी बताते हुए इसकी भूरी भूरी प्रसंषा की। आनन्द दाहिमा एवं निःषक्त बच्चों ने मां दुर्गा की विधि विधान से पूजा अर्चना कर महाआरती की। राजगढ नाका मित्र मंडल का मुख्य उद्देष्य ही ऐसे निःषक्त जनों से मिल कर सषक्त कार्यक्रम की आधारषीला रखना रहा है । इस अनुठी परम्परा के चलते मित्र मंडल रचनात्मक कार्यक्रमो तहत सभी निशक्तजनों से व्यक्तिगत सम्पर्क स्थापित करके उनकी सूची तेयार करके केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा प्रदत्त सुविधाओं से वंचितों को पूरी मदद करके उन्हे लाभान्वित करने का भरपूर प्रयास करेगा । मां भगवती से मित्र मंडल की यही प्रार्थना एव ंअपेक्षा रही है कि इन्हे मां दुर्गा शक्ति प्रदान करें तथा ये भी समाज के सशक्तजनों के अनुरूप जीवन मे सतत आगे बढते रहे । , कार्यक्रम के प्रारंभ में मित्र मंडल की ओर से सभी निःषक्त जनों एवं निःषक्त कन्याओं एवं बहिनों का तिलक लगा कर स्वागत किया गया । तथा उनकी रचनात्मकता में सहभागिता की प्रसंषा की । इस अवसर पर निःषक्त अध्यापक आनंद दाहिमा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि राजगढ नाका मित्र मंडल ने इस आयोजन में उनके महत्व को प्रतिपादित करके हमारा सिर गर्व से उंचा कर दिया है । इसका अनुकरण यदि समाज के सभी लोग करने लगे तो निष्चित ही पूरे देष में निःषक्तजनों के आत्मबल में और अधिक बढोत्तरी होगी । निःषक्त बहिन माया टांक ने मातृ शक्ति को भी इस प्रकार सम्मान दिये जाने को लेकर अपनी भावना व्यक्त करते हुए इस आयोजन की प्रसंषा की तथा कहा कि इससे हमारा मनोबल चार गुना बए गया है और हम भी समाज के लिये कुछ कर सकते है इसके साहस का संचार हुआ है । निःषक्त दुर्गा सिंगाडिया का कहना कि मातृ शक्ति के इस आयोजन में निःषक्तों को सषक्त भावना का संचार हुआ है । इसकी जितनी प्रसंषा की जावे कम है । निःषक्त गजराजसिंह झाला ने इस आयोजन की प्रसंषा करते हुए इसेअनुकरणीय बताया और अन्यों को भी इससे प्रेरणा लेने का दिषाबोध बताया । नगर में भी राजगढ नाका मित्र मंडल द्वारा निशक्त जनों को सशक्त बनाने के उद्देष्य से किये गये इस आयोजन की प्रसंषा की गई है ।
पावर लिफटिंग में झाबुआ को मिला सिल्वर मेडल
झाबूआ---म0प्र0 पावर लिफटिंग एसोषियसन के तत्वाधान में 38 वी म0प्र0 पावर लिफटिंग चैम्पियनषीप 2014 दिनांक 15.08.2014 से 17.08.2014 तक खालसा कालेज इंदौर में आयोजित हुई । इसमें झाबुआ के राष्ट्रीय खिलाडी सुषील वाजपेयी द्वारा जिले का प्रतिनिधित्व करते हुए हैविवेट में 470 कि.ग्रा. वेट लेकर प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल प्राप्त किया । और साथ ही अपने-अपने भार वर्गो में गुलाबसिंग, दिपक डामोर, जितेन्द्रसिंह उर्फ लक्की, बादल पांडे, आयुष चैहान, रोहीत भूरिया, जितेन्द्र उर्फ पिन्टू चैहान, करमसिंग, निलेष अजनार, आनंदीलाल सिसौदिया (खवासा) ने अच्छा प्रदर्षन किया । प्रतियोगिता के समापन अवसर पर श्री महेन्द्रजी हार्डिया, एवं इंदौर महापौर श्री कृष्णमुरारी मोघेेंजी द्वारा झाबुआ के राष्ट्रीय खिलाडी सुषील वाजपेयी का सम्मान किया गया एवं झाबुआ से खिलाडियों को तैयार कर प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने हेतु प्रोत्साहित किये जाने हेतु बधाई दी जाकर भविष्य में और अच्छे खिलाडी तैयार किये जाने एवं अच्छे प्रदर्षन हेतु शुभकामनाएं दी गई । जय बजरंग व्यायाम शाला (जीम) की परंपरा अनुसार व्यायाम शाला में दिनांक 23.08.2014 शनिवार को हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, का पाठ एवं सायं 6.00 बजे महाआरती का आयोजन रखा गया है । ततपष्चात इन खिलाडियों को व्यायामषाला द्वारा सम्मानित किया जावेगा । उक्त जानकारी जय बजरंग व्यायाम शाला के चंदू पहलवान (खलीफा), चंदर पहलवान एवं राजेष बारिया द्वारा दी गई ।
समाजजन संगठित बने : आचार्य रवीन्द्रसूरि
झाबूआ---राजगढ़ मोहनखेडा प.पू. अर्हत ध्यानयोगी गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्री रवीन्द्रसूरीश्वर जी म.सा. ने समस्त चातुर्मास आराधकों को ध्यान - साधना कराने के पश्चात् जैन धर्मावलम्बीयों को जन जागरण का संदेश देते हुऐ कहा कि हमारा जैन धर्म दक्षिण भारत में विलुप्त होता जा रहा है । हमारे धर्माचार्य जैन धर्म को सिर्फ जैनीयों तक ही सीमित करके बैठे है । हम साधुओं की अपनी मर्यादा है कि हम वाहन का उपयोग नहीं कर सकते है । जैन धर्म के युवाओं की जवाबदारी बनती है कि वे युवा दक्षिण भारत के उन सुदूर क्षैत्रों में जाकर अपनी जैन संस्कृती का प्रचार - प्रसार करें । सिख समाज में एक परिवार के चार पुत्रों में से एक पुत्र गुरु का शिष्य बनकर समाज को समर्पित हो जाता है और समाज की सेवा करता धर्म और संस्कृति का प्रचार करता है उसी प्रकार जैन समाज में भी इस परम्परा की नितान्त आवश्यकता है । जैन की कोई जाति नहीं होती है । जैन धर्म है, जैन क्रांति है, जैन संस्कृति है, जैन एक विचार धारा है इन्ही कारणों से जैन अल्पसंख्यक नहीं हो सकता है । जैनों के पास पर्याप्त धन - बल है परन्तु पर्याप्त जन बल नहीं होने के कारण हम स्वयं को अकेला महसूस करते है । हम असंगठित है । भगवान महावीर ने संघ की रचना की थी । संघ का अर्थ ही संगठन है जिसमें व्यक्ति विशेष की महिमा नहीं होती है । संगठन में अपार शक्ति समाहित है । आचार्यश्री ने समाजजनों को शिक्षा प्रद बात बताते हुऐ कहा कि हमने भगवान महावीर की वाणी को सून कर स्वामीवात्सल्य करना तो सीख लिया परन्तु मैत्रीवात्सल्य करना भूल गये । अपने समाज में अपने समान धर्म क्रिया करने वालों को साथ में जोड़ना ही स्वामीवात्सल्य का सही अर्थ है । भोजन उन्हें ही कराना चाहिये जिन्हें वास्तव में भोजन की जरुरत है । ईष्र्या के कारण लोग स्वामीवात्सल्य एवं मंदिर निर्माण करने वाले लाभार्थीयों की निन्दा करते है । पैसा व्यक्ति का अन्तिम लक्ष्य हो गया है । व्यक्ति अपना शरीर छोड़ सकता है पर पैसा नहीं छोड़ पाता है । जैन धर्म पूरी तरह से प्रयोगात्मक धर्म है । भगवान महावीर ने अपनी वाणी में 2600 वर्षो पूर्व जो बात कही थी वो सभी बाते आज विज्ञान के युग में सार्थक सिद्ध हो रही है । पूर्व का समय श्रृद्धा ओर ह्रदय से बात समझने का था । इस कलयुग में बोद्धिक धरातल इतना मजबूत हो गया है कि विज्ञान हर बात के प्रमाण मांगता है और प्रभु वाणी की सारी बाते जैन दर्शन में पूरे प्रमाणों के साथ मौजूद है । हम संकल्प युक्त मंत्रों का जाप करेगें तभी धर्म हमें परिणाम दे पायेगा । धर्म यदि हमें तपस्या और मंत्र का परिणाम नहीं दे सका तो हमारा धर्म ही व्यर्थ हो जायेगा । भगवान महावीर ने अपनी वाणी में जो बात कही वो अपने अनुभवों के आधार पर कही थी । जीवन में गुणों को विकसित करना हमारा मुख्य लक्ष्य होना चाहिये । हमारी आत्मा जब गुणों से युक्त होगी तभी आत्मा का विकास होगा । जीवन में शिक्षा और संस्कारों से ही परिवर्तन आता है । शिक्षा और आध्यात्म दोनों अलग - अलग चीजे है । शिक्षा के क्षैत्र में लाखों रुपये निवेश कर बच्चे को हम उच्च पदों पर नौकरी हेतु तैयार करते है ओर संस्कार देते है, परन्तु जीवन के व्यवहारिक संस्कारों के अभाव में बच्चा भौतिक साधनों की दौड़ में आगे निकल जाता है । व्यवहारिकता के क्षैत्र में बहुत पीछे रह जाता है । अभी तक आराधकों ने 36 बार ऊँ अर्हं नमः का जाप किया जिससे 669600 जाप 600 आराधकों ने मान से प्रतिदिन होते है आगामी 9 दिनों में इसी मंत्र का जाप 108 बार किया जायेगा 9 दिन में 9 लाख से अधिक जाप किये जायेगें । प.पू. ज्योतिष सम्राट मुनिप्रवर श्री ऋषभचन्द्रविजयजी म.सा. ने जानकारी देते हुऐ बताया कि आज प्रवचन के समय प्रभु श्री आदिनाथ भगवान के मेरु शिखर पर 64 इन्द्रों द्वारा प्रभु के 250 अभिषेक किये जायेगें । मेरु शिखर पर 64 इन्द्र के साथ मुख्य इन्द्र बनने का लाभ श्री सांवलचंद जी उदयचंद जी बाफना भीनमाल द्वारा लाभ लिया गया । आज की जय तलेटी यात्रा के संघपति बनने का लाभ श्री हितार्थ के. पी. शाह हस्ते मनोहरलाल जी काठेड़ परिवार नागदा जं. द्वारा लिया गया । रात्रि महिला चैविसी में महिलाओं ने धर्म के महत्व पर आधारित नाट्य की प्रस्तुति दी । महिला चैविसी में आराधक व राजगढ़ की महिलाओं ने हिस्सा लिया । पांचवी महामांगलिक का भव्य आयोजन 7 सितम्बर 2014 को होगा । वर्तमान प.पू. गच्छााधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय रवीन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. का 60 वां जन्मोत्सव श्री मोहनखेड़ा तीर्थ पर 30 अगस्त 2014 को मनाया जावेगा । श्री मोहनखेड़ा तीर्थ पर दादा गुरूदेव श्रीमद्विजय राजेन्द्रसूरीश्वरजी म. सा. की पाट परम्परा के शासनप्रभावक सप्तम पटधर वर्तमान प.पू. गच्छााधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय रवीन्द्रसूरीश्वरजी म.सा., ज्योतिषम्राट मुनिप्रवर श्री ऋषभचन्द्रविजयजी म. सा., मुनिराज श्री पीयूषचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री रजतचन्द्रविजयजी म. सा. शासन ज्योति साध्वी श्री महेन्द्रश्रीजी म. सा., सेवाभावी साध्वी श्री संघवणश्रीजी म.सा. आदि ठाणा की पावनतप निश्रा में धर्म बिन्दु एवं चन्द्रराजा चरित्र वांचन चल रहा है । श्री मोहनखेडा तीर्थ पर यशस्वी चातुर्मास के दौरान 45 दिन की सिद्वितप आराधना में 20 आराधक आराधना कर रहे है । 1 आराधक भद्रतप की तपस्या में लीन है साथ ही तीर्थ पर सांकली अट्ठम तपाराधना निरन्तर गतिमान है । तीर्थ में श्री राजेन्द्रसूरि गुरुतप आराधना में 309 आराधक आराधना कर रहे है ।
जिलाबदर का आरोपी बाजार मे तलवार लिए घूमता मिला, जप्त कर आम्र्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध
झाबूआ---वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, जिला झाबुआ श्री एस0पी0सिंह ने बताया कि आरोपी भेरू भेरिया पिता नूरा निनामा, उम्र 33 वर्ष, निवासी मातापाडा को जिला दण्डाधिकारी झाबुआ ने अपने आदेश दिनांक 26.09.2013 द्वारा एक वर्ष के लिये जिला झाबुआ एवं आस-पास के जिले धार-आलीराजपुर-बडवानी रतलाम से जिलाबदर किया गया था। आरोपी भेरू भेरिया पिता नुरा निनामा, उम्र 33 वर्ष निवासी मातापाडा दिनांक 17.08.2014 को रायपुरिया हाट बाजार में तलवार लिये घूम रहा था। मुखबिर की सूचना के आधार पर थाना रायपुरिया की पुलिस टीम द्वारा जिलाबदर आरोपी भेरू भेरिया पिता नुरा निनामा, उम्र 33 वर्ष निवासी मातापाडा को गिरफ्तार कर उसके विरूद्व थाना रायपुरिया में अपराध क्रमांक 199/14 धारा 25-बी आम्र्स एक्ट एवं 14,15 म0प्र0राज्य सुरक्षा अधिनियम 19990 कायम किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिलाबदर आरोपी आरोपी भेरू भेरिया पिता नुरा निनामा, उम्र 33 वर्ष निवासी मातापाडा के विरूद्व पूर्व में अपराध क्रमांक 28/2005 धारा 457,380 भादवि अपराध क्रमांक 162/2005 धारा 379 भादवि, अपराध क्रमांक 140/2006, धारा 457,380 भादवि एवं अपराध क्रमांक 211/2010 धारा 380 भादवि पंजीबद्व हुए थे। आरोपी को आज न्यायालय पेश किया गया।