झारखंड, महाराष्ट्र और हरियाणा में आचार संहिता लागू होने से करीब 10 दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को तीन अधोसंरचना परियोजनाओं का उद्घाटन किया। मोदी ने रांची के बेरो स्थित पॉवर ग्रिड कारपोरेशन ऑफ इंडिया लि. (पीजीसीआईएल) की पारेषण लाइन का उद्घाटन किया। यह लाइन 1,600 करोड़ रुपये के खर्च से बना है। उन्होंने उत्तरी कर्णपुर में राष्ट्रीय वाष्प शक्ति कारपोरेशन (एनटीपीसी) की 2000 मेगावाट क्षमता वाली इकाई का शिलान्यास भी किया। उन्होंने चार अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन किया या शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने उत्तरी कर्णपुर में 15 वर्ष से लंबित बिजली परियोजना पर नाखुशी जाहिर की।
उन्होंने 10 वर्षो के कांग्रेस शासन की तरफ इशारा करते हुए कहा, "पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपयेयी ने परियोजना की आधारशिला रखी थी, लेकिन 10 वर्षो से कोई काम नहीं हुआ। मैं परियोजना को पूरा करूंगा।"बाद में मोदी महाराष्ट्र पहुंचे। वहां उन्होंने एनटीपीसी के मौदा सुपर ताप बिजली परियोजना के 1,000 मेगावाट (2 गुणा 500 मेगावाट) के पहले चरण का उद्घाटन किया, जिस पर 5,495 करोड़ रुपये का खर्च आया है। मौदा उद्घाटन के दौरान मोदी ने कहा कि देश के गांवों को उत्पादन बढ़ाने के लिए समुचित बिजली चाहिए। इससे आत्महत्या भी रुकेगी।
मोदी ने कहा, "हमें गांवों में 24 घंटे बिजली सुनिश्चित करनी चाहिए।"मोदी ने कहा कि एक देश के विकास के लिए अधोसंरचना पर ध्यान देना जरूरी है। मोदी ने प्रधानमंत्री जन धन योजना का जिक्र किया और किसानों से उसका लाभ उठाने के लिए कहा। इस योजना में हर परिवार को एक बैंक खाता, एक डेबिट कार्ड और एक लाख रुपये का बीमा दिए जाने का प्रावधान है। मंगलवार को मोदी ने हरियाणा में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 152/65 के 166 किलोमीटर के कैथल-राजस्थान सीमा खंड का शिलान्यास किया।
इसी महीने के शुरू में मोदी ने जम्मू एवं कश्मीर के कारगिल जिले में 45 मेगावाट की एक पनबिजली परियोजना का उद्घाटन किया। उन्होंने लेह में भी 45 मेगावाट की एक पनबिजली परियोजना का उद्घाटन किया। उन्होंने 330 किलोमीटर लंबी श्रीनगर-लेह पारेषण लाइन का भी शिलान्यास किया। उल्लेखनीय है कि जम्मू एवं कश्मीर में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होना है।