भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि कांग्रेस अगले लोकसभा चुनाव में पिछड़ी जाति के एक 'चाय विक्रेता'से हार को लेकर डरी हुई है। पार्टी नेताओं की यहां आयोजित तीन दिवसीय बैठक के अंतिम और समापन के दिन प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर अपने बेटे को प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित नहीं करने का आरोप लगाया।
भाजपा नेता ने कहा कि पूर्व के संकेतों के बावजूद राहुल को शीर्ष पद के लिए नामित करने में कांग्रेस के विफल रहने के एक नहीं कई कारण हैं। उन्होंने कहा, "लड़ाई के मैदान से भागने के कई कारण हैं, लेकिन मैं एक मानवीय कारण भी देख रहा हूं।"रामलीला मैदान में चल रही बैठक में उस समय हंसी के फव्वारे फूट पड़े और तालियों की गड़गड़ाहट से कार्यक्रम स्थल गूंज उठा जब मोदी ने कहा, "जब हार निश्चित हो तो कौन सी मां अपने बेटे को कत्ल होने के लिए लड़ाई के मैदान में भेजेगी?"
"कौन मां राजनीति में अपने बेटे का बलिदान देगी? इसलिए एक मां के हृदय ने अपने बेटे को बचाने का फैसला किया।"नेहरू-गांधी परिवार पर जोरदार हमला करते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी अपने नेता का लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव नहीं किया। उन्होंने कहा कि 'ऊंची जाति'की कांग्रेस संभवत: यह सोचती है कि पिछड़ी जाति के एक 'चाय बेचने वाले'का चुनाव लड़ना सही नहीं है।
मोदी ने कहा कि जिस परंपरा में उनका लालन-पालन हुआ है, उससे उनकी सोच सामंतवादी हो गई है। उन्होंने कहा, "हां वे सोचते हैं कि लोकसभा चुनाव महत्वपूर्ण है, लेकिन एक चाय विक्रेता के खिलाफ लड़ना अपमान है।" "कैसे वे एक पिछड़ी जाति के किसी आदमी से लड़ेंगे जिसकी मां बर्तन धोया करती थी।"इतना कहते ही सभा में मोदी के समर्थन में नारे गूंज उठे।