केरल की राज्यपाल शीला दीक्षित ने सोमवार को यहां केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। मंत्रालय ने ट्विटर के माध्यम से दीक्षित और सिंह की मुलाकात के बारे में जानकारी दी। यह मुलाकात महाराष्ट्र के राज्यपाल के. शंकरनारायण के इस्तीफा देने के एक दिन बाद हुई, जिससे दीक्षित के इस्तीफा देने के कयास तेज हो गए हैं। मई महीने में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सत्ता में आने के बाद से ही पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के शासनकाल में नियुक्त किए गए राज्यपालों पर इस्तीफा देने का दबाव है।
नरेंद्र मोदी सरकार के 26 मई को पदभार ग्रहण करने के बाद से अब तक सात राज्यपाल सरकार के इशारे पर इस्तीफा दे चुके हैं, जिनमें बी. एल. जोशी (उत्तर प्रदेश), शेखर दत्त (छत्तीसगढ़), अश्विनी कुमार (नगालैंड), एम. के. नारायणन (पश्चिम बंगाल) , बी. वी. वांचू (गोवा) , वाक्कोम बी. पुरुषोत्तम (मिजोरम) और के. शंकरनारायण (महाराष्ट्र) शामिल हैं।
शंकरनारायण ने शनिवार रात मिजोरम स्थानांतरित किए जाने की सूचना मिलने के बाद रविवार को पद से इस्तीफा दे दिया। गुजरात की राज्यपाल कमला बेनीवाल को पहले मिजोरम स्थानांतरित किया गया और फिर पद के दुरुपयोग के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया।