भाजपा सरकार द्वारा बनाये गये तबादला एक्ट लागू करे सरकारः खंण्डूड़ी
देहरादून, 26 अगस्त(निस)। उत्तराखण्ड के पौड़ी गढ़वाल से सांसद भुवन चन्द्र खण्डूड़ी ने कांग्रेस की प्रदेश सरकार से अनुरोध किया है कि प्रदेश हित में, कर्मचारियों के हित में एवं प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने हेतु भाजपा सरकार द्वारा बनाया गया तबादला एक्ट को फिर लागू किया जाये। पौड़ी संासद ने कहा कि मीडिया में आ रही रिर्पोटस के अनुसार प्रदेश का शिक्षक वर्गं द्वारा राज्य सरकार पर तबादलों में बार-बार अनियमितताऐं होने का आरोप लग रहा है जो कि इस प्रदेश के लिये चिंताजनक विषय है। पूर्व में मेरी सरकार द्वारा विधान सभा में सर्वसम्मिति से पारित कर लागू किया गया अनिवार्य तबादला एक्ट तबादलों में भ्रष्ट्राचार एवं सिफारिशों को बिल्कुल समाप्त करने हेतु बनाया गया था, जिसका विभिन्न शिक्षक संघो ने स्वागत किया था। इस एक्ट के लागू होने के बाद प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में आमूल चूल परिवर्तन आ जाता। इस एक्ट को बनाते समय इस बात का ध्यान रखा गया था कि अच्छे, अनुशासित, भ्रष्टाचार मुक्त शिक्षकों के साथ अन्याय न हो। इस एक्ट में ऐसा प्राविधान रखा गया कि जो शिक्षक जो कि कई-कई सालों से दुर्गम व अतिदुर्गम स्थानों पर अपनी सेवाऐं दे रहें हैं स्वतः ही उनका ट्रांसफर सुगम स्थानों पर होना सुनिश्चित हो जाता तथा जो शिक्षक सुगम स्थान मंे तैनात हैं उनको स्वतः ही दुर्गम स्थानों पर जाना पड़ता। इस एक्ट के लागू हो जाने के बाद तबादलों में किसी की सिफारिश की कोइ गुजांइश नहीं रही थी। शिक्षा विभाग अपना दुर्गम-सुगम स्थानों का डाटा बनाता तथा उसी के अनुसार शिक्षक का तबादला करता। इस एक्ट के लागू होने के बाद जहाॅ एक तरफ तबादलों में पूरी तरह से पारदर्शिता आ गई थी तथा प्रदेश के पहाड़ी और मैदानी जनपदों में शिक्षकों की कमी भी स्वतः ही दूर हो जाती। परन्तु कांग्रेस सरकार द्वारा आते ही यह एक्ट बिना सोचे-समझे समाप्त कर दिया गया।
सरकार और संगठन में सिर फुटव्वल के चलते प्रदेश के विकास कार्य ठप्प:अजय भट्ट
देहरादून, 26 अगस्त(निस)। नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने कहा कि कांगे्रस के अन्दर सरकार और संगठन में सिर फुटव्वल मचने के कारण प्रदेश के सारे विकास कार्य ठप्प पड़ गये हैं। जिस प्रकार से वरिष्ठ केबिनेट मंत्री एवं मुख्यमंत्री के बीच विदेश यात्रा को लेकर लम्बे समय से शीत युद्ध चल रहा है। भट्ट ने यह भी कहा कि जिस प्रकार से वरिष्ठ मंत्री द्वारा विकास कार्यों के लिए जारी विधायक निधि में 40 प्रतिशत कमीशन लिये जाने की बात स्वीकारी है इससे स्पष्ट होता है कि प्रदेश में भ्रष्टाचार एवं लूट-खसोट का नंगा नाच चल रहा है। लोकायुक्त की नियुक्ति में सरकार द्वारा जान-बूझकर की जा रही देरी से इस बात की पुष्टि होती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार, लाल-फीताशाही एवं ठप्प पड़े विकास कार्यों के विरूद्ध सितम्बर माह में भारतीय जनता पार्टी द्वारा सरकार का सड़क से लेकर के सदन तक घोर विरोध-प्रदर्शन किया जायेगा तथा सरकार के कारनामों को जनता तक पहुॅचाया जायेगा। श्री भट्ट ने कहा कि नन्दा राजजात यात्रा में सरकार द्वारा संचार के विभिन्न माध्यमों द्वारा प्रचारित-प्रसारित किया जा रहा है कि श्री नन्दा देवी राज जात हेतु सरकार द्वारा सभी प्रकार के व्यवस्थायें चाक-चैबन्द की हुई हैं, जबकि स्थिति इसके ठीक उलट है। नेता प्रतिपक्ष ने स्वयं नन्दा राज जात यात्रा में सम्मिलित होकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा उन्होंने पाया कि पड़ावों पर तीर्थ यात्रियों हेतु सरकार द्वारा कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गयी है। देश-विदेश से राज-जात में सम्मिलित होने आये यात्री खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर हैं। श्री भट्ट ने कहा कि कांगे्रस सरकार सभी क्षेत्रों में असफल है। खाद्य सुरक्षा योजना अभी तक प्रारम्भ नहीं हो पायी है, लोकायुक्त की नियुक्ति को लटकाया जा रहा है, आपदा पीडि़तों को मुआवजे के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री अपनी सरकार को बचाने में लगे हुए हैं तथा सरकार एवं संगठन के मध्य आरोप-प्रत्यारोप चरम पर है। सरकार एवं संगठन के बीच चल रहे अंर्तद्वन्द का खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है। सरकार सदैव अपनी अन्तर्कलह को छुपाने में ही व्यस्त रही है। मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि भा0ज0पा0 सरकार गिराने की कोशिश में लगी है जबकि सत्यता यह है कि उन्हीं की पार्टी के अन्दर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है तथा मुख्यमंत्री को सरकार गिरने का भय दिन-रात सता रहा है। सरकार को कुर्सी की चिंता है प्रदेश की नहीं। श्री भट्ट ने कहा कि अराजकता पर माननीय मुख्यमंत्री जी का खामोश रहना अपने-आप में बहुत कुछ बयां करता है। आज खनन माफियाओं का दुःसाहस इस कदर बढ़ गया है कि विगत दिनों विकास नगर में अवैध खनन की सूचना पर ट्रक सीज करने गये एसडीएम विकास नगर को खनन माफियाओं द्वारा ट्रक से कुचलने का प्रयास किया गया। इससे स्पष्ट होता है कि सरकार की शह पर ही खनन माफियाओं का दुःसाहस बढ़ता जा रहा है तथा प्रदेश में अवैध खनन के कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है। श्री भट्ट ने मुख्यमंत्री को पूर्ववर्ती भाजपा सरकार द्वारा प्रदेश में चार जनपद बनाये जाने सम्बन्धी शासनादेश को पुनर्जीवित किये जाने का अनुरोध किया है ताकि रानीखेत सहित चार अन्य जिले पूर्णतया अस्तित्व में आ सकें।
राज-जात मार्ग पर व्यवस्थाएं हैं चाक-चैबंन्द: मुख्यमंत्री
देहरादून, 26 अगस्त, (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने श्री नंदाराज जात यात्रा के अभी तक सकुशल संचालन पर श्रद्धालुओं को बधाई देते हुए शेष यात्रा के सफलतापूर्वक पूर्ण होने की कामना की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सरकार द्वारा श्री नंदाराज जात यात्रा की व्यवस्थाओं के लिये समिति को हर संभव सहयोग प्रदान किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने यात्रा शुरू होने के पहले ही यात्रा प्रशासन और संबंधित एजेन्सियों को 30 अगस्त से यात्रा के मध्य पड़ने वाले उच्च हिमालयी क्षेत्रों के 5 निर्जन पड़ावों पर श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सभी व्यवस्थाएं दुरूस्त रखने के निर्देश दिये थे। मंगलवार को मुख्यमंत्री रावत ने बीजापुर राज्य अतिथि गृह में श्री नंदाराज जात यात्रा में इन व्यवस्थाओं की समीक्षा कीे। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सरकार द्वारा पहली बार उच्च हिमालयी क्षेत्रों में श्रद्धालुओं की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए श्री नंदाराज जात यात्रा के निर्जन पड़ावों में मूलभूत व्यवस्थाएं की जा रही है। उन्होंने कहा ‘‘इन व्यवस्थाओं के संबंध में यदि किसी का कोई सुझाव हो, तो उस पर अवश्य विचार किया जायेगा।’’ श्रीनंदादेवी राजजात यात्रा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं जिलाधिकारी चमोली एस.ए.मुरूगेशन ने बताया है कि धार्मिक यात्रा के कारण श्रद्धालुओं की संख्या का अनुमान लगाना कठिन हो जाता है, परन्तु फिर भी प्रशासन सभी व्यवस्थाएं दुरूस्त रखने के लिए संकल्पित है। जिलाधिकारी ने श्रद्धालुओं से यह भी अपील की है कि यद्यपि प्रशासन द्वारा सभी व्यवस्थाएं की गई है फिर भी सुविधा की दृष्टि से यात्री अपने लिये आवश्यक गर्म कपड़े, स्लीपिंग बैग, दवाईयां, ड्राइफ्रूट आदि लेकर आयें। श्री नंदाराज जात यात्रा के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी व मेलाधिकारी डाॅ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया है कि सरकार द्वारा यात्रा के आगामी 5 निर्जन पड़ावों, गरोली पातल, वेदनी, पातर नचैणिया, शिला समुद्र और चन्दनियाघाट के लिये विशेष व्यवस्थाएं की गई है। इन पड़ावों के लिये प्रशासन द्वारा 600 आवासीय टेंटों की व्यवस्था की गई है। प्रकाश की समुचित व्यवस्था हेतु अस्कालाइट टावर्स और पर्याप्त इमरजेंसी लाइटों की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि पेयजल की व्यवस्था के लिये सभी निर्जन पड़ावों पर पर्याप्त संख्या में पानी की टंकिया स्थापित की गई है। पडावों पर शौचालयों की स्थापना के साथ ही साफ-सफाई के लिये 130 सफाई कर्मियों की तैनाती की गई है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं के अन्तर्गत यात्रियों के लिये आॅक्सीजन सिलेण्डर, डोली एम्बुलेंस, फस्र्ट एड बाॅक्सों के साथ डाॅक्टरों और पैरामेडिकल स्टाॅफ की टीमों की तैनाती की गई है। श्रद्धालुओं के भोजन की व्यवस्था के लिये वेदनी, पातर नचैणिया और लाता कोपड़ी में विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के भण्डारे के साथ ही पर्याप्त संख्या में फूड पैकेंटों की व्यवस्था की गई है। यात्रियो की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पातर नचैणिया-शिलासमुद्र मार्ग पर आई.टी.बी.पी. तथा शिलासमुद्र-चंदनिया घाट मार्ग पर एसएसबी के जवान खोज-बचाव कार्यों के लिये तैनात रहेंगे। इसके साथ ही प्रदेश के पुलिस व एसडीआरएफ के जवान पर्याप्त संख्या में यात्रा मार्ग पर जगह-जगह तैनात रहेंगे। किसी भी आपात स्थिति को ध्यान में रखते हुए वेदिनी में एक हैलीपैड भी बनाया गया है। डाॅ. बिष्ट ने बताया है कि यात्रियों को वाण और वेदिनी में समुचित स्वास्थ्य परीक्षण से पास होने के बाद ही आगे आने दिया जायेगा। यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत लोहजंग, देवाल, वाण और वेदिनी में उनका बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन भी किया जायेगा। यात्रा व्यवस्था के लिए पांच नोडल अधिकारी, एक सुपर जोनल अधिकारी, 8 सैक्टर मजिस्ट्रेट, 75 वन विभाग सहित कुल 500 कर्मचारी एवं अधिकारी नियुक्त किये गये है।