राजस्थान, कर्नाटक, महाराष्ट्र एवं गोवा के राज्यपाल के रूप में मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चार प्रमुख नेताओं को नियुक्त किया गया। मंगलवार को ही केरल की राज्यपाल शीला दीक्षित ने अपने इस्तीफे की घोषणा की। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष वजुभाई रादाभाई वाला कर्नाटक के राज्यपाल का कार्यभार ग्रहण करेंगे, जबकि मृदुला सिन्हा को गोवा के राज्यपाल की जिम्मेदारी दी गई है। तेलंगाना से सी. विद्यासागर राव महाराष्ट्र के राज्यपाल होंगे। महाराष्ट्र में विधानसभा के चुनाव कराए जाने हैं। कल्याण सिंह राजस्थान में मार्गरेट अल्वा का स्थान लेंगे। अल्वा का कार्यकाल पांच अगस्त को पूरा हो गया।
वाला कर्नाटक में एच. आर. भारद्वाज का स्थान लेंगे। भारद्वाज जून में सेवानिवृत्त हो गए हैं। बी. वी. वांचू और के. शंकरनारायणन क्रमश: गोवा और महाराष्ट्र के राज्यपाल पद से इस्तीफा दे चुके हैं। भाजपा नेता कल्याण सिंह (82) उस समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, जब 1992 में अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाया गया था। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (संघ) के समर्पित कार्यकर्ता कल्याण सिंह का पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ मतभेद हुआ, जिसके बाद उन्होंने भाजपा छोड़ दी थी। वर्ष 2014 के आम चुनाव से थोड़े ही समय पहले वह भाजपा में दूसरी बार लौटे।
वाला (76) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी माना जाता है। उनका राजनीतिक जीवन जनसंघ से शुरू होता है। किसी समय वह गुजरात के मुख्यमंत्री पद के दावेदार थे। हिंदी की लेखिका मृदुला सिन्हा भाजपा की राष्ट्रीय महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुकी हैं। वह राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। तेलंगाना के करीमनगर जिले के निवासी विद्यासागर राव वाजपेयी सरकार में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री थे। विद्यासागर राव (69) अविभाजित आंध्र में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं और करीमनगर से दो बार लोकसभा के लिए चुने जा चुके हैं। 2014 के चुनाव में वह पराजित रहे।
इस बीच केरल की राज्यपाल पद से इस्तीफा देने वाली शीला दीक्षित ने अपने फैसले के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकी दीक्षित ने यहां मीडिया से कहा, "मैंने वही किया जो मेरे दिल ने गवाही दी। मैं इस बारे में कुछ और नहीं कह सकती।"पूर्व की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के कार्यकाल में नियुक्त राज्यपालों के बारे में पूछे जाने पर दीक्षित ने कहा, "इस्तीफा स्वीकार किए जाने के बाद मैं आपसे बात करूंगी।"महाराष्ट्र के राज्यपाल के. शंकरनारायणन ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया था।
नरेंद्र मोदी के मई में सत्ता संभालने के बाद से अभी तक आठ राज्यपाल इस्तीफा दे चुके हैं। इस्तीफा देने वालों में बी. एल. जोशी (उत्तर प्रदेश), शेखर दत्त (छत्तीसगढ़), अश्विनी कुमार (नगालैंड), एम. के. नारायणन (पश्चिम बंगाल), बी. वी. वांडू (गोवा), वक्कोम बी. पुरुषोत्तम (मिजोरम), के. शंकरनारायणन (महाराष्ट्र) और अब शीला दीक्षित ने इस्तीफा दिया है। कमला बेनीवाल को पहले गुजरात से मिजोरम भेजा गया और फिर छह अगस्त को बर्खास्त कर दिया गया।