असम के 16 जिलों में आई बाढ़ से 12 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि जिले में ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों सहित बहुत सी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ के कारण 18 अगस्त से कम से कम 10 लोगों की मौत हो चुकी है। मंगलवार को लखीमपुर और मोरिगांव जिले में बाढ़ के कारण दो लोगों की मौत हो गई थी।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एडीएमए) के मुताबिक, राज्य के 16 जिलों में 2,093 गावों में बह्मपुत्र और इसकी सहायक नदियों में आई बाढ़ से कुल 12,65,449 लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के कारण 1,63,052 लोगों को प्रशासन द्वारा स्थापित 212 राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी है। अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ से 1,12,635.25 हेक्टेयर भूमि में फसल बर्बाद हो गई।
मोरिगांव, बरपेटा कामरूप, नलबारि, धेमाजी, तिनसुकिया और सोनीपत जिलों में बचाव एवं राहत कार्यो के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और इंनलैंड जल परिवहन विभाग की 100 नौकाएं लगी हैं। अधिकारियों ने बताया कि ब्रह्मपुत्र और इसकी सहायक नदियां जोरहाट, गुवाहाटी, तेजपुर, गोलपारा और धुब्री इलाकों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।