राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी तारा शहदेव के साथ झूठ बोलकर शादी रचाने वाले मुस्लिम युवक को यहां की एक स्थानीय अदालत ने शुक्रवार को तीन दिनों की पुलिस रिमांड पर सौंप दिया। तारा ने आरोप लगाया है कि धर्म छिपाकर शादी करने के बाद उसका पति उस पर धर्म बदलने का दबाव दे रहा था। रांची के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने रणजीत कोहली उर्फ रकीबुल हसन को पुलिस हिरासत में भेज दिया। एक दिन पहले इसी अदालत ने रकीबुल को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा था। शुक्रवार को अदालत ने रांची पुलिस की ओर से रकीबुल की हिरासत की प्रार्थना मंजूर कर ली और अपने पूर्व के फैसले को बदल दिया। रकीबुल को मंगलवार को नई दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था।
एक दूसरे घटनाक्रम में झारखंड उच्च न्यायालय के निगरानी पंजीयक मुश्ताक अहमद को गुरुवार को निलंबित कर दिया गया। तारा ने आरोप लगाया है कि मुश्ताक अहमद ने ही रकीबुल के साथ उसका निकाह कराया जबकि पहले ही उसकी शादी हिंदू रीति रिवाजों के अनुसार हो चुकी थी। रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने शुक्रवार को संवाददाताओं को बताया, "यदि जरूरत पड़ी तो हम मुश्ताक अहमद से पूछताछ करेंगे। हम उन लोगों से भी पूछताछ करेंगे जो निकाह के वक्त मौजूद थे।"
कुमार ने कहा, "हमने तारा को न्याय मिलने का आश्वासन दिया है और उन्हें रणजीत उर्फ हसन के संपर्को से डरने की जरूरत नहीं है।"पुलिस में की गई शिकायत में राष्ट्रीय स्तर की शूटिंग स्पर्धा में स्वर्ण पदक विजेता तारा ने कहा है कि इसी वर्ष उसकी शादी रणजीत कोहली नाम के व्यक्ति से हुई थी। उसकी शादी हिंदू रीति रिवाजों से हुई थी।
रमजान के मुबारक महीने के दौरान जब लोग उसके पति को इफ्तार के लिए बुलाने आए तब उन्हें आमंत्रण पत्र से जानकारी हुई कि उनके पति का असली नाम रकीबुल हसन है। तारा ने यह भी आरोप लगाया है कि उसके पति और 20 अन्य लोगों ने उस पर धर्म बदलने का दबाव बनाया। जब उसने इनकार किया तो उसके साथ मारपीट की गई और उस पर कुत्ता छोड़ दिया गया।