डेनमार्क में बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप के आखिरी दिन रविवार को महिला एकल मुकाबले में स्पेन की कैरोलीना मैरीन ने बड़ा उलटफेर करते हुए सर्वोच्च विश्व वरीयता प्राप्त चीन की ली ज्यूरेई को हराकर खिताब जीत लिया। इसके साथ ही मैरीन विश्व चैम्पियनशिप में खिताबी हासिल करने वाली स्पेन की पहली खिलाड़ी भी बन गईं। नौवीं वरीय मैरीन ने एक घंटा 18 मिनट तक चले संघर्षपूर्ण तीन सेटों तक खिंचे मुकाबले में पहला गेम गंवाने के बाद जबरदस्त वापसी करते हुए ज्यूरेई को 17-21, 21-17, 21-18 से हरा दिया।
पहले गेम में ज्यूरेई ने लगातार पांच अंक हासिल करते हुए शुरुआती बढ़त बना ली और कभी भी मैरीन को आगे नहीं होने दिया और आसानी से पहला गेम जीत लिया। दूसरे गेम में भी एक समय ज्यूरेई 13-8 से आगे चल रही थीं, लेकिन इसके बाद मैरीन ने जोरदार वापसी की। इसके बाद मैरीन लगातार चार अंक हासिल कर स्कोर का अंतर 12-13 पर ले आईं और दो अंक गंवाने के बाद फिर से पांच अंक लगाता हासिल कर 17-15 की बढ़त हासिल कर ली। मैरीन ने जल्द ही इस बढ़त को जीत में तब्दील कर मैच को निर्णायक गेम में धकेल दिया।
तीसरे और निर्णायक गेम में दोनों खिलाड़ियों के बीच जमकर संघर्ष देखने को मिला। 17-17 से स्कोर बराबर रहने के बाद मैरीन ने अंतिम क्षणों में अपना धैर्य बरकरार रखते हुए दो अंक हासिल कर 19-17 की बढ़त ले ली। लेकिन ज्यूरेई एक बार फिर स्कोर का अंतर 18-19 पर लाने में सफल रहीं। हालांकि मैरीन ने आखिरी दो अंक अर्जित करियर का पहला विशअव चैम्पियनशिप खिताब जीत लिया। मैरीन सेमीफाइनल में भारतीय स्टार पी. वी. सिंधु को हराकर फाइनल में पहुंची थीं।