टोकेां-रोकों-ठोंकों क्रांतिकारी मोर्चा के आयोजकत्व में 3 सितम्बर को ग्राम कमचढ मंे एक बैठक संपन्न हुई। बैठक में आर्यन पावर जनरेसन कंम्पनी भुमका के लिए किये गए भू-अर्जन से प्रभावित किसान, जे.पी. पावर कंम्पनी निगरी के लिये किये गए भू-अर्जन से प्रभावित किसान तथा अन्य कई गाॅवों के प्रमुख लोग उपस्थित रहे। बैठक की अध्यक्षता क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक श्री उमेश तिवारी ने की। बैठक में उपस्थित लोगों द्वारा कथित विकाश के नाम पर किसानों की लूट मंे शासन प्रशासन तथा उद्योगपतियों की सांठ-गांठ पर चिंता प्रगट की गई। साथ ही ग्रामीण विकास की योजनायें जो भ्रष्टाचार के चलते अपने उदेश्य को प्राप्त नहीं कर पा रही उस पर भी अपशोस प्रगट किया गया। बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा बार-बार झॅूठ बोलकर किसानों को धोखा दिये जाने की भी निन्दा की गई। इस संबंध में चर्चा के दौरान कहा गया कि मुख्य मंत्री द्वारा पिछले साल आतिवृष्टि के कारण फसल नुकसानी पर सभी किसानों को आर्थिक सहायता देने को कहा गया लेकिन सहायता राशि नही दी गई।
इस वर्ष अवर्षा के कारण सियारी की फसल बर्बाद हो चुकी है लेकिन अभी तक सीधी जिले को सूखा ग्रस्त घोषित नही करके किसानों के साथ अन्याय किया जा रहा है। म.प्र. सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा किसानांे मजदूरों गरीबों के साथ किये जा रहे धोखे एवं लूट के विरोध, में आम लोगों की क्या भूमिका हो इस संबंध में निर्णय किये जाने हेतु बैठक में सर्वसंम्मत निर्णय किया की 18 सितम्बर 2014 को गा्रम टिकरी में (विकलांग विद्यालय के पास) ’’किसान, मजदूर, आादिवासी संसद’’ की जाय तथा आयोजित संसद में आगे के संघर्ष पर निर्णय किया जाय। ’’किसान , मजदूर, आदिवासी संसद’’ की तैयारी व्यवस्था हेतु एक 15 सदस्यीय कमेटी का भी गठन किया गया। जो इस प्रकार है, शिवकुमार सिंह, भूपेन्द्र कुशवाहा , डाॅ. धनन्जय मिश्रा, जगन्नाथ जायसवाल, पंकज द्विवेदी , सालिक द्विवेदी, सोभई यादव ,विजय बहादुर सिंह, राजेश कुशवाहा, नेत्रलाल गुप्ता, मुनिमहेश , महावीर सिंह(मूसामूड़ी), शिवकुमार कुशवाहा,महावीर सिंह(भुमका),राजेश द्विवेदी।