भारतीय किसान मंच ने किसान समस्याओं को लेकर किया बैठक
नरकटियागंज(पच) भारतीय किसान मंच के तत्वावधान में क्षेत्र के किसानों की एक बैठक मंच के संयोजक विनय कुमार यादव की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। जिसके दौरान पेराई सत्र 2013-2014 के अन्तर्गत किसानों के बकाया राशि के शीघ भुगतान करने की मांग पर चर्चा की गयी। किसानों ने बकाया राशि डीलेड पेमेन्ट एक्ट के तहत 18 सितम्बर 2014 तक करने की मांग मिल प्रबंधन से की गयी। सरकार के रूपये किसानों को दादनी देने पर किसानों से मिल ब्याज नही वसूले, गन्ना आपूर्ति कैलेण्डर का सार्वजनिक प्रकाशन 30 सितम्बर 2014 तक करने का प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में मुन्ना शेख, मनोज, शैलेश यादव, रमेश यादव, ओमप्रकाश सिंह, महम्मद हसनैन, श्रीकान्त कुमार, हामीद गद्दी, आशीष यादव, सेतु वर्मा और अमीत वर्मा समेत सैकड़ों किसान शामिल हुए।
अनुमण्डल के विभिन्न आंगनबाड़ी सेविकाओं को मिल रही प्रताड़ना
नरकटियागंज(पच) नरकटियागंज अनुमण्डल के विभिन्न प्रखण्ड स्थित समेकित बाल विकास सेवा की पर्यवेक्षिकाएँ इतनी तेज तर्रार हो गयी है कि किसी केन्द्र पर पोशाक राशि का वितरण एक घंटा में सम्पन्न करा दी और किसी केन्द्र पर पाँच घंटे में वितरण नहीं कराया जा सका। हमारे सूत्रों ने बताया कि पर्यवेक्षिकाओं ने अपने मेल मिलाप की सेविकाओं को सेवा अवधि में अपने साथ विभिन्न केन्द्र पर घुमाया। जिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सही काम किया, उनसे गलत कराने में नकाम पर्यवेक्षिकाओं ने उन्हें मानसिक प्रताड़ना देने से गुरेज नहीं किया। पर्यवेक्षिकाओं ने सेविकाओं से कहा कि आप लोग हमारे माध्यम से सीडीपीओ को खुश रखे अन्यथा परेशानी चरम पर होगी। उधर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी किरण कुमारी ने कहा कि किसी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वैसे प्रखण्ड पंचायत विकास समिति नरकटियागंज की कई बैठकों में विभागीय अनियमितता के कई मामले उछाले गये जहाँ विभाग निरूŸार रहा। प्रबुद्धजनों ने बताया कि कार्यालय में बिचालिये हावी है, जिनके माध्यम से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को परेशान किया जाता है। गौनाहा प्रखण्ड के हालात कमोबेस उसी प्रकार से चल रहा है, समेकित बाल विकास परियोजना पदाधिकारी गौनाहा की कारगुजारियों को उजागर करने वाली सेविका सुमन वर्मा को आदर्श चुनावी आचार संहिता की परवाह किये बगैर एक दिन में ही चयन मुक्त कर दिया गया। जिसके लिए सुमन वर्मा ने जिला पदाधिकारी से न्याय की गुहार लगायी। सुमन वर्मा की याचिका पर यथोचित विचार के उपरान्त उन्हंें पुनः बहाल कराने को तिरहुत आयुक्त को लिखे जाने की बात डीएम बेतिया पश्चिम चम्पारण ने डीपीओ पश्चिम चम्पारण को जनता के दरबार में कार्यक्रम के दौरान कहा। सुमन वर्मा ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविकाओं को बलि का बकरा बनाकर इस्तेमाल किया जाता हैं। जबकि सेविकाओं और सहायिकाओं को मिलने वाली सुविधाएँ नाम मात्र की है जिसमें अधिकारियों की मनमानी हैं। अधिकारियों के लिए बाल विकास परियोजना कामधेनु बना है और सेविकाएँ कामधेनु की चरवाहा।