दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में शनिवार को दिल्ली सरकार के गणतंत्र दिवस समारोह में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जनलोकपाल बिल फरवरी में पास कराने की बात कही, तो साथ ही पिछले दिनों दिए गए अपने धरने पर हो रहे विवाद पर भी सफाई दी। अपने भाषण में केजरीवाल ने दिल्ली में AAP की सरकार बनने के बाद करप्शन कम होने का दावा भी किया। उन्होंने कहा कि ऑटो और चाय वालों से पुलिसवालों ने रिश्वत लेनी बंद कर दी है।
केरिवाल ने अपने भाषण में कहा : दिल्ली पुलिस में कई ईमानदार ऑफिसर भी हैं। यही वजह है कि हमने कुछ दिन पहले शराब माफिया के खिलाफ लड़ने वाले पुलिसकर्मी को 1 करोड़ रुपये दिए। दिल्ली सरकार ने महिला सुरक्षा दल को लेकर शुक्रवार को चीफ सेक्रेटरी की अध्यक्षता में एक कमिटी बनाई है। यह दल कॉलोनी के सिक्यॉरिटी सिस्टम के तर्ज पर महिलाओं की सुरक्षा करेगा। हमारा मकसद लोगों को जेल भेजने का नहीं है। हमारा मकसद है कि लोगों में करप्शन को लेकर डर पैदा हो।
सरकार बनने के बाद हमने रिश्वत का स्टिंग कर सूचना सरकार को देने की बात कही थी। मैं यह नहीं कहता कि पिछले 20-25 दिन में दिल्ली से करप्शन खत्म हो गया है। जनता से खबरें मिल रही हैं कि करप्ट अधिकारियों में खौफ जरूर पैदा हो गया है। कम से कम 20 से 30 पर्सेंट करप्शन जरूर कम हो गया है। अभी अभी जब मैं आ रहा था... मेरी गाड़ी ट्रैफिक सिग्नल पर रुकी तो कई लोगों में मुझे घेर लिया। उनमें कई ऑटो वाले थे। उनसे जब मैंने पूछा तो उन्होंने बताया कि पिछले 15 दिन में पुलिस ने हम लोगों से रिश्वत लेनी बंद कर दी है। जिस रिश्वतखोरी को सरकारें पिछले 65 सालों से रोक नहीं पाईं, अगर नीयत साफ हो और करने की नीयत हो तो हमसब मिलकर व्यवस्था सुधार सकते हैं। पिछले दिनों मेरा एक दोस्त ऑटो में सफर कर रहा था। जब उसने ऑटोवाले से पूछा तो ऑटोवाले ने बताया, 'भाईसाहब हमसे कोई रिश्वत नहीं ले रहा है। रिश्वत क्यों लेगा, क्योंकि अब दिल्ली में हमारी सरकार है।'मुझे कुछ दिन पहले एक दोस्त ने बताया कि उसके घर के सामने एक चायवाला चाय बेचता है। वह चायवाला पहले 8 रुपये की चाय बेचता था। उसने अपना रेट अब कम करके छह रुपये कर दिया है। उसने पूछने पर बताया कि अब पुलिसवालों को पैसा नहीं देना पड़ता है।
मेरे ऐंटि करप्शन विभाग ने बताया कि पिछले दिनों से हमारे छापेमारी अभियान फेल हो रहे हैं। जब हम जाल बिछाते हुए रिश्वत मांगने जाते हैं, तो अधिकारी मांगने से इनकार कर देते हैं। हम बार-बार कहते रहे हैं कि हमारे सात मंत्री, सचिव और अधिकारी मिलकर दिल्ली को नहीं सुधार सकते। दिल्ली को सुधारना है तो डेढ़ करोड़ लोगों को मिलकर कोशिश करनी होगी। हम सत्ता भोगने के लिए नहीं आए हैं... हम सारी की सारी सत्ता आपके हाथों में सौंपने के लिए आए हैं... सत्ता के किले तोड़ने के लिए आए हैं... हम इस देश के हर आदमी को मालिक बनाने आए हैं।
मीडिया पर निशानाः केजरीवाल ने कहा कि एक बड़े मीडिया हाउस के रिपोर्टर को उसके एडिटर ने आप के बारे में नेगेटिव खबर करने को कहा, लेकिन वह खोज नहीं पाया। उन्होंने कहा, 'रिपोर्टर को आप के खिलाफ नेगेटिव स्टोरी करने को कहा गया था। उस रिपोर्टर ने मुझे बताया कि वह सड़क पर पहुंचा और जो पहले 50 आदमी मिले उनसे सवाल पूछे। 50 में से एक भी आदमी आप के खिलाफ बोलने को तैयार नहीं था। उसकी मजबूरी थी। बॉस के आदेश के कारण दो-चार लोगों से जबर्दस्ती आपके खिलाफ बयान लेकर उसे स्टोरी बनानी पड़ी।'
मुझे कुछ लोगों ने संविधान के खिलाफ बताया था। मैंने संविधान को दोबारा पढ़ा, लेकिन कहीं यह नहीं ढूंढ पाया कि सीएम का धरना देना संविधान के खिलाफ है।