प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दो दिवसीय दौरे पर सात नवंबर को यहां पहुंचेंगे. प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. अधिकारियों के मुताबिक, प्रधानमंत्री के दो दिवसीय दौरे के मद्देनजर काशी में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा एजेंसियों की निगाह रहेगी. इधर, मोदी के आगमन को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी ) के कार्यकर्ता भी काफी उत्साहित हैं.
प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर वाराणसी की महत्वपूर्ण इमारतों, रेल व बस स्टेशनों पर चौकसी रखने की कड़ी हिदायत दी गई है. पुलिस महानिरीक्षक (लोक शिकायत) ए. एम. जैन ने बताया कि वाराणसी में बड़े पैमाने पर पुलिसकर्मियों और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जा रही है. जैन के मुताबिक, प्रधानमंत्री की सुरक्षा में 12 पुलिस अधीक्षक, 18 अपर पुलिस अधीक्षक, 20 क्षेत्राधिकारी, 100 उप निरीक्षक, 35 महिला उप निरीक्षकों के साथ ही पीएसी की 15 कंपनियां और रैपिड एक्शन फोर्स की पांच कंपनियां तैनात की जा रही हैं. प्रधानमंत्री के दौरे को देखते हुए खुफिया एजेंसियों को पहले ही अलर्ट कर दिया गया है.
लोकसभा चुनाव में भारी बहुमत से जीतने के बाद मोदी पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंच रहे हैं. इसको लेकर पार्टी स्तर पर भी तैयारियां जोरों पर हैं. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, मोदी सात और आठ नवंबर को तीन चरणों में स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे. वाराणसी में मोदी के कार्यक्रम को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं की बैठकों का सिलसिला शुरू हो गया है. प्रधानमंत्री सात नवंबर को सुबह 11 बजे तक वाराणसी हवाई अड्डे पहुचेंगे. पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार, वह बड़ालालपुर में बुनकर ट्रेड फेसिलिटी सेंटर का शिलान्यास करेंगे.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, पहले चरण में मोदी बूथ स्थर के बीजेपी कार्यकर्ताओं से मिलेंगे. दूसरे चरण में वह पार्टी के प्रबुद्घ कार्यकर्ताओं और तीसरे चरण में नगर के कुछ बुद्घिजीवियों से मुलाकात कर सकते हैं. दौरे के दूसरे दिन आठ नवंबर को प्रधानमंत्री अस्सी घाट पर स्वच्छता अभियान में हिस्सा लेंगे और उसके बाद माता आनन्दमयी अस्पताल में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेंगे. इस दौरान वह अपने संसदीय क्षेत्र से आने वाली शिकायतों का भी जायजा लेंगे.
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने बताया कि प्रधानमंत्री सात और आठ नवंबर को अपने संसदीय क्षेत्र में रहेंगे और इस दौरान वह कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचू) में ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन भी करेंगे.