दिल्ली विधानसभा के पिछले चुनाव में बीजेपी के जिन उम्मीदवारों ने कम अंतर से हार का सामना किया था, पार्टी उन्हें नए सिरे से होने जा रहे चुनावों के लिए टिकट दे सकती है. दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा, ‘‘दिल्ली विधानसभा के आगामी चुनाव के लिए टिकट बांटने के बारे में बीजेपी ने अभी कोई फैसला नहीं किया है. हालांकि, जो पार्टी उम्मीदवार बहुत कम अंतर से हारे हैं, टिकट वितरण में उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी.’’ दिसंबर 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कई उम्मीदवार आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों से काफी कम अंतर से हारे थे.
पार्टी के अनुसार आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के खिलाफ वह युवा और अनुभवी व्यक्तियों को मैदान में उतारेगी. उपाध्याय ने कहा, यूं तो पार्टी में टिकट पाने के पात्र बहुत व्यक्ति हैं, लेकिन हमें अभी इस संबंध में निर्णय करना है.
पिछले साल 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में बीजेपी 31 सीट के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी लेकिन बहुमत से चार सीट पीछे रह गई थी. उसके द्वारा सरकार बनाने से इंकार कर दिए जाने पर 28 सीट पर विजयी हुई आम आदमी पार्टी ने 8 सीट जीतने वाली कांग्रेस के समर्थन से सरकार का गठन किया और अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने.
कांग्रेस और बीजेपी द्वारा जनलोकपाल विधेयक का विरोध किए जाने से उसके पारित नहीं हो सकने पर केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार ने 14 फरवरी को इस्तीफा दे दिया और 17 फरवरी से राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया.