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हिमाचल की विस्तृत खबर (09 नवम्बर)

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प्रदेश में इस रबी सीजन में लागू रहेगी राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना 

शिमला, 09 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा)। किसान समुदाय को लाभान्वित करने के लिए राज्य सरकार ने वर्ष 2014-15 के रबी सीजन में प्रदेश में राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना कार्यान्वित करने का निर्णय लिया है। यह योजना प्रदेश के उन सभी किसानों पर लागू होगी जिन्होंने गेंहू व जौ की फसल उगाई है। योजना के कार्यान्वयन के लिए प्रदेश में स्थानों का निर्धारण किया गया है जिसमें तहसीलें व उप तहसीलें भी शामिल हैं। केन्द्रीय कृषि मंत्रालय के कृषि तथा सहकारिता विभाग ने रबी सीजन के दौरान राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना के कार्यान्वयन को अपनी स्वीकृति प्रदान की है। फसल बीमा की राष्ट्रीय कृषि बीमा की राज्य स्तरीय समन्वय समिति ने निर्णय लिया है कि योजना को रबी सीजन 2014-15 के दौरान गेहूं व जौ की फसलों पर लागू किया जाएगा। इस योजना को लागू करने की जिम्मेदारी भारतीय कृषि बीमा कम्पनी लिमिटेड को दी गई है।  योजना के तहत प्राकृतिक आग, आसमानी बिजली, आंधी, ओलावृष्टि, तूफान इत्यादि, सूखा तथा अन्य बीमारियों इत्यादि से होने वाले नुकसान को योजना छत्र के अन्तर्गत लाया गया है जबकि युद्ध व न्यूक्लर नुकसान इत्यादि इसमें शामिल नहीं होगा। यह योजना ऋण धारक किसानों पर जिन्होंने वित्तीय संस्थानों वाणिज्य बैंकों, सहकारी बैंकों, क्षेत्रीय बैंकों तथा प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों से कृषि ऋण लिए हैं पर अनिवार्य आधार पर निर्धारित अवधि से लागू की गई है। गैर-ऋणी किसान अपनी इच्छा से योजना का लाभ उठा सकते हैं। गेहूं व जौ की फसल के लिए कुल उत्पादन का औसतन 80 प्रतिशत स्तर निर्धारित किया गया है। ऐसे मामलों में ऋण धारक किसान को कम से कम ऋण राशि के बराबर बीमा करना होगा। यदि फसल ऋण की राशि वास्तविक उपज से अधिक है और औसतन उपज का 150 प्रतिशत है तो सामान्य प्रीमियम दर लागू होगी, जितना ऋण लिया गया है क्योंकि पूरी ऋण राशि का बीमा करना अनिवार्य किया गया है। पात्र छोटे व सीमान्त किसानों को कुल प्रीमियम पर 50 प्रतिशत सरकारी अनुदान के लिए पात्र होंगे। राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि मक्की, धान और आलू की बीमा योग्य फसलों पर किए जाने वाले प्रीमियम उपदान को बढ़ाने और अदरक की फसल को फसल बीमा योजना के अन्तर्गत 10 से 50 प्रतिशत करने का निर्णय लिया है जिसमें राज्य का हिस्सा 45 प्रतिशत और केन्द्र का 5 प्रतिशत है। छोटे व सीमान्त किसानों को कुल प्रीमियम की केवल 50 प्रतिशत की अदायगी करनी होगी। पी.ए.सी. अथवा बैेंक शाखाओं में ऋण धारक किसानों के फसल बीमा प्रस्ताव को स्वीकार करने की तिथि  निर्धारित की गई है। गैर ऋण धारक किसानों के लिए यह तिथि 31 जनवरी, 2015 जबकि ऋण धारक किसानों के लिए 31 मार्च, 2015 निर्धारित की गई है। प्रदेश सरकार ने कार्यान्वयन एजैंसी में  उपज सम्बन्धी दावे प्रस्तुत करने के लिए 30 सितम्बर, 2015 निर्धारित की है।  दावों का निपटारा केवल राज्य सरकार द्वारा प्रस्तुत उपज डाटा के आधार पर किया जाएगा जो सामान्य फसल अनुमान सर्वेक्षण द्वारा संचालित फसल कटान प्रयोगों की संख्या के आधार पर होगा। इसके अलावा कोई अन्य तरीका जैसे अन्नवारी/पैसावारी और सूखे की घोषणा इत्यादि पर नहीं होगा। राज्य स्तरीय बैंकर्ज समिति, अग्रणी बैंक प्रबन्धकों, सहकारी बैंकों तथा भारतीय कृषि बीमा कम्पनी को तत्काल इस योजना को प्रदेश में लागू करने के लिए आवश्यक पग उठाने के निर्देश दिए गए हैं। कार्यान्वयन एजैंसी अर्थात भारतीय कृषि बीमा कम्पनी लिमिटेड को राज्य सरकार के हिस्से के जारी होने के उपरान्त शीघ्र दावों की अदायगी सुनिश्चित बनानी होगी। किसी विवाद के कारण दावे की अदायगी में देरी होती है इसके लिए कार्यान्वयन एजैंसी उत्तरदायी होगी। बैंकों को भी यह सुनिश्चित बनाना होगा कि कार्यान्वयन एजैंसी से प्राप्त  दावे राशि की प्राप्ति की तारीख से 15 दिनों के भीतर लाभार्थियों को दावे की राशि जारी व वितरित करनी होगी। जिला स्तरीय बैंकर्ज समिति के समन्वयक योजना की प्रगति का अनुश्रवण समय समय पर आयोजित बैंठकों में करेंगे।

इंजीनियरिंग कॉलेज के निर्माण को तय अवधि में पूर्ण करने के लिए कमेटी का गठन

धर्मशाला, 09 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा)। राजीव गांधी इंजीनियरिंग कॉलेज नगरोटा-बगवां के भवन निर्माण को तय अवधि में पूर्ण करने के उद्देश्य से मुख्य अभियंता, लोक निर्माण विभाग की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है। यह जानकारी परिवहन, तकनीकी शिक्षा और खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री जी.एस.बाली ने आज यहां देते हुए बताया कि इंजीनियरिंग कॉलेज में अगले सत्र से कक्षाएं उसके स्वयं के भवन में सुनिश्चित करने के उद्देश्य से इस कमेटी का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि यह कमेटी भू-हस्तातंरण, टैंडर प्रक्रिया सहित अन्य समस्त औपचारिकताओं को समयबद्ध पूर्ण करवाने में अपना सहयोग देगी। इस कमेटी में उपमंडलाधिकारी (ना0) कांगड़ा, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग तथा अधिशासी अभियंता विद्युत विभाग इस कमेटी के सदस्य मनोनीत किए गए हैं।  श्री बाली ने बताया कि इस भवन के लिए 20 करोड़ 50 लाख रुपए का टैंडर लोक निर्माण विभाग द्वारा लगा दिया गया है। इसके अतिरिक्त 20 करोड़ रुपए का टैंडर सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा कम्पलैक्स के साथ लगते नाले के तटीयकरण के लिए लगाया गया है।

मॉडल विधान सभा क्षेत्र में विकसित होगा पालमपुर: बुटेल
  • अध्यक्ष ने बिंद्रवन और भगोटला में सुनीं समस्याएं

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पालमपुर, 09 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा)।  विधान सभा अध्यक्ष, श्री बृज बिहारी लाल बुटेल ने कहा कि जनसंपर्क कार्यक्रम के तहत पालमपुर निर्वाचन क्षेत्र की लगभग 25 पंचायतों का दौरा कर लोगों को आने वाली समस्याओं को जानने के साथ मौके पर ही उनका निपटारा भी किया गया है। विधान सभा अध्यक्ष, रविवार को जनसंपर्क कार्यक्रम में ग्राम पंचायत बिंद्रावन और भगोटला में लोगों से रू-ब-रू हुए और लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा इस कार्यक्रम के माध्यम से गांव के प्रत्येक आदमी से मिलने के अलावा पालमपुर निर्वाचन क्षेत्र और पंचायत स्तर पर विकास योजनाओं के लिए सुझाव भी मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों से मिलने वाले सुझावों पर चरणबद्ध तरीके से अमली जामा पहना कर पालमपुर निर्वाचन क्षेत्र को मॉडल विधान सभा क्षेत्र के रूप में विकसित किया जायेगा। श्री बुटेल ने कहा कि जनसंपर्क कार्यक्रम के सार्थक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। इन कार्यक्रमों में पालमपुर के नागरिक अपनी समस्याओं के समाधान के साथ-साथ अपने गांव और पंचायत के विकास के लिए सुझाव भी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि योजना गांव और गरीब के लिए बने इसके प्रयास किये जायेंगे, ताकि लोगों को इनका पूरा फायदा मिल सके। श्री बुटेल ने कहा कि पालमपुर निर्वाचन क्षेत्र की दो पंचायतों को छोडक़र सभी पंचायतों में पशु औषधालय की सुविधा आरंभ की गई है, जिससे किसानों को पशुओं के इलाज की सुविधा घर के पास ही मिल सके। उन्होंने कहा कि शेष दोनों पंचायतों में भी शीघ्र पशु औषधालय की सुविधा आरंभ की जा रही है। बिंद्रावन में विधान सभा अध्यक्ष के समक्ष पानी, सडक़, रास्तों और बिजली इत्यादि की लगभग 125 और भगोटला पंचायत में 110 समस्याएं रखी गई, जिनमे से अधिकतर का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया। श्री बुटेल ने लोक निर्माण विभाग को बिंद्रावन स्कूल से बड़हूं सड़क़ के शीघ्र निर्माण, वार्ड न0 2 में कल्यारकड़ पाईप लाईन डालने के आदेश दिये। उसके अतिरिक्त उन्होंने लोगों की सामुदायिक भवनों, हैंडपंप विद्युतिकरण इत्यादि अन्य कार्यों को चरणबद्ध तरीके से पूरा करने की बात कही। इस अवसर विधान सभा अध्यक्ष ने शिव शक्ति नाला मंदिर में पूजा अर्चना की और यहां आयोजित भण्डारे में प्रसाद भी ग्रहण किया। कार्यक्रम में बिंद्रावन पंचायत के प्रधान करतार चंद बीडीसी सदस्य त्रिलोक चंद, राजेंद्र कौल, रोशन लाल चौधरी, रमेश मांगी, एसडीओ विद्युत सोनी, जेई लोक निर्माण मनोज सूद सहित अन्य विभागों के अधिकारी तथा स्थानीय पंचायतों के गणमान्य लोग उपस्तिथ रहे।

मुख्यमंत्री ने किया सोमभद्र उत्सव का शुभारम्भ

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शिमला, 09 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा)। मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने आज ऊना में सोमभद्र उत्सव का शुभारम्भ किया। वह नगर परिषद पार्क से इंदिरा मैदान तक शोभायात्रा में शामिल हुए। मुख्यमंत्री इस उत्सव में शामिल होने के लिए आज प्रात: ही गुजरात में इन्वेस्टर मीट में भाग लेने के उपरांत ऊना पहुंचे। उल्लेखनीय है कि सोमभद्र उत्सव का नाम सोमभद्र नदी पर पड़ा है, जिसे स्वां नदी के रूप में जाना जाता है। यह उत्सव वर्ष 1972 में ऊना जिला के गठन के उपलक्ष्य में आयोजित किया जाता है। ऊना पहुंचने पर मुख्यमंत्री का जोरदार स्वागत किया गया। उद्योग मंत्री श्री मुकेश अग्निहोत्री भी अहमदाबाद से मुख्यमंत्री के साथ ऊना पहुंचे। मुख्यमंत्री ने इससे पूर्व घलुवाल में 88 लाख रुपये की लागत से बनने वाले स्वां पर नियंत्रण केन्द्र परियोजना की आधारशिला रखी। यह प्रदेश में अपनी तरह की पहली परियोजना है, जिसके अन्तर्गत मॉनसून और संभावित वर्षा के समय सैटेलाईट और राडार के माध्यम से नदी के बहाव की निगरानी की जाएगी। यह 922 करोड़ रुपये की स्वां नदी तटीकरण परियोजना का हिस्सा है, जिसके अन्तर्गत स्वां नदी और इसकी 73 सहायक नदियों का तटीकरण किया जा रहा है। राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष श्री कुलदीप कुमार, राज्य पर्यटन विकास निगम के सदस्य श्री वीरेन्द्र धर्माणी, कांगड़ा सहकारी बैंक के निदेशक श्री राजीव गौतम, वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्री सतपात रायजादा, उपायुक्त श्री अभिषेक जैन, जिला पुलिस अधीक्षक श्री अनुपम शर्मा, जिले के वरिष्ठ अधिकारी सहित नगर के गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे। 

प्रदेश में पूर्णतया नशीले पदार्थों पर रोक के बावजूद सरेआम हो रहा है नशीले पदार्थों का व्यापारए
  • सिस्को ;ैल्ैब्व्द्ध ने नशा मुक्त समाज बनाने का उठाया बीड़ाए, शिमला में आयोजित की नशा जागरूकता कार्यशालाए

शिमला, 09 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा)। शिमलारू शिमला युवा सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठन ने आज शिमला के कृष्णा नगर में नशा मुक्ति अभियान के तहत एक सेमिनार का आयोजन किया । सेमीनार का मकसद लोगों को नशे से हो रहे नुकसान तथा अपराध के बारे में जागरूक करना था। सेमिनार का शुभारंभ कृष्णा नगर की पार्षद रजनी सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया । इस अवसर पर संस्था दवारा नशे से हो रहे शारीरिक और मानसिक रूप से हो रहे नुकसान के बारे में जागरूक किया गया । कैसे नशा जिंदगी व परिवार व समाज को पूरी तरह से बर्बाद कर देती है । किस तरह नशे को अपने जिदंगी से दूर रख कर एक स्वस्थ समाज बनाया जा सकता है इस बारे में भी लोगों को जागरूक किया गया । इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष महेश ठाकुर ने कहा कि लोगों को नशे के खिलाफ समय.समय पर जागरूक करने की आवशयकता है साथ ही पुलिस और प्रशासन का दायित्व बनता है कि वह लोगों को विशेषकर युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए गंभीर प्रयास करें । उन्होने कहा कि परिजनों की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह इस भागदौड़ भरी जिंदगी से कुछ समय निकाल कर अपने बच्चों की देखभाल के लिए निकालें क्योंकि युवाओं के नशे की चपेट में आने का मुख्य कारण परिजनों का बच्चों की तरफ ध्यान नहीं देना है । उन्होने कहा कि भले ही आज प्रदेश सरकार ने नशीले पदार्थों पर रोक लगाई है लेकिन राजधानी शिमला सहित पूरे प्रदेश भर में खुलेआम नशीले पदार्थो का व्यापार किया जा रहा है जिस कारण प्रदेश का युवा नशे की चपेट में आ रहा है । महेश ठाकुर ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि सरकार नशे को जड़ से समाप्त करने के लिए कठोर कदम उठाएँ और नशीले पदार्थों का व्यापार करने वाले व्यापारियों पर भी कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए साथ ही इस समस्या को जड़ से समाप्त करने के लिए समाज सहित बच्चों के अभिभावकों की सक्रियता भी आवश्यक है । संस्था ने प्रदेश के युवाओं से आग्रह किया कि युवा नशे को छोड़ कर हिमाचल प्रदेश को नशा मुक्त बनाने में अपनी भागेदारी सुनिश्चित करें ।  

मुख्यमंत्री का हिमाचल प्रदेश में अधोसंरचना विकसित करने पर बल

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शिमला, 09 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा)। मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने गुजरात के अहमदाबाद में ‘इनवेस्टर मीट’ को सम्बोधित करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश विकास की ओर अग्रसर है। हम उन सभी का स्वागत करते हैं जो प्रदेश में अधोसंरचना विकसित करने में अपना योगदान देना चाहते हैं। हम गुजरात के उद्योगपतियों से प्रदेश में सडक़ों, सुरंगों के निर्माण, स्की रिर्जोट आरम्भ करने रज्जुमार्ग निर्माण में सहायता प्राप्त करने के इच्छुक हैं ताकि प्रदेश उनके सहयोग व योगदान से लाभान्वित हो सकें और एक समृद्ध प्रदेश का निर्माण सुनिश्चित बनाया जा सके। इन्वेस्टर मीट का आयोजन हिमाचल प्रदेश सरकार तथा भारतीय उद्योग संगठन के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक तथा देश के अन्य राज्यों के उद्योगपतियों प्रदेश में आपसी लाभ के लिए उद्योग स्थापित किए हैं और हमारी इच्छा है कि गुजरात प्रदेश में उद्योग स्थापित करने के लिए आगे आए और अपने अनुभव सांझा करें। उन्होंने कहा कि यदि गुजरात, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक व चेन्नई विकास क्षेत्र में अच्छा कर रहे हैं तो न केवल उन राज्यों का विकास नहीं हो रहा है बल्कि पूरे राष्ट्र का विकास होगा, जिससे पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन होगा। उन्होंने कहा कि जब कोई राज्य समृद्ध होगा तो भारत समृद्ध होगा। देश के सभी राज्यों को एक दूसरे पर निर्भरता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं एक सच्चा राष्ट्रवादी हूं और मेरे लिए कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत एक है। मैं विश्वास करता हूं कि राष्ट्र का विकास आपसी एकता व आन्तरिक निर्भरता की भावना से होगा जिसके लिए हम सभी को कन्धे से कन्धा मिलाकर कार्य करना होगा ताकि सम्पूर्ण राष्ट्र का समग्र विकास सुनिश्चित हो सके। श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि उनका गुजरात में आने का उद्देश्य गुजरात के उद्योगपतियों से सहयोग लेने की इच्छा है। उन्होंने औद्योगिक घरानों से आग्रह किया कि वे हिमाचल प्रदेश में औद्योगिक क्षेत्र में सहयोग देने के आगे आएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा उद्योगपतियों को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहन प्रदान किए जा रहे हैं। प्रदेश में निर्बाध विद्युत आपूर्ति, भूमि आवंटन में उदार नीति, सभी औद्योगिक परियोजनाओं की 90 दिनों के भीतर स्वीकृति प्रदान की जा रही है। उद्योग मंत्री श्री मुकेश अग्निहोत्री ने इन्वेस्टर मीट को सम्बोधित करते हुए आग्रह किया कि वे प्रदेश में औद्योगिक विस्तार व अतिरिक्त आद्यौगिक इकाइयां स्थापित करने के आगे आएं और अपने अनुभव को प्रदेश से सांझा करें। फार्मा, वस्त्र उद्योग अधोसंरचना व निर्माण जैसे मुख्य उद्योग हैं जो प्रदेश में बेहतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने प्रदेश में कार्यरत औद्योगिक इकाइयों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गुजरात के उद्योगपतियों द्वारा प्रदेश में 4000 करोड़ रुपये निवेश किया है, जिसमें से 2000 करोड़ रुपये का अदानी द्वारा पहले ही निवेश किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि टारेंट ग्रुप जल विद्युत की 500 मैगावाट व 1000 मैगावाट क्षमता की परियोजनाओं में निवेश का इच्छुक है। उन्होंने कहा कि सेडिल्ला, रसना, वडिलाल ने प्रदेश में 700 करोड़ रुपये के निवेश की इच्छा जाहिर की है।  उन्होंने कहा कि गुजरात के बड़े उद्योगपतियों से प्रदेश के विकास में उनके अनुभव को सांझा करना चाहते हैं। इंडो-रामा टेक्सटाइल उद्योग ने प्रदेश में वस्त्र क्षेत्र में 300 करोड़ रुपये के निवेश की इच्छा व्यक्त की है। मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि बड़े औद्योगिक घरानों ने प्रदेश में निवेश के लिए अच्छी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश में उद्योगपतियों से उद्योग स्थापित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हाल ही के दौरे के दौरान उन्हें महानगरों मुम्बई, बैंगलूरू और गुजरात से जो प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं उन्हें 90 दिनों के भीतर निपटा दिया जाएगा। इससे पूर्व, सीआईआई के उपाध्यक्ष श्री देवांशु गांधी ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा आने वाले समय में सहायता का आश्वासन दिया। अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री वी.सी. फारका, प्रधान सचिव राजस्व श्री तरूण श्रीधर, प्रधान सचिव वित्त डॉ. श्रीकांत बाल्दी, प्रधान सचिव ऊर्जा श्री एस.के.बी.एस. नेगी, प्रधान सचिव उद्योग एवं श्रम श्री आर.डी. धीमान, उद्योग विभाग के निदेशक श्री राजेन्द्र सिंह, औद्योगिक सलाहकार श्री राजेन्द्र चौहान, पर्यटन विभाग के निदेशक श्री मोहन चौहान तथा आईपीसी के उप निदेशक व समन्वयक श्री तिलक शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

कुप्रथाओं को दूर करने के लिए दृढ़ सकंल्प जरूरी : राणा
  • हमीरपुर में 108 चेतना देवियों को किया सम्मानित    

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हमीरपुर, 09 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा)। समाज में प्रचलित कुप्रथाओं, मनोविकारों एवं दुव्र्यसनों से छुटकारा पाने के लि दृढ़ सकंल्प अत्यंत जरूरी है। यह उद्गार आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय राजयोग सेवा केंद्र हमीरपुर इकाई के  हिम व्यू होटल में आयोजित सम्मान समारोह में बतौर मुख्यातिथि व्यक्त किए गए। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को नशों से दूर रहते हुए समाज सेवा के प्रकल्पों में बढ़ चढ़ कर भाग लेना चाहिए। राणा ने कहा कि महापुरूषों ने समय-समय पर सद्विचारों की अलख समाज में जगाई है तथा इन महापुरूषों के जीवन से प्रेरणा लेकर समाज को आगे बढऩा चाहिए। उन्होंने कहा कि ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्रों द्वारा समाज में सुसंस्कारों के प्रचार प्रसार के लिए अत्यंत ही सराहनीय कार्य किया जा रहा है। इससे पहले सम्मान समारोह में 108 को चेतना देवियों की उपाधि से भी सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पंजाब जोन के समन्वयक अमीर चंद भाई सहित भोपाल की जोनल प्रभारी अवधेश बहन, भारत भूषण भाई ने भी राजयोग की उपयोगिता के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि एक दूसरे के स्नेही व सहयोगी बनकर कार्य करना अत्यंत जरूरी होता है, समाज तथा विश्व में बढ़ रहे अत्याचार, भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए सभी लोगों को संकल्प लेना चाहिए। इससे पहले हमीरपुर इकाई की प्रभारी ज्योति ने हमीरपुर में ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के माध्यम से चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी तथा लोगों को समाज एवं अध्यात्म के प्रकल्पों से जुडऩे का आह्वान भी किया गया। इस अवसर पर खुशहाल जगोता, तारा चंद चौधरी, पंचायत प्रधान प्रीतम सिंह तथा शहंशाह सहित विभिन्न गणमान्य लोग उपस्थित थे।

उपायुक्त ने लिया हमीर उत्सव की तैयारियों का जायजा    

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हमीरपुर, 09 नवंबर ( विजयेन्दर शर्मा)। उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने रविवार को हमीर उत्सव की तैयारियां का जायजा लिया गया तथा अधिकारियों को उत्सव को आकर्षक बनाने के दिशा निर्देश भी दिए गए। उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि 11 नवंबर से आरंभ होने वाले हमीर उत्सव की तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं, स्मारिका के प्रकाशन के साथ साथ, कलाकारों की चयन प्रक्रिया भी लगभग पूरी कर ली गई है इसके साथ ही हमीर उत्सव के अवसर पर हमीरपुर शहर में भव्य शोभायात्रा भी निकाली जाएगी जिसमें बजंतरियों के साथ साथ होमगार्ड का बैंड तथा टमक दल अपनी धुनों के साथ उत्सव के आगाज का परिचायक बनेगा। रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि उत्सव स्थल पर लोगों के बैठने की उचित व्यवस्था के साथ-साथ पेयजल, विद्युत तथा पार्किंग के लिए भी स्थान चिह्न्ति कि गए हैं। उन्होंने बताया कि तीन दिन तक  चलने वाले उत्सव इस वर्ष और आकर्षक बनाने के लिए कई कार्यक्रम जोड़े गए हैं इसके साथ ही विकासात्मक प्रदर्शनी के माध्यम से राज्य की विकास यात्रा की झलक भी दिखाई जाएगी। उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने रविवार को उत्सव ग्राउंड तथा शहर से निकलने वाली शोभायात्रा के रूट का भी स्वयं जायजा लिया गया तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए। इस अवसर पर एडीसी हिमांशु शेखर चौधरी, एसीटूडीसी आशीष शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।

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