महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना विपक्ष में बैठेगी। पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने सोमवार को विधानसभा सचिव को पत्र लिखा। इसमें कहा है कि पार्टी विधायकों ने एकनाथ शिंदे को नेता चुना है। सदन में शिवसेना दूसरी बड़ी पार्टी है। इस नाते शिंदे को नेता प्रतिपक्ष घोषित किया जाए।
विधानसभा का विशेष सत्र सोमवार से शुरू हुआ। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस 12 नवंबर को बहुमत साबित करेंगे। भाजपा के लिए राहत की बात यह है कि एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार अपने रुख पर कायम हैं। उन्होंने सोमवार को कहा, "राज्य में विकास के लिए स्थिर सरकार चाहिए। इसलिए हम सरकार का समर्थन करेंगे। जरूरत पड़ी तो सरकार के पक्ष में वोटिंग भी। लेकिन यह समर्थन सिर्फ विश्वास मत तक सीमित है। बाकी समर्थन मुद्दों के आधार पर होगा’। शेष-पेज 4 पर
इसकेबाद भाजपा के तेवर भी सख्त हैं। भाजपा नेता एवं राज्य के मंत्री एकनाथ खड़से ने कहा, "हमने किसी को कब बोला कि सरकार में रहो। सदन में दूसरी बड़ी पार्टी होने के नाते विरोधी पक्ष में बैठना शिवसेना का अधिकार है।'दूसरी ओर सोमवार को शिवसेना विधायक नीलम गोरे ने भी साफ कहा, ‘हमारी भाजपा से कोई बात नहीं चल रही है’।