बीजेपी सरकार ने महाराष्ट्र में विश्वास मत हासिल कर लिया है। भाजपा का स्पीकर चुने जाने के बाद सरकार ने विधानसभा में बहुमत भी प्राप्त कर लिया। देवेंद्र फडणवीस सरकार की ओर से पेश विश्वास प्रस्ताव ध्वनि मत से पारित घोषित किया गया। इस दौरान एनसीपी के विधायक गैर हाजिर रहे जबकि कांग्रेस और शिवसेना के विधायकों ने बीजेपी सरकार के खिलाफ वोट किया और विश्वास मत का विरोध किया। इससे पहले वरिष्ठ भाजपा विधायक हरिभाउ बागड़े सर्वसम्मति से महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष चुन लिए गए। नवगठित महाराष्ट्र विधानसभा में बागड़े के नाम की घोषणा अस्थायी अध्यक्ष जिवा पांडु गावित ने की।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, राकांपा नेता अजित पवार, कांग्रेस नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल, शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और पीडब्ल्यूपी के वरिष्ठतम विधायक गणपात्र देशमुख औरंगाबाद जिले के फूलंभारी से विधायक बागड़े को अध्यक्ष की कुर्सी तक लेकर गए। निम्न सदन की सर्वोच्च परंपरा को कायम रखते हुए अध्यक्ष के निर्विरोध निर्वाचन पर फडणवीस ने सभी दलों का धनयवाद व्यक्त किया। उन्होंने बागड़े को जमीन से जुड़ा कार्यकर्ता और कृषिविद बताया जिन्होंने भाजपा में कई महत्वपूर्ण पदों को संभाला और 1995 में शिवसेना-भाजपा सरकार में भी रहे।
शिवसेना के नेता एकनाथ शिन्दे ने कहा कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के फैसले के बाद पार्टी ने अध्यक्ष पद के अपने उम्मीदवार का नाम वापस ले लिया। राकांपा द्वारा समर्थन देने से इनकार किए जाने के बाद कांग्रेस उम्मीदवार वर्षा गायकवाड़ ने भी अध्यक्ष पद की उम्मीदवारी से अपना नाम वापस ले लिया था।