इंडियन मुजाहिदीन के सहसंस्थापक यासीन भटकल के सहयोगी उसे जेल से मुक्त कराने के लिए 'सनसनीखेज अपहरण'को अंजाम देने की साजिश रच रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने सोमवार को अदालत को यह जानकारी दी। दिल्ली पुलिस ने यह जानकारी अदालत में तब दी, जब वह भटकल द्वारा कथित हथियार कारखाना स्थापित करने के संबंध में जांच पूरी करने के लिए और अधिक समय की मांग की।
पुलिस ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश दया प्रकाश की अदालत में कहा कि 2011 के अवैध हथियार कारखाना मामले की जांच के लिए उसे 15 दिन और दिया जाए। अदालत ने पुलिस को जांच के लिए अतिरिक्त समय देने को मंजूरी दे दी। इस दौरान पुलिस ने अदालत को बताया कि उसे विशेष खुफिया जानकारी मिली है कि "भटकल के कुछ अज्ञात सहयोगी उसे जेल से मुक्त कराने के लिए दिल्ली में 'सनसनीखेज अपहरण'को अंजाम देने की साजिश रच रहे हैं।"
पुलिस ने अदालत को बताया कि उसकी कई टीमें देश के कई हिस्सों में साजिशकर्ताओं की पहचान में जुटी है और इसमें जल्द ही सफलता मिलने की उम्मीद है। पुलिस इसके साथ ही भगोड़े रियाज भटकल, इकबाल भटकल और पाकिस्तान में इंडियन मुजाहिदी के कमांडर तहसीन भटकल का पता लगाने और उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है। पुलिस अगर इन्हें गिरफ्तार कर लेती है तो साजिश के सूत्र तलाशने में मदद होगी।
भटकल को 28 अक्टूबर, 2013 को उसके सहयोगी असदुल्ला अख्तर के साथ भारत-नेपाल सीमा के पास से गिरफ्तार किया गया था। वह दिल्ली पुलिस के 15 सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों की सूची में शामिल था। वर्ष 2011 में नांगलोई के मीर विहार इलाके में पुलिस ने अवैध हथियार कारखाना का पर्दाफाश किया था। भटकल 2008 में दिल्ली के कनाट प्लेस, गफ्फार मार्केट और ग्रेटर कैलाश में हुए श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों का मुख्य संदिग्ध है।