भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को कहा है कि सात फरवरी के राज्यसभा चुनाव के लिए झारखंड में वह अपने उम्मीदवार नहीं खड़ा करेगी, बल्कि एक निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन देगी। भाजपा राज्य विधानसभा में मुख्य विपक्ष की भूमिका में है। भाजपा के इस निर्णय के साथ ही राज्य से पार्टी की एकमात्र राज्यसभा सीट बरकरार रहने की आशा समाप्त हो गई। भाजपा की झारखंड इकाई के अध्यक्ष रबिंद्र राय ने कहा, "हमारे पास संख्या बल नहीं है, लिहाजा हमने चुनाव में उम्मीदवार न खड़ा करने का निर्णय लिया है।"हालांकि भाजपा एक निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन देगी।
भाजपा सूत्रों के अनुसार, पार्टी परिमल नथवानी को समर्थन देगी, जो या तो निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ेंगे या फिर आल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) की तरफ से। नथवानी झारखंड से मौजूदा समय में राज्यसभा सदस्य हैं। 82 सदस्यीय सदन में किसी उम्मीदवार को कम से कम 24 विधायकों का समर्थन चाहिए। भाजपा और आजसू के पास क्रमश: 18 और छह विधायक हैं।
विधानसभा में दूसरी सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी, झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातांत्रिक (जेवीएम-पी) के पास 11 विधायक हैं और उसने पहले ही घोषणा कर दी है कि न तो वह अपने उम्मीदवार खड़ा करेगी और न किसी उम्मीदवार को समर्थन देगी। राज्य में भाजपा के राज्यसभा सदस्य जे.पी.एन. सिंह और निर्दलीय सदस्य परिमल नथवानी का कार्यकाल समाप्त होने के कारण राज्यसभा की दो सीटें रिक्त हो रही हैं। जे.पी.एन. सिंह झारखंड से भाजपा के एक मात्र राज्यसभा सदस्य हैं। राज्य में राज्यसभा की छह सीटें हैं, और मौजूदा समय में कांग्रेस के पास दो सीटें हैं, जबकि भाजपा, झामुमो और तृणमूल कांग्रेस के पास एक-एक सीट है तथा एक निर्दलीय सदस्य है।