भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अरुण जेटली ने सोमवार को कहा कि राहुल गांधी परदे के पीछे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हैं। उन्होंने सवाल खड़े किया कि यदि वह इस शीर्ष पद के लिए अधिकृत उम्मीदवार नहीं हैं, तो पार्टी ने उन्हें चुनाव अभियान की जिम्मेदारी क्यों दे रखी है। जेटली ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा है, "..चुनाव अभियान एक व्यक्ति के इर्द-गिर्द है, जो परदे में कांग्रेस पार्टी का उम्मीदवार है।"
जेटली ने कहा, "पूरा चुनाव अभियान राहुल गांधी पर केंद्रित है। लेकिन राहुल गांधी वास्तव में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हैं (क्योंकि पार्टी के पास अधिकृत उम्मीदवार नहीं है)। फिर चुनाव अभियान उन पर केंद्रित क्यों है?"जेटली ने कहा कि कांग्रेस स्वीकार नहीं करना चाहती कि वह अधिकृत रूप से राहुल को सामने पेश कर रही है, क्योंकि खराब परिणाम उन्हें जवाबदेह ठहरा सकता है।
जेटली ने यह प्रश्न भी उठाया कि लोकसभा चुनाव से काफी पहले ही कांग्रेस के चुनाव अभियान पर बड़ी धनराशि खर्च की जा रही है। जेटली ने कहा, "सामान्य परंपरा यह रही है कि नामांकन पत्र दाखिल करने के साथ विज्ञापन शुरू होता है और प्रचार के लिए निर्धारित दो सप्ताहों में इसमें तेजी आती है।"जेटली ने आरोप लगाया कि यदि चार महीने प्रचार किए जाएंगे तो जाहिर तौर पर कांग्रेस प्रचार पर बड़ी धनराशि खर्च करेगी।