राष्ट्रीय राजधानी में पूर्वोत्तर के एक छात्र की मारपीट के बाद हुई मौत से गुस्साए पूर्वोत्तर के छात्रों ने शनिवार को धरना-प्रदर्शन किया, तथा अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया है कि छात्र की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को 'कड़ी से कड़ी सजा'दी जाएगी।पूर्वोत्तर के छात्रों ने शनिवार को दक्षिणी दिल्ली के व्यस्ततम इलाके लाजपत नगर में अरुणाचल प्रदेश के विधायक निदो पवित्रा के 19 वर्षीय बेटे निदो तानिया की बेरहमी से पिटाई किए जाने के विरोध में नारे लिखी तख्तियों के साथ प्रदर्शन किया तथा भेदभाव के खिलाफ नारे लगाए और न्याय की मांग की।
लाजपत नगर में ही बुधवार की रात निदो तानिया (19) को उसके पोशाक को लेकर हुए विवाद के बाद दो दुकानदारों ने मारपीट की। तानिया की गुरुवार को मौत हो गई। मुख्यमंत्री अरविंद ने छात्रों को आश्वासन दिया कि वह उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात कर मामले में दोषी पाए जाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे। दिल्ली सरकार ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। अरविंद ने दिल्ली स्थित अपने आवास पर प्रदर्शनकारी छात्रों से मिलने के बाद कहा, "मैंने पूर्वोत्तर के छात्रों को इस बात का आश्वासन दिया है कि न्यायिक जांच की रिपोर्ट में दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
अरविंद ने आगे कहा, "मैं भारतीय नागरिकों से सहिष्णुता बरतने का अनुरोध करता हूं। हमारी सरकार इस मामले के समाधान के लिए कृतसंकल्प है तथा लोगों के सामने एक उदाहरण पेश करेगी।"पुलिस ने शनिवार को बताया कि तानिया का शव परिजनों को सौंप दिया गया। इससे पहले विरोध प्रदर्शनों के दौरान एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "यह हैरान कर देने वाली घटना है और यह पहली बार नहीं है। यह सिर्फ पूर्वोत्तर के लोगों की बात नहीं, बल्कि दिल्ली के बाहर से आने वाले लोग भी भेदभाव झेलते हैं।"एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा, "हम दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से न्याय की मांग करते हैं।"
पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों के एक समूह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता हर्षवर्धन से भी मुलाकात की। भाजपा नेता ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री और मुख्यमंत्री इस मामले से जागेंगे।"पूर्वोत्तर के कार्यकर्ता और लोगों ने इसे नस्लवादी हमला करार दिया है। जबकि इन राज्यों के सांसदों ने कहा कि वह मामला प्रधानमंत्री के सामने उठाएंगे। लोकसभा सांसद एवं सिक्किम लोकतांत्रिक मोर्चा के प्रवक्ता पी. डी. राय ने शनिवार को इस घटना की निंदा की और कहा कि तानिया की मौत के बारे में सुनकर पूर्वोत्तर राज्यों के लोग भयभीत हैं, तथा सोशल नेटवर्किं ग साइटों और समाचार चैनलों में दिखाए जाने के कारण यह भय का माहौल बना है।
राय ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, "हम नई दिल्ली के एक व्यस्ततम बाजार में खुलेआम हुए इस तरह के नस्लवादी अपमान और हिंसा की घोर निंदा करते हैं।"राय ने अपने वक्तव्य में आगे कहा कि पूर्वोत्तर के सांसदों का फोरम मुख्यमंत्री अरिवंद से मुलाकात करेगा, तथा उनसे आपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया जाएगा। राय ने आगे कहा, "हम नहीं चाहते कि पूर्वोत्तर के किसी छात्र या व्यक्ति के सामने इस तरह की स्थिति दोबारा कभी उत्पन्न हो।"
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस द्वारा मामले की त्वरित जांच किए जाने का आश्वासन देने के बाद अपना प्रदर्शन समाप्त कर दिया। अरुणाचल प्रदेश के छात्रों ने इससे पहले अनिश्चितकालीन प्रदर्शन करने की चेतावनी दी थी। अरुणाचल प्रदेश छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष जे. टी. टागम ने कहा, "दिल्ली पुलिस द्वारा मामले की तेजी से जांच किए जाने का आश्वासन देने के बाद हमने विरोध प्रदर्शन वापस लेने का फैसला किया।"