300 मेगावाट लखवाड़ विद्युत परियोजना को केन्द्र सरकार की मंजूरी
देहरादून, 3 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। लखवाड़ बहुउद्देश्यीय परियोजना के निर्माण के लिए भारत सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से फाइनल क्लियरेंस मिल गई है। इसके साथ ही 768.1552 हेक्टेयर वन भूमि उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम लिमिटेड को परियोजना निर्माण के लिए हस्तांतरित करने की मंजूरी मिल गई है। इस सम्बन्ध में वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने 31 जनवरी, 2014 को शासनादेश जारी कर दिया है। यह जानकारी मुख्य सचिव सुभाष कुमार ने दी। मुख्य सचिव ने बताया कि उत्तराखण्ड सरकार ने परियोजना के निर्माण के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। 300 मेगावाट की लखवाड़ बहुउद्देश्यीय परियोजना से उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश को भी लाभ मिलेगा। 3966.51 करोड़ रूपये लागत से बनने वाली इस परियोजना से 612.93 मिलियन यूनिट बिजली, 33780 हेक्टेयर क्षेत्र को सिंचाई सुविधा और 78.83 एमसीएम पेयजल मिलेगा। उन्होंने बताया कि नवम्बर, 2013 में फारेस्ट एडवाइजरी कमेटी ने पहले चरण की मंजूरी दी थी। पहले चरण की शर्तों को पूरा कर उत्तराखण्ड सरकार ने फाइनल क्लियरेंस की मांग की थी। कैट (कैचमेंट एरिया ट्रीटमेंट) प्लान की धनराशि भी जमा कर दी गई थी। गौरतलब है कि अविभाजित उत्तर प्रदेश के समय देहरादून और टिहरी गढ़वाल के लखवाड़ क्षेत्र में 768.1552 हेक्टेयर वन भूमि सिंचाई विभाग को बहुउद्देशीय परियोजना के लिए दी गई थी।
युवकी मौत से गुस्साए परिजनों ने लगाया जाम, पुलिस ने हत्यारे दबोचे
देहरादून, 3 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। सोमवार को दिलाराम चौक पर युवक की मोबाइल के विवाद में चाकुओं से गोद हत्या किये जाने से आक्रोशित परिजनों और क्षेत्रवासियों ने जाम लगाया। इस दौरान मृतक के परिजनों द्वारा हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की जा रही थी, वहीं पुलिस द्वारा कुछ हत्यारोपियों को रात को ही हिरासत में ले लिया था। सोमवार दोपहर के समय भगवानदास मोहल्ले के लोगों और मृतक के परिजन दिलाराम चौक पहंुचे और वहां पर जाम लगा दिया। सैंकड़ों की संख्या में दिलाराम चौक पहंुचे क्षेत्रवासियों ने चारों के मार्ग पर जाम लगा दिया। प्रदर्शन कर रहे मृतक नितिन के परिजनों का कहना था कि पुलिस हत्यारों को पकड़ने में लापरवाही कर रही है जिसके चलते हत्यारे खुलेआम घूम रहे हैं। मृतक की बहन का कहना था कि नितिन को मारने वालों में एक युवक क्षेत्रीय पार्षद का बेटा है जिसे पहले पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था लेकिन बाद में पार्षद के दबाव के चलते उसे छोड़ दिया गया। गौरतलब हो कि डीएल रोड के अंबेडकर नगर ब्लॉक-2 में भगवानदास मोहल्ला निवासी नितिन का रिस्पना नदी के दूसरी ओर बसे ऋषिनगर के कुछ लड़के से विवाद चल रहा था। नितिन और इन लड़कों के बीच मोबाइल को लेकर कोई सौदा हुआ था जिसके लेन-देन को लेकर इनका विवाद भी चल रहा था। रविवार को आमने-सामने आने पर ऋषिनगर के लड़कों ने नितिन को घेर लिया और उस पर चाकुओं से ताबड़तोड़ वार कर दिये। गली में नितिन के चिल्लाने की आवाज सुन कर जब लोग उस दौड़े तो हमलावर वहां से भाग निकले। मोहल्ले के लोगों ने खून से लथपथ नितिन को तत्काल अस्पताल पहंुचाया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। नितिन की मौत से गुस्साये परिजनों और क्षेत्रवासियों ने पुलिस चौकी और थाना डालनवाला का घेराव किया। पुलिस ने रविवार रात के समय कुछ लोगों को हिरासत में ले कर पूछताछ की थी। वहीं सोमवार मृतक के परिजनों द्वारा पुलिस पर पार्षद पुत्र को छोड़ने का आरोप लगाते हुए आज दिलाराम चौक पर जाम लगा दिया। इसी दौरान एसपी सिटी नवनीत भुल्लर, सिटी मजिस्ट्रेट जीसी गुणवंत, एडीएम हरक सिंह रावत,सीओ डालनवाला सत्यवीर सिंह भी वहां पहंुच गये। उन्होंने मृतक के परिजनों को बताया हिरासत में लिये गये हत्यारोपियों में पार्षद पुत्र भी शामिल है जिसके बाद उन्हें इनकी शिनाख्त के लिए थाने में ले जाया गया। परिजनों को वहां से ले जाने के बाद पुलिस ने एक तरपफ का जाम खुलवा कर यातायात को सुचारू करवाया। वहीं इस दौरान एडीजी राम सिंह मीणा भी पहंुचे और उन्होंने मृतक के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से मुआवजा दिलाने की बात कही।
राहुल गांधी व अम्बिका सोनी से प्रदेष के मुख्यमंत्री हरीष रावत ने की मुलाकात
देहरादून, 3 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। उत्तराखण्ड के आठवें मुख्यमंत्री बनने के बाद हरीष रावत ने दिल्ली में सोमवार को प्रदेष की राज्य प्रभारी अम्बिका सोनी एवं कांगेस के युवराज राहुल गांधी से प्रदेष के विकास एवं विभिन्न मुद्दो पर मुलाकात की। माना जा रहा है कि रावत की यह मुलाकात मंत्रीमंडल में विभागो के बंटवारे के साथ राज्य में किस तरह नई योजनाओ को आगे बड़ाया जाए इसे लेकर हुई है। मिली जानकारी के अनुसार प्रदेष के मुख्यमंत्री हरीष रावत दिल्ली स्थित अकबर रोड पर प्रदेष प्रभारी अम्बिका सोनी से मिले जहां उन्होने उत्तराखण्ड में मंत्रीमंडल में विभागो को लेकर चर्चा की इसके बाद मुख्यमंत्री तुगलक लेन स्थित राहुल गांधी से भी मिले जहां उन्होने उत्तराखण्ड का मुख्यमंत्री बनाए जाने पर राहुल को धन्यवाद दिया और भरोसा दिलाया कि प्रदेष की पांचो लोकसभा सीटो पर कंाग्रेस अपना परचम लहराएगी।
समर्थकों में मची होर्डिंग होड
देहरादून, 3 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। हरीश रावत के मुख्यमंत्री बनने के साथ ही उनके समर्थकों में होर्डिंग होड शुरु हो गई है। नये मुख्यमंत्री को बधाई देने के बहाने छुटभैये खुद को चमकाने में लग गये हैं। वहीं दूसरी ओर खुद को नये मुख्यमंत्री के अधिक करीब दिखाने की कोशिशें भी जारी हैं। हो भी क्यों न, पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के समय में उनके सुपुत्र के साथ पोस्टर बैनर में दिखकर कइयों ने लाखों के वारे-न्यारे जो किये थे। नये मुख्यमंत्री के बागडोर संभालते ही प्रदेश में उनके समर्थकों के पोस्टर-बैनर की बाढ सी आ गई हैं। समर्थकों की बात भी वाजिब है आखिर वर्षों से वह इस दिन का इंतजार कर रहे थे। आलोचकों का कहना है कि इन पोस्टर-बैनर का मुख्य उद्देश्य बधाई संदेश न होकर खुद की मार्केटिंग करना होता है। छुटभइये ऐसे अवसरों को भुना यह संदेश देना चाहते हैं कि वह अपने नेता के सबसे करीब हैं। और किसी भी प्रकार की सेवा के लिये उन्हें अवसर दिया जा सकता है। यदि ऐसे में उनका नेता किसी ऊंचे पद पर काबिज हो तो फिर तो क्या कहने। पांेस्टर-बैनर की इस दौड में छुटभइयों की भीड के बीच उनका आकार व नम्बर भी मायने रखता है पोस्टर में बडा आकार मायने आप आके के ज्यादा विश्वस्त। यही नहीं जिसके जितने अधिक पोस्टर लगे हों वह उतना ही अधिक करीबी। इन पोस्टर बैनर के फायदे भी अनेकों हैं। पहले तो कोई भी इनके जरिये अपना प्रचार कर सकता है चाहे नेताजी ने कभी उसकी शक्ल भी नहीं देखी हो। इन्हें देख आमजन अपने काम के लिये इनसे संपर्क साध सकते हैं यहीं नहीं इन पोस्टर-बैनरों का हल्का सा विश्लेषण करने से ही आपको समझ सकते है कि कौन आपके लिये सही विकल्प होगा। पूर्व में इन पोस्टर-बैनर मार्केटिंग के जरिये कईयों ने अपनी दुकाने चलाई थी। यही नहीं मुख्यमंत्री से अधिक उनके पुत्र को चाहने वालों केे पोस्टरों की चर्चाएं अक्सर होती रहती थी। यहां अच्छी बात यह रही कि नये मुख्यमंत्री के परिजनों को चाहने वाले की संख्या अभी नहीं के बराबर है और भविष्य में भी यदि इसमें ईजाफा नहीं होता तो यह प्रदेश हित में होगा। वहीं शनिवार को बीजापुर अतिथि ग्रह में हो-हल्ला मचाने को लेकर अपने एक बेहद करीबी को थप्पड जड मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया कि वह किसी भी प्रकार की अनुशासन हीनता बर्दाश्त नहीं करने वाले। खैर वैश्वीकरण के इस बाजारी दौर में गुणांे-अवगुणों के आधार पर अपने सामान को बेचने के लिये बाजार में उतारने में इतनी बुराई भी नहीं है।
बर्फ की कमी से औली में प्र्रस्तावित नेशनल जूनियर स्की चैम्पियनशिप स्थगित
देहरादून, 3 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। औली में नेशनल चौंपियनशिप को लेकर सरकार तैयारियों पर बर्फ की कमी से पानी फिर गया है। स्नो मेकिंग मशीन से बनाई गई कृत्रिम बर्फ भी ढलानों पर स्लोप नहीं बना पाई। लिहाजा पांच फरवरी से प्रस्तावित नेशनल जूनियर स्की चैम्पियनशिप को स्थगित कर जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में 15 से 21 फरवरी से कराने का निर्णय लिया गया है। हालांकि, औली में अगर बर्फबारी हुई तो फरवरी माह के आखिरी दिनों में जूनियर स्की चौंपियनशिप की कुछ प्रतियोगिताएं आयोजित की जा सकती है। गौरतलब है कि जोशीमठ के औली में विंटर गैम फैंडरेशन आफ इंडिया ने पांच से 10 फरवरी तक नेशनल जूनियर स्की चैम्पियनशिप का आयोजन का निर्णय लिया था। इस प्रतियोगिता के जरिये ईरान में आयोजित होने वाली एशियन चैम्पियनशिप के लिए खिलाड़ियों का चयन भी होना था। विंटर गैम फैडरेशन आफ इंडिया के अध्यक्ष बिग्रेडियर एस.एस. पटवाल ने बताया कि बर्फ की कमी के चलते फैडरेशन ने सीनियर स्की चैम्पियनशिप का आयोजन गुलमर्ग में किए जाने का निर्णय लिया है।
दगा दे गई मशीन
2011 में विंटर सैफ गेम के आयोजन से पूर्व औली में आस्ट्रेलिया से साढ़े छह करोड़ की लागत से खरीदी गई स्नो मैकिंग मशीन टेस्टिंग के बाद ही बंद पड़ी थी। हाल ही में मशीन की मरम्मत के बाद विदेशी इंजीनियरों ने बर्फ बनाने का काम तो शुरू किया लेकिन मशीन -2 डिग्री तापमान में ही काम करने व पर्याप्त बर्फ न बनाने के कारण स्लोप में बर्फ नहीं जमा पाया।
रोपवे भी नहीं हुआ सुचारू
पर्यटन विभाग व मरम्मत कार्य कर रहे कंपनी ने जनवरी माह में रज्जू मार्ग को शुरु करने का भरोसा दिलाया था। परंतु यह भी हवा हवाई साबित हुआ। एशिया का सबसे लंबा यह रज्जू मार्ग 2011 में विंटर सैफ गेम के आयोजन के बाद तकनीकि खराबी से बंद पड़ा हुआ है। रज्जू मार्ग की मरम्मत में देरी के चलते गढ़वाल मंडल विकास निगम को करोड़ों का घाटा हुआ है।
आपदा के आठ महीने बाद भी नही सुधरे हालात
चमोली/देहरादून, 3 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। सरकार भले ही आपदा पीड़ितों को सहायता देने का दावा करे, लेकिन आपदा के आठ महीने बाद भी प्रभावित क्षेत्रों में आपदा जैसे ही हालात हैं। इसी की बानगी है प्राथमिक विद्यालय नौली हिडोली। आपदा में क्षतिग्रस्त हुए इस विद्यालय में बच्चे खुले आसमान के नीचे पढ़ रहे हैं तो स्कूल का सामान आंगनवाड़ी सहायिका के घर में रखा हुआ है। आठ महीने से सरकार व शिक्षा विभाग इस पर मौन हैं। विद्यालय भवन की मरम्मत नहीं हुई, लेकिन जैसे-तैसे यहां पढ़ाई हो रही है। ग्रामीण प्रेमबल्लभ पंत, राकेश पंत बताते हैं कि कई बार प्राथमिक विद्यालय नौली हिडोली की स्थिति से जिला शिक्षाधिकारी को अवगत कराया गया, लेकिन आगणन की बात कहकर लोगों को चुप करा दिया। आपदा को आठ महीने बीत चुके हैं, सरकार व विभाग क्षतिग्रस्त स्कूल भवनों तक की मरम्मत नहीं करवा पाएं हैं। ग्रामीण राकेश पंत कहते हैं कि पंचायत व लोकसभा चुनाव को लेकर जनप्रतिनिधियों के दौरे शुरू हो गए हैं, जनता की समस्या से इनका कोई लेना-देना नहीं है। कई स्कूलों के साथ ही क्षेत्र के कंडारा, सोनला में पेयजल की समस्या है। पैदल रास्ते क्षतिग्रस्त हैं, लेकिन इस पर कार्रवाई को कोई तैयार नहीं है।
सरकार ने जो जिम्मेदारी सौंपी है वह चुनौतीपूर्ण है: विजय सारस्वत
देहरादून, 3 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। उत्तराखण्ड मे सत्ता परिवर्तन के साथ राज्य में काग्रेंसी नेताओं को खुश करने की नीति के चलते दी गई जिम्मेदारी के बाद ओहदे प्राप्त राज्य मंत्रियों के स्वागत करने का सिलसिला प्रारम्भ हो गया है इसी श्रंृखला में तीर्थनगरी ऋषिकेश में आधा दर्जन से अधिक ओहदेदारियों का कांग्रेस भवन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी करने के साथ जहां मिठाईयां बांटकर वहीं जोरदार स्वागत किया गया। स्वागत समारोह के दौरान दायित्वधारी आपदा प्रबन्धन के उपाध्यक्ष (राज्य मंत्री) विजय सारस्वत, प्रधानमंत्री सड़क योजना प्राधिकरण के उपाध्यक्ष(राज्य मंत्री) संजय पालीवाल, आन्दोलनकारी परिषद के उपाध्यक्ष (राज्य मंत्री) धीरेन्द्र प्रताप, कृषि जैविक के उपाध्यक्ष(राज्य मंत्री) नसीबुददीन अहमद, जलागम के उपाध्यक्ष(राज्य मंत्री) भूपेश उपाध्याय, उच्च शिक्षा उन्नयन समिति के उपाध्यक्ष (राज्य मंत्री) रमेश उनियाल, भागीरथी घाटी के उपाध्यक्ष (राज्य मंत्री) पृथ्वी सिंह नेगी, स. महेन्द्र सिंह पूर्व विधायक, एवं पूर्व मेयर महेन्द्र शर्मा, सचिव प्रदेश काग्रेंस सुधीर पाराशर, प्रदेश सचिव कांग्रेस माधव अग्रवाल (पौडी), नदीम अहमद(हरिद्वार), हरीश गावडी(देहरादून) उपाध्यक्ष बीस सूत्रीय कार्यक्रम, एवं विशेष रूप से आमंत्रित किए गए। कांग्रेस पार्टी के निष्ठावान सिपाही के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के ओएसडी रहे आनंद बहुगुणा का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी के साथ माल्यार्पण कर स्वागत किया। इस अवसर पर विजय सारस्वत ने कहा कि जो जिम्मेदारी सरकार ने राहुल गांधी व सोनिया गांधी के दिशा-निर्देश में हमें सौंपी गई है। वह वर्तमान समय में चुनौती पूर्ण है क्योंकि यह वर्ष चुनावी वर्ष के रूप मे जाना जा रहा हेै। ऐसे में सत्ता परिवर्तन कर जो जिम्मेदारी का ताज दायित्वधारियों या प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत को मिला है, वह कांटो भरा है क्योंकि प्रदेश में हाल ही में आई आपदा के कारण टूटी-फुटी सड़कों को ठीक करने का कार्य होगा। उत्तराखण्ड की चारों धामों की यात्रा को संचालित कराए जाने का कार्य इसी के साथ लोगों की समस्याओं के समाधान व राज्य में आन्दोलन कर रहे अपनी मांगो को लेकर कर्मचारियों की हड़ताल व कार्य बहिष्कार से हो रहे कार्यों के प्रभावित होने का मामला सभी को सुलझाये जाने की जिम्मेदारी भी सरकार की बनती है। उन्होने कहा कि इन सभी समस्याओं का समाधान कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्ताओं की सूझबुझ से ही हो सकेगा। उन्होने वर्ष 2014 में होने वाले लोक सभा चुनाव केा जीतने के लिए सभी को एकजुट होकर बूथ स्तर तक लग जाने का आह्वान भी किया। नगर कांग्रेस अध्यक्ष महन्त विनय सारस्वत की अध्यक्षता में आयोजित स्वागत समारोह के दौरान योगेश शर्मा, मुनिकीरेती नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष महन्त मनोज प्रपन्नाचार्य, शंभु पासवान, जगत सिंह नेगी, अशोक सड़ाना, वीरेन्द्र सजवाण, सीताराम, अनिल गुप्ता, मदन नागपाल, मदन लाल जाटव, अरविन्द जैन, राकेश अग्रवाल, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेन्द्र सजवाण, पंकज भटट, शैलेन्द्र बिष्ट, मनीष शर्मा, राजकुमार तलवार, एम.एम. फारूखी, राजेन्द्र तिवारी, वेदप्रकाश ढींगरा, राजकुमार अग्रवाल, इन्द्रप्रकाश अग्रवाल, नन्द किशोर जाटव, शैलेश अग्रवाल, राजेन्द्र जाटव, अशोक शर्मा, पूनम उनियाल, विमला रावत, मालती तिवारी, शोभा देवी, शीला देवी, आदि थे।
पुलिस ने ब्यासी में पेड़ से लटके शव को किया बरामद
देहरादून, 3 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। मुनिकीरेती थानान्तर्गत ब्यासी चौकी सीमा में पुलिस ने एक अधेड़ का शव जंगल में रस्सी के सहारे पेड़ से लटका बरामद किया है। जिसे अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है। पुलिस के अनुसार व्यक्ति करीब एक महीने से गुड़गांव हरियाणा से लापता था। पुलिस के मुताबिक व्यासी क्षेत्र में गंगादर्शन के समीप जंगल से घर लौट रहे लोगों ने एक व्यक्ति का शव सड़ी गली हालत में पेड़ से लटका देखा। उन्होने सूचना ब्यासी पुलिस चौकी को दी। चौकी प्रभारी हीरामणि पोखरियाल ने बताया कि शव करीब तीन सप्ताह पुराना है। बताया कि मृतक की जेब से बरामद आई कार्ड से उसकी शिनाख्त मनोज बिष्ट 41 वर्ष पुत्र कुंदन सिंह निवासी गुडगांव हरियाणा के रूप मे हुई। बताया कि व्यक्ति मूलरूप से पौड़ी गढ़वाल का रहने वाला है जो नौ जनवरी से लापता चल रहा था। परिजनों ने उसकी गुमशुदगी गुडगांव मंे दर्ज कराई है।
आरटीओ को सिटी बस संचालकों ने दिया अल्टीमेटम
देहरादून, 3 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। आरटीओ को सिटी बस संचालकों ने अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दी है कि अगर 21 जनवरी तक ठेका परमिट के नियमों को ताक पर रखने वाले विक्रमों के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई तो वे 22 को आरटीओ में परमिट सरेंडर कर देंगे। सिटी बस महानगर बस सेवा अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने कहा कि विक्रम संचालकों के पास ठेका परमिट होते हैं। जबकि सिटी बस संचालकों के पास स्टैज कैरिज का परमिट होता है। ठेका परमिट के हिसाब से विक्रम संचालक एक जगह से सवारियां उठाकर दूसरी जगह छोड़ सकते हैं। बीच-बीच में सवारियां नहीं उठा सकते। लेकिन कोई भी ठेका परमिट के नियमों के हिसाब से विक्रमों का संचालन नहीं करता। इससे सिटी बस संचालकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन थोड़े समय के लिए अभियान चलता है। फिर फुस हो जाता है। इसलिए अगर इस बार 21 से कार्यवाही नहीं हुई तो 22 को सभी सिटी बस संचालक आरटीओ में परमिट सरेंडर कर देंगे। अब इसकी पूरी जिम्मेदार परिवहन विभाग की होगी।
आमरण अनशन जारी
देहरादून, 3 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। सोमवार को पांचवें दिन भी नियुक्ति की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे बीपीएड एमपीएड प्रशिक्षितों का आमरण अनशन जारी रहा। अनशन पर बैठे प्रशिक्षितों के स्वास्थ्य बिगडने लगा है। प्रशिक्षितों ने सरकार पर मांगों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि जब तक नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं की जाती उनका आंदोलन जारी रहेगा। नियुक्ति की मांग को लेकर बीपीएड एमपीएड प्रशिक्षित बेरोजगार पिछले कापफी दिनों से आंदोलन किया जा रहा है। प्रशिक्षितों ने आंदोलन तेज करते हुए चार दिन से आमरण अनशन शुरू कर दिया है। आमरण अनशन पर बैठे प्रशिक्षितों का स्वास्थ्य बिगडने लग गया है। आमरण अनशन पर रमेश पडियार, उमेश रावत, अग्निवेश आर्य, रामलाल शाह, भूपेंद्र नाथ, ताहिर अली, सुरेंद्र पाल, बेगराज सिंह, पुष्पा टाकुली, माया जोशी, श्याम किरण, भावनाचंद, सरस्वती देवी द्वारा अनशन किया जा रहा है। प्रशिक्षितों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही उनकी मांगें न मानी गयी तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष सुन्दर धेनी, देवेंद्र कोरंगा, अनिल शाह, गौरव नेगी, लोकेश नौटियाल, सूरज ध्तोला आदि मौजूद थे।
शिक्षकों ने किया प्रदर्शन
देहरादून, 3 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। जूनियर हाईस्कूल के शिक्षकों ने परेड ग्राउंड में लंबित मांगों के निराकरण न होने पर प्रदर्शन कर धरना दिया। चेतावनी दी कि यदि मांगों का शीघ्र निस्तारण न हुआ तो पंचायत व लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे। सोमवार को जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के बैनर तले प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए शिक्षकों ने मुख्यमंत्री आवास के लिए कूच करना था लेकिन शिक्षामंत्री के धरनास्थल पर पहंुचने के इंतजार में शिक्षक अपराहन तक परेड ग्राउंड में ही डटे रहे। शिक्षकों का कहना था कि जूनियर हाईस्कूल शिक्षक कई वर्षो से शिक्षकों की लंबित समस्याओं के निस्तारण की मांग कर रहे है। लेकिन शासन प्रशासन से कई बार लिखित व मौखिक समझौते के बाद भी समस्याओं का निदान नहीं हुआ। जिससे शिक्षकों में रोष है। संघ की मुख्य मांगों में जूनियर हाईस्कूलों का उच्चीकरण, तीन पदोन्नति देने की नियमावली में व्यवस्था, शिक्षकों को एसीपी का लाभ देने, स्थानान्तरण नीति एवं कोटिकरण की खामियां दूर करने, शिक्षकों को शिक्षण के अलावा अन्य कार्यो में न लगाना, समय पर स्थयी वेतन की व्यवस्था करने, राजकीय जूनियर हाईस्कूलों के सृजित रिक्त पदों को भरने, सीमान्त भत्ता दिए जाने, शिक्षक कल्याण कोष की स्थापना आद शामिल है।
स्कूल वैन संचालकों ने की टैक्स कम करने की मांग
देहरादून, 3 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। स्कूल वैन संचालक सोमवार को टैक्स कम करने सहित अन्य मांगों को लेकर संभागीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) दिनेश चंद्र पठोई से मिले। आरटीओ ने लंबी बातचीत के बाद स्कूल वैन संचालकों को उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। इसके साथ ही बिना परमिट दौड़ रही स्कूल वैन के खिलाफ चल रहे अभियान को जारी रखने की भी बात की। सोमवार को दून स्कूल वैन एसोसिएशन के बैनर तले एक प्रतिनिधिमंडल आरटीओ में संभागीय परिवहन अधिकारी दिनेश चंद्र पठोई से मिले। एसोसिएशन अध्यक्ष राजीव बजाज ने कहा कि आरटीओ की ओर से स्कूल वैन संचालकों के खिलाफ जो अभियान चल रहा है उसमें अनावश्क रूप से परेशान न किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि तिमाही टैक्स स्कूल वैन संचालकों को देना बहुत महंगा पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि तिमाही टैक्स 1805 रूपये है। इसे कम किया जाए। साथ ही सालभर का टैक्स एक साथ जमा करने के एवज में सिटी बस संचालकों की तरह उन्हें भी एक माह की छूट दी जाए। उन्होंने कहा कि टैक्स जाम करने के लिए लंबी लाइन लगानी पड़ती है। इसलिए टैक्स जमा करने के लिए ऑन लाइन की व्यवस्था की जाए। उन्होंने बताया कि आरटीओ ने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है। अगर मांगे जल्द पूरी नहीं हुई तो पिफर एक बार आरटीओ से मुलाकात कर मांगे पूरी करने के लिए मांग करेंगे। उन्होंने स्कूल वैन संचालकों से आरटीओ की कार्यवाही से बचने के लिए जल्द परमिट के साथ ही ड्राइविंग लाइसेंस, फिटनेस सर्टिफिकेट, इंश्योरेंस आदि बनवाने की अपील की है। प्रतिनिधिमंडल में ब्रह्म प्रकाश झागड़ा, मनोज कुमार, राजीव कुमार, राजेश कुमार, बीएस राणा, घनश्याम वर्मा सहित बड़ी संख्या में स्कूल वैन संचालक मौजूद थे।
ओवर लोडिंग के खिलाफ अभियान में 21 के हुए चालान
देहरादून, 3 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। सोमवार को ओवर लोडिंग के खिलाफ परिवहन विभाग ने अभियान चलाया। अभियान में 21 गाड़ियां के चालान किए। जबकि गाड़ी के जरूरी दस्तावेज नहीं होने पर चार गाड़ियां मौके पर ही सीज की गई। सोमवार को परिवहन विभाग के एआरटीओ राम प्रकाश राठौर और आनंद जायसवाल के नेतृत्व में पटेलनगर, शिमला बाईपास, भंडारी बाग, प्रिंस चौक, आईएसबीटी सहित अन्य क्षेत्र में अभियान चलाया। अभियान में ओवर लोडिंग में 21 गाड़ियों के चालान किए। इनमें सिटी बस, विक्रम, टाटा मैजिक, स्कूल वैन, मैक्सी कैब सहित अन्य गाड़ियां हैं। जबकि चार गाड़ियों के पास परमिट नहीं होने पर सीज की गई। एआरटीओ राम प्रकाश राठौर ने बताया कि शहर में अभियान जारी है। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान जो 21 गाड़ियों के चालान किए गए हैं। वो ओवर लोडिंग में किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा कई के पास ड्राइंविग लाइसेंस नहीं थे तो किसी के पास फिटनेस सर्टिफिकेट। इस वजह से चालान किए हैं। जबकि परमिट नहीं होने पर चार गाड़ियां सीज की गई है
डिप्लोमा फार्मासिस्टों ने निकाली रैली
देहरादून, 3 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्टों ने फार्मासिस्टों के पदों पर नियुक्ति की मांग को लेकर रैली निकालकर सचिवालय का घेराव किया। चेतावनी दी कि यदि शीघ्र नियुक्ति प्रक्रिया शुरू न की गयी तो प्रदेश में चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। सोमवार को बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट (एलोपैथिक) एसोसिएशन के बैनर तले बेरोजगार पफार्मासिस्टों ने पदों पर शीघ्र विज्ञप्ति जारी करने की मांग को लेकर परेड ग्राउंड से रैली निकालकर सचिवालय का घेराव किया। एसोसिएशन के अध्यक्ष रोशन काला ने कहा कि सरकार व स्वास्थ्य विभाग फार्मासिस्टों की अनदेखी करता आ रहा है। जबकि फार्मासिस्टों द्वारा प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं संचालित की जा रही है। बेरोजगार पिछले कई वर्षो से रोजगार के लिए आंदोलन कर रहे है। महासचिव मनोज त्रिपाठी ने कहा कि फार्मासिस्टों के 2840 पद सृजित कर नियुक्ति देने, वर्षवार श्रेष्ठता के आधार पर नियुक्ति, भेषजिक सेवानियमावली 2006 में संशोधन के प्रस्ताव को शीघ्र खारिज करने, राजकीय चिकित्सालयों को पीपीपी मोड पर न दिने जाने आदि मांग की। बेरोजगारों ने फार्मासिस्ट संवर्ग का पुनर्गठन कर डिप्लोमा फार्मासिस्ट के पदों पर शीघ्र विज्ञप्ति जारी करने की मांग की। घिराव करने वालों में देवेंद्र, सुनील नाथ, विनोद रतूडी, होशियार सिंह, राजेश, महिपाल नेगी, हीरा सिंह सजवाण, संजीव गुप्ता, मनवर चौहान, रविन्द्र नेगी, जगदीश, रमेश, रोहित, विनय, वंदना, सीमा रानी, सोनी, भूपेंद्र, अनुज, राकेश, परमेश्वर दत्त आदि मौजूद थे।