आचार्य श्री का हुआ मंगल प्रवेश, शोभायात्रा के साथ धर्मसभा का हुआ आयोजन
झाबुआ-- देव-गुरू-धर्म, इन तीन तत्व को जो व्यक्ति समझ लेता है, वह व्यक्ति जीवन में कभी भटकता नहंी है एवं भव सिंधु में कभी अटकता नहीं है। उसे अपना लक्ष्य मोक्ष रूपी मंजिल अवश्य प्राप्त होती है। हमे अपने आत्म स्वरूप को जानना है, पहचानना है, आज व्यक्ति इस आधुनिकता की अंधी दौड़ में खुद को ही भूल गया है। मानव जन्म क्यो मिला है, यह भी जीव भूल गया है। जब मानव इन तत्वों का आत्म चिंतन कर उसे ग्रहण करेगा एवं परामात्मा की नव अंगो की पूजन करते समय उन एक-एक अंगों पर केसर, चंदन की पूजा के समय उनके महत्व का चिंतन करेगा, तो ही हम जिनेश्वर परामात्मा की नव अंगों की पूजा को सार्थक बनाकर सच्चे साधक बन सकते है। उक्त प्रवचन स्थानीय रामकृष्ण नगर में मुकेश जैन नाकोड़ा के निवास प्रांगण में आयोजित महत्ती धर्मसभा को फरमाते हुए परम् पूज्य आचार्य देवेश श्रीमद् विजय जयंतसेन सूरीश्वरजी मसा ने देव-गुरू-धर्म की महत्ता के बारे बताते हुए दिए। श्री संघ सचिव यशवंत भंडारी ने बताया कि पूज्य राष्ट्रसंत आचार्य श्री सहित 50 से अधिक मुनि मंडल एवं साध्वीजी मंडल का मेघनगर एवं रंभापुर में भव्य अंजनशलाका एवं प्रतिष्ठा संपन्न करवाकर गुरूवार को प्रातः 8 बजे मेघनगर नाके से झाबुआ में भव्य मंगल प्रवेश हुआ। श्री संघ की नवकारसी चंद्रविला भवन पर आनंदीलाल संघवी परिवार द्वारा आयोजित की गई।
शोभायात्रा निाकली गई
नवकारसी के पश्चात् श्री संघ एवं परिषद् परिवार द्वारा यहंा से भव्य शोभा यात्रा का आयोजन किया गया। शोभायात्रा में बैंड की मधुर धुन के साथ गुरू गुणानुवाद करते हुए युवा वर्ग नृत्य कर रहा था, तो इसके पीछे महिलाएं अपने सिर पर कलश लेकर मंगल गीत गाते हुए चल रहीं थी। जगह-जगह श्री संघ एवं शहरवासियों ने आचार्य श्री के समक्ष श्रीफल एवं अक्षत से गहुली कर पूज्य श्री से आशीर्वाद प्राप्त किया। गुरूदेवजी की शोभायात्रा इंदौर-अहमदाबाद मार्ग से होते हुए रामकृष्ण नगर पहुंचकर धर्मसभा में परिवर्तित हो गई।
धर्मसभा का हुआ आयोजन
यहां सर्वप्रथम श्रावक रत्न धर्मचंदजी मेहता द्वारा द्वादशावर्तवंदन विधि से गुरू वंदना करवाई गई। गुरूदेव के मंगलाचरण के पश्चात् कार्यक्रम के लाभार्थी जैन परिवार एवं अतिथि श्री सुरेशकुमार पूरणमल जैन, ताराचंद गादिया द्वारा गुरूदेवजी के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। योगेन्द्र नाहर द्वारा गुरू गुणानुवाद गीत प्रस्तुत किया गया। श्रीमती रूचि मुकेश जैन द्वारा समुधर स्वर से ‘गुरूशा पधारे म्हारे आंगनिये’ गीत की सुंदर प्रस्तुति दी गई। प्रवचन के पश्चात् कार्यक्रम के लाभार्थी चंद्रशेखरजी जैन एवं सुरेशचन्द्र पूरणमल जैन पप्पू भैया परिवार द्वारा पूज्यश्री को कामली ओढ़ाई गई। श्री संघ का साधर्मी वात्सल्य चंद्रशेखर, विमल, मनोज, मुकेश जैन परिवार द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम का ंसचालन श्री संघ सचिव श्री भंडारी ने किया। आभार संजय मेहता ने माना। श्री बावन जिनालय में प्रतिष्ठिीत होने वाली श्री पुण्ड़रिक स्वामीजी गणधर एवं श्री शुभ स्वामीजी गणधर की प्रतिमा भराने एवं प्रतिष्ठा करने का चढ़ावा बोला गया। जिसमें पुण्ड़रिक स्वामीजी की प्रतिमा भराने एवं प्रतिष्ठित करने का लाभ श्रीमती लीलाबेन शांतिलाल भंडारी परिवार द्वारा लिया गया एवं श्री शुभ स्वामीजी गणधर की प्रतिमा भराने एवं प्रतिष्ठा करने का लाभ प्रमोदकुमार चंपालालजी भंडारी परिवार ने लिया।
लाभार्थियों का हुआ बहुमान
कार्यक्रम में श्री संघ के वरिष्ठजनों एवं पदाधिकारियांें द्वारा नवकारसी के लाभार्थी आनंदलालजी, अजय, विजय संघवी परिवार एवं आज के साधर्मी वात्सल्य एवं कार्यक्रम के लाभार्थी श्री चंद्रशेखरजी, विमलजी, मनोज, मुकेश, प्रथम, हार्दिक जैन परिवार का शाल-श्रीफल एवं तिलक लगाकर बहुमान किया गया। साथ ही श्री पुण्ड़रिक स्वामीजी एवं शुभ स्वामीजी की प्रतिमाओं के लाभार्थी मनोहरलाल, राजेन्द्र, प्रदीप भंडारी व प्रमोदकुमार भंडारी एवं श्रीमती अंजु भंडारी एवं काव्य भंडारी का बहुमान भी किया गया।
श्री शांतिनाथ पंच कल्याणक पूजन पढ़ाई गई
श्री संघ प्रवक्ता रिंकू रूनवाल ने बताया कि प्रवचन के पश्चात् दोपहर 12.39 बजे से श्री शांतिनाथ भगवान की पंच कल्याणक पूजन मन मधुकर ग्रुप आर्केस्ट्रा पार्टी नागदा द्वारा चंद्रशेखरजी जैन के निवास रामकृष्ण नगर पर पढ़ाई गई। पूजन के पश्चात् भगवान की आरती एवं मंगल दीपक उतारा गया तथा शांति कलश कर चैत्यवंदन किया गया।
आचार्यश्री ने किया पारा विहार
दोपहर 3 बजे आचार्य श्री एवं मुनि मंडल ने पारा की ओर विहार किया। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं उनके साथ मौजूद थे एवं जय-जयकार के नारों के साथ खरडूबड़ी तक विहार किया। पूज्य श्री का पारा में भव्य ंमगल प्रवेश 7 फरवरी को होगा। जहा आचार्यश्री की निश्रा में भव्य दीक्षा, पाटोत्सव एवं अंजनशलाका कार्यक्रम होगा।
मारपीट के 02 अपराध पंजीबद्ध:-
झाबूआ--फरियादी सेवा पिता रामा खडि़या भील, उम्र 45 वर्ष, निवासी थांदला ने बताया कि उसके भाई आरोपी घुमचंद पिता रामा ने, भाभी लस्सुबाई, जो कि उसके स्व0 भाई भग्गु की पत्नी थी, को अपनी पत्नी बनाने की बात पर से मारपीट कर अश्लील गालियां दी व जान से मारने की धमकी दी। प्रकरण में थाना थांदला में अप0क्र0 65/14, धारा 325,504,323 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। फरियादिया आनंदीबाई पति मोहनलाल प्रजापति, उम्र 45 वर्ष, निवासी खवासा ने बताया कि आरोपी मनोहरलाल पिता नानुराम प्रजापति एवं अन्य 01, निवासी खवासा ने पैसे के लेनदेन की बात को लेकर घर में घुसकर मारपीट कर अश्लील गालियां दी व जान से मारने की धमकी दी। प्रकरण में थाना थांदला में अप0क्र0 66/14, धारा 452,294,323,506,34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
दुर्घटना के 03 अपराध पंजीबद्ध:-
झाबूआ--फरियादी मोहम्मद नूर पिता नूर मोहम्मद मुसलमान, उम्र 56 वर्ष, निवासी झाबुआ ने बताया कि कार क्रमांक एमपी-04-टी-9926 के चालक ने तेज व लापरवाहीपूर्वक अपने वाहन को चलाकर उसकी रिक्शा को टक्कर मारकर नुकसान पहुंचाया। प्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अपराध क्रमांक 65/14, धारा 279 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। फरियादी पीटर पिता बेनदीक डामोर, उम्र 23 वर्ष, निवासी राणपुर ने बताया कि अज्ञात तुफान जीप के चालक ने तेज व लापरवाहीपूर्वक अपने वाहन को चलाकर उसकी मोटरसायकल को टक्कर मार दी, जिससे उसे चोटें आई। प्रकरण में थाना रानापुर में अप0क्र0 37/2014, धारा 279,337 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। फरियादी मनोहर पिता अंबाराम गामड़, उम्र 29 वर्ष, निवासी सामली ने बताया कि मोटर सायकल क्रमांक एमपी-45-एमसी-9081 के चालक ने मोटरसायकल तेज व लापरवाहीपूर्वक चलाकर उसके लड़के लंकेश, उम्र 4 वर्ष को टक्कर मारी। प्रकरण में थाना रायपुरिया में अप0क्र0 37/2014, धारा 279,337 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
चोरी का 01 अपराध पंजीबद्ध:-
झाबूआ--फरियादी जगदीश पिता मांगीलाल वर्मा, उम्र 48 वर्ष, निवासी थांदला ने बताया कि उसने अपनी मोटरसायकल हीरो होण्डा क्रमांक एमपी-45-एमसी-8258 को टेनिस हाॅल के पास खड़ी की थी, अज्ञात बदमाश मोटर सायकल को चुराकर ले गये। प्रकरण में थाना थांदला में अप0क्र0 64/14, धारा 379 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया
मर्ग का 01 प्रकरण घटित
झाबूआ--फरियादी सेताराम पिता रणछोड़ पारगी, उम्र 26 वर्ष, निवासी कुण्डलीपाड़ा ने बताया कि कमलेश पिता सुरतान पारगी, उम्र 20 वर्ष, निवासी कुण्डलियापाड़ा ने जहरीली दवाई पी ली थी, पेटलावद अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। प्रकरण में थाना पेटलावद में मर्ग क्रमांक 3/14, धारा 174 जाफौ का कायम कर जांच में लिया गया।
मेघनगर में सम्पन्न हुआ निषुल्क स्वास्थ्य षिविर
मेघनगर - जन सेवा जनार्दन सेवा के महामंत्र को साकार करते हुए वरदान नर्सिंग होम झाबुआ एवं स्व. श्रीमतीलाड़कीबाई पब्लिक चेरिटेबल ट्रस्ट के सहयोग से गा्रमीण अंचलों में निःषुल्क स्वास्थ्य षिविरों का आयोजन कर गा्रमीण जनों की विभिन्न बीमारियों की जांच एवं निदान के लिये अपनी सेवायें अर्पित की जारही है । इसी कडी में मेघनगर में षांति सुमतिनाथ मंदिर की प्रतिष्ठा महोत्सव के उपलक्ष्य में राष्ट्रसंत आचार्य श्रीजयन्तसेन सरिष्वरजी मसा एवं वरिष्ठ मुनिराज नित्यानंदविजयजी की पावन निश्रा में तथा जैन समाज के तत्वावधान में डा. विक्रांत भूरिया जनरल सर्जन एवं डा.श्रीमती शीना भूरिया स्त्री रोग विषेषज्ञ एवं सर्जन द्वारा मेघनगर स्थित हायर सेकेण्डरी स्कुल परिसर में 5 फरवरी बुधवार प्रातः 11 बजे से संध्या 7 बजे तक निषुल्क स्वास्थ्य षिविर का आयोजन किया गया । सर्वप्रथम श्रीमती कल्पना भूरिया द्वारा भगवान गणेष के चित्र पर माल्र्यापण कर दीप प्रजवल्ति कर षिविर का आरंभ किया गया। डाॅ. भूरिया एवं श्रीमती भूरिया द्वारा सभी बीमारियों के इंफेक्षन, अपेन्डिक्स, हाईड्रोसिल, हार्निया, तथा गठाने, पथरी, प्रोस्टेट, बवासिर,फिषर,पित्त से संबंधित रोग एवं पेट के रोगो की साथ ही महिला की निषुल्क जांच के साथ ही माहवारी से संबंधित रोगों, पेडू में दर्द,बच्चे दानी में गठान,बच्चेदानी का आप्रेषन, सफेद पानी की परेषानी आदि का उपचार किया गया तथा मरीजो को स्व. श्रीमतीलाडकीबाई पब्लिक चेरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक एवं अध्यक्ष श्रीमती कल्पना भूरिया के नेतृत्व में मुफ्त में दवाओं का वितरण भी किया गया। इस दौरान करीब-करीब300 मरीजों ने इस षिविर में अपने रोग का उपचार कराया। डा. विका्रंत भूरिया एवं हर्ष भट्ट ने बताया कि इस तरह के षिविर दिनांक 8 फरवरी षनिवार को रानापुर में प्रातः 11 बजे से संध्या 5 बजे तक रानापुर स्थित नगरपालिका के सामुदायिक भवन में आयोजित किया जायेगा। मेघनगर मंे आयोजित इस स्वास्थ षिविर को सफल बनाने में समाजसेवी सूरेषचन्द्र जैन (पप्पू भैया), राजेष जैन(रिंकु भैया),डा. किषोर नायक डा ब्रजेष तिवारी आनंदी पडियार, दिनेष वैरागी, हरिराम गिरधानी, यामीनभाई षेख, प्रताप सरपंच एवं पप्पूभैया मित्रमंडल के समस्त सदस्यगण, हर्ष भट्ट, जयसिंह, विषाल जोषी, जगदिष जय आरती गरवाल ज्योती गेहलोद रमेष , भगवानसिंग, केगुभाई एवं समस्त वरदान अस्पताल स्टाफ का सराहनीय सहयोेग रहा।
डीएस गांधी को मंडलाध्यक्ष निर्वाचित होने पर दी बधाई
झाबुआ--रोटरी मंडल 3040 का वार्षिक सम्मेलन राजस्थान के प्रसिद्ध शहर उदयपुर में संपन्न हुआ। इस वार्षिक सम्मेलन में झाबुआ रोटरी क्लब अध्यक्ष यशवत भंडारी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल शामिल हुआ। जिसमें मंडल 3040 के चुनाव में झाबुआ एवं आलीराजपुर जिले के रोटरी क्लबों में रोटरी क्लब झाबुआ के अध्यक्ष रो. यशवंत भंडारी को ही वोट देने की पात्रता थी। इस वार्षिक सम्मेलन में रोटरी मंडल 3040 के वर्ष 2016-2017 के मंडलाध्यक्ष का चुनाव हुआ। जिसमें रोटरी क्लब नीमच के वरिष्ठ रोटेरियन दर्शनसिंह गांधी बड़े मतो के अंतर से विजयी घोषित हुए। श्री गांधी के निर्वाचित होने पर रोटरी क्लब झाबुआ के पूर्व अध्यक्ष प्रतापसिंह सिक्का, जयेन्द्र बैरागी, मनीष व्यास, विजय पांडे, सचिव उमंग सक्सेना, रोटरेक्ट चेयरमेन नीरजसिंह राठौर, इंटरेक्ट चेयरमेन शैलेन्द्रसिंह चोरे आदि द्वारा बधाई दी गई है।