ग्राम, नगर रक्षा समितियों का सम्मेलन सम्पन्न
जिला मुख्यालय के पुलिस ग्राउण्ड पर शनिवार को ग्राम, नगर रक्षा समितियों का सम्मेलन आयोजित किया गया था। जिसे सम्बोधित करते हुए कलेक्टर श्री एम0बी0ओझा ने कहा कि प्रशासन को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से समितियों के सदस्यों की मदद मिल रही है जिससे व्यवस्थाओं को बनायें रखने में सहयोग मिलता है। उन्होंने कहा कि विकास के लिए शांतिपूर्ण वातावरण अति आवश्यक है। इस कार्य में निःस्वार्थ भाव से रक्षा समितियों के सदस्य अपने दायित्वों का पूर्ण ईमानदारी से निर्वहन कर रहे है। उन्होंने कहा कि अच्छे कार्यो को करने वाले इन समिति के सदस्यों का हौंसला अफजाईं किया जायेगा। उन्हें शासन की विभिन्न स्वरोजगारमूलक योजनाओं से भी लाभांवित करायें जाने का प्रयास किया जायेगा। पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी ने रक्षा समितियों के सदस्यों को सम्बोधित करते हुए कहा कि उनकी तत्परता से अपराधो में कमी होती है। सौहार्द्र वातावरण बनाये जाने में भी मदद मिलती है उन्होंने रक्षा समितियों के गठन के पीछे प्रशासन की अवधारणा को भी रेखांकित किया। पुलिस अधीक्षक श्री चैधरी ने कहा कि नागरिकों से संवाद बनायें रखने में भी इनकी मदद मिलती है। पुलिस अधीक्षक श्री चैधरी ने रक्षा समितियों के गठन के संबंध में बताया कि चार स्तर पर गठित की जाती है जिसमें थाना संयोजक, ग्राम संयोजक, वीट संयोजक, वार्ड संयोजक शामिल है। उन्होंने बताया कि भविष्य में पुलिस थाना स्तर पर इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। जिले में अब तक चार हजार से अधिक व्यक्तियों को समितियों से जोड़ा गया है जिला स्तरीय सम्मेलन में एक तिहाई सदस्यों को आमंत्रित किया गया था। इससे पहले ग्राम, नगर रक्षा समितियों के सदस्यों को यातायात, सुरक्षा, हथियारों का प्रदर्शन के संबंध में भी विस्तृृत जानकारी दी गई। वही चिकित्सकगणों द्वारा स्वास्थ्य के लिए किन-किन बिन्दुओं का विशेष ध्यान रखे से अवगत कराया गया वही चिकित्सक डाॅ0निगम ने तम्बाकू से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों से और सीएसपी श्री नागेन्द्र पटेरिया ने कानूनन हक और कर्तव्यों की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती राखी झा ने और आगंतुकों के प्रति आभार सीएसपी द्वारा व्यक्त किया गया। कार्यक्रम स्थल पर जिला पंचायत के सीईओ श्री शशिभूषण सिंह, अपर कलेक्टर डाॅ0के0डी0त्रिपाठी समेत पुलिस एवं राजस्व विभाग के अन्य अधिकारी के अलावा ग्राम, नगर, सुरक्षा समितियों के पदाधिकारी एवं सदस्य मौजूद थे।