भारत और न्यूजीलैंड के बीच यहां ईडेन पार्क में खेले गए पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन रविवार को भारतीय टीम दूसरी पारी में 366 रन ही बना सकी और इस तरह वह 40 रनों से हार गई। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी में विदेश की धरती पर भारतीय टीम की यह 10वीं टेस्ट हार है। न्यूजीलैंड ने पहली पारी में ब्रेंडन मैक्लम (224)और केन विलियम्सन (113) की बदौलत 503 रन बनाए थे। इसके बाद भारत ने तीसरे दिन शनिवार को न्यूजीलैंड की दूसरी पारी 105 रनों पर समेट दी थी। इसके जवाब में भारत ने पहली पारी में 202 रन और दूसरी पारी में 366 रन ही बना सकी और इस तरह वह 40 रनों से हार गई।
दूसरी पारी में खराब बल्लेबाजी और अम्पायरों के कुछ गलत निर्णयों का खामियाजा भारतीय टीम को भुगतना पड़ा। चायकाल से पहले अंजिक्य रहाणे जब 18 के निजी योग पर खेल रहे थे तब गेंद बल्ले का किनारा लेकर पैड पर लगी थी लेकिन उन्हें पगबाधा करार दिया गया। इससे भारतीय टीम बैकफुट पर आ गई। इसके बाद महेंद्र सिंह धौनी को आउट करार दिए जाने पर भी विवाद रहा। इसके बाद भारतीय समर्थकों में निराशा छा गई।
इसके साथ ही भारतीय बल्लेबाजों के आउट होने में खराब शॉट का भी योगदान रहा। विराट कोहली (67), रोहित शर्मा (19) और रवींद्र जडेजा का खराब ढंग से खेलना भारतीय हार में अहम भूमिका रही। धौनी ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मैच को लेकर मेरी मिश्रित प्रतिक्रिया है। उन्होंने कहा कि दूसरी नई गेंद से विकेट गंवाने और अंपायरों के कुछ गलत निर्णय ने इस मैच में निर्णायक भूूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि इस तरह के नजदीकी मामले वाले मैचों से खिलाड़ियों को अच्छा अनुभव हासिल होता है।
न्यूजीलैंड ने 85 ओवर के बाद नई गेंद लेने का निर्णय किया और यह भारत के लिए नुकसानदायक सिद्ध हुआ जब भारत ने रहाणे और रोहित शर्मा के विकेट गंवाए। चायकाल के तुरंत बाद रोहित शर्मा आउट हो गए। इसके बाद धौनी और जडेजा ने जवाबी आक्रम किया और 34 गेंद में 54 रन जुटाए लेकिन जडेजा मिडआन पर कैच कर लिए। भारत को अब जीत के लिए 82 रनों की दरकार थी और उसके तीन विकेट शेष थे।
जहीर खान (17) और धौनी ने आठवें विकेट के लिए 25 रन जोड़े लेकिन वैगनर ने जहीर को चलता कर दिया। धौनी का आउट होना भारतीय हार में आखिरी कील साबित हुआ। न्यूजीलैंड टीम के नील वैग्नर ने दूसरी पारी में चार विकेट लिए। उन्होंने पहली पारी में भी चार विकेट लिए थे।