राजनीति की पिच पर ताबड़तोड़ रन बनाते हरीश रावत
देहरादून, 10 फरवरी। दस दिन पहले मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने वाले हरीश रावत ने अपने दायित्व के निर्वाह अपने 45 साल के समूचे राजनीतिक अनुभव को उडे़ल दिया है। अत्यंत विपरीत और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए वह इन दिनों 20-20 मैच में आॅल राउंडर खिलाड़ी की भूमिका निभा रहे हैं। कम से कम समय में अधिक से अधिक काम करने का रिकार्ड बनाने के साथ-साथ प्रदेश कंाग्रेस में जारी मतभेदों को मिटाने और पार्टी को एक सूत्र में बांधने में भी वह काफी हद तक सफल भी दिखाई दे रहें हैं। महज अपने 10 दिन के कार्यकाल में उनके द्वारा न सिर्फ आम जन के मन को छूने के सार्थक प्रयास किए गए हैं बल्कि विकास की पटरी से उतरी गाड़ी को पूरी रफ्तार से दौड़ाने के उनके प्रयास चर्चा का विषय बने हुए हैं। बीते कल उन्होंने खुद यह स्वीकार किया कि उन्हें 20-20 क्रिकेट मैच की तरह अपनी यह राजनीतिक पारी खेलनी पड़ रही है जिसमें वह बेटिंग और बाॅलिंग दोनों एक साथ कर रहे हैं। कार्यभार संभालने के तुरंत बाद से ही उन्होंने जनहित के ताबड़तोड़ फैसले लेने शुरू किए जिनका क्रम लगातार जारी है। अगले ही दिन केदारघाटी का दौरा और आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए राहत की घोषणाएं तथा उसी दिन इन घोषणाओं के अमल के लिए शासनादेश जारी किया जाने से उन्हें लोगों का भरोसा जीतने सफलता मिली है। दस दिन के अंदर राज्य में बीस हजार युवाओं को नौकरियां दिए जाने का रास्ता भी उनके द्वारा साफ कर दिया गया है जिसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सत्ता संभालने के तुरंत बाद लाए गए अपने बजट में सरकार ने दर्जनों ऐसी लोेक लुभावन घोषणाएं की जिनका प्रभाव सीधे-सीधे आम आदमी के हितों से जुड़ा है। सरकार कामकाज के बीच मिलने वाले अपने समय को किस तरह सद्पयोग किया जा सकता है इसे हरीश रावत से अधिक बेहतर कोई नहीं समझ सकता। मौसम के खराब होने के कारण उनका पिथौरागढ़ दौरा रद्द हुआ तो जाॅलीग्रांट लैण्ड होने के बाद वह डोईवाला क्षेत्र में भ्रमण पर निकल गए। गली-गली और मौहल्ले-मौहल्ले जाकर उन्होंने आम जनता की समस्याओं को जाना समझा। दो दिन पूर्व सरकारी कामकाज निपटाकर दून की मलिन बस्तियों के दौरे पर गए हरीश रावत ने लोगों से मिलकर उन्हें आश्चर्यचकित कर दिया ।बीते दिन सारे दिन राजनीतिक और सरकारी कार्यक्रमों में व्यस्त रहने के बावजूद भी देर रात वह राजधानी दून की कानून व्यवस्था को जांचने के लिए खुद ही सड़क पर निकल पड़े। कोतवाली और आराघर चैकी के साथ-साथ वह रेलवे स्टेशन आदि कई स्थानों पर गए। जनता के साथ इस तरह के सीध्ेा संवाद और संपर्क की यह कार्यशैली लोगों को खूब भा रही है। मुख्यमंत्री हरीश रावत एक तरफ आपदा के कारण क्षत-विक्षत हुए राज्य के सामाजिक और आर्थिक ढांचे को सुधारने के प्रयासों में जुटे हुए हैं वहीं दूसरी ओर वह आम जनता से सीध्ेा जुड़ने के प्रयासों में भी कोई कोर-कसर उठाकर नहीं रख रहे हैं यही नहीं उनके द्वारा पार्टीगत् मतभेदों को मिटाने और उन्हें सुलझाने की दिशा में भी अनूठे प्रयोग किए जा रहे हैं इसकी एक बानगी बीते कल उस समय देखने को मिली जब पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के विवादित रहे पुत्र साकेत बहुगुणा हर एक कार्यक्रम में उनके साथ नजर आए। मुख्यमंत्री की पत्रकार वार्ता और उनके उत्तरकाशी दौरे के समय भी साकेत बहुगुणा उनके साथ रहे। रावत के साथ साकेत की मौजूदगी भले ही राजनीतिक गलियारों मंे चर्चा का विषय रही हो लेकिन इससे दो बातें साफ नजर आती हैं पहली यह पार्टी के अंदर एकता का प्रदर्शन और दूसरी ओर हरीश रावत के सब को साथ लेने की क्षमता। निश्चित रूप से कांग्रेस के लिए यह सबसे अहम और पहली जरूरत है। जिस तरह की खीचंतान अब तक पार्टी के नेताओं के बीच देखी जाती रही है उसे समाप्त किए बिना कांग्रेस न तो पंचायत चुनावों में बेहतर प्रदर्शन कर पाएगी और न ही लोक सभा चुनाव में उससे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा सकती है। हरीश रावत ने अपने 10 दिन के कार्यकाल में न सिर्फ हर एक मोर्चे पर स्थिति को ठीक से जांचा परखा है बल्कि उन्हें ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए इस पर भी उनका स्पष्ट रूख रहा है। नए निजाम की कार्यशैली से विपक्षी खेमे मेे भी हलचल पैदा हो गई है। हरीश रावत अगर अगले दो तीन महीनें इसी गति और लय से बेटिंग और बाॅलिंग करते रहे तो इस 20-20 मेच में भाजपा की दिक्कतें बढ़ना स्वाभाविक है ऐसा राजनीति के जानकारों का कहना है।
ताबड़ तोड़ लोकार्पण एवं शिलान्यास को कांग्रेस का चुनावी स्टंट: तीरथ सिंह रावत
देहरादून, 10 फरवरी (निस)। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत ने प्रदेश में कांग्रेस सरकार द्वारा किये गये ताबड़ तोड़ लोकार्पण एवं शिलान्यास को कांग्रेस का चुनावी स्टंट करार देते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा उत्तराखण्ड के हर जनपद में जिस तरह हैलीकाॅप्टर के जरिये भाजपा शासनकाल में स्वीकृत योजनाओं का ताबड़ तोड़ लोकार्पण व शिलान्यास कर लाखों रूपये का जो अनावश्यक खर्चा किया गया उस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हरीश रावत का जमीनी चेहरा बेनकाब हो गया है। मुख्यमंत्री हरीश रावत इन खर्चों का हिसाब दें। प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि जहां हैलीकाॅप्टर उपलब्ध नही हुआ वहां प्रभारी मंत्री पंहुचे ही नही। दैवी आपदा ग्रस्त क्षेत्रों के कार्यों की अनदेखी कर जनता की नजरों में धूल झोंकी गयी है। आपदा ग्रस्त लोगों की बुनियादी सुविधाओं के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है। अधिकतर लोकार्पण, शिलान्यास 75 प्रतिशत योजना जिला योजना से थी जिसमें कई योजना 1 लाख, 2 लाख की भी हैं, जिसकी बड़ी लम्बी सूची थी। जिसके लिए हैलीकाॅप्टर उड़ाये गये, एक ही योजना पर 18-20 हजार का पत्थर, अन्य खर्चा किया गया। 20-25 प्रतिशत स्टेट प्लान की योजनाऐं थी। जो कि भाजपा शासनकाल में स्वीकृत थी। लोकार्पण व शिलान्यास में भाजपा विधायकों की अनदेखी की गई है। पंचायत व लोक सभा चुनाव से भयभीत कांग्रेस सरकार के मुखिया हरीश रावत अब अपनी साख बचाने के लिए अनावश्यक खर्चा कर जनता को भ्रमित कर रहे है। रावत ने बताया कि प्रदेश की जनता गुमराह नही होने वाली है और जनता से कांग्रेस के इन हैलीकाॅप्टर लोकार्पण, शिलान्यास अभियान से सतर्क रहने का आह्वान किया है भारतीय जनता पार्टी हर स्तर पर कांग्रेस के घोटालों का पर्दाफास करेगी।
अल्पसंख्यक समाज के सर्वांगीण विकास के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध: हरीश रावत
देहरादून, 10 फरवरी (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उनको मिलने आये उलेमाओं से कहा कि अल्पसंख्यक समाज के सर्वांगीण विकास के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है,ं उन्होने कहा हमारा प्रदेश कौमी गुलदस्ता है और हमारी सांझी गंगा-जमुनी संस्कृति है। उन्होंने उलेमाओं से कौम की तालीम पर ध्यान देने की अपेक्षा करते हुए कहा कि आज वही आगे हैं, जो शिक्षित एवं तकनीकी हुनरमंद हैं। उन्होंने कहा कि अधिकांश मुस्लिम गांव काफी संकरे व घने बसे हुए हैं। गांवों में जल निकासी, सफाई आदि आधारभूत समस्यायें हैं, इसके निदान के लिए गांवों में शहरों जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराये जाने का प्रयास किया जा रहा है। गांवों में अवस्थापना सुविधा विकसित करने के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध कराई जायेगी। पिरान कलियर को टूरिस्ट सर्किट बनाने के लिए पूर्व में 11 करोड़ रूपये की व्यवस्था की गई थी, जिसे बढ़ाकर 51 करोड़ रूपये किये जाने का उन्होंने आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुम्भ मेले की तर्ज पर पिरान कलियर में भी अवस्थापना सुविधाओं को विकसित करने के लिए अलग से धनराशि की व्यवस्था के साथ ही गंगनहर पर एक और पुल बनाया जायेगा। अल्पसंख्यक क्षेत्रों के विकास के लिए मल्टी सेक्टोरियल डेवेलपमेंट योजना के अंतर्गत संचालित कार्यों के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध कराई जायेगी। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि हिन्दू, मुस्लिम एवं अन्य धर्मों के बुजुर्गों को ख्वाजा साहब, बैष्णों देवी, रीठा साहब जैसे धार्मिक स्थलों की यात्रा के लिए निःशुल्क तीर्थाटन की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम से हुनरमंदों को अनुदान दिया जायेगा। उन्होने कहा पांच रूपये कमाने वाला 50 रूपये कमाये यह सरकार का प्रयास है। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक कल्याण से सम्बन्धित वर्ष 2002 से 2007 के मध्य जो कमेटी बनाई गई थी, उसे फिर से क्रियाशील किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मदरसों को तालीम की व्यवस्था करने के लिए अनुदान की व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने कहा कि उर्दु हिन्दुस्तान की जुबान है, हमारी जुबान है। तालीम सुदा उर्दु जानकारों को सेवायोजित किये जाने की भी उन्होंने बात कही। मुख्यमंत्री ने सचिव अल्पसंख्यक कल्याण को हज समिति कार्मिकों को समय से वेतन भुगतान के साथ ही संविदा कार्मिकों की समस्याओं के त्वरित निराकरण के भी निर्देश दिये। उन्होंने हज समिति व मदरसा बोर्ड की अन्य समस्याओं के समाधान के भी निर्देश दिये। इससे पूर्व मुख्यमंत्री आवास पर बड़ी संख्या में प्रदेश के उलेमाओं ने भेंट कर उन्हें मुबारकबाद दी। उन्होंने मुख्यमंत्री को राज्य के लिए मुबारक बताते हुए उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में प्रदेश के चहुॅमुखी विकास के साथ ही समाज में आपसी भाई चारा व अमनचैन और मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि वे उन्हें दिल से चाहते हैं और मुस्लिम समाज की ओर से मुख्यमंत्री को पूरा सहयोग मिलेगा। उन्होंने कहा कि श्री हरीश रावत के मुख्यमंत्री बनने से पूरा मुस्लिम समाज गोरवान्वित महसूूस कर रहा है। उन्होेंने विश्वास व्यक्त किया कि मुस्लिम कौम को जो उम्मीदें उनसे हैं, वे उन उम्मीदों पर खरे उतरेंगे। उन्होंने हज समिति के कार्मिकों के वेतन भुगतान के साथ ही मदरसा बोर्ड में रिक्त पदों पर नियुक्त संविदा कार्मिकों की समस्याओं से भी मुख्यमंत्री को अवगत कराया। इस अवसर पर हाजी मो. यामीन, मो. मुसरत अंसारी, हाजी सलीम खान, शहर काजी देहरादून मौलाना मो. असद काशमी, मो. अल्ताफ हुसैन, फुरकान अहमद, चै. रईस अहमद, सैय्यद मो. काशिम, मो. शहनजर, डाॅ. इकबाल, मो. नौशाद सहित बड़ी संख्या में उलेमा व अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे।
खेत में पानी लेने गई महिला को हाथी ने मारा
देहरादून, 10 फरवरी (निस.)। जनपद पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर प्रखण्ड के गंगाभोगपुर मल्ला के खेत में पानी लगाने गई एक महिला को हाथी ने पटक कर मौत के घाट उतार दिया। चीख पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीण शव को उठाकर ले आए। सूचना पर गांव पहुंचे वन विभाग के कर्मियों और राजस्व पुलिस ने मौका मुआयना किया। घटना से ग्रामीण दहशत में है। राजस्व पुलिस के मुताबिक तुलसी देवी 52वर्ष पत्नी रोशन लाल निवासी गंगाभेगपुर मल्ला खेत में पानी लगाने के लिए गांव से करीब एक किमी दूर जंगल के बीच नहर पर गई थी। बताया जा रहा है कि इस बीच महिला की चीख पुकार सुनकर आस-पास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो पैरो तले जमीन खिसक गई। महिला लहूलुहान हालत में झाडियांे में पड़ी थी। जबकि कुछ ही दूरी पर एक टस्कर हाथी चिंगाड रहा था। भयभीत लोग हाथी के जाने के बाद महिला को बचाने के लिए दौड़े मगर तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद ग्रामीण और परिजन महिला का शव गांव ले आए और सूचना वन विभाग और राजस्व पुलिस को घटना की दी। गोहरी रेंज अधिकारी सीवी ध्यानी ने बताया कि मौके पर हाथी के पैरों के निशान बरामद हुए हैं। उधर देर शाम राजस्व पुलिस ने शव कब्जे मे लिया है। महिला की मौत से परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई है।
वेतन बढ़ोत्तरी की मांग को लेकर बैंककर्मियों की हडताल से उपभोक्ता परेशान
देहरादून, 10 फरवरी (निस.)। यूनाइटेड फार्म आफ बैंक यूनियनस के आह्वान पर वेतन में बढ़ोत्तरी को लेकर तमाम बैंक कर्मियों के दो दिवसीय हड़ताल पर चले जाने के परिणामस्वरूप सोमवार को राज्य के तमाम बैंकों में प्रातः से ही ताले लटके रहे। यहां तक कि बैंकों के बाहर व सार्वजनिक स्थानों पर लगे एटीएम मशीनों मे भी पैसे नहीं भरे गये। ज्ञात रहे कि इण्डियन बैंक एसोसिएशन के साथ वेतन समझौते पर हुई वार्ता के असफल हो जाने के परिणास्वरूप यूनियन ने हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया। एसोसिएशन ने वेतन बढ़ोत्तरी के लिए साढ़े नौ से बढ़ाकर 10 फीसदी किये जाने का प्रस्ताव दिया था लेकिन उनकी मांगों को अनसुना कर दिया गया । जिससे मजबूरन कर्मचारी आज से दो दिन की हड़ताल पर चले गये है। जिसके चलते नगर के बीच स्थित स्टेट बैंक यूनियन बैंक की शाखाओं के बाहर कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया। उधर कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने के परिणामस्वरूप बैंक उपभोक्ताओं को बैंक आने के बाद खाली हाथ लौटना पड़ा।
नदियों की सफाई होनी जरूरी: प्रीतम पंवार
देहरादून, 10 फरवरी (निस)। रिस्पना नदी कर साफ सफाई का शुभारम्भ करते हुए मंत्री प्रीतम सिंह पंवार ने कहा कि नदियों की सफाई होनी जरूरी है गन्दगी से होने वाली बीमारियों से भी बचा जा सकता है तथा नदी की सफाई होने से भू कटाव को भी रोका जा सकता है। उन्होने कहा कि नदियों की साफ सफाई का कार्यक्रम पिछले वर्ष भी शुरू किया गया था उन्होने कहा कि देहरादून शहर के वातारण को स्वच्छ एवं सुन्दर रखने के लिए यह अभियान जिला प्रशासन व एमडी.डी.ए तथा नगर निगम से सहयोग से शुरू किया गया है। जिससे शहर की नदियों की स्थिति ठीक होगी। गौरतलब हो कि मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा दिये गये आदेशों के अनुपालन मेें सोमवार को शहर में स्थित रिस्पना नदी की साफ सफाई व्यवस्था का शुभारम्भ मंत्री प्रीतम पंवार, प्रमुख सचिव शहरी विकास एम. एच. खान, उपाध्यक्ष एम.डी.डी.डी.ए. आर. मीनाक्षी सुन्दरम, जिलाधिकारी डा. बी.वी.आरसी पुरूषोतम, मुख्य नगर अधिकारी नगर निगम अशोक कुमार तथा सिविल डिफेन्स के कार्यकर्ता एवं एन.एस.एस. के छात्रों के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव शहरी विकास एम..एच.खान ने कहा कि मुख्य मंत्री के आदेशों के अनुपाल में यह अभियान चलाया गया है जिससे देहरादून शहर की नदियों में पडी गंन्दगी को साफ करके इससे आस पास के क्षेत्रों में होने वाले जल भराव को भी रोका जा सकता है। उन्होने कहा कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए उनके द्वारा भी स्वंय मानटरिगं की जा रही है । उन्होने कहा कि देहरादून शहर के नदियों को साफ रखने के लिए कार्य योजना तैयार की गई है जिसके तहत देहरादून की रिस्पना व बिन्दाल तथा छोटी बिन्दाल नदी को सुव्यस्थित किया जायेगा। उन्होने कहा कि शहर को स्वच्छ एवं सुन्दर रखने के लिए सौन्दर्यकरण किया जायेगा जिसमें शहर के पार्को को सौन्र्दीयकरण तथा घण्टाघर का भी सौन्र्दीयकरण किया जायेगा। इस अवसर पर उपाध्यक्ष एम.डी.डी.ए. आर. मीनाक्षी सुन्दरम, अपर मुख्य नगर अधिकारी नगर निगम उदय सिंह राणा को रिस्पना नदी की साफ सफाई के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है। बिन्दाल नदी की साफ सफाई के लिए अपर जिलाधिकारी प्रशासन हरक सिंह रावत नोडल अधिकारी रहेगे तथा छोटी बिन्दाल की सफाई के लिए सचिव एम.डी.डी.ए. बशीधर तिवारी को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। उन्होने कहा कि अपर जिलाधिकारी प्रशासन हरक सिंह रावत का स्थानान्तर हो गया है उनके स्थान पर आने वाले अधिकारी को इसकी जिम्मेदारी दी जायेगी। उन्होने कहा कि उक्त नदियों का चरणबद्व तरीके से सफाई करयी जायेगी तथा उक्त नदियों का कूडा ट्रैचिगं ग्राउण्ड में डाला जायेगा। उन्होने कहा कि देहरादून शहर का पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए यह अभियान जारी रहेगा । उन्होने कहा कि एक माह में इन तीनो नदियों की सफाई व्यवस्था पूरी की जायेगी। तथा इसके बाद इन नदियों के लिए कार्य योजना तैयार कर नदी के दोनो ओर जाली (वायर कैडिगं) लगाने की व्यवस्था की जायेगी ताकि लोग अपने घरों का कूडा इन नदियों में न डाल सके। जिलाधिकारी देहरादून डा. बी.वी.आर.सी. पुरूषोतम ने कहा कि इस अभियान के साथ साथ देहरादून शहर के 60 वार्डो के लिए चार जोनल अधिकारी तथा 60 सेक्टर अधिकारी पालिथिन हटाओं अभियान में नियुक्त किये गये है जो निरन्तर अपने-अपने वार्डो में सफरई अभियान चला रहे है। उन्होने स्पष्ट किया है कि देहरादून शहर से पालिथिन को पूरी तरह से बन्द किया जायेगा इसके लिए सभी व्यापारियों एवं दुकानदारों को 20 फरवारी 2014 तक का समय दिया गया है इसके बाद पालिथिन का प्रयोग करने वालों के विरूद्व मुकदमा दर्ज किया जायेगा। इस अवसर पर मुख्य नगर अधिकारी नगर निगम अशोक कुमार सचिव एम.डी.डी.ए. बशीधंर तिवारी अपर मुख्य नगर अधिकारी नगर निगम उदय सिह राणा, संयुक्त मजिस्ट्रेट सोनिका, नगर स्वास्थ्स अधिकारी नगर निगम, एन.एस.एस. के जी.सी. बांैथियाल, नागरिक सुरक्षा संगठन के चीफ वार्डन चन्द्र गुप्त बिक्रम, राजेश शार्मा, संजय बिजल्वाण, नरेश रतूडी, उपेन्द्र्र चैहान, उमेंश्वर सिंह, ब्रिज मोहन शर्मा, नगर निगम के सुपरवाईजर सहित एन.एस.एस. के छात्र तथा स्वंय सेवी संगठनों के प्रतिनिधि सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थें।