पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के खिलाफ गंभीर राजद्रोह मामले की सुनवाई के लिए गठित विशेष अदालत ने मुशर्रफ के खिलाफ सुनवाई सोमवार को फिर से शुरू कर दी। मुशर्रफ पर पाकिस्तान में 2007 में आपातकाल लगाने तथा संविधान का उल्लंघन करने के लिए गंभीर राजद्रोह का आरोप है, जिसके लिए मृत्युदंड दिया जा सकता है।
पाकिस्तानी समाचार पत्र 'डान'की वेबसाइट पर प्रसारित रपट के अनुसार, मुशर्रफ के वकील खालिद रांझा ने मुख्य न्यायाधीश फैजल अरब की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पैनल के समक्ष अपनी दलीलें रखीं। सुनवाई के दौरान मुख्य वकील अकरम शेख ने कथित तौर मुशर्रफ के वकील राणा एजाज पर अपने ऊपर हमला करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
न्यायाधीश अरब ने कहा कि इसका फैसला सीसीटीवी फुटेज देखने और रांझा द्वारा अपनी दलील रखने के बाद किया जाएगा। अदालत के समक्ष सात फरवरी को उपस्थित होने में असमर्थ रहने के बाद अदालत ने उन्हें 18 फरवरी को पेश होने के लिए कहा है।
अदालत ने कहा कि यदि पूर्व सेनाध्यक्ष फिर से अदालत के समक्ष उपस्थित नहीं होते हैं, तो उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया जाएगा। मुशर्रफ दिल का दौरा पड़ने के बाद दो जनवरी से रावलपिंडी के एक मिलिट्री अस्पताल में भर्ती चल रहे हैं।