बिहार के उर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने मंगलवार को कहा कि राज्य में लगभग 2,300 मेगावाट विद्युत आपूर्ति हो रही है। उन्होंने दावा किया कि जून, 2015 तक राज्य में बिजली उपलब्धता 5,500 मेगावाट तक पहुंच जाएगी तथा वर्ष 2018 तक राज्य में सरप्लस बिजली होगी। पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में पनबिजली की बड़ी परियोजनाओं की संभावना नहीं है इस कारण छोटी-छोटी परियोजनाएं ही संचालित हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के 11 जिलों में एक सौ आबादी वाले गांवों में ग्रामीण विद्युतीकरण का काम प्रारंभ हो गया है तथा शेष 27 जिलों में विद्युतीकरण के लिए अगले 15 फरवरी तक निविदा जारी कर दिया जाएगा।
यादव ने कहा कि वर्ष 2015 तक राज्य के सभी टोले-मुहल्लों में बिजली पहुंचाना सरकार का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 तक राज्य में बिजली की स्थिति सरप्लस हो जाएगी। सरकार की योजना है कि गांवों में भी 15 से 16 घंटे तक बिजली आपूर्ति की जा सके। उन्होंने कहा कि नए पावर सब स्टेशन और अनुमंडल स्तर पर एक ग्रिड बनाने का कार्य प्रारंभ किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य में अभी 545 पावर सब स्टेशन हैं और अगले दो-तीन वर्ष में इसकी संख्या 850 से ज्यादा पहुंचाने का लक्ष्य है।