कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को तमिलनाडु सरकार के उस निर्णय पर निराशा जाहिर की, जिसमें उसने उनके पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के दोषियों को रिहा करने का निर्णय लिया है। राहुल गांधी ने भावुक अंदाज में यहां एक जनसमूह के समक्ष कहा कि इस देश में प्रधानमंत्री को भी न्याय नहीं मिलता है। राहुल ने कहा, "प्रधानमंत्री ने अपनी जिंदगी कुर्बान कर दी.. लेकिन प्रधानमंत्री को न्याय नहीं मिलता।"
लिट्टे से जुड़ी एक आत्मघाती महिला हमलावर ने 1991 में चेन्नई के पास एक चुनावी रैली में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या कर दी थी। राहुल ने कहा कि वह मृत्युदंड के खिलाफ है, परंतु यह मुद्दा देश से जुड़ा है। उन्होंने कहा, "मेरे पिता वापस नहीं लौटेंगे, लेकिन यह एक राष्ट्रीय मामला है, यह सिर्फ मेरे परिवार या मेरे पिता से जुड़ा मामला नहीं है। यदि कोई प्रधानमंत्री की हत्या करता है और वह रिहा हो जाता है, तो फिर आम आदमी को कैसे न्याय मिलेगा?"
राहुल ने कहा, "यह एक ऐसा प्रश्न है, जिसपर विचार करने की जरूरत है। हिंदुस्तान को बदलने की जरूरत है।"उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने बुधवार को घोषणा की कि राजीव गांधी हत्याकांड में दोषी ठहराए गए सभी सात लोगों को रिहा किया जाएगा। इसमें छह पुरुष और एक महिला शामिल है। दोषियों में भारत और श्रीलंका के नागरिक हैं। सभी सातों दोषी 1991 से ही जेल में बंद हैं।
अपने इस एक दिनी दौरे में राहुल ने अमेठी में भारतीय स्टेट बैंक की दस शाखाओं का उद्घाटन, गौरीगंज में एफएम रेडियो केंद्र और टिकरिया औद्योगिक क्षेत्र में रेल नीर प्लांट व बहुउद्देशीय काम्पलेक्स का शिलान्यास किया। इस दौरान राहुल ने राज्य की समाजवादी पार्टी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य सरकार सड़क और बिजली के मामले में अमेठी के साथ सौतेला बर्ताव कर रही है।
उन्होंने लोगों से कहा, "आप लोग राज्य में कांग्रेस की सरकार सत्ता में लाइए। हम राज्य का विकास करेंगे। सड़क और बिजली की समस्या दूर करेंगे।"एक पत्रकार द्वारा यह पूछे जाने पर कि आम आदमी पार्टी नेता कुमार विश्वास के अमेठी से चुनाव लड़ने से उनको कितनी चुनौती मिलेगी इस पर राहुल ने कहा, "अमेठी मेरे परिवार की तरह है। यहां के लोग मुझे बहुत प्यार करते हैं। कितना असर पड़ेगा ये आप खुद यहां के लोगों से पूछिए।"