बिहार के मुजफ्फरपुर की स्कूली छात्रा 13 वर्षीया नवरुणा के बहुचर्चित अपहरण मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुरू कर दी है। इस क्रम में सीबीआई की टीम ने नवरुणा के माता-पिता से मिलकर करीब पांच घंटे तक पूछताछ की। पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि सीबीआई के अधिकारियों ने नवरुणा के घर पहुंचकर उसकी मां मैत्री चक्रवर्ती और पिता अतुल्य चक्रवर्ती के अलावा घर के अन्य सदस्यों से बात की और उस कमरे का भी निरीक्षण किया जहां से नवरुणा लापता पाई गई।
उल्लेखनीय है कि 18 सितंबर, 2012 को नाबालिग छात्रा नवरुणा अपने घर के एक कमरे में सोई हुई थी और रहस्यमय परिस्थितियों में वह रात को घर से गायब हो गई। जिस कमरे में वह सोई थी उस कमरे की खिड़की का रॉड निकला हुआ था। नवरुणा के पिता ने अपहरण की आशंका जताते हुए मुजफ्फरपुर के नगर थाना में एक मामला दर्ज कराया, पुलिस ने हालांकि कुछ दिनों बाद तीन लोगों को गिरफ्तार किया, लेकिन नवरुणा का सुराग नहीं लग सका। घटना के दो महीने बीते थे कि उसके घर के पास से पुलिस ने एक नरकंकाल बरामद किया, लेकिन उसके माता-पिता द्वारा डीएनए जांच कराने से इनकार करने के बाद यह भी पता नहीं चल सका कि वह नरकंकाल किसका था।
इसके बाद सरकार ने यह मामला बिहार अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) को भी सौंपा परंतु कोई सफलता नहीं मिली। राज्य सरकार द्वारा सीबीआई जांच की अनुशंसा करने के बाद सीबीआई ने मामले की जांच शुरू कर दी है। सीबीआई की जांच शुरू होने से नवरुणा के परिजनों को आशा है कि इस मामले का अब खुलासा हो सकेगा। सीबीआई के पटना स्थित थाने में इससे संबंधित एक नया मामला दर्ज कराया गया है।