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अमित शाह, स्मृति ईरानी गुजरात से लड़ेंगे राज्यसभा चुनाव

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नयी दिल्ली 26 जुलाई, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह और केन्द्रीय कपड़ा एवं सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी गुजरात से राज्यसभा की दो सीटों के लिये होने वाले द्विवार्षिक चुनाव में उम्मीदवार होंगे, श्री शाह की अध्यक्षता एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में हुई पार्टी की केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक के बाद केन्द्रीय मंत्री जे पी नड्डा ने यहां संवाददाताओं को बताया कि पार्टी ने गुजरात की दो सीटों के लिये होेने वाले चुनाव के लिये श्री अमित शाह एवं श्रीमती ईरानी को प्रत्याशी बनाने का फैसला किया है। श्री नड्डा ने बताया कि मध्यप्रदेश में केन्द्रीय मंत्री अनिल दवे के निधन के कारण रिक्त हुई राज्यसभा सीट के उपचुनाव में आदिवासी नेता श्रीमती संपतिया उईके को उम्मीदवार चुना गया है।


भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुटता समय की मांग: मोदी

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नयी दिल्ली 26 जुलाई, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि राजनीतिक मतभेदों से उपर उठकर भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना समय की मांग है, भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर पिछले कुछ समय से इस्तीफा देने का दबाव बना रहे श्री नीतीश कुमार ने आज खुद अपने पद से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया। श्री कुमार के इस्तीफे पर त्वरित प्रतिक्रिया करते हुए उन्हें भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में शामिल होने के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि देश के विशेष रूप से बिहार के उज्जवल भविष्य के लिए राजनीतिक मतभेदों से उपर उठकर भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट होकर लडना आज देश और समय की मांग है। श्री मोदी ने टि्वट किया, “ भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लड़ाई में जुड़ने के लिए नीतीश कुमार जी को बहुत-बहुत बधाई। सवा सौ करोड़ नागरिक ईमानदारी का स्वागत और समर्थन कर रहे हैं। ” एक अन्य टि्वट में उन्होंने लिखा , “ देश के, विशेष रूप से बिहार के उज्जवल भविष्य के लिए राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ एक होकर लड़ना,आज देश और समय की माँग है। ”

नीतीश ने बिहार में सरकार बनाने का दावा पेश किया

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पटना 26 जुलाई, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) विधायक दल के नेता नीतीश कुमार ने आज राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी से मिलकर बिहार में सरकार बनाने का दावा पेश किया। श्री कुमार ने यहां राजग के घटक भारतीय जनता पार्टी विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी, भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव एवं डॉ. प्रेम कुमार और हिंदुस्तानी आवामी मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी सहित घटक दल के विधायकों के साथ राजभवन पहुंचे और राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। 

बिहार में फिर नीतीश सरकार, राज्यपाल ने दिलाई शपथ

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पटना 27 जुलाई,  बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर श्री नीतीश कुमार ने आज पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। श्री कुमार के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता सुशील कुमार मोदी ने भी शपथ ली। राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने श्री कुमार एवं श्री मोदी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री जे.पी.नड्डा और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अनिल जैन के अलावा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय , जनता दल यूनाईटेड (जदयू) प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के अलावा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के कई सांसद, विधायक समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे । 

राजद विधायकों के साथ तेजस्वी का राजभवन कूच

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पटना 26 जुलाई  बिहार में श्री नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद की शपथ के लिए निर्धारित समय में अचानक हुये बदलाव से नाराज राष्ट्रीय जनता दल (राजद) विधायक दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने पार्टी एवं समर्थक दलों के विधायकों के साथ आज आधी रात को पैदल राजभवन के लिए कूच किया। श्री यादव ने राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह, प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे, पूर्व वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव, पूर्व सहकारिता मंत्री आलोक मेहता, श्री जगदानंद सिंह, विधायक भाई वीरेंद्र, राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा के साथ ही पार्टी के सभी विधायकों, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं एवं भारी संख्या में समर्थकों के साथ राजभवन के लिए कूच किया। राजद विधायक दल के नेता ने कहा, “राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने हमें सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए कल 11 बजे मिलने का समय दिया था लेकिन श्री कुमार के मुख्यमंत्री पद की शपथ के लिए निर्धारित कल शाम पांच के समय में अचानक बदलाव कर सुबह 10 बजे किया जाना उचित नहीं है। यदि ऐसा हुआ तो हम न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे।” उन्होंने कहा कि शपथ ग्रहण के समय में बदलाव करने का स्पष्ट कारण यह है कि जदयू के कई विधायक श्री कुमार के विरोध में हैं। श्री यादव ने कहा कि बिहार में सबसे अधिक (80) विधायकों वाली पार्टी राजद को सबसे पहले सरकार बनाने का दावा पेश करने और बहुमत सिद्ध करने का मौका दिया जाना चाहिए था लेकिन राज्यपाल की ओर से ऐसा नहीं करने का फैसला लोकतंत्र की हत्या है। उन्होंने आरोप लगाते हुये कहा कि श्री कुमार पहले से ही भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) से मिले हुये थे। 

राजद नेता ने श्री कुमार पर उनकी पार्टी जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के विधायकों को बंधक बनाने का आरोप लगाते हुये सवालिया लहजे में कहा कि श्री कुमार ने आधी रात को हड़बड़ी में सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राजभवन क्यों गये। उन्होंने कहा कि ईमानदार व्यक्ति किसी से डरता नहीं है। उन्होंने सरकार बनाने के लिए समर्थक विधायकों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर कहा कि कांग्रेस, माले, निर्दलीय सदस्यों के साथ ही जदयू के 50 प्रतिशत से अधिक विधायक राजद के समर्थन में हैं। उल्लेखनीय है कि बिहार के मुख्यमंत्री पद से श्री नीतीश कुमार के इस्तीफे के तीन घंटे के अंदर ही भाजपा ने उन्हें नई सरकार बनाने के लिए समर्थन देने की घोषणा कर दी और उसके एक घंटे के बाद ही मुख्यमंत्री आवास में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के विधायक दल की बैठक हुई जिसमें श्री कुमार को विधिवत नेता चुन लिया गया। इसके बाद श्री कुमार ने राजग विधायकों एवं समर्थकों के साथ राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। 

निफ्टी 10081 के रिकॉर्ड हाई पर, सेंसेक्स ने भी छुआ 32584 का स्तर

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sensex-nifty-at-its-record-high फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में बढ़ोतरी न करने के चलते गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार की बढ़त के साथ शुरुआत देखने को मिल रही है। आज के कारोबार में निफ्टी पहली बार 10050 के स्तर के पार खुला है। वहीं, सेंसेक्स ने भी 32584 का उच्चतम स्तर छुआ है। साथ ही बैंक निफ्टी की भी रिकॉर्ड ओपनिंग देखने को मिली है। करीब 9.30 बजे प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 173 अंक की तेजी के साथ 32555 के स्तर पर और निफ्टी 60 अंक की तेजी के साथ 10080 के रिकॉर्ड स्तर पर कारोबार कर रहा है। जुलाई महीने के वायदा बाजार की एक्सपायरी के कारण आज बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर मिडकैप इंडेक्स में 0.58 फीसद और स्मॉलकैप में 0.54 फीसद की बढ़त देखने को मिल रही है। फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों को बरकरार रखने के चलते बुधवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए है। इसका असर आज एशियाई बाजारों पर भी देखने को मिल रहा है। जापान का निक्केई 0.10 फीसद की बढ़त के साथ 20069 के स्तर पर, चीन का हैंगसैंग 0.45 फीसद की बढ़त के साथ 27061 के स्तर पर और कोरिया का कोस्पी 0.22 फीसद की बढ़त के साथ 2439 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। चीन का शांघाई 0.33 फीसद की कमजोरी के साथ 3237 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं, बुधवार को अमेरिका में ब्याज दरों को यथागत रखने के चलते बाजार तेजी के साथ बंद हुए है। प्रमुख सूचकांक डाओ जोंस 0.45 फीसद की बढ़त के साथ 21711 के स्तर पर, एसएंडपी500 0.03 फीसद की बढ़त के साथ 2477 के स्तर पर और नैस्डैक 0.16 फीसद की तेजी के साथ 6422 के स्तर पर कारोबार कर बंद हुआ है। सेक्टोरियल इंडेक्स की बात करें तो गुरुवार को निफ्टी बैंक ने नया रिकॉर्ड बनाया है। इसने 24882.75 का रिकॉर्ड स्तर हुआ है। सबसे ज्यादा खरीदारी रियल्टी सेक्टर (1.79 फीसद) में देखने को मिल रही है। वहीं, ऑटो (0.47 फीसद), फाइनेंशियल सर्विस (0.84 फीसद), एफएमसीजी (0.30 फीसद), आईटी (0.90 फीसद), मेटल (0.05 फीसद) और फार्मा (0.17 फीसद) की तेजी देखने को मिल रही है। दिग्गज शेयर्स की बात करें तो निफ्टी में शुमार शेयर्स में से 44 हरे निशान में और 7 गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। सबसे ज्यादा तेजी येस बैंक, एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा, एचडीएफसी और आईशर मोटर्स के शेयर्स में है। वहीं, गिरावट सिप्ला, भारती एयरटेल, अदानी पोर्ट्स, हिंडाल्को और इंफ्राटेल के शेयर्स में है। गुरुवार को निफ्टी में शुमार नौ कंपनियों के वित्त वर्ष 2018 की पहली तिमाही के नतीजे जारी होंगे। इनमें डॉ रेड्डी, एचसीएल टेक, आईसीआईसीआई बैंक, आईटीसी, मारुति, आइडिया, आईडिएफसी बैंक, रिलायंस कैपिटल शामिल हैं।

नीतीश ने महागठबंधन के साथ धोखा किया है : राहुल

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नयी दिल्ली 27 जुलाई, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने बिहार में महागठबंधन का साथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थामने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अवसरवादी करार देते हुये आज कहा कि उन्होंने महागठबंधन के साथ धोखा किया है। श्री गाँधी ने यहाँ संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा “तीन-चार महीने पहले से हमें पता था कि ऐसी योजना चल रही है। अपने स्वार्थ के लिए व्यक्ति कुछ भी कर जाता है। श्री कुमार ने महागठबंधन के साथा धोखा किया है।” उन्होंने कहा “सत्ता के लिए व्यक्ति कुछ भी कर जाता है, कोई नियम , कोई विश्वसनीयता नहीं है। नीतीश जी को सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई के लिए जनमत मिला था, लेकिन अब उन्होंने अपने व्यक्तिगत राजनीतिक हित में उन्हीं से हाथ मिला लिया है।” बिहार में एक दिन पहले तक सरकार के प्रमुख घटक दल रहे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बेटे और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर बेनामी संपत्ति और हवाला के आरोपों में मामला दर्ज होने के बाद राजद और नीतीश नीत जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के बीच दूरियाँ बढ़ गयी थीं। भाजपा नेताओं ने इस पूरे घटनाक्रम का स्वागत किया है। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग राज्य मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि भाजपा के कांग्रेस मुक्त भारत के अभियान में उसने बिहार का पड़ाव पार कर लिया है। चार साल पहले भाजपा और जदयू के संबंधों में खटास और अब इरादे में बदलाव के के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा “समय-समय पर अभियान बदलते रहते हैं। इरादे बदलते रहते हैं।” भाजपा सांसद रामा देवी ने कहा “नीतीश जी को समझने में थोड़ा समय लग गया। कुछ गलतियाँ हो गयी थीं जो अब सही कर ली गयी हैं।” उन्होंने कहा कि नयी सरकार के साथ बिहार में विकास का रास्ता साफ हो गया है। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि अब केंद्र सरकार से बिहार को बहुत ज्यादा मदद मिलेगी। 

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 26 जुलाई

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ज्ञान ऐसा तत्त्व है जो मानव को देवताओं से भी श्रेष्ठ बनाता है.- पण्डित हरिओम शर्मा
  • मनकामेष्वर मंदिर में भागवत कथा में तीसरे दिन सुनाया धु्रव चरित्र

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झाबुआ । श्रावण माह में स्थानीय मनकामेश्वर महादेव मंदिर पर चल रही सात दिवसीय श्रीमद भागवत भक्ति ज्ञान महायज्ञ के तीसरे दिन तृतीय एवं चतुर्थ स्कंध की कथा पण्डित हरिओम शर्मा रतलाम के मुखारबिंद से भक्त ध्रुव और भगवान विष्णु के छठे अवतार कपिलमुनि के चरित्र का वर्णन किया गया । भागवत कथा के तीसरे दिन ध्रुव चरित्र सुनाते हुए पण्डित हरिओम शर्मा ने कहा कि ज्ञानियों एवं मुनियों द्वारा श्रीमद भागवत महापुराण की कथा में स्कंधों का वर्णन करते हुए बताया जाता है कि इस महापुराण का प्रथम और द्वितीय स्कंध की भगवान् विष्णु के चरण (पाद) हैं, तृतीय और चतुर्थ स्कंध को भगवान् की जंघा बताया गया है, पंचम स्कंध भगवान् की नाभि, छठा वक्षस्थल, सप्तम और आठवा स्कंध प्रभु की बांह, नौवां स्कंध कंठ, दसवां मुख, ग्यारहवां ललाट, और बारहवां तथा अंतिम स्कंध मूर्धा बताया गया है. इस प्रकार समझा जा सकता है की प्रभु की प्राप्ति हेतु श्रीमद भागवत की शरण में जाना ही पड़ेगा. क्योंकि जिस प्रकार से श्रीमद भागवत महापुराण के प्रत्येक स्कंध और अध्याओं को भगवान् विष्णु के नख से शिख तक के प्रत्येक अंग से तुलना की गयी है उसी प्रकार जब भक्त पूर्णरूपेण श्रीमद भगवद कथा में नख से शिख तक डूब जाता है तो वह उसी प्रकार भगवानमय हो जाता है और भगवान् स्वयं उसके हो जाते हैं. श्रीमद भागवत आज कलयुग में मानव मुक्ति का अत्यंत महत्वपूर्ण और संभवतः एक मात्र साधन है. श्रीमद भागवत के सतत स्वाध्याय और चिंतन-मनन से जीव के पाप और संचित प्रारब्ध कर्म विलीन हो जाते हैं और जीव मोक्ष को प्राप्त करता है ऐसा श्रीमद भागवत कथा के प्रसगों में बारम्बार वर्णन आता है. चारों श्रुति ग्रन्थ वेद, 18 पुराणों में भक्ति, ज्ञान वैराग्य और त्याग समाहित होने से इस महान ग्रन्थ श्रीमद भागवत महापुराण का इतना अधिक महत्व है की आज सर्वसम्मति से इसे पंचम वेद माना गया है। उन्होने  उद्धव और विदुर के भेंट का वर्णन करते हुए कहा कि उद्धव द्वारा श्रीकृष्ण जी के बाललीला चरित्रों का वर्णन, विदुर और मात्रेय ऋषि की भेंट, सृष्टि की उत्पत्ति और उसके क्रम का वर्णन, ब्रह्मा जी की उत्पत्ति, चारों युगों का काल विभाजन, सृष्टि-विस्तार का उल्लेख, वाराह अवतार के कथा प्रसंग, दिति द्वारा आग्रह पर और ऋषि कश्यप के साथ सहवास से उत्पन्न दो अमांगलिक राक्षस पुत्रों की कहानी, जय-विजय का ऋषि सनतकुमार द्वारा शापित होकर विष्णुलोक से पतित होकर दिति के गर्भ में हिरणाक्ष एवं हिरणकश्यपू के रूप में जन्म लेना, ववाराह अवतार द्वारा हिरणाक्ष और नृसिंह अवतार द्वारा हिरणकश्यपू का वध, कपिलमुनि के रूप में भगवान् विष्णु का छठा अवतार लेना और सांख्यदर्शन की शिक्षा देना आदि कथा प्रसंग तृतीय स्कंध में आते हैं. इसी स्कंध में कपिल गीता का भी वर्णन आता है और भक्ति के गूढ़ रहस्यों का वर्णन भी आता है.पण्डित हरिओम शर्मा ने चतुर्थ स्कंध के कथा प्रसंगों में बालक ध्रुव की भक्ति की कथा का विशेष महत्व है. इसमें बताया गया है की यदि भक्ति सच्ची है तो उम्र का कोई बंधन नहीं होता. । श्रीमद भागवत महापुराण के तृतीय स्कंध में भगवान् विष्णु के छठे अवतार के रूप में कपिलमुनि का वृत्तान्त आता है. कपिलमुनि की माता का नाम देवहुति तथा पिता कर्दम ऋषि थे. देवहुति को ब्रह्मा की पुत्री बताया गया है. ऐसे माना जाता है की कपिलमुनि ने बाल्यावस्था में ही सांख्यदर्शन का ज्ञान प्राप्त कर सर्वप्रथम इसे अपनी माता देवहुति को दिया था. कपिलमुनि ने बाल्यावस्था में ही आगे अपनी माता को सृष्टि व प्रकृति के चैबीस तत्वों का ज्ञान प्रदान किया था. ऐसी भी मान्यता है की कपिलमुनि ने संख्यादर्शन का जो ज्ञान अपनी माता देवहुति को प्रदान किया था आगे श्री कृष्ण जी ने वही ज्ञान कुछ श्लोकों के माध्यम से अर्जुन को श्रीमद भगवद गीता में भी दिया है। .ज्ञान ऐसा तत्त्व है जो मानव को देवताओं से भी श्रेष्ठ बनाता है. भक्ति, योग, यज्ञ, दान, तीर्थ और व्रत आदि को सभी धर्मों से श्रेष्ठ समझना चाहिए. सांसारिक तृष्णा के त्याग से ही भक्ति योग की प्राप्ति संभव है. भक्ति और ज्ञान मात्र ईश्वर की ही कृपा से प्राप्त हो सकते हैं. । भागवत कथा श्रवण करने के लिये बडी संख्या में प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से सायं 5 बजे तक कथा में श्रद्धालुजन मंदिर मे कथा श्रवण कर धर्मलाभ ले रहे है । भागवत कथा के साथ ही श्रावण माह में प्रतिदिन पण्डित द्विजेन्द्र व्यास, जैमीनी शुक्ला, दीपक शर्मा एवं उज्जेन से पधारे पण्डित नंदकिशोर शर्मा द्वारा रूद्राभिषेक भी किया जारहा हे । कथा के चतुर्थ दिवस पर आज गुरूवार को श्री कृष्ण जन्मोत्सव एवं चरित्र पर संगीतमय कथा का आयोजन होगा ।


जिले में अब तक कुल 479.8 मि.मी. औसत वर्शा दर्ज, 24 घण्टो में कुल 21.7 मि.मी. वर्षा दर्ज

झाबुआ । अधीक्षक भू-अभिलेख झाबुआ ने बताया कि जिले में 1 जून से आज दिनांक तक कुल 479.8 मि.मी. औसत वर्शा हो चुकी है। जिले में विगत 24 घण्टों के दौरान औसत 21.7 मि.मी. वर्शा दर्ज की गई। विगत 24 घण्टो में झाबुआ तहसील में 5.0 मि.मी., थांदला तहसील में 20.6 मि.मी., रानापुर में 5.0 मि.मी., मेघनगर में 32.0 मि.मी., पेटलावद में 18.4 मि.मी., रामा में 60.0 मि.मी. वर्शा दर्ज की गई है।

विज्ञापन एवं प्रचार-प्रसार सामाग्री की अनुमति के लिए अभ्यर्थी
  • स्थानीय निर्वाचन कार्यालय में आवेदन दे, पेड न्यूज के लिए एमसीएमसी टीम का प्रशिक्षण संपन्न

झाबुआ । नगरीय निकाय निर्वाचन के लिए जिले में पेड न्यूज नियंत्रण एवं विज्ञापन एवं प्रचार-प्रसार सामाग्री के सर्टिफिकेशन के लिए एमसीएमसी समिति का गठन किया गया है। जिला स्तर पर पेड न्यूज नियंत्रण के लिए एमसीएमसी टीम के सदस्यो को आज प्रशिक्षण दिया गया। नगरीय निकाय निर्वाचन के लिए जिला स्तरीय एमसीएमसी समिति के लिए नियुक्त सहायक रिटर्निग अधिकारी श्री रघुवंशी ने बताया कि नगरीय निकाय निर्वाचन के लिए चुनाव लडने वाले अभ्यर्थियों को विज्ञापन एवं प्रचार-प्रसार सामाग्री पेम्पलेटस, ब्रोसर सी.डी. जिंगल्स इत्यादि का प्रसारण करने से पूर्व जिला स्तरीय एमसीएमसी समिति से लिखित अनुमति लेना अनिवार्य है। अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए जिला स्तर पर नगरीय निकायवार शासकीय सेवको की नियुक्ति की गई है। झाबुआ में स्थानीय निर्वाचन कार्यलय में संपर्क कर अभ्यर्थी विज्ञापन एवं प्रचार-प्रसार सामाग्री की अनुमति लेने के लिए ओवदन दे। श्री प्रतापसिंह सौलंकी सहायक ग्रेड 03 जिला कार्यालय झाबुआ नगरीय निकाय झाबुआ के लिये आवदेन प्राप्त करेगे। श्री जी.एस. चितौडिया सहा.गे्रड 2 आय.टी.डी.पी.झाबुआ राणापुर नगरीय निकाय के आवेदन प्राप्त करेगे। श्री शंकरसिंह पालीवाल सहायक ग्रेड 3 थांदला नगरीय निकाय के लिए एवं श्री यशवंतसिंह बिलवाल सहायक ग्रेड 3 जिला कार्यालय झाबुआ नगरीय निकाय पेटलावद के लिए आवेदन प्राप्त कर परीक्षण हेतु जिला स्तरीय एमसीएमसी समिति को प्रस्तुत करेगे। समिति आवेदनो के परीक्षण उपरांत अभ्यर्थियो को विज्ञापन की अनुमति प्रदान करेगी।

स्वतंत्रता दिवस के लिए सभी विभागों को दायित्व सौंपे, स्वतंत्रता दिवस की तैयारी संबंधी बैठक संपन्न

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झाबुआ । आज 26 जुलाई को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष झाबुआ में स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों से संबंधी बैठक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर आशीष सक्सेना ने की। बैठक में सभी विभाग प्रमुखों को स्वतंत्रता दिवस को मनाने के लिए दायित्व सौंपे गये। बैठक में कलेक्टर आशीष सक्सेना ने बताया कि 15 अगस्त को पुलिस लाइन मैदान झाबुआ में स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया जायेगा। समारोह में मुख्य अतिथि द्वारा ध्वजारोहण किया जाएगा। बैठक में प्रभात फेरी समय पर करवाने के लिए सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग एवं सभी प्राचार्यो, प्रधानाध्यापकों को दायित्व सौपा गया। समारोह समारोह स्थल पर पेयजल व्यवस्था का कार्य लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं नगरपालिका को सौपा गया। समारोह स्थल पर बैठक व्यवस्था का कार्य एस.डी.एम.झाबुआ को सौपा गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का चयन एक समिति द्वारा किया जाएगा। समिति को निर्देषित किया गया है,कि ऐसे ही कार्यक्रमों का चयन किया जाये जो कि राश्ट्रीय भावना एवं झाबुआ की संस्कृति को प्रदर्षित करे। समारोह के लिये सभी कार्यालय प्रमुख 14 अगस्त की रात्रि को षासकीय कार्यालयों पर विद्युत व्यवस्था करे एवं 15 अगस्त को राश्ट्रीय ध्वज को गरिमामय स्थिति में फहराये। ध्वज को सूर्यास्त होने से पूर्व पूर्ण सम्मान के साथ उतरवाये। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री महेचन्द्र जैन जिला पंचायत के प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री वास्कले, एडीएम श्री कापसे सहित सभी विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।

ग्रामीण विकास विभाग के उपयंत्रियो को नोटिस जारी

झाबुआ । जनपद पंचायत रानापुर में उपयंत्री के पद पर कार्यरत उपयंत्री श्री महेश कर्दम, श्री राजेन्द्र गुप्ता एवं श्री जी.एस.अहिरवार को 21 जुलाई 2017 को आयोजित समीक्षा बैठक में निर्माण कार्यो की समीक्षा के दौरान क्लस्टर क्षैत्र में चल रहे निर्माण कार्यो के बारे में संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाने, अपूर्ण कार्यो को पूर्ण करने की संतोषप्रद कार्य योजना प्रस्तुत नहीं करने, क्लस्टर क्षैत्र में मजदूरी भुगतान एवं सामग्री भुगतान लंबित पाये जाने, खेल मैदान एवं शांतिधाम के कार्यो की प्रगति संतोषजनक नहीं पाये जाने, क्लस्टर क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत में सतत निरीक्षण एवं मानिटरिंग नहीं करने एवं कार्य के प्रति लापरवाही बरतने के कारण अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री वास्कले ने नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण प्रगति सहित 28 जुलाई 2017 को प्रातः 10.30 बजे समक्ष में प्रस्तुत करने हेतु उपंयंत्रियो को आदेशित किया है।

अब एम डी एम में अनियमितता पाई गई तो नपेंगे बीआरसी

  • समयावधि पत्रो की समीक्षा बैठक संपन्न
झाबुआ । कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना ने टी.एल.बैठक में बताया कि वे अब प्रति सप्ताह स्कूल, आंगनवाडी एवं स्वास्थ्य केन्द्रो का आकस्मिक निरीक्षण करेगे। स्कूलो में एमडीएम के सुचारू संचालन का समस्त दायित्व संबंधित बीआरसी का होता है। स्कूलो में यदि मध्यान्ह भोजन गुणवत्ता पूर्ण नहीं पाया गया तो संबंधित बीआरसी पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। सभी कार्यालय प्रमुख सी.एम. हेल्प लाइन के प्रकरणो का निराकरण एल-1 स्तर पर ही शिकायतकत्र्ता से बात करके करना सुनिश्चित करे। सरपंच ग्राम पंचायत स्तर पर एफटीओ कर पाये इसके लिये सरपंच को ट्रेनिंग देकर प्रक्टिकली एफटीओ  की प्रक्रिया समक्ष में करवाये। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री सक्सेना ने कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आज समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में दिये। बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर श्री आशीष सक्सेना ने की। बैठक में प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री वास्कले, एडीएम श्री दिलीप कापसे सहित जिला अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में विभागवार लंबित समयावधि पत्रो जनसुनवाई, सी.एम.हेल्पलाइन की समीक्षा की गई एवं आवश्यक निर्देश दिये गये।

आचार संहिता में शासकीय सेवक यह ना करे

झाबुआ । निर्वाचन की घोषणा की तारीख से निर्वाचन समाप्त होने तक राज्य सरकार के किसी भी विभाग द्वारा ऐसा कोई आदेश पारित न किया जाए, जिससे चुनाव के सम्यक संचालक में व्यवधान उपस्थित हो जैसे कि कर्मचारियों के स्थानांतरण या चुनाव की सुविधा और निष्पक्षता प्रभावित हो, जैसे कि किसी क्षेत्र या वर्ग के मतदाताओं को लाभान्वित करने की दृष्टि से कोई सुविधा या छूट देना या किसी नयी योजना का कार्य के लिए स्वीकृति जारी करना। इसी प्रकार इस अवधि में किसी भी नगरपालिका क्षेत्र के अंतर्गत किसी निर्माण कार्य सुविधा विस्तार या विकास कार्य आदि के लिए शासन का कोई भी विभाग निविदाऐं टेन्डर आहूत नहीं करेगा।
शासकीय कर्मचारियो को चुनाव मंें बिलकुल निष्पक्ष रहना चाहिए एवं यह उनके व्यवहार से भी परिलक्षित होना चाहियें। जनता को उनकी निष्पक्षता का विश्वास होना चाहिए तथा उन्हें ऐसा कोई कार्य नहीं करना चाहिए जिससे ऐसी आशंका भी हो कि वे किसी दल या अभ्यर्थी की मदद कर रहे है। चुनाव के दौरे के समय यदि कोई मंत्री सांसद,विधायक अथवा सार्वजनिक उपक्रम स्थानीय निकाय आदि का कोई पदाधिकारी किसी के निजी मकान अथवा परिसर पर आयोजित किसी कार्यक्रम का आमंत्रण स्वीकार कर ले तो शासकीय कर्मचारी को उसमें शामिल नहीं होना चाहिए। यदि कोई निमंत्रण पत्र प्राप्त हो तो उसे विनम्रतापूर्वक अस्वीकार कर देना चाहिए। किसी सार्वजनिक स्थान पर चुनाव सभा के आयोजन हेतु अनुमति देते समय विभिन्न अभ्यर्थियों या राजनैतिक दलो के बीच कोई भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए। यदि एक ही दिन और समय पर, एक से अधिक अभ्यर्थी या दल एक ही जगह पर सभा करना चाहते हो तो उस अभ्यर्थी या दल को अनुमति दी जानी चाहिए, जिसने सबसे पहले आवेदन पत्र दिया है। विश्राम गृहो या अन्य स्थानो में शासकीय आवास सुविधा का उपयोग सभी राजनैतिक दलो और अभ्यर्थियों को उन्ही शर्तो पर करने दिया जाना चाहिए जिन शर्तो पर उनका उपयोग सताधारी दल को करने की अनुमति दी जाती है। परन्तु किसी भी दल या अभ्यर्थी को ऐसे भवन या उसके परिसर का उपयोग चुनाव प्रचार के लिए करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। साधारणतः चुनाव के समय जो भी आमसभा आयोजित की जाए, उसे चुनाव संबंधी सभा माना जाना चाहिए, और उस पर कोई शासकीय व्यय नहीं किया जाना चाहिए। ऐसी सभा में उन कर्मचारियों को छोडकर जिन्हें ऐसी सभा या आयोजन मे कानून एवं व्यवस्था बनाए, रखने या सुरक्षा के लिए तैनात किया गया हो, अन्य कर्मचारियों को शामिल नहीं होना चाहिए। यदि कोई मंत्री चुनाव के दौरान जिले के किसी नगरीय क्षेत्र का भ्रमण करे। (जहां कि चुनाव होने वाले हो) तो ऐसा भ्रमण चुनावी दौरा माना जाना चाहिए, और उसमें सुरक्षा के लिए तैनात कर्मचारियों को छोडकर अन्य किसी शासकीय कर्मचारी को साथ नहीं रहना चाहिए। ऐसे दौरे के लिए शासकीय वाहन या अन्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जानी चाहिए। निर्वाचन की घोषणा के दिनांक से निर्वाचन समाप्त होने तक मंत्रिगण या संासदो या विधायकों द्वारा किसी नगरीय निकाय क्षेत्र में जहां कि चुनाव होने वाले हों, स्वेच्छानुदान, जनसम्पर्क या क्षेत्र विकास राशि में से कोई अनुदान स्वीकृत नहीं किया जाना चाहिए और न ही किसी सहायता या अनुदान का आश्वासन दिया जाना चाहिए। इस अवधि के दौरान ऐसे नगरीय निकाय के क्षेत्र के अन्तर्गत किसी योजना का, या नवीन नागरिक सुविधाओं का, भले ही उनका निर्माण राज्य सरकार या संबंधित नगरीय निकाय द्वारा न किया गया हो या प्रस्तावित हो, शिलान्यास या उद्घाटन नहीं किया जाना चाहिए। नगरीय निकाय के पदाधिकारियो एवं कर्मियो के लिए नगरीय निकाय कर्मचारियों को चुनाव के दौरान अपना कार्य पूर्ण निष्पक्षता से करना चाहिए और ऐसा कोई आचरण और व्यवहार नहीं करना चाहिए जिससे यह आभास हो कि वे किसी दल या अभ्यर्थी की मदद कर रहे है निर्वाचन की घोषणा के दिनांक से निर्वाचन समाप्त होने के दिनांक तक नगरपालिका के अधीन कोई नियुक्ति या स्थानांतरण नहीं किया जाना चाहिए। नगरपालिका क्षेत्र मंे किसी प्रकार के व्यवसाय या वृति के लिए नवीन अनुज्ञप्ति नहीं दी जानी चाहिए। नगरपालिका क्षेत्र में किसी नई योजना या कार्य के लिए स्वीकृति नहीं दी जानी चाहिए। वर्तमान सुविधाओं के विस्तार या उन्नयन का कोई कार्य जैसे कि किसी सड़क को चैडा करना या डामरीकृत करना या नालियों को पक्का करना, नल-जल योजना का विस्तार करना, नये हैडपंप लगाना या नयी स्ट्रीट लाईट लगाना आदि स्वीकृत या प्रारंभ नहीं किया जाना चाहिए। पहले से स्वीकृत किसी योजना का कार्य, जिसमें निर्वाचन की घोषणा होने तक कार्य प्रारंभ नहीं हुआ हो, प्रारंभ नहीं किया जाना चाहिए और किसी योजना का शिलान्यास या उद्घाटन नहीं किया जाना चाहिए। किसी भी संगठन या संस्था को किसी कार्यक्रम के आयोजन के लिए कोई सहायता या अनुदान स्वीकृत नहीं किया जाना चाहिए। महापौर/अध्यक्ष/ पार्षदों द्वारा स्वेच्छानुदान राशि मे से भी किसी कार्य या गतिविधि के लिये कोई सहायता राशि स्वीकृत नहीं की जानी चाहिए। समाचार पत्रों या प्रचार के अन्य माध्यमों से नगरपालिका के खर्च पर ऐसा कोई विज्ञापन या पैम्पलेट जारी नहीं किया जाना चाहिए, जिसमें नगरपालिका की उपलब्धियों को प्रचारित या रेखांकित किया गया हो या जिससे किसी उम्मीदवार के पक्ष में मतदाताओं को प्रभावित करने में सहायता मिलती हो। नगरीय निकायों के माध्यम से क्रियान्वित किये जाने वाले परिवार मूलक या व्यक्तिमूलक आर्थिक एवं सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों जैसे कि रोजगार/ व्यवसाय के लिए सहायता आवास निर्माण के लिए सहायता, निराश्रित पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन आदि के अन्तर्गत नये हितग्राहियों का चयन नहीं किया जाना चाहिए। किसी प्राकृतिक प्रकोप या दुर्घटना को छोडकर, जिसमें कि प्रभावित लोगो को तत्काल राहत पहुंचाना आवश्यक हो, निर्वाचन की घोषणा से लेकर निर्वाचन समाप्त होने तक की अवधि के दौरान नगरपालिका के किसी पदाधिकारी जैसे कि महापौर/अध्यक्ष/पार्षद के क्षेत्रीय भ्रमण को चुनावी दौरा माना जाना चाहिए और ऐसे दौरे में नगरपालिका के किसी कर्मचारी को उनके साथ नहीं रहना चाहिए। प्रेक्षक के संबंध में राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षकों को शासकीय एवं नगरीय निकायों के अधिकारियों तथा कर्मचारियों द्वारा पूर्ण सहयोग दिया जाना चाहिए, जिससे वे अपना दायित्व प्रभावी तरीके से निभा सके। निर्वाचनों के संचालन के संबंध में अभ्यर्थियों या उनके अभिकर्ताओं को कोई विशिष्ट शिकायत या समस्या हो तो उनके द्वारा इसकी सूचना प्रेक्षक तक पहुंचाने की व्यवस्था की जानी चाहिये। शासकीय विश्राम भवन निर्वाचन आयोग के प्रेक्षकों/पदाधिकारियों को प्रथम प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराए जायेगे।  जब किसी विश्राम भवन में आयोग के प्रेक्षक रूके हो तब उसमें किसी भी राजनैतिक दल से संबंधित किसी व्यक्ति को कक्ष आवंटित नहीं किए जायेगे।


आचार संहिता  में धारा 144 के अंतर्गत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी

झाबुआ । नगरपालिका निर्वाचन 2017 के दौरान झाबुआ जिले के नगरीय क्षैत्रो झाबुआ, रानापुर, थांदला, पेटलावद के 5 कि.मी. क्षैत्र में कानून व्यवस्था एवं लोक व्यवस्था भंग कर गडबडी फैलाने की दृष्टि से कतिपय असामाजिक तत्वों द्वारा आग्नेय शस्त्र जैसे बंदुक, रिवाल्वर पिस्टल रायफल आदि धातक हथियार जैसे चाकू, छुरा, बल्लम त्रिशुल तलवार आदि एवं विस्फोटक पदार्थ का दुरूपयोग किये जाने की आशंका के चलते कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री आशीष सक्सेना ने धारा 144 के अंतर्गत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया है। दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के अंतर्गत जारी प्रतिबंधात्मक आदेश अनुसार नगरीय निकाय निर्वाचन 2017 को दृष्टिगत रखते हुए आदेश दिनांक से निर्वाचन संपन्न होने तक जिला झाबुआ के नगरीय क्षैत्र झाबुआ रानापुर, थांदला पेटलावद सम्मिलित है के 5 कि.मी. क्षैत्र में कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार का आग्नेय शस्त्र अपने साथ लेकर नहीं चलेगा। कोई भी घातक हथियार जैसे चाकू, छूरा, बल्लम, त्रिशुल, तलवार आदि अपने साथ लेकर नहीं चलेगा। कोई भी व्यक्ति विस्फोटक पदार्थ जैसे हथगोला बम आदि अपने साथ लेकर नहीं चलेगा। काई भी व्यक्ति संगठन राजनेैतिक दल प्रत्याशी बिना पूर्वानुमति के न तो आम सभा करेगा न कोई रैेली निकालेगा और न ही जुलूस का आयोजन करेगा। यह आदेश कानून व्यवस्था के कार्यो में संलग्न लोकसेवको ड्यूटी पर तैनात पुलिस दल तथा विशेष रूप से प्राधिकृत व्यक्तियो पर प्रभावशील नहीं होगा। यह ओदश सर्वसाधारण को संबोधित है एवं समयाभाव के कारण इसकी तामिली एवं सुनवाई सम्यक समय में करना संभव नहीं है। अत यह आदेश धारा 144 की उपधारा 2 के अंतर्गत एक पक्षीय रूप से पारित किया गया है। यह ओदश झाबुआ जिले के नगरीय क्षेत्रो झाबुआ, रानापुर, थांदला पेटलावद के 5 कि.मी. क्षैत्र में अस्थाई रूप से भ्रमण एवं निवास करने वाले व्यक्तियों पर भी प्रभावशील रहेगा।

नगरीय निकाय निर्वाचन 2017 आदर्श आचरण संहिता के क्रियान्वयन के संबंध में बैठक 27 जुलाई को सायं 6.30 बजे

झाबुआ । नगरीय निकाय निर्वाचन 2017 नगरपालिका परिषद झाबुआ के निर्वाचन में आदर्श आचरण संहिता के क्रियान्वयन हेतु राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों, निर्वाचन लडने वाले अभ्यर्थियो, उनके निर्वाचन अभिकर्ताओं तथा आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षक की उपस्थिति में 27 जुलाई 2017 को सायं काल 6.30 बजे कलेक्टोरेट सभा कक्ष में बैठक आयोजित की गई है।

युवती के साथ की छेड़छाड़ 
   
झाबुआ । फरि. ने बताया कि थांदला से पेटलावद स्कूटी से जा रही थी कि रास्ते में अज्ञात आरोपी फरि. का रास्ता रोककर बुरी नियत से छेड़छाड़ करने लगा व झुमा झपटी कर गिरा दिया फरि. के चिल्लाने पर भाग गया। प्रकरण में थाना थांदला में अपराध क्रं. 355/17 धारा 323,341,354 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

चोरी के 03 अपराध पंजीबद्ध
     
झाबुआ । फरि. मनोज पिता रमण लाला उम्र 26 साल निवासी थांदला ने बताया कि अपनी टवेरा गाड़ी क्रं. एमपी-45 बीबी-1158 को घर के बाहर खड़ी की थी अज्ञात बदमाश चुराकर ले गया। प्रकरण में थाना थांदला में अपराध क्रं 354/17 धारा 379 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। फरि. जोहन पिता रामचन्द्र भुरिया उम्र 38 साल निवासी अंतरवेलिया ने बताया कि अपनी मोटर सायकल हीरो स्पलेडर प्लस क्रं. एमपी-45 एमजी-3404 को घर के बाहर खड़ी की थी जिसे अज्ञात बदमाश चुराकर ले गया। प्रकरण में थाना कल्याणपुरा में अपराध क्रं 213/17 धारा 379 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। फरि. देवेन्द्र पिता तुलसीदास बैरागी उम्र 50 साल निवासी झकनावदा ने बताया कि कोई अज्ञात बदमाश फरि.के खेत में होल में लगी नेप्टान कंपनी की पानी की मोटर मय केबल चुराकर ले गया। प्रकरण में थाना रायपुरिया में अपराध क्रं 252/17 धारा 379 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

 20 लाख की अवेध शराब जब्त
         
झाबुआ ।  ‍थाना कोतवाली झाबुआ की टीम द्वारा आरोपी शिवकुमार पिता फुलाराम शर्मा उम्र 40 साल निवासी मक्सी झौकड़ रोड़ जिला शाजापुर, मुकेश पिता तौलाराम उम्र 36 साल निवासी मसानिया जिला धार हाल मुकाम कालीदेवी व भंवरसिंह पिता गंगाराम उम्र 46 साल निवासी रामकृष्ण नगर झाबुआ को आईसर वाहन क्रमांक एमपी-09 एचजी-9026 में अवैध शराब का परिवहन करते हुए झाबुआ रानापुर हाईवे रोड, हाईवे ढाबा भंडारी पेट्रोल पंप के आगे झाबुआ से गिरफ्तार किया मौके पर ब्लैक फोर्ट बीयर, कुल 1400 पेटी कुल किमती 20,16,000/-रूपये की अवैध शराब एवं आयसर व बोलेरो क्रमांक एमपी-11 बीई-0829 को जप्त कर थाना कोतवाली झाबुआ में अपराध क्रमांक 615/2017, धारा 34(2),36,46 आबकारी एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

संत का इशारा समझा और बदल लिया जीवन

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पूना - 27 जुलाई, कहते हैं कि व्यक्ति में अगर जीवन-परिर्वतन की गुंजाइष हो तो उसे वक्त नहीं लगता। मात्र स्थान व समय निष्चित होता है कि अब वह बदलने वाला है पर बदलाव लाने में कोई ना कोई सहयोगी अवष्य बनता है। जी हाँ! पूना शहर के कात्रज स्थित ‘आनंद दरबार’ में श्रमण संघीय सलाहकार दिनेष मुनि, डाॅ. द्वीपेन्द्रमुनि और श्रमण डाॅ. पुष्पेन्द्र की दैनिक चातुर्मासिक प्रवचन-शृंखला गतिमान है। 23 जुलाई 2017 रविवार को सलाहकारप्रवर के सान्निध्य में ‘आचार्य आनंद कार्यक्षम पत्रकार पुरस्कार’ समारोह आयोजित था। समारोह में पत्रकार श्री बजरंग निंबालकर भी सम्मानित हुए।  जब वे मुनिश्री के पास आषीर्वाद लेने आए, तब श्री दिनेष मुनि ने इषारे में उनको पूछा कि क्या आप मांसाहार करते हैं? 


पत्रकार बंधु ने तत्काल जवाब दिया - ‘‘हाँ गुरुदेव!’’ 
मुनिश्री ने मात्र इषारे में ही कहा कि छोड़ दीजिये। 

बजरंगजी ने मुनिश्री के संकेत को सकारात्मक लिया और तुरन्त बोले - ‘‘गुरुदेव! आज से त्याग करता हूँ।’’ गुरुदेवश्री ने उनको नवकार मंत्र सुनाते हुए इष्टदेव की साक्षी से आजीवन मांसाहार-त्याग की प्रतिज्ञा करवाई। बजरंगजी को तो एक नहीं, दो-दो पुरस्कार मिल गये। उनके हृदय-परिवर्तन की साक्षी धर्मसभा में उपस्थित नर-नारी ‘हर्ष-हर्ष, जय-जय’ बोल उठे। सभा में उनकी पत्नी व पुत्र भी थे, वे भी हर्ष से पुलकित हो उठे। बीस वर्षों तक सेना में रहकर देषसेवा करने वाले बजरंगजी पिछले सात वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय हैं। मन की सच्चाई और सत्संकल्प का यह प्रेरक प्रसंग उनकी पत्रकारिता को नई दीप्ति प्रदान करता रहेगा। इससे पूर्व मनपा पूना नगरसेवक युवराज बेलदरे जब अपने जन्मदिवस पर आर्षीवाद प्राप्त करने आए तो सलाहकार दिनेष मुनि के कहने पर उन्होंने भी एक वर्ष तक मांसाहार त्यागने का निष्चय किया। संघपति बालासाहेब धोका ने इस अवसर पर श्री बजरंग जी का स्वागत अभिनंदन किया।

बिहार : चार साल बाद भाजपा की ‘पालकी’ में बैठे नीतीश, पर चेहरे की चमक गायब

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करीब चार साल बाद नीतीश कुमार फिर से भाजपा की ‘पालकी’ में सवार हो गये हैं। राजद और कांग्रेस के समर्थन को छोड़कर भाजपा के समर्थन से फिर नयी सरकार बनाएंगे। इस सरकार में भाजपा भी शामिल होगी।





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2005 में नीतीश कुमार भाजपा की पालकी में गाजे-बाजे के साथ सवार हुए थे। चेहरे पर विजय मुस्‍कान थी। जीत का जोश भी था। लेकिन इस बार नीतीश कुमार ‘चोर दरवाजे’ से पालकी पर सवार हुए हैं। इसलिए चेहरे की चमक गायब है। इस्‍तीफा सौंप कर लौटे नीतीश कुमार मीडिया के सामने अपनी विवशता का रोना रहे थे और कहा कि ऐसे माहौल में सरकार चलाना संभव नहीं है।

सरकार बनाने का समर्थन नीतीश ने भाजपा से मांगा या भाजपा ने खुद समर्थन का ‘बोझ’ नीतीश पर थोप दिया, दोनों में से किसी पक्ष ने स्‍पष्‍ट नहीं किया। दोनों हड़बड़ी में थे। भाजपा को सत्‍ता चाहिए थी और नीतीश को समर्थन। नीतीश के इस्‍तीफे के बाद भाजपा अध्‍यक्ष नित्‍यानंद राय ने तुरंत समर्थन का पत्र राज्‍यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी को सौंप आया। इसके बाद भाजपा के विधायक और विधान पार्षद नीतीश के दरबार में हाजरी लगाने लगे। सबसे अंत में नंदकिशोर यादव और सुशील मोदी पहुंचे। दोनों ने समर्थन और सरकार में शामिल होने को स्‍वीकार किया। मीडिया से चर्चा में नीतीश कुमार का चेहरा भले उतरा हुआ हो, लेकिन नंदकिशोर यादव व सुशील मोदी के चेहरे ‘कमल’ के समान खिल रहे थे।


देर रात तक राजभवन के बाहर मजमा लगा रहा। कुछ साल पहले नीतीश कुमार ने भाजपा नेताओं के आगे से पतल बिछाकर कर बटोर लिया था और भाजपा नेता हाथ मलते बाहर आ गये थे। आज नीतीश कुमार ने जमकर भाजपा नेताओं को खिलाया। देर रात तक भोज पर मंथन होता रहा। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह की नजर एक अण्‍णे मार्ग पर थी। इस दौरान भाजपा और जदयू विधायक दल की संयुक्‍त बैठक में नीतीश कुमार को नेता चुना गया। नीतीश कुमार की ओर से सरकार बनाने की औपचारिकता पूरी की गयी और 27 जुलाई की शाम नयी सरकार का शपथ ग्रहण होगा।





साभार : वीरेंद्र यादव

विशेष : कुर्सी के ‘सौदे’ में जमीन हार गये नीतीश

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जदयू के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष नीतीश कुमार। सुशासन बाबू, छवि कुमार से लेकर कई उपनामों से चर्चित। आज छठीं बार फिर मुख्‍यमंत्री की शपथ ली। उनके साथ भाजपा के सुशील कुमार मोदी ने भी शपथ ली। नीतीश के इस्‍तीफे और शपथग्रहण में करीब 16 घंटे का अंतर रहा। बिहार के इतिहास में पहली बार किसी मुख्‍यमंत्री ने मुंह अंधेरे में इस्‍तीफा दिया और उजियारे के साथ फिर शपथ ग्रहण कर लिया। इस कारण नीतीश कुमार इतिहास पुरुष भी बन गये।

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कुर्सी के लिए नीतीश कुमार ने कई समझौते किये। लेकिन भाजपा के साथ नीतीश कुमार का नया समझौता बहुत महंगा पड़ेगा। समझौते के साथ भाजपा ने अपनी पहली लड़ाई जीत ली। भाजपा लालू यादव से नीतीश कुमार को अलग करने में सफल हो गयी। भाजपा अपने जनाधार विस्‍तार की लगातार कोशिश कर रही है। इस प्रयास में भाजपा का अगला निशाना नीतीश कुमार का कथित आधार वोट होगा। वैसे भाजपा इन वोटों में पहले से सेंधमारी कर रही है। नये समझौते के साथ बिहार की राजनीतिक लड़ाई बदल गयी है। लोकसभा चुनाव के पहले तक बिहार की लड़ाई लालू यादव व नीतीश कुमार के बीच थी। उसी लड़ाई में भाजपा को जबरदस्‍त फायदा हुआ था। लेकिन नीतीश के साथ भाजपा के नये गठबंधन बनने के बाद अब लड़ाई भाजपा और लालू यादव के बीच हो गयी है। लालू यादव सांप्रदायिकता, विपक्षी एकता और लोकतंत्र के खतरे के नाम पर भाजपा के खिलाफ मोर्चा खालेंगे। भाजपा लालू यादव के खिलाफ भ्रष्‍टाचार, परिवारवाद और जातिवाद के नाम पर मोर्चा खालेगी। इस लड़ाई में नीतीश कुमार के जीरो टॉलरेंस, सुशासन और छवि हाशिये के विषय हो जाएंगे।

यह भी भाजपा की बड़ी सफलता है कि उसने नीतीश के मुद्दे को हाशिये पर धकेल दिया है। यदि नीतीश का मुद्दा हाशिये पर गया तो नीतीश स्‍वत: हाशिये पर चले जाएंगे। इसके साथ ही 2013 और 2017 के भाजपा में काफी बदलाव आ गया है। भाजपा अब ‘स्‍टेपनी’ की भूमिका में रहने वाली नहीं है। भाजपा ने नीतीश कुमार को अपनी रणनीति के तहत समर्थन दिया है, ताकि सत्‍ता में आकर संगठन को अधिक मजबूत बना सकें। भाजपा का संगठन जितना मजबूत होगा, नीतीश कुमार को आधार उतना ही कमजोर। नीतीश कुमार कुर्सी के सौदे में अपनी जमीन हार चुके हैं। इसका लाभ भाजपा को ही मिलेगा।




साभार : वीरेंद्र यादव

विशेष आलेख : विपक्ष के सपने को धूमिल कर गए नीतीश

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बिहार की राजनीति में बहुत तेजी से घटित हुए राजनीतिक घटनाक्रम में नीतीश कुमार ने छटवीं बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के रुप में शपथ ले ली है। कहा जाता है कि जहां बेमेल गठबंधन होता है, वहां अस्थिरता का वातावरण हमेशा ही बना रहता है। कुछ ऐसा ही बिहार में भी हुआ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा उठाए गए कदम के बारे में भले ही राजनीतिक दल या विश्लेषक कुछ भी निष्कर्ष निकालें, लेकिन यह सत्य है कि नीतीश कुमार ने भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेन्स की नीति को अपनी सरकार की प्राथमिकता में रखा। बिहार में हुए अचानक परिवर्तन के केन्द्र में लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेजस्वी यादव को माना जा रहा है। सीबीआई ने जब से तेजस्वी के विरोध में प्राथमिकी दर्ज की है, तभी से नीतीश कुमार अपनी भ्रष्टाचार विरोधी छवि को बचाने के लिए तेजस्वी को अलग करने की सोच रहे थे, लेकिन लालू प्रसाद की राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं ऐसा करने में अवरोध का कारण साबित हो रही थीं। वास्तव में बिहार में जब से लालू प्रसाद यादव का राजनीतिक अध्याय समाप्त हुआ है, तब से ही राजद के मुखिया इस जुगाड़ में लगे हुए थे कि कैसे भी हो तेजस्वी को नेता बनाकर जनता के सामने लाया जाए। मोदी को रोकने की मुहिम के चलते राजद और जदयू में बेमेल गठबंधन हुआ। फलत: तेजस्वी की नई राजनीतिक पारी का सूत्रपात हुआ।


बिहार में जिस समय राजनीतिक घटनाक्रम चल रहा था, उस समय एक ही समय में दो प्रकार की तस्वीरें दिखाई दे रही थीं। भ्रष्टारियों का साथ छोड़कर एक तरफ बिहार के राजभवन में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे थे, वहीं दूसरी तरफ रांची में भ्रष्टाचार के आरोप में राजद नेता लालू प्रसाद यादव सीबीआई के न्यायालय में प्रस्तुत हो रहे थे। एक तरफ भ्रष्टाचार मुक्ति की राजनीति करके स्वच्छता की ओर कदम बढ़ाने वाले नीतीश कुमार सरकार को भ्रष्टाचार से मुक्त करा रहे थे, वहीं दूसरी ओर भ्रष्टाचार के आरोपों कारण लालू प्रसाद यादव न्यायालय में हाजिर हुए थे। दोनों की राजनीति में जमीन आसमान कर अंतर है। इसे दूसरे अर्थ में परिभाषित करें तो यह आसानी से कहा जा सकता है कि भाजपा ने भ्रष्टाचारियों का साथ छोड़ने वाले नीतीश को समर्थन दिया है, वहीं कांगे्रस अभी भी भ्रष्टाचार के आरोप का सामना करने वाले लालू प्रसाद यादव और उनके परिजनों के साथ ही खड़ी दिखाई दे रही है।   

राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के सदस्यों  पर भ्रष्टाचार के गंभीर मामले चल रहे हैं। इसलिए उन्होंने राजनीति में पारिवारिक पदार्पण को जारी रखते हुए तेजस्वी को सरकार में उपमुख्यमंत्री के रुप में शामिल कराया। अब जब तेजस्वी यादव भी भ्रष्टाचार के आरोप की परिधि में आ गए हैं, तो नीतीश कुमार का चिंतित होना स्वाभाविक ही था। वास्तव में लालू प्रसाद यादव को तेजस्वी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद ही राजनीतिक शुचिता को ध्यान में रखते हुए अपने कदम उठाना चाहिए था, लेकिन उन्होंने एक प्रकार से भ्रष्टाचार को संरक्षण देने वाली कार्यवाही को अंजाम दिया। गठबंधन की सरकार के समय बिहार की राजनीति में जिस प्रकार से लालू ने अपनी राजनीति को संचालित किया, उससे यही लग रहा था कि लालू प्रसाद यादव ही पूरी सरकार का संचालन कर रहे हैं। इसे समानांतर सरकार चलाने की कार्यवाही भी निरुपित किया जा सकता है। हम जानते हैं कि भ्रष्टाचार के चलते लालू प्रसाद यादव को न्यायालय ने चुनाव लड़ने पर रोक लगाकर एक प्रकार से उनको राजनीति करने के लिए अयोग्य ही घोषित किया था, फिर भी लालू प्रसाद यादव सक्रियता के साथ राजनीति कर रहे हैं। एक घोषित अपराधी का सक्रिय राजनीति में भाग लेना लोतंत्र का खुला मजाक ही कहा जाएगा। यह कदम न्यायालय और जनता का अपमान भी है।

जदयू नीतीश कुमार के राजद के लालू यादव से अलग होने के बाद निश्चित रुप से नीतीश कुमार की छवि में और सुधार ही हुआ है, इसके अलावा लालू यादव कुछ भी आरोप लगाएं, भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद उनकी और उनके परिवार की छवि संदेह के घेरे में हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिस मूल कारण के चलते बिहार में गठबंधन सरकार का प्रारुप परिवर्तित हुआ है, उसके वास्तविक कारणों की चर्चा न करके राष्ट्रीय जनता दल के नेता लालू प्रसाद यादव सत्य को झुठलाने का प्रयास कर रहे हैं। लालू प्रसाद यादव अपनी राजनीतिक प्रतिक्रिया में भ्रष्टाचार को छोड़कर सभी राजनीतिक बातें कर रहे हैं, लेकिन भ्रष्टाचार के बारे में एक भी बात नहीं कर रहे हैं। यह बात सत्य है कि देश के राजनीतिक इतिहास में ऐसी स्थितियां भी कई बार निर्मित हुई हैं कि भ्रष्टाचार के आरोप लगने मात्र पर ही कई नेताओं ने नैतिकता के आधार पर अपना त्याग पत्र दिया है। तेजस्वी यादव अगर पद छोड़ देते तो कोई नई बात नहीं होती, लेकिन लालू प्रसाद ने हठी रवैया अपनाते हुए नीतीश के सामने बेचैनी वाले हालात पैदा कर दिए थे। ऐसे में नीतीश कुमार क्या करते, वह भ्रष्टाचार के विरोध में अभी तक अपनी राजनीति करते आए हैं। इसलिए यह तो लगभग तय था कि नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के मामले में कोई समझौता नहीं करेंगे। और हुआ भी ऐसा ही। आखिर नीतीश कुमार ने इस्तीफा देकर यह दिखा दिया कि वह सुशासन बाबू की छवि को बरकरार रखने के लिए भ्रष्टाचार विरोधियों का साथ भी छोड़ने के लिए तैयार हैं। वास्तव में राजनीति का आशय भी यही संदेश देता है कि जिस राज में नीति हो, उसी का पालन करना चाहिए। हालांकि कुछ अपवाद भी हो सकते हैं, लेकिन मन में अच्छा करने का भाव हो तो अपवाद भी बहुत पीछे छूट जाते हैं। नीतीश के इस्तीफा देने के बाद भी वह व्यक्तिगत तौर पर लालू प्रसाद यादव के विरोधी दिखाई नहीं दिए, उन्होंने केवल भ्रष्टाचार का ही विरोध किया। वास्तव में भ्रष्टाचार के विरोध में नीतीश कुमार द्वारा चलाई जा रही मुहिम में लालू प्रसाद यादव को भी साथ देना चाहिए था। उन्होंने साथ क्यों नहीं दिया, यह कारण भी कई सवाल खड़े कर रहा है।


बिहार में गठबंधन का दल परिवर्तित होने के बाद जिस प्रकार के आरोप प्रत्यारोप राजनीति की आशंका व्यक्त की जा रही थी, लगभग वैसी ही दिखाई भी दे रही है। लालू प्रसाद यादव अपनी सफाई में किसी भी प्रकार का ठोस तर्क प्रस्तुत नहीं कर पा रहे हैं, वे राजनीति से प्रेरित ऐसे आरोप लगा रहे हैं, जो केवल आत्म प्रशंसा को ही उजागर करते हैं। इसके विपरीत नीतीश कुमार के तर्क में दम दिखाई दे रही है। नीतीश कुमार के कदम को वर्तमान में भ्रष्टाचार के विरोध में उठाया हुआ कदम माना जा रहा है। यह बात सही है कि भ्रष्टाचार की कमाई के कारण कई नेता भले ही आम जनता के विकास की बात करते हों, लेकिन उनकी निजी जिंदगी में बहुत बदलाव आ जाता है। वर्तमान में नीतीश कुमार के कदम को भ्रष्टाचार विरोधी कदम माना जा रहा है, जो जनता के हित में भी है।






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सुरेश हिन्दुस्थानी
102 शुभदीप अपार्टमेंट, कमानीपुल के पास
लक्ष्मीगंज, लश्कर ग्वालियर मध्यप्रदेश
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बिहार के जनादेश से गद्दारी और लोकतंत्र की हत्या के खिलाफ भाकपा-माले का धिक्कार मार्च.

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  • आरा में पार्टी महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य और राज्य सचिव कुणाल शामिल हुए धिक्कार मार्च में.
  • राजधानी पटना में नीतीश-मोदी का पुतला दहन, राज्य के कई जिला केंद्रों पर हुआ प्रदर्शन.

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पटना 27 जुलाई, बिहार जनादेश 2015 से खुली गद्दारी और सत्ता के लिए नीतीश कुमार द्वारा तख्तापलट के खिलाफ आज भाकपा-माले ने राजधानी पटना सहित पूरे राज्य में धिक्कार दिवस का आयोजन किया. पटना में कारगिल चैक पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया. इसका नेतृत्व भाकपा-माले विधायक दल के नेता काॅ. महबूब आलम, पूर्व सांसद रामेश्वर प्रसाद, ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव काॅ. मीना तिवारी, सरोज चैबे, शशि यादव आदि नेताओं ने किया. पुतला दहन के उपरांत वहां पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए काॅ. महबूब आलम ने कहा कि बिहार के जनादेश से इस खुली गद्दारी के लिए बिहार की जनता नीतीश कुमार को कभी माफ नहीं करेगी. जनादेश भाजपा के जहरीले सांप्रदायिक नीतियों के खिलाफ था, लेकिन नीतीश कुमार ने तख्तापलट करते हुए उसी भाजपा से हाथ मिला लिया. उन्होंने ऐसा करके बिहार के दलित-गरीबों, महिलाओं, अल्पसंख्यक समुदाय और तमाम सेकुलर जमात को धोखा देने का काम किया है. उन्होंने आगे कहा कि महागठबंधन की राजनीतिक एकता नोटबंदी, राष्ट्रपति आदि मामलों में पहले से ही कमजोर थी. नीतीश कुामर में भाजपा की ओर जाने की प्रवृति पहले से ही थी. पूर्व सांसद रामेश्वर प्रसाद ने कहा कि बीजेपी की तरफ नीतीश कुमार को जाने से रोकने में लालू प्रसाद भी असफल रहे. उन्होंने कहा कि भाजपा भले ही चोर दरवाजे से बिहार की सत्ता में आ गयी हो, लेकिन बिहार की जनता उसकी नीतियों के खिलाफ है. अब सीधे-सीधे सांप्रदायिक ताकतों से मुकाबला होगा.


उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने राजनीतिक अवसरवादितता का चरम उदाहरण पेश करते हुए एक बार फिर से भाजपा का दामन थाम लिया है. जिन सामंती-सांप्रदायिक ताकतों का मनोबल महागठबंधन के नेतृत्व वाली सरकार में भी तनिक कम न हुआ, वे अब सीधे-सीधे बिहार की सत्ता में पहुंच गए हैं. ऐसी स्थिति में, बिहार के दलित-गरीबों, महिलाओं और अल्पसंख्यक समुदाय के सामने अपने आंदोलनों को और मजबूत व धरदार बनाने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है. इसी के जरिए भाजपा जैसी ताकतों से निपटा जा सकता है. काॅ. मीना तिवारी ने कहा कि नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के खिलाफ खूब डींगें हाँक रहे हैं, पर उन्होंने जो कुछ किया वह बदतरीन किस्म के राजनीतिक भ्रष्टाचार के सिवाय कुछ नहीं है. यह लोकतंत्र की हत्या है. सभा को काॅ. सरोज चैबे व शशि यादव ने भी संबोधित किया, जबकि संचालन रणविजय कुमार ने किया. इस मौके पर पटना नगर सचिव अभ्युदय, उमेश सिंह, नवीन कुमार, समता राय, मोख्तार, सुधीर कुमार, रामकल्याण सिंह, रामबलि प्रसाद, अशोक कुमार आदि नेता शामिल थे. आरा में धिक्कार मार्च के तहत पार्टी महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य, राज्य सचिव काॅ. कुणाल, जिला सचिव काॅ. जवाहर लाल सिंह के नेतृत्व में जिला पार्टी मुख्यालय से कार्यकर्ताओं ने धिक्कार मार्च निकाला और स्टेशन गोलबंर पर प्रतिरोध सभा आयोजित की गयी. 



समस्तीपुर में राज्यव्यापी धिक्कार दिवस के तहत भाकपज्ञ-माले के कार्यकर्ताओं ने नीतीश कुमार का पुतला दहन किया. इसके पूर्व शहर के प्रखंड मुख्यालय से राजधानी चैक तक जुलूस निकला. अध्यक्षता सुरेेंद्र प्रसाद सिंह ने की. मोतिहारी में गांधी चैक पर माले कार्यकर्ताओं ने नीतीश कुमार का पुतला दहन किया. पूर्णिया में भी मार्च निकालकर मोदी-नीतीश का पुतला दहन किया गया. गोपालगंज, जहानाबाद, सिवान, दरभंगा आदि जगहों पर भी धिक्कार मार्च आयोजित किए गए.

दुमका : अवैध रुप से पत्थर खनन करने वालों के विरुद्ध होगी कड़ी कार्रवाई: डीएमओ

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) अवैध पत्थर खनन कारोबार से दिन-दूनी, रात-चैगुनी तरक्की करने वालों की अब खैर नहीं। किसी तरह का अवैध गोरखधंधा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दिन बुधवार को डीएमओ, दुमका दिलीप कुमार तांती ने क्रशर व पत्थर खदान मालिकों के साथ आहुत बैठक में उपरोक्त बातें कही। डीएमओ ने कहा कि गैरकानूनी तरीके से अवैध पत्थर उत्खनन करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिला खनन कार्यालय, दुमका में दिन बुधवार को पत्थर खदान मालिकों व क्रशर मालिकांे की संयुक्त बैठक में डीएमओ ने कहा कि वैध पत्थर खनन कारोबारियों की समस्याओं को भी सुना गया। उनके साथ जो परेशानी है उसे भी दूर करने का प्रयास किया जाऐगा। उन्होेंने कहा जिस किसी भी बैध पत्थर खदानों के समीप कोई अवैध तरीके से अपना कारोबार चलाता है अथवा चलाना चाहता है उसकी सूचना देने वालों की पूरी जानकारी गुप्त रखी जाऐगी। उन्होंने कहा जो परिमाण/वजन/माप  सीटीओ में निर्धारित है, उससे अधिक परिवहन के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगीं। बिना परिवहन चलान के परिवहन पर पूर्ण पाबंदी लगाई जाऐगी। इस अवसर पर उप राजधानी दुमका के प्रखण्ड शिकारीपाड़ा के सैकड़ों क्रशर व पत्थर खदान मालिकों के साथ-साथ रामगढ़, जरमुण्डी, गोपीकान्दर व जिले के अन्य प्रखण्डों में स्थित पत्थर खनन कारोबारी भी इस अवसर पर मौजूद थे। 

दुमका (झारखण्ड) हलचल 27 जुलाई

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बीएसएनएल का अधिकारी बतलाकर चाय दुकानदारों से ठगा मोटी रकम

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खुद को बीएसएनएल का अधिकारी बताकर नौकरी लगाने के नाम पर दो चाय दुकानदारों से 3 लाख रुपये ठगी करने का मामला दुमका नगर थाना पहुंचा है। आरोप है कि चंदन कुमार नाम का यह युवक कार में बीएसएनएल के अभियंता का बोर्ड लगाकर और सुरक्षा गार्ड लेकर चलता था और बीएसएनएल में नौकरी दिलाने का झांसा देकर इसने कई युवकों से लाखों की ठगी की है। पुलिस उसकी पत्नी से नगर थाना में पूछताछ कर रही है। पोखरा चैक के चाय दुकानदार भरत को डाकघर में नौकरी लगाने के नाम पर उसने तीन किस्तों में 1,15000 रुपये ठगे हैं तो कचहरी के चाय दुकानदार जीतन कुमार को बीएसएनएल में नौकरी लगाने के लिए 4.5 लाख मांगने के बाद उससे तीन किस्तों में अबतक 1,85,000 रुपये ले लिये हैं। अबतक उसने थाने में भरत के लिए 1 लाख रुपया भेजवाया जबकि बचे हुए 15 हजार मूल और 15 हजार सूद समेत और 30 हजार रुपये देने पर मामला फंसा हुआ है। इस बीच जीतन कुमार ने भी थाना में दो पन्नांे का आवेदन देकर 1.85 लाख रुपये वापस करवाने की गुहार लगायी है।


श्रावणी मेला 2017 के अवसर पर नालसा व झालसा के निर्देशानुसार
  • पीडीजे सह अध्यक्ष डीएलएसए, दुमका बी एन पाण्डेय ने किया विधिक जागरुकता शिविर का उद्घाटन

राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार नालसा नई दिल्ली व राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, झारखण्ड रांची के तत्वावधान में दिन सोमवार (10 जुलाई 2017) को जिला विधिक सेवा प्राधिकार दुमका की ओर से श्रावणी मेला 2017 के अवसर पर विधिक जागरुकता शिविर का उद्घाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार दुमका ब्रजेन्द्र नाथ पाण्डेय ने किया। मुख्य प्रर्दशनी शिविर बासुकिनाथ धाम दुमका में ही विधिक जागरुकता शिविर स्थापित है। इस अवसर पर सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार दुमका संजय कुमार, न्यायालय कर्मीगण एवं पीएलवी तथा अधिवक्ता रीतेश कुमार सिन्हा मौजूद थे। 

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 27 जुलाई

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सोयाबीन में कीट एवं रोग नियंत्रण हेतु कृषि वैज्ञानिकों की सलाह
  • गर्डल बीटल की रोकथाम हेतु थायक्लोप्रीड का छिड़काव करें

sehore news
भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान इंदौर के कृषि वैज्ञानिकों द्वारा सोयाबीन कृषकों को कीट एवं रोग नियंत्रण हेतु सामयिक सलाह जारी की गयी है। कृषि वैज्ञानिकों ने बताया कि रिमझिम वर्षा के दौरान पत्ती खाने वाली इल्ली, कलिया, फूल या नन्ही फलियों का भक्षण करती है, जिसके कारण अफलन की स्थिति उत्पन्न होने की आशंका रहती है। ऐसे स्थानों पर कीट नियंत्रण हेतु क्विनालफॉस 1500 मिलीलीटर प्रति हेक्टयर या इन्डोक्साकार्ब 333 मिलीलीटर प्रति हेक्टयर का 500 लीटर पानी के साथ छिड़काव करें। जिन स्थानों पर फसल में गर्डल बीटल का प्रकोप प्रारंभ हो चुका है, वहां थायक्लोप्रीड 21.7 एससी 650 मिलीलीटर प्रति हेक्टयर का छिड़काव करें। कृषि वैज्ञानिकों ने बताया कि सोयाबीन फसल में कहीं-कहीं कोलर रॉट (गर्दनी सड़न) नामक बीमारी का प्रकोप होता है। इसके नियंत्रण हेतु किसान अपने खेत में अतिरिक्त पानी के निकासी की व्यवस्था के साथ ही ग्रसित पौधों को खेत से उखाड़कर फेंक दें। संभव होने पर डोरा / कुल्पा चलाकर भी बीमारी को बढने से रोका जा सकता है। सोयाबीन फसल में आने वाले समय में पत्ती धब्बा तथा एन्थ्रेकनोज नामक बीमारियों के प्रकोप भी संभावित होता है। बीमारी के नियंत्रण हेतु  टेबूकोनाझोल अ सल्फर मिश्रित फफूंद नाशक दो ग्राम प्रति लीटर पानी के मान से या थायोफिनेट मिथाइल या कार्बेन्डाझिम एक ग्राम प्रति लीटर पानी के मान से छिड़काव करें।  कृषि वैज्ञानिकों ने यह भी बताया कि सोयाबीन की फसल में पीला मोजेक बीमारी का भी प्रकोप होता है। इस संबंध में किसानों को सलाह दी गयी है कि वे ग्रसित पौधों को खेत से उखाड़कर गड्डों में दबा दें। साथ ही रोग को फैलाने वाली वेक्टर सफेद मक्खी के नियंत्रण हेतु बीटासायफ्लूथ्रीन ़ इमिडाक्लोप्रीड 350 मिली लीटर प्रति हेक्टेयर को 500 लीटर पानी के साथ छिड़काव करें।  जिन किसानों ने बोनी के तुरंत बाद खरपतवारों के नियंत्रण हेतु अनुशंसित खरपतवार नाशकों का प्रयोग नहीं किया है, उनके लिये कृषि वैज्ञानिकों ने सलाह दी है कि वे 15-25 दिन की फसल होने पर खड़ी फसल में अनुशंसित खरपतवार नाशक जैसे क्लोरीम्यूरान इथाइल 36 ग्राम प्रति हेक्टेयर या इमाझेथापायर एक लीटर प्रति हेक्टेयर या क्विजालोफॉप इथाइल एक लीटर प्रति हेक्टेयर या क्विजालोफॉप-पी-टेफूरील एक लीटर प्रति हेक्टेयर या फेनाक्सीफॉप-पी-इथाइल 0.75 लीटर प्रति हेक्टेयर में से किसी एक का 500 लीटर पानी के साथ फ्लड जेट या  फ्लेट फेन नोझल का उपयोग कर समान रूप से खेत में छिड़काव करें। जो किसान खडी फसल में इमेझेथापायर अथवा क्विझालोफाॅप इथाईल का प्रयोग करना चाहते है वे इसके साथ क्लोरएन्ट्रानिलिप्रोल कीटनाशक का भी प्रयोग कर सकते है जिससे खरपतवार के साथ साथ पत्ती खाने वाली इल्लियों का नियंत्रण भी हो सकेगा।  अधिक वर्षा होने की स्थिति में किसानों को यह भी सलाह दी गयी है कि वे खेत से अतिरिक्त पानी के निकास की व्यवस्था करें।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 27 जुलाई

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तीन सचिव निलंबित

जिला पंचायत सीईओ श्री दीपक आर्य के द्वारा तीन ग्रामों के सचिवों को तत्काल प्रभाव के निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए है। शासकीय कार्यो में लापरवाही बरतने पर जिन ग्रामों के सचिवो को निलंबित करने की कार्यवाही की गई है उनमें ग्राम पंचायत बरवाई के श्री अशोक चैरसिया, ग्राम पंचायत दीघौरा के श्री भाई सिंह दांगी तथा ग्राम पंचायत चाठौली के श्री राजेन्द्र शर्मा शामिल है। निलंबित तीनों सचिवो को निलंबन अवधि में जीवन निर्वाह भत्ता नियमानुसार देय होगा। निलंबन अवधि में तीनोे सचिवो का मुख्यालय जनपद पंचायत बासौदा नियत किया गया है। 

क्षतिग्रस्त प्याज की नीलामी आज

जिले में क्षतिग्रस्त प्याज जो विदिशा के गोदाम शुभम्, रूचि एवं निर्मल वेयर हाउस मंे भण्डारित है जहां है जैसी के आधार पर नीलामी प्रक्रिया 28 जुलाई को आयोजित की गई है। समस्त प्याज क्रेता, व्यापारियों से मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन लिमिटेड के जिला प्रबंधक श्री अशोक कुमार राय ने आग्रह किया है कि वे संग्रहित प्याज का अवलोकन गोदाम में आकार कर सकते है। नीलामी प्रक्रिया शुभम वेयर हाउस में प्रातः 11 बजे से, रूचि वेयर हाउस में दोपहर 12 बजे से तथा निर्मल वेयर हाउस में दोपहर एक बजे से आयोजित की गई है। 

आज जलाया जायेगा नन्द कुमार चैहान एवं षिवराजसिंह चैहान का पुतला

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विदिषाः भाजपा के प्रदेषाध्यक्ष नन्दकुमार चैहान एवं मुख्यमंत्री षिवराजसिंह चैहान द्वारा ज्योतिरादित्य सिंधिया जी पर लगाये गये झॅूठे आरोपों को लेकर ब्लाॅक कंाग्रेस कमेटी गुलाबगंज द्वारा स्थानीय गुप्ता जी के चैराह पर दोपहर 3ः30 बजे भाजपा के प्रदेषाध्यक्ष नन्दकुमार चैहान एवं मुख्यमंत्री षिवराजसिंह चैहान का पुतला जलाया जायेगा। जिसमें समस्त वरिष्ठ कांग्रेसजन एवं प्रकोष्टों के पदाधिकारियों से उपस्थित होने की अपील ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष अनुज लोधी ने की है।  


प्रेक्षक द्वारा स्ट्रांगरूम एवं मतदान केन्द्रों का जायजा

नगर परिषद शमशाबाद के अध्यक्ष को अपने पद से वापिस बुलाए जाने हेतु राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी कार्यक्रमांे एवं आदेशो के अनुरूप कार्यवाही का क्रियान्वयन जारी हैै। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षक श्री प्रदीप खरे ने आज शमशाबाद पहुंचकर निर्वाचन प्रक्रिया को सम्पन्न कराने हेतु की गई व्यवस्थाओं का बारीकी से जायजा लिया। उन्होंने शासकीय कन्या हाई सेकेण्डरी स्कूल प्रागंण में बनाए गए स्ट्रांगरूम और मतदान केन्द्रों का भी निरीक्षण किया। प्रेक्षक श्री खरे के साथ शमशाबाद एसडीएम श्री आरडीएस अग्निवंशी, तहसीलदार श्री इसरार अहमद खान, सीएमओ श्री राकेश मिश्रा भी साथ मौजूद थे। प्रेक्षक श्री खरे ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि मतदान केन्द्रोें पर मतदाता सुगमता से पहुंच सकें एवं मतदान प्रक्रिया में भाग लेने वाले मतदाताओें को किसी भी प्रकार की असुविधाओं का सामना ना करना पडे़ का पूरा ध्यान रखा जाए। प्रेक्षक श्री खरे के द्वारा निर्वाचन प्रक्रिया के लिए की गई व्यवस्थाओं के साथ-साथ कर्मचारियों के प्रशिक्षण के संबंध में भी पूछताछ की गई। रिटर्निंग आफीसर एवं एसडीएम श्री अग्निवंशी ने प्रेक्षक को अवगत कराया कि 11 अगस्त को होने वाले मतदान के लिए तमाम प्रबंध सुनिश्चित किए गए है उनके द्वारा निर्वाचन सामग्री वितरण, मतगणना के लिए की गई व्यवस्थाओं से भी अवगत कराया गया। श्री अग्निवंशी ने बताया कि शमशाबाद नगर परिषद निर्वाचन 2017 (अध्यक्ष को वापिस बुलाने हेतु) सात हजार आठ सौ छियासी मतदाता 15 मतदान केन्द्रोें पर अपने मतो का प्रयोग इलेक्ट्राॅनिक वोटिंग मशीन के माध्यम से करेंगे। कुल मतदाताओं में चार हजार 61 पुरूष तथा तीन हजार 825 मतदाता शामिल है। 

प्रेक्षक से सम्पर्क
नगर परिषद शमशाबाद के निर्वाचन प्रक्रिया हेतु राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षक श्री प्रदीप खरे का मोबाइल नम्बर 9425085107 पर सम्पर्क किया जा सकता है। 

करारिया में विधिक साक्षरता शिविर शनिवार को

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा विधिक साक्षरता शिविरों का आयोजन जारी है। इसी कडी के तहत 29 जुलाई शनिवार को की दोपहर 12 बजे से ग्राम करारिया में ततसंबंधी शिविर का आयोजन किया गया है।न्यायिक मजिस्टेªट प्रथम श्रेणी श्री नीरज प्रजापति स्वंय शिविर में मौजूद रहेंगे कि जानकारी देते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव ने बताया कि शिविर में शामिल होने वाले नागरिकों को शासन की कल्याणकारी योजनाओं के साथ-साथ विभिन्न कानून की जानकारी दी जाएगी। 

डिया एवं डैक की बैठक 29 को

जिला स्तरीय पर्यावरण समाघात निर्धारण प्राधिकरण (डिया) एवं जिला स्तरीय विशेषज्ञ आंकलन समिति (डैक) की बैठक 29 जुलाई को आयोजित की गई है यह बैठक कलेक्टर श्री अनिल सुचारी की अध्यक्षता में कलेक्टेªट के सभाकक्ष में प्रातः दस बजे से शुरू होगी। 

नवीन भवन टीलाखेडी में आईटीआई का संचालन

जिला मुख्यालय की औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान अब टीलाखेडी में संस्थान का नवनिर्मित भवन में संचालित होने लगी है संस्था के अधीक्षक ने बताया कि पुराने भवन को पूर्णतया खाली किया जा चुका है अतः पत्राचार अब नए पते पर करने का आग्रह उन्होंने संबंधितों से किया है।

टेªन में जलवायु परिवर्तन संबंधी जानकारी

केन्द्र सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय साइंस एक्सप्रेस क्लाईमेट एक्शन स्पेशल (ेमबंे) टेªन चलाई जा रही है जिसमें जलवायु परिवर्तन संबंधी ज्ञानवर्धक जानकारियां विभिन्न विधाआंे के माध्यम से दी जा रही है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री एचएन नेमा ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि दस से 12 अगस्त तक उक्त टेªन बीना स्टेशन के प्लेटफार्म पर उपलब्ध रहेगी। जिसका अवलोकन विदिशा एवं सागर जिले के नागरिक पहंुचकर कर सकते है। टेªन मंे ग्लोबल वार्मिंग एवं जलवायु परिवर्तन संबंधित समस्त जानकारी बहुत ही रोचक एवं प्रशिक्षित मार्गदर्शकों द्वारा दी जाएगी। साथ ही विभिन्न प्रकार की पर्यावरणीय गतिविधियां जैसे खेल, प्रश्नोत्तरी, चित्रकला, निबंध, लेखन, वाद-विवाद आदि प्रतियोगिताआंे का आयोजन प्लेटफार्म पर किया जाएगा। जिसका लाभ राष्ट्रीय हरित कोर कार्यक्रम संचालित ईको क्लब विद्यालयों के छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों को मिलना सुनिश्चित किया गया है।


जिले मंे 458.2 मिमी औसत वर्षा हुई

जिले की तहसीलों में स्थापित वर्षामापी यंत्रो पर गुरूवार की प्रातः आठ बजे दर्ज की गई वर्षा की जानकारी देते हुए अधीक्षक भू-अभिलेख श्रीमती सविता पटेल ने बताया कि गुरूवार को जिले में 3.3 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है जबकि एक जून से आज दिनांक 27 जुलाई तक 458.2 मिमी औसत वर्षा हो चुकी है। उक्त अवधि में गतवर्ष 716.6 मिमी औसत वर्षा हुई थी। ज्ञातव्य हो कि जिले की सामान्य वर्षा 1075.2 मिमी है। गुरूवार को तहसीलवार दर्ज की गई वर्षा तदानुसार विदिशा में 3.2 मिमी, बासौदा में 8.4 मिमी, कुरवाई में 2.8 मिमी, लटेरी में एक मिमी, ग्यारसपुर एवं गुलाबगंज में चार-चार मिमी और नटेरन तहसील में तीन मिमी वर्षा दर्ज की गई है। जबकि सिरोंज तहसील में वर्षा नगण्य रही।

बिहार : धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक भावना को गहरा सदमा : भाकपा

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पटना, 27 जुलाई, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिवमंडल ने आज अपनी बैठक के बाद यहां निम्नलिखित बयान प्रेस को जारी किया. भारतीय जनता पार्टी का बिहार में सत्ता में आना यहां की सेक्युलर राजनीति के लिए एक दुःखुद राजनीतिक घटना है। इस घटना से बिहार के धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक एवं प्रगतिषील व्यक्तियों की भावना को गहरा सदमा पहुँचा है। मुख्यमंत्री नीतीष कुमार ने भाजपा को अपनी सरकार का सहयोगी बनाकर न सिर्फ 2015 के विधान सभा चुनाव में साम्प्रदायिकता विरोधी जनादेष का अनादर किया है बल्कि राज्य और देष की साम्प्रदायिक, दक्षिणपंथी एवं प्रतिक्रियावादी शक्तियों के मजबूत बनाने का काम किया है।  भारतीय जनता पार्टी अपनी केन्द्रीय सरकार की सहायता से गैर-भाजपा राज्य सरकारों को अस्थिर करने और तोड़ने का योजनाबद्ध तरीके से प्रयास कर रही है। कल नीतीष कुमार के इस्तीफे के बाद केन्द्र सरकार के इषारे पर बिहार के राज्यपाल ने अलोकतांत्रिक तरीके से भाजपा-जदयू सरकार का गठन करवाया। नयी सरकार के गठन के लिए अन्य किसी राजनीतिक दल की सलाह और सुझाव नहीं मांगा।  2015 में बड़ी आषा के साथ राज्य में जनता ने राजद-जदयू-कांग्रेस गठबंधन की धर्मनिरपेक्ष सरकार पाँच वर्षों के लिए बनायी। लेकिन महागठबंधन के नेता राजनीतिक अवसरवादिता, परिवारवाद और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर आपस में ही लड़ गये और उन्होंने महागठबंधन को छिन्न-भिन्न कर दिया तथा महागठबंधन को भाजपा की साजिष का षिकार बनाने का मौका दे दिया।  बिहार में नीतीष के नेतृत्व में साम्प्रदायिकता विरोधी महागठबंधन की सरकार बनाने का जनता ने जनादेष दिया था। अगर नीतीष कुमार उस जनादेष का उल्लंघन करके साम्प्रदायिक शक्तियों के साथ राज्य में सरकार चलाना चाहते हैं तो नैतिकता का तकाजा है कि इसके लिए उन्हें फिर से जनादेष प्राप्त करना चाहिए।

बिहार : ए॰आई॰एस॰एफ॰ द्वारा राज्यव्यापी आह्वान पर पटना वि॰वि॰ मुख्यालय पर प्रदर्शन

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  • कुलपति से सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मिला, कुलपति ने कहा नवम्बर में होंगे छात्रसंघ चुनाव

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पटना वि॰वि॰:-आॅल इण्डिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन पटना वि॰वि॰ इकाई ने राज्य के आह्वान पर पटना वि॰वि॰ मुख्यालय पर छात्रसंघ चुनाव, जर्जर छात्रावासों की मरम्मति, 24 घंटे लाइब्रेरी खोलने, आर्ट काॅलेज में स्थायी प्राचार्य की नियुक्ति, शोध में नये नियमावली की मंजूरी, के साथ-साथ छात्र-छात्राओं की सुरक्षा की गारंटी एवं मूलभूत सुविधा आदि सवालों को लेकर रोषपूर्ण प्रदर्शन किया। प्रदर्शन दरभंगा हाउस से निकलकर वाणिज्य काॅलेज, पटना काॅलेज होते हुए वि॰वि॰ मुख्यालय पहुँचा। बाद में एक सभा हुई। सभा की अध्यक्षता पटना वि॰वि॰ अध्यक्ष राकेश कुमार ने किया। सभा को सम्बोधित करते हुए ए॰आई॰एस॰एफ॰ के राज्य सचिव सुशील कुमार ने कहा कि छात्रों की विभिन्न समस्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है वि॰वि॰ प्रशासन को अविलम्ब इस पर कार्यवाई करनी होगी अन्यथा ए॰आई॰एस॰एफ॰ उग्र प्रदर्शन करने को विवश होगा। पटना वि॰वि॰ उपाध्यक्ष अदनान इमरान ने वि॰वि॰ में नामांकन प्रक्रिया से त्रस्त छात्रों की बात करते हुए इसे सुगम बनाने के लिए ध्यान आकृष्ट किया। बाद में डी॰एस॰डब्ल्यू॰ एन॰के॰ झा ने आकर छात्रों को शांत कराया और छात्रों के प्रतिनिधिमंडल को शाम में वार्ता को बुलाया। ए॰आई॰एस॰एफ॰ के सात प्रतिनिधिमंडल से कुलपति की वार्ता हुई। वार्ता में कुलपति महोदय ने कहा कि छात्रसंघ चुनाव की तिथि अक्टूबर में घोषित की जाएगी और नवम्बर में सम्पन्न होने की बात कही। साथ ही आर्ट काॅलेज में प्राचार्य की नियुक्ति अगस्त माह तक करने को कहा एवं अन्य सवालों के समाधान करने की बात कही। प्रतिनिधिमंडल में पटना वि॰वि॰ सचिव संदीप कुमार, अध्यक्ष राकेश कुमार, उपाध्यक्ष अदनान इमरान, सह-सचिव अमित कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष ओशो कुमार, मनीष कुमार, सुमन कुमार शामिल थे। प्रदर्शन में मुख्य रूप से सुधा कुमारी, सुभाष पासवान, जिलाध्यक्ष राजीव कुमार विद्यानन्द, सत्यनारायण, आफताब, बिरजून भारती, आदि दर्जनों छात्र छात्राएँ शामिल थे।

बिहार : नितीश का जनादेश के साथ विश्वासघात : वामपंथ

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पटना, 27 जुलाई। बिहार के छह वामदलों की बैठक आज यहां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य कार्यालय में भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी), के राज्य सचिव अवधेष कुमार की अध्यक्षता में हुई। बैठक में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह, एम. जब्बार आलम और अखिलेष कुमार, सी.पी.आई. (एम) के राज्य सचिव अवधेष कुमार, सर्वोदय शर्मा और गणेष शंकर सिंह, माले के कृष्णदेव यादव और मीना तिवारी, एस.यू.सी.आई. के राजकुमार चैधरी और साधना मिश्रा, फारवर्ड ब्लाॅक के अमरीका महतो तथा आर.एस.पी. के वीरेन्द्र ठाकुर शामिल थे। बैठक में बिहार के ताजा घटनाक्रमपर विचार विमर्ष हुआ। विचारोपरान्त निम्नलिखित संयुक्त बयान प्रेस को जारी किया महागठबंधन सरकार के मुखिया नीतीष कुमार द्वारा नाटकीय ढ़ंग से इस्तीफा देकर भाजपा के साथ मिलकर फिर सरकार बनाना बिहार के मतदाता द्वारा 2015 के विधान सभा चुनाव में दिये गये जनादेष के साथ विष्वासघात है। भाजपा के साथ मिलकर सरकार के गठन से नीतीष कुमार का घोर अवसरवादी चेहरा उजागर हुआ। नीतीष कुमार भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने की बात कर रहे हैं किन्तु स्वयं उनका यह कदम चरम दर्जें का राजनीतिक भ्रष्टाचार है। यदि नीतीष कुमार राजनीतिक रूप से ईमानदार होते तो भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने से पहले वे इस्तीफा देने के बाद नया जनादेष लेने जनता के बीच जाते । बिहार की जनता ने केन्द्र की राजग सरकार की जनविरोधी आर्थिक नीतियों और साम्प्रदायिकता के खिलाफ राजद, जदयू, कांग्रेस के महागठबंधन को अपना समर्थन दिया था। 


पिछले 20 महीनों के शासन काल में जहाँ नीतीष कुमार ने एक ओर जनविरोधी आर्थिक नीतियों को लागू करते हुए अपने गैर जनतांत्रिक रवैये का परिचय दिया, वहीं वे नोटबंदी, जीएसटी जैसे मुद्दों पर केन्द्र सरकार का समर्थन करते रहे। उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के समय विरोधी पक्ष के उम्मीदवार का विरोध करते हुए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ समर्थित भाजपा उम्मीदवार श्री रामनाथ कोंविद का समर्थन किया, जबकि नीतीष कुमार जी ने शुरूआती दौर में भाजपा के राष्ट्रपति उम्मीदवार को हराने के लिए विपक्ष का साझा उम्मीदवार खड़ा करने का सुझाव दिया था। एक समय संघ मुक्त भारत का नारा देने वाले नीतीष कुमार ने आज आगे बढ़कर महागठबंधन को तोड़ा और खुद  साम्प्रदायिक संघ परिवार की गोद में जा बैठे। बिहार की धर्मनिरपेक्ष एवं जनतांत्रिक जनता नीतीष कुमार को इस विष्वासघात के लिए कभी माफ नहीं करेगी।  महागठबंधन के दूसरे दलों राजद और कांग्रेस ने भी राजनीतिक अस्थिरता को समाप्त करने और जनादेष का पालन करने के उद्देष्य से समय रहते कोई कदम नहीं उठाया। इस पूरे राजनीतिक षड्यंत्र में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व और खासकर सुषील मोदी ने नीतीष कुमार से मिलकर योजनाबद्ध तरीके से महागठबंधन की सरकार गिराने का काम किया। भाजपा और केन्द्र सरकार गैर भाजपा शासित राज्यों में गैर भाजपा सरकारों को गिराने की कार्यनीति की दिषा में यह एक कड़ी है। तमाम वामपंथी एवं जनवादी शक्तियाँ अपील करती है कि नव-उदारवादी नीतियों पर चलने वाले, सत्तालोलुप एवं भ्रष्ट क्षेत्रीय दलों से भाजपा के खिलाफ किसी संघर्ष की उम्मीद किये बगैर वे जनता के ज्वलंत मुद्दों को लेकर स्वतंत्र एवं संयुक्त जन आंदोलन तेज करें और भाजपा की कारपोरेटपरस्त और आक्रामक साम्प्रदायिक नीतियों को बदलने के लिए वैकल्पिक नीतियों के आधार पर संघर्ष को आगे बढ़ाये।

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