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जन के साथ-साथ राजनीति में भी आसमान की बुलंदियों तक पहुँचने की चाहत है : डा. (मो.) हनीफ

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) धार्मिक अनुष्ठानों में यदि शाश्वत शक्ति निहित है ,तो फिर गलियों में इतनी दुर्गन्ध क्यों ? यहाँ बिजली की इतनी अव्यवस्था क्यों ? इसी स्थान पर भीख मांगने वालों की लम्बी कतार क्यों ? चहारदीवारी के अंदर मलत्याग कर बेपरवाह यत्र-तत्र भ्रमण कर रही गायें क्यों ? इसी स्थान पर बच्चों को जन्म देकर बाजू में टहल रहीं कुतिया क्यों ? प्रतिदिन पूजा-अर्चना एक सिस्टम की तरह है तो फिर, चढ़ावे की राशि क्यों ? अध्यापक, कवि/ लेखक/ साहित्यकार डा0 (मो0) हनीफ ने इसी तरह के अन्य अनगिनत सवालों को अपनी हालिया लिखी पुस्तक ’’अरुण कोलात्कर्स जेजुरी ए क्रिटिकल स्टडी’’ ,के माध्यम से हवा में छोड़ रखा है। सिदो कान्हु मुर्मू विवि, दुमका (झारखण्ड) के कुलपति डा0 मनोरंजन प्रसाद सिन्हा ने डा0 (मो0) हनीफ की पुस्तक ’’अरुण कोलात्कर्स  जेजुरी ए क्रिटिकल स्टडी’’ का विमोचन करते हुए कहा था - पढ़ने-लिखने की कोई उम्र नहीं होती। जिज्ञासाएँ जब तक प्रबल बनी रहती हैं, मनुष्य की कल्पनाएँ जहाँ तक उड़ान भर सकती हैं, काम करने की जीजीविषा जब तक मन में बची रहती है और सृजन की शक्ति जब तक व्यक्ति के मस्तिष्क में संग्रहित रहती है, मनुष्य अपनी अभिव्यक्ति, अपने विचारों, अपनी भावनाओं के उच्च प्रदर्शन की तमाम तरह की कोशिशें करने से हिचकता नहीं है। ’’अरुण कोलात्कर्स जेजुरी ए क्रिटिकल स्टडी’’ एक विराट हृदय के धनी डॉ (मो0) हनीफ की छठी बेहतरीन रचना है। भारतीय दर्शन के साथ-साथ धार्मिक अनुष्ठान में रूपये के अनावश्यक दोहन को बखूबी सामने लाने की हिम्मत उन्होेंने इस पुस्तक के माध्यम से दिखलायी है। धार्मिक आडम्बर व दिखावेपन (जिसके मूल में स्वार्थ निहित है) कहाँ तक जायज है ? वर्तमान व्यवस्था व वैज्ञानिक विचारधाराओं के इस संसार में रूढ़िवादी विचारधाराओं पर कुठाराघात करती यह पुस्तक अपने आप में अद्भुत व विलक्षण है। कोल्हापुर (महाराष्ट्र) में शिक्षा विभाग के एक पदाधिकारी के घर 01 नवम्बर 1932 को जन्में अरुण कोलात्कर ने खंडोवा के जेजुरी में स्थित धार्मिक स्थलों में व्याप्त भ्रान्तियों को अपनी रचनाधर्मिता का आधार बनाते हुए जो कुछ भी लिखा अध्यापक, कवि/ लेखक/ साहित्यकार डा0 (मो0) हनीफ ने बड़ी ही सहजता के साथ उसका चित्रण अपनी पुस्तक में किया है। इसी तरह पत्थर के दो दिल डा0 (मो0) हनीफ की उत्कृष्ट मानी जाती है। इस रचना पर कई बड़े-बड़े आलोचकों, समालोचकों ने अपनी समीक्षा में इसे पहले पायदान पर स्थान दिया है। कविता, कहानी, उपन्यास लिखने की अंतः प्रेरणा व उसके प्रति उनकी लगातर व्याकुलता से यह प्रतीत होता है कि आने वाला समय इनकी कृतियों के लिये नया सवेरा साबित होगा। झाड़ियों में जितना प्रवेश करोगे, कांटे उतने ही अधिक चुभेंगे। बेहतर है ,लौट जाओ राह से (पत्थर के दो दिल)। कुछ भूली विसरी यादें (कहानी संग्रह) की अपनी अनोखी विशेषता है। देखो, नीमू देखो...! आकाश की ओर देखो। तारे तो अनंत हैं, किन्तु चंदा एक ही है। यह पता है कि मुझको खोने के बाद मुझे पाने के लिए तुम जीवन भर तरसोगे, पर शायद तब मैं......। (इसी कहानी संग्रह से) डा0 हनीफ की कहानी सरहद, ने भी काफी धूम मचाई है। आर्थिक रुप से सम्पन्न एक कथाकार के व्यवहार में अचानक हुए परिवर्तन को रेखांकित करते हुए दर्द कहूँ या पीड़ा में डा0 हनीफ ने लिखा है......’’हाँ मां’’, ,अब तक मैं तुमसे झूठ ही कहता रहा, जबकि सच यह है कि जिस साड़ी के पहननें में तुम खुद को असहज महसूस कर रही थी ,वह छोटे बाबू की नहीं, मेरे खून.....। काली बछिया जैसी कहानी में डॉ हनीफ ने मानो सृष्टि के संपूर्ण जीवों का मानवीकरण ही कर दिया हो। पशुओं के सीने में भी दिल होता है, संवेदनाएँ होती हैं। उनमें भी अच्छी-बुरी सोंचने-समझने की शक्ति होती है, ,जिसे जानकर भी मानव अबूझ रह जाता है। व्हेयर यू,.... में कवि ने अपनी बहन की असामयिक मौत पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा है- बालू के सिक्तकणों में या मरुभूमि में, बताओ तुम कहाँ हो ? एक मध्यम वर्गीय मुस्लिम परिवार में जन्म लेकर भी काली बछिया जैसी कहानियों का सृजन कर  डा0 हनीफ ने गंगा-यमुनी तहजीब को अक्षुण्ण बनाए रखने का भागीरथ प्रयास किया है। एक ऐसे भारतीय होने का गौरव इन्होंने प्राप्त किया है जो साम्प्रदायिक सौहार्द के लिये जीवन के बहुमूल्य क्षणों को कागज की आत्मा में समर्पित कर दिया हो। समाज की कुंठित मानसिकता से उपर उठ कर इंसानियत को अपना धर्म बताने वाले डाॅ (मो0) हनीफ की हिन्दू धर्म के प्रति आस्था इसी बात का द्योतक है। संस्कृत में स्नातक व अंग्रेजी में डाक्टरेट शिक्षक मो0 हनीफ को हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, बंग्ला व संताली भाषा पर समान अधिकार प्राप्त है। बचपन से ही वे मेधावी छात्र थे। जामा, दुमका (झारखण्ड) के छैलापाथर में उर्दू माध्यम से प्रारम्भिक शिक्षा इन्होंने प्राप्त की। मध्य विद्यालय, मसलिया से इन्होंने हिंदी माध्यम से बाद में पढ़ाई किया। प्रथम श्रेणी से मैट्रिक उत्तीर्ण डा0 हनीफ ने एसपी महाविद्यालय, दुमका से इंटर में भी प्रथम स्थान प्राप्त किया। बाद में उच्च शिक्षा के लिये वे बनारस चले गए। 38 वीं व 41 वीं व 43 वीं बीे पी एस सी परीक्षा के साक्षात्कार तक इन्होंने दौड़ लगायी किन्तु असफल रहे। जनसेवक व बैंक क्लर्क नौकरियाँ इन्होंने ठुकरा दी। एक शिक्षक के रूप में डा0 (मो0) हनीफ ने वैसे छात्रों को निशुल्क शिक्षा प्रदान किया जो आर्थिक तंगी के शिकार थे। समाज में जो शोषित व पीड़ित समझे जाते थे। 


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मुख्यधारा से जिनका कोई सरोकार नहीं था। जिनकी अभिव्यक्ति कुंठित हो चुकी थी। जो सपने तो बड़े-बड़े देखते हैं किन्तु जिनके सपनों को पंख नहीं था। इन्हीं उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए समाज सेवा कोे अपना केन्द्र विन्दु बनाया। कभी यह नहीं सोंचा कि ऐसे कदम उठाने का प्रतिफल क्या होगा, जबकि खुद वे आर्थिक तंगी से जूझते रहे। डा0 हनीफ के अनुसार अपने जीवन काल में तकरीबन 40 हजार बिद्यार्थियों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान किया। डा0 हनीफ इस प्रकार आसपास के क्षेत्रों में काफी ख्याति प्राप्त शिक्षक हो गए। सरल सौम्य, मिलनसार व एक अच्छे व्यक्तित्व के धनी शिक्षक डा0 (मो0) हनीफ की चर्चा दूर-दूर तक फैलती चली गई। एक ऐसे मुस्लिम परिवार से जहाँ शिक्षा को कोई खास तवज्जो नहीं दी जा रही हो, डा0 हनीफ ने आईएएस का ख्बाब मन में पाल रखा था। आईएएस की तैयारी के लिये जिस रॉ इंस्टिट्यूट में डा0 हनीफ ने दाखिला ले रखा था, अपने सरल व्यवहार से उन्होंने सबों का मन जीत लिया था। वापस घर लौटने पर माता-पिता, भाई-भतीजों को ताश में तल्लीन देख उनका मन विचलित हो उठा। उन्होंने प्रण किया, समाज में व्याप्त इन बुराइयों से लोगों को दूर करना उनकी पहली श्रेष्ठ प्राथमिकता होगी। तकरीबन 4 वर्षों उन्होंने ट्यूशन पढ़ाया।  6 वर्षों तक प्रतिदिन 80 किलोमीटर की दूरी साइकिल से उन्होंने तय की। प्रेम में धोखा व स्वजनों के दुव्र्यवहार से दुखी डॉ हनीफ डब्लू बी येईटर्स से काफी प्रभावित थे। अंग्रेजी को उन्होंने इसी से प्रेरित होकर अपनाया। एसपी महिला कॉलेज, दुमका में अंग्रेजी के सहायक प्रोफेसर के रूप में कार्यरत डा0 (मो0) हनीफ सौम्य प्रकृति, उदार व्यवहार, मृदुभाषी व्यक्तित्व खुले विचारांे वाले कहेे जाते हैं। हिंदी व अंग्रेजी में अब तक इनकी  6 पुस्तकंे आ चुकी हैं। कुछ भूली बिसरी यादें  कहानी संग्रह में अपने बचपन को स्मरण करते हुए डा0 (मो0) हनीफ लिखते हैं-पैर में पहनने के लिए चप्पल नहीं था, पलाश के पत्तों का जूता पहनकर रेत व कंकड़ से पैरों की रक्षा करता था। घर में पाले हुए तोते का बहेलिये के तीर का शिकार होने पर लेखक काफी विचलित हुआ। अपनी लेखनी से लेखक ने आँसु रूपी स्याही से उसे रंगने का भरसक प्रयास किया। ’’हल्दी के रंग’’, कहानी की काफी सराहना हुई, इस कहानी का बंग्ला अनुवाद भी हुआ। ’’दर्द कहूं या पीड़ा’’, कहानी संकलन में लेखक ने काली बछिया के माध्यम से सम्पूर्ण जीवों के मानवीकरण का प्रयास किया है। पशु के सीने में भी दिल होता है, उसे भी दर्द होता है। वह भी इंसान की तरह ही समझने-बूझने की शक्ति रखता है। उसकी आवाज इंसान न समझता हो किन्तु इंसान के व्यवहार को मूक प्राणी बखूबी समझता है। एक मूक प्राणी में आवाज भरकर लेखक ने  कहानी को पूरा मार्मिक बना दिया। अंग्रेजी काव्य संग्रह ’’व्हेयर यू......’’, में कथाकार ने अपनी बहन के असामयिक निधन पर शोक प्रकट करते दाय नेम जैसी रचना का सृजन कर अपने मर्म को टटोलने का प्रयास किया है। ’’और इस तरह एक दिन......’’,  में कवि ने एक मजदूर की विवशता का सहृदयता से  प्रस्तुितकरण करते हुए लिखा है- मैं मजदूर हूँ, सभ्य समाज से कोसों दूर हूँ। अमीर-गरीब, उँच-नीच, जाति-धर्म, वर्ग, समुदाय से परे हटकर अध्यापक, कवि/ लेखक/ साहित्यकार डा0 (मो0) हनीफ ने अपनी समस्त रचनाओं के माध्यम से समाज में व्याप्त धार्मिक अंधविश्वास, विडंबना, कुरीति, प्रणय, विछोह, उदारता, विश्वास, विवशता, धोखा, मानसिक दोहन, आर्थिक तंगी, जीवन के कटु अनुभव, जानवरों के बरक्श इंसानी सोंच व समझदारी को बखूबी परिभाषित करने का प्रयास किया है। सूबे के कृषि एवं पशुपालन मंत्री मंत्री रणधीर सिंह द्वारा सम्मानित। तत्कालीन राज्यपाल डा0 सैय्यद अहमद द्वारा पीएचडी अवार्ड सहित विभिन्न सामाजिक व शैक्षणिक संस्थाओं द्वारा अलग-अलग रुप से सम्मानित डाॅ (मो0) हनीफ राजनीति को बुरा नहीं मानते। उनका मत है बौद्धिक रुप से परिपक्व इंसान ही राजनीति में समाज, परिवार व देश के लिये कुछ विशेष कर सकता है। वे चाहते हैं एक राजनीतिज्ञ के रुप में क्षेत्र विशेष के लोगों की पूरी सेवा वे कर सकें। कई राजनीतिक दलों ने उक्त बाबत आमंत्रित भी किया है। शैक्षणिक वातावरण से इतर राजनीति में प्रवेश व एक राजनीतिज्ञ के रुप में उनकी महात्वाकांक्षाओं से आम नागरिकांे को कितना प्राप्त हो सकता है लाभ। 


बिहार के खगड़िया में मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, दो अपराधी गिरफ्तार

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खगड़िया 04 अगस्त, बिहार के खगड़िया जिले में गोगरी थाना क्षेत्र की मलिया बहियार दियारा पुलिस ने आज एक मिनीगन फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजन कुमार सिन्हा ने यहां बताया कि सूचना मिली थी कि मलिया बहियार दियारा में अवैध तरीके से मिनी गन फैक्ट्री का संचालन किया जा रहा है। इसी आधार पर उक्त ठिकाने पर छापेमारी कर पुलिस ने इस धंधे में शामिल दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। श्री सिन्हा ने बताया कि मौके से 24 से अधिक अर्द्धनिर्मित पिस्तौल, कुछ कारतूस और हथियार बनाने के उपकरण बरामद किये गये हैं। पुलिस गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ कर रही है। 

राजद को एक और झटका, राबड़ी को नहीं मिला परिषद में विपक्ष के नेता का दर्जा

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पटना 04 अगस्त, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को आज एक और झटका लगा जब बिहार विधान परिषद में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को विपक्ष के नेता का दर्जा देने की मांग ठुकरा दी गयी, विधान परिषद के उप सभापति हारुण रशीद ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को विधान परिषद में विपक्ष के नेता का दर्जा देने की मांग ठुकरा दी। उन्होंने बताया कि राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचन्द्र पूर्वे ने परिषद में राजद को मुख्य विपक्षी पार्टी और श्रीमती राबड़ी देवी को विपक्ष के नेता का दर्जा देने के लिए अनुरोध पत्र भेजा था लेकिन तय नियम पूरा नहीं होने के कारण उनके आग्रह को अस्वीकृत कर दिया गया है। इससे संबंधित पत्र श्री पूर्वे को भेज भी दिया गया है। श्री रशीद ने कहा कि नियम के अनुसार परिषद में मुख्य विपक्षी दल का दर्जा के लिए सदस्यों की संख्या कम से कम नौ होनी चाहिए लेकिन राजद के पास अभी मात्र सात सदस्य ही हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष के किसी दल के पास इसके लिए जरूरी सदस्य संख्या नहीं होने के कारण परिषद में प्रतिपक्ष के नेता का पद खाली रहेगा। उप सभापति के इस फैसले के बाद श्रीमती राबड़ी देवी ने उनसे उनके कक्ष में जाकर मुलाकात भी की। बाद में उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि यह सब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इशारे पर हुआ है।उन्होंने नीतीश सरकार पर दुर्भावना से काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वक्त आने पर वह इसका जवाब देंगी।

बिहार में पेंशनधारियों के लंबित पेंशन का एकमुश्त होगा भुगतान

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पटना 04 अगस्त, बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग)सरकार ने राज्य के लोगों की सामाजिक सुरक्षा के मुद्दे को गंभीरता से लेते हुये कहा कि पेंशन योजना का शीघ्र लाभ पहुंचाने के लिए जिन लाभार्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन कर लिया गया है उन्हें लंबित अवधि के पेंशन का एकमुश्त भुगतान किया जाएगा।  मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री श्री कुमार की अध्यक्षता में समाज कल्याण विभाग की कल हुई समीक्षा बैठक में लिये गये निर्णय के बारे में आज यहां संवाददाताओं को बताया कि मुख्यमंत्री ने सामाजिक सुरक्षा की विभिन्न पेंशन योजना के लाभार्थियों को आधार संख्या से जोड़ते हुये प्रत्येक लाभार्थी को पेंशन योजना का त्वरित लाभ देने का निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि जिन लाभार्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन कर लिया गया है, उनके लंबित अवधि के पेंशन का भुगतान एकमुश्त कर दिया जायेगा। भुगतान की अवधि तत्काल त्रैमासिक होगी लेकिन इसे शीघ्र ही मासिक अवधि पर भुगतान करने के लिए संस्थागत व्यवस्था को सुदृढ़ कर लिया जायेगा।  श्री सिंह ने बताया कि कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन जिलों में अभिभावक शिशु खाता प्रणाली तथा विकसित मोबाइल ऐप का पायलट कार्यक्रम शीघ्र शुरू किया जाएगा ताकि योजना का लाभ तत्क्षण मिल सके और उसका वास्तविक समय में उचित अनुश्रवण भी हो सके। इसे जल्दी ही पूरे राज्य में लागू कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि वृद्धों के लिये संचालित सभी वृद्धाश्रम (सहारा) का संचालन स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से ही कराया जायेगा। मुख्य सचिव ने बताया कि एड्स पीड़ितों के लिए चल रही कल्याण योजना को प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) से जोड़ा जायेगा ताकि पीड़ितों के सम्पूर्ण ब्योरे को संधारित करते हुये उसकी निरंतर निगरानी की जा सके। उन्होंने बताया कि निःशक्तों के लिये 27 जिलों में बुनियाद केन्द्र की स्थापना की जा चुकी है। साथ ही 11 मोबाइल थेरेपी वैन का भी खरीदे गये हैं। शीघ्र ही इन केन्द्रों एवं मोबाइल थेरेपी वैन से बुनियाद संजीवनी सेवा राज्य में शुरू हो जाएगी और इसका चरणबद्ध तरीके से अनुमंडल स्तर तक विस्तार किया जायेगा। 


श्री सिंह ने बताया कि समेकित बाल विकास कार्यक्रम के तहत आंगनबाड़ी केन्द्रों की गतिविधियों जैसे कि बच्चों की उपस्थिति, पोषाहार का वितरण आदि की निगरानी करने के लिए मोबाइल ऐप ‘आंगन’ विकसित कर लिया गया है। इसके लिए आंगनबाड़ी कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके बाद शीघ्र ही इसे पूरे राज्य में लागू कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को दिये जा रहे पूरक पोषाहार से कोई महिला वंचित न रह जाय, इसके उचित अनुश्रवण के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर आंकड़े साझा किये जायेंगे ताकि इस योजना का लाभ अधिक से अधिक गर्भवती महिलाओं को समय से मिल सके। मुख्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री नारीशक्ति योजना की समीक्षा के दौरान महिला हेल्पलाइन एवं अल्पावास गृह के संचालन पर संतोष व्यक्त किया गया। साथ ही योजना के तहत लाभुकों की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया गया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि महिला सशक्तिकरण के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है तथा महिला सशक्तिकरण नीति का कार्यान्वयन राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। इसी क्रम में इस वर्ष 02 अक्टूबर से बाल विवाह एवं दहेज उन्मूलन के लिए राज्यव्यापी अभियान शुरू करने का निर्णय लिया गया है। श्री सिंह ने बताया कि जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ आज हुई समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री श्री कुमार ने सिंचाई योजनाओं की अनुरक्षण नीति के तहत वाटर कोर्स को प्राथमिकता देते हुये मुख्य नहर, शाखा नहर, वितरणी, उप वितरणी और लघु नहर का अनुरक्षण करने, फील्ड चैनेल निर्माण के कार्य को भी अनुरक्षण नीति के तहत शामिल करने तथा मलई बराज योजना का कार्य जल्दी पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि जमींदारी बांध की गश्ती में मजदूरों के लिए निर्धारित 15 किलोमीटर क्षेत्र को कम कर पांच किलोमीटर किया जायेगा। इसके लिए विभाग बांध के आस-पास के गांवों के लोग तथा पंच एवं सरपंचों की बाढ़ नियंत्रण कक्ष के साथ सहभागिता सुनिश्चित कराने का प्रयास कर रही है। 

मुख्य सचिव ने कहा कि वीरपुर में फिजिकल माॅडलिंग सेंटर की स्थापना की जायेगी ताकि धीरे-धीरे राज्य की सभी प्रमुख नदियों के लिये फिजिकल माॅडलिंग की जा सके। इसे सेंटर आॅफ एक्सेलेंस बनाया जायेगा ताकि अन्य राज्य भी इसका लाभ उठा सकें। उन्होंने बताया कि गाद प्रबंधन के लिये केंद्र सरकार द्वारा भेजी गई ड्राफ्ट रिपोर्ट एवं समिति की संरचना पर बिहार सरकार के दृष्टिकोण के आलोक में इसे शीघ्र कार्यान्वित कराने का निर्देश दिया गया। मुख्य सचिव ने योजना एवं विकास विभाग की समीक्षा के संबंध में बताया कि वर्ष 2005-06 से 2016-17 तक लगातार योजना व्यय में बढ़ोतरी हुयी है। सरकार ने वर्ष 2012-17 में दो लाख 28 हजार 452 करोड़ रुपये के विरुद्ध दो लाख 21 हजार 245 करोड़ रुपये खर्च किया है, जो कि कुल राशि का 97 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि सबसे अधिक खर्च आधारभूत संरचना (कृषि सहित) पर किया गया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2016-17 में चालू दर पर बिहार की आर्थिक विकास दर 14.8 प्रतिशत है तथा स्थिर दर पर 10.32 प्रतिशत है। राज्य में विकास दर का दहाई अंक में रहना खुशी की बात है। बैठक में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, समाज कल्याण विभाग की मंत्री कुमारी मंजू वर्मा, जल संसाधन तथा योजना एवं विकास मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा, संबंधित विभागों के प्रधान सचिव, मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चन्द्रा एवं मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह समेत संबंधित विभागों के अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे। 

लालू ने चारा घोटाले के दो मामले दूसरे काेर्ट में स्थानांतरित करने की मांग की

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रांची 04 अगस्त, अविभाजित बिहार में अरबों रुपये के चारा घाटाला मामले के आरोपी राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने उनके गवाहों की गवाही ठीक से रिकॉर्ड नहीं होने का हवाला देते हुये दो मामलों की सुनवाई दूसरी अदालत में स्थानांतरित करने की मांग की। श्री यादव ने आज यहां चारा घोटाले के नियमित मामले 64ए/96 और 38ए/96 में केंद्रीय जांच ब्यूरो के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत में तथा 68ए/96 में न्यायाधीश एस. एस. प्रसाद और 47ए/96 में न्यायाधीश प्रदीप कुमार की अदालत में हाजिर हुये। इसके बाद उन्होंने कहा कि न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत में उनके गवाहों की गवाही ठीक से रिकॉर्ड नहीं की जा रही है। राजद अध्यक्ष के अधिवक्ता प्रभात कुमार ने सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत में एक याचिका दायर कर 64ए/96 और 38ए/96 मामले की सुनवाई को दूसरे कोर्ट में स्थानान्तरित करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि सोमवार को इन दो मामलों को दूसरे न्यायालय में स्थानान्तरित करने के लिये झारखंड उच्च न्यायालय में भी याचिका दायर की जायेगी। उल्लेखनीय है कि चारा घोटाला के सभी मामले देवघर, दुमका, चाईबासा और डोरंडा कोषागार से लाखों रुपये के अवैध निकासी का है। 

बिहार : छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म, चार गिरफ्तार

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पटना 04 अगस्त, बिहार में पटना जिले के फतुहा थाना क्षेत्र के दौलतपुर गांव में छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के मामले में पुलिस ने आज चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।  पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि पटना जिले में परसा थाना के यशुबिगहा गांव की रहने वाली छात्रा का जेठुली गांव निवासी गौतम के साथ करीब छह महीने से प्रेम प्रसंग चल रहा था। गौतम आज छात्रा को बहला फुसलाकर दौलतपुर गांव के सुनसान इलाके में ले गया। इसके बाद गौतम ने अपने तीन अन्य साथियों को बुलाकर छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और साक्ष्य छुपाने की नीयत से उसकी गला दबाकर हत्या करने की कोशिश की। छात्रा को मरा समझकर गौतम और उसके साथियों ने उसे नारायणा गांव के निकट पुनपुन नदी में फेंक दिया। सूत्रों ने बताया कि छात्रा किसी तरह तैरकर बाहर आयी और घटना की सूचना स्थानीय पुलिस को दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुये सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। छात्रा को चिकित्सीय जांच के लिये भेज दिया गया है। 

ढाई वर्षों में झारखंड बनेगा देश का सबसे विकसित राज्य : रघुवर दास

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रांची 04 अगस्त, झारखंड के मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने आज कहा कि आर्थिक गतिविधि में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सरकार की ओर से किये जा रहे प्रयासों के बूते अगले ढाई वर्ष में झारखंड देश का सबसे विकसित राज्य बनकर उभरेगा। श्री दास ने आज यहां नाबार्ड द्वारा आयोजित स्वयं सहायता समूहों के रजत जयंती समारोह एवं नाबार्ड बैंक लिंकेज कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड की महिलाओं का उदाहरण आज दूसरे राज्यों में दिया जा रहा है तथा कृषि, पशुपालन और कुटीर उद्योगों में सखीमंडल की महिलाओं ने राज्य का मान बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि उत्साह से लबरेज और अपार सहनशक्ति वाली इन महिलाओं को सम्मानित कर वह स्वयं सम्मानित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य विकास के पायदान पर अगले ढ़ाई वर्षों में देश का सबसे विकसित राज्य बनकर उभरेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वयं सहायता समूह(सखी मंडल) ने झारखंड की ग्र्रामीण अर्थव्यवस्था को एक नयी पहचान दी है। उन्होंने नाबार्ड सहित सभी बैंकों को राज्य के विकास में खुले मन से भागीदारी निभाने की अपील की। उन्होंने कहा कि अगले चार वर्षों में झारखंड की गरीबी समाप्त करना उनकी सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है। डेयरी फॉर्म तथा मत्स्य पालन एवं कुटीर उद्योगों में महिलाओं की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी। श्री दास ने कहा कि राज्य के 32 हजार गांव में समन्वयक 15-15 महिलाओं का सखीमंडल बनायेंगे जिन्हें प्रशिक्षित कर रोजगार और बाजार से जोड़ा जायेगा। इस तरह राज्य के चार लाख 80 हजार कौशल युक्त महिलायें ग्रामीण अर्थव्यवस्था को पेशेवर तरीके से मजबूती प्रदान करेंगी। 


मुख्यमंत्री ने कहा, “ग्रामीण स्तर पर हमारे उत्पादों का बाजार व्यापक होगा। झारखंड ही नहीं हम अपने उत्पाद देश के दूसरे राज्यों और विदेश भी भेजेंगे। इससे मेक इन झारखंड का सपना साकार होगा। उन्होंने कहा कि राज्य में विभिन्न जिलों में सखीमंडल के तैयार की गई कंबल, चादर तौलिया ही खरीदे जायेंगे। उन्होंने कहा कि एक लाख स्वयं सहायता समूहों को डिजिटाइज किया जायेगा। उत्पादन में नयी तकनीक का उपयोग क्रांति ला सकता है। प्रत्येक छह माह पर सखीमंडलों और बैंकरों के साथ एक बैठक सरकार आयोजित करेगी। श्री दास ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने यह माना था कि देश के करोड़ो गरीबों, शोषितों और वंचितों के उत्थान से ही देश का उत्थान होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इसी व्यापक सोच और विजन से देश की गरीबी दूर करने को अपनी प्राथमिकता बनाये हुये हैं। राज्य सरकार ने भी गांव में बैठकर विकास की रूपरेखा तैयार की। आम बजट को आम लोगों का बजट बनाया। ग्रामीण परिवहन को मजबूत बनाने के लिये 364 बसें अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों तथा महिलाओं द्वारा संचालित की जायेंगी। कार्यक्रम में नाबार्ड के सीजीएम एस. मंडल, रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक पी. बारला, एसएलबीसी के महाप्रबंधक प्रसाद जोशी, दिव्यायन के स्वामी भवेशानंद एवं राज्य भर से आये स्वयं सहायता समूहों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। 

बिहार में भारी बारिश से कोसी और कमला बलान में उफान

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पटना 04 अगस्त, नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र और बिहार में पिछले 24 घंटे के दौरान हुई भारी बारिश से राज्य की दो नदियों कोसी और कमला बलान का जलस्तर आज खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया वहीं गंगा समेत 11 नदियों के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में 296 मिलीमीटर तक हुई बारिश के कारण बराजों से पानी छोड़े जाने से कोसी और कमला बलान उफान पर है। खगड़िया के बलतारा में कोसी का जलस्तर आज खतरे के निशान से 58 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया तथा कल तक इसमें 34 सेंटीमीटर वृद्धि होने का अनुमान है। इसी तरह मधुबनी के झंझारपुर में कमला बलान का जलस्तर लाल निशान से 75 सेंटीमीटर ऊपर दर्ज किया गया। आयोग के अनुसार बाल्मीकिनगर में 296 मिलीमीटर, राजधानी पटना में 107, झंझारपुर में 71, बलतारा में 70, रोसड़ में 65 और श्रीपालपुर में पिछले चौबीस घंटे के दौरान 64 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र और राज्य में हुई भारी बारिश के कारण कोसी नदी पर नेपाल के बारा में बने बराज से आज एक लाख 57 हजार क्यूसेक, बिहार के वीरपुर बराज से एक लाख 75 हजार 646 क्यूसेक तथा गंडक नदी पर बने बाल्मीकिनगर बराज से दो लाख 600 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। 


आयोग के अनुसार, गंगा समेत 11 नदियों के जलस्तर में कुल 21 स्थानों पर वृद्धि हुई। गंगा नदी बक्सर, पटना के दीघाघाट एवं गांधीघाट में, सोन पटना के मनेर में, पुनपुन पटना के श्रीपालपुर में, घाघरा सीवान के दरौली एवं सारण के छपरा में तथा गंडक के जलस्तर में मोतिहारी के चटिया, गोपालगंज के डुमरियाघाट, मुजफ्फरपुर के रेवाघाट और वैशाली के हाजीपुर में वृद्धि हुई। इसी तरह बूढ़ी गंडक मोतिहारी के लालबगियाघाट, मुजफ्फरपुर के अहिरवलिया एवं सिकंदरपुर, समस्तीपुर और रोसड़ा में, बागमती मुजफ्फरपुर के बेनीबाद में, अधवारा समूह दरभंगा के एकमीघाट में, कोसी सुपौल के बसुआ में तथा महानंदा नदी के जलस्तर का पूर्णिया के ढेंगराघाट और कटिहार के झावा में बढ़ना जारी है। जल संसाधन विभाग ने दावा किया है कि राज्य के सभी बाढ़ सुरक्षात्मक तटबंध जहां सुरक्षित हैं वहीं तटबंधों की 24 घंटे निगरानी की जा रही है। विभाग के अभियंता लगातार नजर रख रहे हैं। इस बीच मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के अपने पूर्वानुमान में कहा है कि बिहार की सभी नदियों एवं सोन नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में साधारण से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। 


राजद के सहयोग से बिहार की विकास दर दोगुना बढ़ी : तिवारी

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पटना 04 अगस्त, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के करीबी एवं पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पूर्ववर्ती महागठबंधन सरकार में श्री यादव के हस्तक्षेप के कारण बिहार का विकास प्रभावित होने के आरोप पर पलटवार करते हुये आज कहा कि समाप्त वित्त वर्ष में राज्य की आर्थिक विकास दर में वित्त वर्ष 2015-16 के मुकाबले दुगुनी बढ़ोतरी होना यह साबित करता है राजद के साथ होने से ही प्रदेश को यह उपलब्धि हासिल हुई है। श्री तिवारी ने यहां कहा कि भारतीय जनता पार्टी(भाजपा)और श्री कुमार की पार्टी जनता दल यूनाईटेड(जदयू)के नेता महागठबंधन सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि शासन-प्रशासन के कार्यों में श्री यादव के हस्तक्षेप के कारण ही राज्य का विकास प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि लेकिन मुख्यमंत्री श्री कुमार के अधिकारियों के साथ हुई समीक्षा बैठक में विकास के जो आंकड़े पेश किये गये हैं वह कुछ और ही कहानी कह रहे हैं। पूर्व सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री के मुताबिक वित्त वर्ष 2016-17 में राज्य की विकास दर वित्त वर्ष 2015-16 की 7.14 प्रतिशत की तुलना दोगुना बढ़कर 14.8 प्रतिशत पर पहुंच गयी है। इसी तरह निर्माण क्षेत्र में तेज प्रगति होने से रोज़गार का सृजन हुआ। व्यापार, होटल, मरम्मत आदि के क्षेत्र में निवेश बढ़ा। श्री तिवारी ने कहा कि इनके अलावा सरकार का कर आधार बढ़ने के साथ ही प्रति व्यक्ति आय में 13.15 प्रतिशत की वृद्धि हुई। प्रति व्यक्ति आय की वृद्धि में बिहार देश में दूसरे स्थान पर पहुँच गया। उन्होने कहा कि विकास दर में इस वृद्धि के जो कारण बताया गए हैं वह राजद पर बिहार को जंगलराज की ओर ले जाने के आरोप को सिरे से खारिज करते हैं क्योंकि जिस अवधि के ये आंकड़े हैं उस दौरान राज्य में महागठबंधन सरकार थी, जिसमें राजद बड़े घटक दल के रूप में शामिल था। श्री तिवारी ने सवालिया लहजे में कहा कि महागठबंधन सरकार में श्री यादव की पार्टी राजद के साथ होने से बिहार में जंगल राज आने का आरोप लगाने वाले क्या खेद व्यक्त करेंगे। 

पुनर्वास की मांग को लेकर मेधा पाटकर का आंदोलन

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धार। आज अनशन का नौवां दिन है मेधा पाटकर का अनशन का। काफी कमजोर हो गयी हैं। 27 जुलाई से बेमियादी अनशन पर हैं। धार के लोग मझधार में पड़ गये हैं। कुछ विस्थापितों ही पुर्नवासित किया गया है। वह भी रहने लायक नहीं है। धार में मेधा पाटकर के अनशन का आज नौवां दिन है। डूब प्रभावितों की मांगों को लेकर नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर और 12 अन्य डूब प्रभावित अनशन पर हैं। पिछले दो दिन से मेधा पाटकर की तबीयत बिगड़ रही है। जांच के लिए गई मेडिकल टीम को भी कई बार वापस लौटा दिया। मेधा पाटकर ने सरकार पर फर्जी पुनर्वास के आंकड़े पेश करने के आरोप लगाए। बड़वानी में नर्मदा बचाओ आंदोलन की अध्यक्ष मेघा पाटकर की तबीयत बिगड़ गई है। पाटकर धार, चिखल्दा के 12 बाढ़ प्रभावितों के साथ अनशन पर बैठी है। वहीं डॉक्टरों की टीम जांच के लिए धरना स्थल पहुंची। वहीं अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल का आज 9वां दिन है। वहीं मौके पर कुक्षी एसडीएम और तहसीलदार पहुंचे। 500 परिवारों पर कम्युनिटी हॉल,पंचायत भवन, परिवारों पर एक बीज गोदाम, परिवारों पर बच्चों के लिए गार्डेन, परिवारों पर एक कुआं, परिवारों पर एक तालाब, 100 परिवारों पर धार्मिक स्थल,50 परिवारों पर एक वृक्ष चबूतरा बना है। मेघा पाटकर ने कहा कि यह सब सरकार आंकड़ों का खेल कर रही है।

राहुल की गाडी पर पत्थरबाजी, जांच के आदेश

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धानेरा, 04 अगस्त, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की गाडी पर आज गुजरात के बाढ प्रभावित बनासकांठा जिले के धानेरा शहर के उनके संक्षिप्त दौरे के दौरान पत्थर से हमला किया गया जिससे उनके वाहन का कांच टूट गया हालांकि श्री गांधी को कोई चोट नहीं पहुंची, घ्रटना के बाद श्री गांधी ने कहा है कि वे काले झंडों और नरेन्द्र मोदी के नारों और पत्थरों से पीछे हटने वाले नहीं हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने पत्थर फेंकने वाले आठ दस लोगों को अकेले ही खदेड दिया। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने इस घटना की कडी निंदा करते हुए मामले की जांच के आदेश तथा दोषियों के खिलाफ कडी कार्रवाई के निर्देश दिये हैं। बनासकांठा जिले के एसपी नीरज बडगुजर ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी के इस दावे को नकार दिया कि इस दौरान एसपीजी का जवान घायल हुआ है। उन्होंने कहा कि अज्ञात व्यक्ति ने यह हमला किया है। इस मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। हालांकि पुलिस धरपकड के प्रयास कर रही है। गुजरात सरकार ने इस घटना की निंदा की है तथा जांच के आदेश दे दिये हैं1 पर उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल ने इस बात पर भी सवाल खडे किये कि श्री गांधी को सरकार की ओर से उपलब्ध कराये गये बुलेट प्रूफ कार की जगह वह किसी निजी वाहन में क्यों घूम रहे थे। उन्होंने यह भी दावा किया कि स्थानीय लोगों में कांग्रेस के प्रति गुस्सा है। उधर एसपी श्री बडगुजर ने भी कहा कि श्री गांधी पुलिस और एसपीजी के बार बार के आग्रह के बावजूद बुलेट प्रूफ कार छोड कर निजी वाहन में बैठ जा रहे थे। वह अचानक गाडी रोक कर अनजान लोगों से बात भी कर रहे थे जो सुरक्षा की दृष्टि से ठीक नहीं है। उनके वाहन पर पीछे से किसी अज्ञात शख्स ने पत्थर फेका और इससे कोई घायल नहीं हुआ। श्री गांधी के साथ मौजूद कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने बताया कि उनके नेता जब स्थानीय लाल चौक पर एक सभा के बाद स्थानीय हवाई अड्डे पर बने हेलीपैड की ओर जाने के लिए निकल रहे थे तभी युवा भाजपा के स्थानीय अध्यक्ष ने एक पत्थर श्री गांधी को लक्ष्य कर उनकी गाडी पर फेका। श्री गांधी आगे की सीट पर चालक के बगल में थे पर पत्थर संयोगवश पीछे की कांच पर लगा जो टूट गया। 


इस मामले की शिकायत स्थानीय एसपी और डीएसपी से की गयी है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी ने कहा कि इस घटना में एसपीजी का एक कमांडो घायल भी हो गया। पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने इस मामले में किसी के भी गिरफ्तार नहीं होने को लेकर सवाल खडे किये। उन्होंने हमले तथा विरोध के पीछे भाजपा सरकार की शह होने का भी आरोप लगाया। उधर श्री गांधी को इससे पहले स्थानीय व्यापारियों और किसानों का विरोध झेलना पडा जिन्होंने उन्हें न केवल काले झंडे दिखाये बल्कि उनके सामने ही मोदी-मोदी के नारे भी लगाये। राजस्थान के सिरोही और जालोर जिलों के बाढ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद श्री गांधी हेलीकॉप्टर से दोपहर बाद दो बजे सीधे बनासकांठा के धानेरा पहुंचे और पहले मालोत्रा गांव जाकर बाढ में बह गये रावताभाई प्रजापति के परिजनों से मिले। तब तक तो सबकुछ ठीक था पर जब वह पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुरूप यहां बाढ के दौरान पूरी तरह डूब गयी बाजार समिति यानी एपीएमसी यार्ड में पहुंचे तो वहां मौजूद व्यापरियों और किसानों ने काले झंडे दिखाते हुए मोद-मोदी की नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस को उन्हें नियंत्रित करने के लिए खासी मशक्कत करनी पडी। श्री गांधी नारेबाजी के बीच कुछ ही मिनटों में वहां से निकल गये। विरोध करने वालों का कहना था कि सरकार के राहत कार्य से लोग खुश है। मुख्यमंत्री स्वयं पांच दिन तक बाढ प्रभावित इलाके में रहे। 1500 करोड के विशेष पैकेज की घोषणा भी की गयी है। जबकि कांग्रेस के छह स्थानीय विधायक नदारद है और बेंगलोर के रिसार्ट में मौज कर रहे हैं। ऐसे में श्री गांधी का दौरा बाढ पीडितों से मजाक की तरह है। इसके बाद श्री गांधी जब एपीएमसी से एक किमी दूर लाल चौक पर बाढ प्रभावितों की एक सभा में भाग लेने पहुंचे तो भी कुछ लोगों ने, जो कथित तौर पर सत्तारूढ भाजपा के समर्थक बताये गये हैं, ने उन्हें काले झंडे दिखाये। हालांकि कांग्रेस समर्थकों ने उनकी पिटायी कर वहां से भगा दिया। श्री गांधी ने सरकार के राहत कार्य को अपर्याप्त करार दिया तथा यह भी कहा कि वह भाजपा के समर्थकों के दो चार काले झंडो से घबराने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग डरपोक हैं। उनकी गुजरात और केंद्र में सरकार नहीं होने के बावजूद वह राज्यसभा और लोकसभा में सरकार पर बाढ पीडितों की अधिक से अधिक मदद के लिए दबाव बनायेंगे। वे काले झंडों और नरेन्द्र मोदी के नारों और पत्थरों से पीछे हटने वाले नहीं हैं। 

उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने पत्थर फेंकने वाले आठ दस लोगों को अकेले ही खदेड दिया। वह जब गाडी से उतरे तो वे भाग निकले। धानेरा के पुलिस अधिकारी जी एल चौधरी ने बताया कि श्री गांधी के विरोध के मामले में किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है। इसके बाद ही पत्थरबाजी की घटना हुई। घटना के विरोध में बनसाकांठा के जिला मुख्यालय पालनपुर मे कलेक्टर कार्यालय के पास प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस समर्थकों पर पुलिस ने कथित तौर पर लाठी चार्ज भी किया जिसमें डीसा गोवा रबारी के विधायक के पुत्र संजय रबारी के घायल होने की भी सूचना है। श्री गांधी का पत्थरबाजी की घटना के बाद रूणी गांव में भी विरोध हुआ जहां वह बाढ पीडितों से मिलने गये थे। कई लोगों ने मोदी मोदी के नारे लगाये। बनासकांठा में 24 और 25 जुलाई को भारी वर्षा के कारण आयी बाढ के पीडितों से मिलने आये थे। वह आज शाम नयी अहमदाबाद हवाई अड्डे से नयी दिल्ली रवाना हो गये। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघाणी ने हमले की निंदा की लेकिन श्री गांधी के इस दौरे को कांग्रेस एक नाटक करार दिया। ज्ञातव्य है कि बनासकांठा के छह विधायक कांग्रेस के हैं पर आठ अगस्त को यहां तीन सीटों पर राज्यसभा चुनाव को लेकर जारी राजनीतिक घटनाक्रम के बीच उन्हें बेंगलोर के एक रिसार्ट में रखा गया है। उधर मुख्यमंत्री ने 30 जुलाई से आज तक लगातार पांच दिन बनासकांठा में प्रवास किया। प्रधानमंत्री भी बाढ के दौरान ही बनासकांठा का दौरा कर चुके हैं।

कश्मीर मुठभेड़ में हिज्बुल आतंकवादी ढेर, युवक की मौत

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श्रीनगर,04 अगस्त, दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में आज तड़के सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन (एचएम) का एक आतंकवादी मारा गया और दाेनों तरफ से हुई गाेलीबारी की चपेट में आने से एक युवक की मैात हो गई। मुठभेड़ के दौरान राष्ट्रीय राईफल्स (आरआर) का एक जवान भी घायल हुआ है। मुठभेड़ के बाद विरोध प्रदर्शनाें की आशंका के चलते प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से सभी शैक्षणिक संस्थानों एवं रेल सेवाओं को स्थगित कर दिया गया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अनंतनाग जिले में हीरपोरा कानेलवान कारवेल में आतंकवादियों के छिपे होने की गुप्त सूचना मिलने के बाद तीन राष्ट्रीय राइफल्स, जम्मू कश्मीर पुलिस के विशेष दस्ते और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ)की 40 और 90वीं बटालियन ने एक खाेजी अभियान शुरू किया। सुरक्षा बल जब क्षेत्र की घेराबंदी कर रहे थे तो वहां छिपे आतंकवादियों ने उन पर स्वचलित हथियारों से अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा बलाें ने भी जवाबी गोलीबारी की और इस दौरान वहां छिपा एक आतंकवादी मारा गया जिसकी पहचान यावर निस्सार शेरगुजरी उर्फ अलगाजी के तौर पर की गई हैं। घटनास्थल से एक एसएलआर, दो मोबाइल फोन ,40 गोलियां, चीन निर्मित हथगोला और अन्य सामान बरामद किया गया है। इस अभियान में आर आर का जवान राइफलमैन रोहित कुमार घायल हो गया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान वहां से गुजर रहे बाइक सवार एक युवक की गोलीबारी की चपेट में आने से मौत हाे गई । उसके पास से दो मोबाइल फोन बरामद हुए हैं लेकिन पहचान संबंधी कोई दस्तावेज नहीं मिला। बाद में स्थानीय नागरिकों ने उसकी पहचान अरवानी निवासी गुलाम मोहिउद्दीन के रूप में की।

एलओसी पर बढ़ीं घुसपैठ की कोशिशें : जेटली

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नयी दिल्ली 04 अगस्त, रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने आज लोकसभा में कहा कि नियंत्रण रेखा के पार से पाकिस्तान द्वारा घुसपैठ की कोशिशों की मामले इस साल तेजी से बढ़े हैं। हालाँकि श्री जेटली ने आश्वस्त भी किया कि देश की सीमाएँ पूरी तरह से सुरक्षित हैं। श्री जेटली ने प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न के उत्तर में बताया कि वर्ष 2016 में जहाँ पूरे साल के दौरान सेना ने घुसपैठ के 228 प्रयासों को विफल किया था वहीं सीमा सुरक्षा बल ने ऐसे 221 मामलों को नाकाम किया था। इस साल अब तक सिर्फ सात महीने में ही घुसपैठ की 285कोशिशें हो चुकी हैं। श्री जेटली ने कहा “नियंत्रण रेखा पर इस साल घुसपैठ बढ़ाने की कोशिश की गयी है। लेकिन, यह भी सच है कि इस कारण दुश्मन पक्ष को जान का नुकसान भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया।” उन्होंने बताया कि पिछले साल घुसपैठ रोकने की कार्रवाई के दौरान आठ भारतीय सैनिक भी शहीद हुये थे। श्री जेटली ने कहा कि सीमा की सुरक्षा एक सतत प्रक्रिया है। उन्होंने कहा “सीमा पर बाड़ और घुसपैठ रोकने के लिए जरूरी उपकरण आदि लगाये गये हैं। पूरी सीमा और नियंत्रण रेखा पर सेना का प्रभाव और दबदबा है।” संवेदनशील जानकारियाँ विस्तार से साझा करने से इनकार करते हुये उन्होंने कहा कि सीमा पर रडार, सेंसर, थर्मल इमेज सबकी व्यवस्था है। सीमा की सुरक्षा को दलगत राजनीति का विषय नहीं बनाने की सलाह देते हुये उन्होंने कहा “कोई भी सरकार रहे, सीमा पर व्यवस्था दिन-ब-दिन बढ़ रही है। इसी कारण सेना को घुसपैठ रोकने में ज्यादा सफलता मिल रही है।” उन्होंने कहा कि सेना के आधुनिकीकरण के लिए सरकार हर तरह के प्रयास कर रही है। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि कठिन परिस्थिति वाले स्थानों पर तैनात सैनिकों को वेतन के अलावा विशेष भत्ते भी दिये जाते हैं, हालाँकि ऐसे स्थानों पर काम करने वाले सैनिकों को जितनी भी सुविधा दी जाये वह कम है।

पत्थरों और काले झंडों से पीछे नहीं हटूंगा : राहुल गांधी

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नयी दिल्ली, 04 अगस्त, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि वह सत्य को समझते हैं इसलिए पत्थरबाजी और काले झंडों से डरने की बजाए पूरी ताकत के साथ लोगों की मदद करेंगे, गुजरात के बाढ़ प्रभावित बनासकांठा जिले का दौरा करने गए गए कांग्रेस उपाध्यक्ष के वाहन पर धानेरा शहर में पत्थर फेंकने और काले झंडे दिखाए जाने के बाद श्री गांधी कहा कि उनको रोकने के लिए जो भी प्रयास हों, वह उनसे डरने और पीछे हटने वाले नहीं है। इस हमले में पत्थर लगने से श्री गांधी के वाहन का शीशा टूट गया था। इस दौरान उन्हें काले झंडे भी दिखाए गए। श्री गांधी ने ट्वीट किया “नरेंद्र मोदी जी के नारों से, काले झंडों से और पत्थरों से हम पीछे हटने वाले नहीं हैं। हम अपनी पूरी ताकत लोगों की मदद करने में लगाएंगे। सत्य को जो पहचानता है और सच को समझता है उसे डरने की कोई ज़रुरत नहीं है, महात्मा गांधी ने हमें यही सिखाया है।” इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता हुसैन दलवई तथा वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने हमले की घटना को लोकतांत्रिक मूल्यों के विरुद्ध बताते हुए इसकी कड़ी निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की। पार्टी ने कहा कि यह हमला भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने किया है। भाजपा कार्यकर्ताओं के हौसले बुलंद हैं और उन्हें लगता है कि इस तरह के हमलों से उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। पार्टी ने इसे निजी अधिकारों पर हमला करार दिया और कहा कि गुजरात में बाढ़ के कारण दो सौ लोगों की मौत हुई है जिनमें सबसे ज्यादा 70 लोग बनासकांठा में मारे गए हैं और इसीलिए श्री गांधी बाढ़ पीड़ितों की सुध लेने गए थे। युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पार्टी उपाध्यक्ष पर हुए हमले के विरोध में यहां प्रदर्शन किया और मोदी सरकार के खिलाफ नारे लगाए। इस बीच केंद्रीय मंंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रकाश जावडेकर ने श्री गांधी के वाहन पर हुए पथराव में पार्टी कार्यकर्ताओं के शामिल होेने के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया कि भाजपा ‘पथराव नहीं परास्त ’करती है।

मृत्यु पंजीकरण के लिये एक अक्टूबर से आधार अनिवार्य

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नयी दिल्ली 04 अगस्त, सरकार ने जम्मू-कश्मीर, असम और मेघालय को छोड़कर एक अक्टूबर से पूरे देश में मृत्यु पंजीकरण के लिये आधार नम्बर को अनिवार्य कर दिया है, गृह मंत्रालय की तरफ से आज जारी बयान के अनुसार मृत्यु प्रमाणपत्र के लिये एक अक्टूबर 2017 से आधार नम्बर देना अनिवार्य होगा। यदि कोई व्यक्ति मृत्यु प्रमाण पत्र के लिये आवेदन करता है और उसे मृतक का आधार नम्बर अथवा आधार एनरोलमेंट आई नम्बर (ईआईडी) की जानकारी नहीं है, तो उसे एक प्रमाण पत्र देना होगा कि वह मृतक का आधार नम्बर नहीं जानता है। यदि आवेदनकर्ता इस संबंध में झूठा शपथपत्र देता है तो उसके खिलाफ आधार कानून 2016 के प्रावधानों और जन्म तथा मृत्यु 1969 पंजीकरण कानून के तहत कार्रवाई की जायेगी। सरकार ने कहा है कि यह कदम इसलिये उठाया गया है कि लोगों को जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त करने में कोई असुविधा नहीं हो और पहचान में किसी प्रकार की धोखाधड़ी नहीं हो। अधिसूचना में कहा गया है कि शेष तीनों राज्यों के लिये अलग से अधिसूचना जारी की जायेगी। गृह मंत्रालय के अधीन सामान्य पंजीयक कार्यालय ने अधिसूचना में कहा है कि मृत्यु प्रमाण पत्र के लिये आधार को आवश्यक बनाये जाने से संबंधी अथवा आश्रित द्वारा मृतक के संबंध में दिये गये विवरण की सही जानकारी मिलने में मदद मिलेगी। इससे पहचान धोखाधड़ी को रोकने के साथ ही मृतक का रिकार्ड रखने में सहायता होगी। मृतक के संबंध में कई प्रकार के दस्तावेज उपलब्ध कराने से छुटकारा मिलेगा।


भूटान के कहने पर भारतीय सेना ने डोकलाम में प्रवेश किया था

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नयी दिल्ली 04 अगस्त, भारत ने डोकलाम विवाद को लेकर भूटान के साथ उसके रिश्तों पर चीन द्वारा उठाये गये सवालों को खारिज करते हुए दोहराया कि भारत ने भूटान के कहने पर ही डोकलाम क्षेत्र में उसने सेना को भेजा है तथा भारत सरकार शुरू से ही भूटान की शाही सरकार के साथ डोकलाम क्षेत्र में होने वाली गतिविधियों को लेकर लगातार संपर्क में है और दोनों समन्वय से काम कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने यहां संवाददाता सम्मेलन में चीन द्वारा भारत एवं भूटान के बीच फर्क किये जाने के बारे में एक सवाल के जवाब में कहा कि 30 जून को भारत ने अपना पक्ष साफ कर दिया था। भारत की ओर से उस स्थिति में कोई बदलाव नहीं है। उन्होंने 30 जून को जारी बयान को दोहराते हुए कहा कि पारस्परिक हित के मामलों पर निकट परामर्श बनाए रखने की अपनी परंपरा को ध्यान में रखते हुए, शाही भूटानी सरकार और भारत सरकार इन घटनाचक्र को लेकर लगातार संपर्क में हैं। श्री बागले ने यह भी साफ किया कि शाही भूटानी सरकार के समन्वय में ही भारतीय सेना ने डोकलाम में चीनी सेना एवं निर्माण दल से संपर्क करके वहां यथास्थिति को एकतरफा ढंग से बदलने से बचने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा कि ये प्रयास जारी हैं। संवाददाता सम्मेलन में भारत द्वारा सीमा के बिलकुल नज़दीक सड़क एवं अन्य ढांचागत निर्माण को लेकर चीन की आपत्तियों के बारे में पूछे जाने पर प्रवक्ता ने कहा कि सरकार का यह दायित्व है कि वह अपने दुर्गम इलाके में विकास करे और सीमावर्ती इलाकों में सड़कें आदि बनाना सरकार की जिम्मेदारी है। चीन द्वारा तीन दिन पहले जारी एक दस्तावेज में डोकलाम क्षेत्र से भारतीय सैनिकों की संख्या 400 से घटकर 40 हो जाने का दावा किये जाने के सवाल पर प्रवक्ता ने इसका कोई सीधा जवाब नहीं दिया और कहा कि ये सैन्य संचालन की बात है जिस बारे में वह कुछ नहीं कहेंगे। इसी प्रकार से चीन द्वारा भारत को डोकलाम क्षेत्र में सड़क निर्माण करने के बारे में पहले ही सूचना देने की सच्चाई पूछे जाने पर प्रवक्ता ने कहा कि वह न तो इसकी पुष्टि करेंगे और न ही खंडन। उन्होंने कहा कि वह राजनयिक संवाद प्रक्रिया के बारे में कुछ कहना नहीं चाहते हैं। भारत एवं चीन के बीच डोकलाम विवाद को लेकर जारी राजनयिक संवाद के विवरण को पूछे जाने पर प्रवक्ता ने हिन्दी फिल्म के एक गीत की एक पंक्ति कही, “...इशारों को अगर समझो, राज़ को राज़ रहने दो...”

उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान कल, सभी तैयारियां पूरी

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नयी दिल्ली 04 अगस्त, देश के दूसरे सर्वोच्च संवैधानिक पद उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए कल मतदान होगा जिसके लिए संसद भवन में सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं, उपराष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार एम वेंकैया नायडू का मुकाबला 18 विपक्षी दलों के उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी से है। श्री नायडू लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी से जुड़े रहे हैं और केन्द्र में मंत्री भी रहे हैं जबकि श्री गांधी पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल रह चुके हैं और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पौत्र हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य मतदान करते हैं और दोनों सदनों में सत्तारूढ़ पक्ष और विपक्ष के सदस्यों की संख्या को देखते हुए इस चुनाव में श्री नायडू का पलड़ा भारी है। मतदान कल सुबह दस बजे शुरू होकर शाम पांच बजे तक चलेगा तथा मतगणना शाम 7 बजे शुरू होगी । परिणाम देर शाम तक घोषित कर दिया जायेगा। मत डालने के लिए सदस्यों को एक विशेष पेन दिया जाएगा और अगर किसी सदस्य ने किसी दूसरे पेन का इस्तेमाल किया तो उनका मतपत्र रद्द कर दिया जाएगा। राष्ट्रपति चुनाव की तरह उप राष्ट्रपति चुनाव में गुप्त मतदान होने के कारण इसमें पार्टियों की ओर से अपने सदस्यों को व्हिप जारी नहीं किया जा सकता। वर्तमान उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी का कार्यकाल 10 अगस्त को पूरा हो रहा है। उस दिन सदन में सदस्यों द्वारा उन्हें भावभीनी विदाई दी जाएगी। नये उपराष्ट्रपति 11 अगस्त को अपना कार्यभार संभालेंगे। संसद भवन के प्रथम तल पर स्थित कमरा नम्बर 62 में मतदान के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए हैं। प्रथम तल के गलियारे में इस कमरे के सामने सफेद परदे लगाए हैं और सुरक्षाकर्मी तैनात किये गए हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव में संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्यों के साथ-साथ मनोनीत सदस्य भी मत डालते हैं और यह चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के आधार पर गुप्त बैलेट से होता है। उपराष्ट्रपति के चुनाव में विधानसभाओं के सदस्य मतदाता नहीं होते जबकि राष्ट्रपति चुनाव में वे मतदान करते हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव में सदस्य नोटा यानी किसी को भी मत नहीं देने के विकल्प का भी इस्तेमाल कर सकेंगे। कुछ विपक्षी दलों ने इसे लेकर चुनाव आयोग से अापत्ति दर्ज करायी थी। यह मामला उच्चतम न्यायालय में भी गया लेकिन न्यायालय ने नोटा को हटाने से इन्कार कर दिया। लोकसभा में राजग का पूर्ण बहमत है। सदन में कुल 545 सीट हैं, जिनमें दो सीट रिक्त हैं। भाजपा के 281 और राजग के कुल मिलाकर 338 सदस्य हैं। बिहार के सासाराम से भाजपा सांसद छेदी पासवान अदालती फैसले के चलते वोट नहीं कर पायेंगे। ऊपरी सदन में सत्तारूढ दल का बहुमत नहीं है। राज्यसभा में कुल 245 सीटें हैं जिनमें दो रिक्त हैं। भाजपा ने कांग्रेस को पीछे छोड़ते हुये कल ही राज्यसभा में 58 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी का स्थान हासिल कर लिया है। कांग्रेस के 57 सांसद हैं। इस सदन में राजग के पास बहुमत नहीं है लेकिन लोकसभा में उसके सदस्यों की संख्या को देखते हुये श्री नायडू की जीत निश्चित मानी जा रही है। चुनाव में 50 प्रतिशत से अधिक वोट पाने वाला उम्मीदवार विजयी माना जाता है। दोनों सदनों में कुल सदस्य संख्या 790 है। जनता दल (यू ) और बीजू जनता दल ने राष्ट्रपति के चुनाव में राजग उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का समर्थन किया था लेकिन उपराष्ट्रपति चुनाव में दोनों दलों ने विपक्ष के उम्मीदवार को समर्थन देने की घोषणा की है। राष्ट्रपति चुनाव के बाद जनता दल (यू) बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस के महागठबंधन से हालांकि अलग हो गया है लेकिन अपने वादे के अनुरूप उसने उपराष्ट्रपति चुनाव में श्री गांधी का ही समर्थन करने की बात कही है। वर्तमान उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी का कार्यकाल 10 अगस्त को पूरा हो रहा है। वह लगातार दो कार्यकाल से इस पद पर हैं। नये उपराष्ट्रपति 11 अगस्त को अपना कार्यभार संभालेंगे। राज्यसभा में सदस्य 10 अगस्त को श्री अंसारी को विदाई देंगे।

नौकरशाह अपना नाम किसी दल, नेता से न जुड़ने दें : कोविंद

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नयी दिल्ली, 04 अगस्त, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज कहा कि नौकरशाहों को ऐसी धारणा नहीं बनने देनी चाहिए कि वे किसी राजनीतिक दल या नेता के साथ हैं, श्री कोविंद ने उनसे मिलने राष्ट्रपति भवन आये भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी के तौर पर पदोन्नत 65 प्रदेश लोक सेवा अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आम तौर पर यह धारणा बनती है कि बीतते समय के साथ नौकरशाह किसी न किसी राजनीतिक व्यवस्था या नेता के साथ जुड़ जाते हैं, नौकरशाहों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनका नाम किसी राजनीतिक दल या नेता से न जुड़े। राष्ट्रपति ने कहा कि नौकरशाहों के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती खुद को जनता की नजर में निष्पक्ष, ईमानदार, कुशल और योग्य साबित करने की है। उन्होंने कहा, “अखिल भारतीय सेवाओं ने देश के विकास और अर्थव्यवस्था की प्रगति में एक अहम भूमिका निभाई है। इसके बावजूद, हमें अपनी युवा आबादी और समाज के गरीब और पिछड़े तबकों की उम्मीदों पर ध्यान देना होगा। हमारी शासन प्रणालियों और नौकरशाही व्यवस्था की गुणवत्ता के बारे में अकसर किए जाने वाले जायज प्रश्नों को हम अनदेखा नहीं कर सकते।” उन्होंने कहा कि कई बार ये धारणायें वास्तविक से बिल्कुल उलट हो सकती हैं, लेकिन धारणाओं का होना बहुत ही जरूरी है। राष्ट्रपति ने नौकरशाहों को सरकारी नीतियां कानून और संविधान की भावना के अनुरूप तैयार करने की सलाह देते हुए कहा कि जन सेवकों को कार्यपालिका को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष सलाह देने का साहस होना चाहिए।

अगले पांच वर्ष देश के लिए महत्वपूर्ण होंगे: मोदी

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नयी दिल्ली. 04 अगस्त, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि अगले पांच वर्ष देश के लिए महत्वपूर्ण होने के साथ ही यह भी उल्लेखनीय रहेगा कि 2017-22 के दौरान देश में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) का होगा। श्री मोदी उपराष्ट्रपति पद के कल हाेने मतदान के परिप्रेक्ष्य में यहां राजग सांसदों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उपराष्ट्रपति चुनाव में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व भाजपा अध्यक्ष एम वेंकैया नायडू राजग के उम्मीदवार हैं, जबकि 18 विपक्षी दलों ने श्री गोपाल कृष्ण गांधी को अपना उम्मीदवार बनाया है। श्री मोदी ने कहा कि केंद्र की मौजूदा सरकार को 30 वर्षों के बाद लोकसभा में स्पष्ट बहुमत मिला है और राष्ट्र निर्माण में योगदान के लिए सरकार ने वर्ष 2022 का लक्ष्य रखा है। इसके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सांसदों की महती जिम्मेदारी है। 


श्री मोदी ने राज्यसभा का उल्लेख करते हुए कहा कि संसद के उच्च सदन को संविधान सभा में प्रेरित करने वाले विषयों पर हुई चर्चा से देश के 125 करोड़ लोगों को अवगत कराने के अलावा उनका मार्गदर्शन करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा, “हम भाग्यशाली हैं कि सदन में श्री वेंकैया नायडू हमारा नेतृत्व कर रहे हैं। बैलेट पेपर पर श्री नायडू के नाम के आगे सीधी रेखा खींचकर अगले पांच वर्षों तक हमें चट्टान की भांति उनके साथ खड़े रहना चाहिए।” विधायिका के कामकाज को लेकर लोगों के बीच व्याप्त चिंता का जिक्र करते हुए श्री मोदी ने कहा कि संसद की गरिमा और उसकी उच्च परंपराओं को बनाए रखने में उसके सदस्यों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि श्री नायडू हिंदी, अंग्रेजी और तेलुगु में दक्ष होने के साथ एक ऊर्जावान व्यक्ति एवं कुशल वक्ता हैं। इस अवसर पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी अपने संबोधन में श्री नायडू की प्रशंसा की। लोक जनशक्ति पार्टी के नेता एवं केन्द्रीय खाद्य आपूर्ति मंत्री राम विलास पासवान ने कहा कि प्रधानमंत्री ने श्री नायडू के रूप में उपराष्ट्रपति पद के लिए सबसे बेहतर उम्मीदवार चुना है। 

सुषमा के विरूद्ध कांग्रेस का विशेषाधिकार हनन का नोटिस

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नयी दिल्ली 04 अगस्त, कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 2015 की लाहौर यात्रा और उसी साल इंडोनेशिया में बांडुग सम्मेलन के बारे में राज्यसभा को कथित तौर पर गुमराह करने का आरोप लगाते हुए आज उनके विरुद्ध विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव के दो नोटिस दिए। . विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि श्रीमती स्वराज ने कल अपने वक्तव्य में बांडुंग एशिया अफ्रीका संबंध सम्मेलन के बारे में गलत जानकारी देकर सदन को गुमराह किया है। उनका कहना है कि श्रीमती स्वराज ने कल अपने भाषण में कहा था कि उन्होंने बांडुंग सम्मलेन में कोई भाषण नहीं दिया था जबकि उन्होंने वहां भाषण किया था। इस संबंध में उसने श्रीमती स्वराज के डाउनलोड किये गए भाषण को सबूत के तौर पर पेश किया है। राज्यसभा में बांडुग सम्मेलन के बारे में श्रीमती स्वराज के वक्तव्य पर पक्ष और विपक्ष के सदस्यों में काफी नोंकझाेंक हुई थी । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनन्द शर्मा ने आरोप लगाया था कि सम्मेलन में विदेश राज्यमंत्री वी के सिंह ने अपने भाषण में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाम का उल्लेख नहीं किया। श्रीमती स्वराज ने इस पर कहा कि भारत को बांडुग सम्मेलन को सम्बोधित करने का मौका ही नहीं मिला था और श्री शर्मा जिस भाषण का उल्लेख कर रहे हैं, वह अफ्रीकी एशियायी सम्मेलन में दिया गया था और यह सम्मेलन अलग हुआ था। अफ्रीकी -एशियायी सम्मेलन पहले हुआ था और उसके अगले दिन बांडुग सम्मेलन का आयोजन हुआ था। श्रीमती स्वराज के विरुद्ध विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव का दूसरा नोटिस श्री मोदी की 2015 में लाहौर की यात्रा के बारे में कथित तौर पर गलत सूचना पर लाया गया है।

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