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जिसे जाना हो जाये, ताकि मुझे भी पता रहे संकट में कौन मेरे साथ: अखिलेश

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लखनऊ 07 अगस्त, समाजवादी पार्टी(सपा) अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि पार्टी के जिन लोगों को जहां भी जाना हो चले जायें ताकि उन्हें भी पता रहे कि बुरे वक्त में कौन-कौन उनके साथ रहे। रक्षाबन्धन के अवसर पर पार्टी कार्यालय में आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए श्री यादव ने कहा कि जो सपा छोड़कर जा रहे हैं वास्तव में उनकी अपनी मजबूरियां हैं। बुक्कल नवाब का जमीन का कोई मामला सुनने में आ रहा है। नवाब साहब ही क्या करें भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) से दूर रहने वाला व्यक्ति भू-माफिया हो जाता है और उसमें शामिल होने के बाद गुनाह माफ हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि जिन साथियों को किसी भी दल में जाना है, वे जायें कोई बहाना न बनायें। हमें भी पता रहना चाहिए कि कितने लोग बुरे वक्त में हमारे साथ रहे। गौरतलब है कि हाल ही में विधान परिषद में सपा सदस्य रहे तीन लोगों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। सपा अध्यक्ष ने कहा कि व्यक्ति से बड़ी पार्टी होती है। उन्होंने हमेशा पार्टी को सर्वोपरि माना है लेकिन पार्टी में उतार-चढ़ाव आने पर कौन उसमें रुकता है यह जानना भी आवश्यक है।


मेधा पाटकर को समर्थकों समेत हिरासत में लिया गया

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धार, 07 अगस्त, नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर परियोजना से प्रभावित परिवारों के उचित पुनर्वास की मांग को लेकर मध्यप्रदेश के धार जिले के चिखल्दा में अनशन पर बैठी नर्मदा बचाओ आंदोलन (एनबीए) की नेता मेधा पाटकर काे आज समर्थकों समेत हिरासत में ले लिया गया। सुश्री पाटकर ने इस कार्रवाई का यह कहकर विरोध किया है कि मध्यप्रदेश सरकार 12 अनशनरत साथियों को गिरफ्तार कर हमारा जवाब दे रही है। यह कोई अहिंसक आंदोलन का जवाब नहीं है। उनके अनशन का आज 12 वां दिन था। उनके साथ 11 अन्य एनबीए कार्यकर्ता भी अनशन पर बैठे थे। अनशनकारियों को हिरासत में लेने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल चिखल्दा में मौजूद था। उन्हें सुश्री पाटकर को हिरासत में लेने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी। एनबीए के कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों ने धरना स्थल पर जमकर हंगामा किया। आंदोलनाकरियों को हटाने के लिए पुलिस को कुछ सख्ती भी करनी पड़ी। सुश्री पाटकर सहित अन्य अनशनकारियों की हालत नाजुक हो गई थी। इससे पहले धार कलेक्टर एस शुक्ला एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारी आज सुश्री मेधा पाटकर से मिलने चिखल्दा पहुंचे थे और चर्चा कर उनसे अनशन समाप्त करने का आग्रह किया। सुश्री पाटकर इसके लिए राजी नहीं हुई। सैकडों की संख्या में पुलिस बल को उपवास स्थल तैनात कर दिया गया था।

आयकर रिटर्न भरने वालों की संख्या एक चौथाई बढ़ी

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नयी दिल्ली 07 अगस्त, नोटबंदी और स्वच्छ धन अभियान के बल पर गत पांच अगस्त को आयकर रिटर्न भरने की अंतिम तिथि तक कुल 28292955 लोगों ने आयकर रिटर्न भरे जो पिछले वर्ष अंतिम तिथि तक भरे गये कुल 22697843 रिटर्न की तुलना में 24.7 प्रतिशत अधिक है। केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने आज यहां आयकर रिटर्न दाखिल करने वालों के आंकड़े जारी करते हुये कहा कि सरकार 500 और एक हजार रुपये के पुराने नोटों के प्रचलन बंद करने के बाद बैंकों में बड़ी मात्रा में इन नोटों को जमा कराने वालों के लिए शुरू किये गये स्वच्छ धन अभियान के बल पर न:न सिर्फ आयकर रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या में एक चौथाई की बढोतरी हुयी बल्कि व्यक्तिगत आयकर संग्रह में भी 41.79 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है। वर्ष 2016-17 के लिए अब तक कुल 27939083 लोगों ने व्यक्तिगत आयकर रिटर्न दाखिल किया है जो पिछले वर्ष इस दौरान भरे गये कुल 22292864 की तुलना में 25.3 प्रतिशत अधिक है। सीबीडीटी ने कहा कि नोटबंदी के कारण प्रत्यक्ष कर संग्रह भी बढ़ा है। उसने कहा कि पांच अगस्त तक कार्पोरेट कर को छोड़कर अग्रिम व्यक्तिगत आयकर संग्रह में 41.79 प्रतिशत की बढोतरी दर्ज की गयी है। व्यक्तिगत आयकर के तहत स्वयं आंकलन कर (एसएटी) में 34.25 प्रतिशत की वृद्धि हुयी है।

मेरी और विधायकाें की हो रही है निगरानी, फिर भी जीत पक्की : पटेल

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आणंद (गुजरात), 07 अगस्त, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव तथा गुजरात में कल होने वाले राज्यसभा चुनाव में पार्टी के इकलौते उम्मीदवार अहमद पटेल ने आज दावा किया कि चुनाव में उन्हें हराने के लिए उनकी तथा पार्टी के विधायकों की केंद्र और राज्य की सरकारी मशीनरी के जरिये निगरानी समेत कई ऐसे काम हो रहे हैं जिनसे लगता है कि भारत एक लोकतंत्र की बजाय एक ‘बनाना रिपब्लिक’ (लचर राजनीतिक व्यवस्था वाला गणराज्य) बन गया है। उन्होंने इसके बावजूद अपनी जीत पक्की बताते हुए आज यहां पत्रकारों से कहा कि उन पर अापराधिक मुकदमा होने संबंधी विरोधियों के आरोप बेबुनियाद है पूरी तरह गलत हैं। वह चुनाव कांग्रेस के एक उम्मीदवार के तौर पर लड रहे हैं न कि श्रीमती गांधी के राजनीतिक सचिव के तौर पर और इससे उनका कोई लेना देना नहीं है। श्री पटेल ने यह भी कहा कि उन्हें विश्वास है कि शंकरसिंह वाघेला उन्हें वोट देने का अपना वादा पूरा करेंगे तथा पार्टी के अन्य विधायकों के भी वोट उन्हें मिलेगे। उन्होंने अपने 44 विधायकों की कथित प्रतिबद्धता को सलाम किया जिनमें से दो पारिवारिक मौतों के बावजूद अन्य विधायकों के साथ ही बने रहे। इनके अलावा पार्टी के सात और विधायकों का वोट उन्हें मिल सकता है। राकांपा के दो विधायकों ने भी उन्हें वोट देने के संकेत दिये हैं। जदयू के भी विधायक वोटर हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की रणनीति 20 से 25 कांग्रेस विधायकों को तोड कर चुनाव से पहले ही उन्हें मात देने की थी। लगातार पांचवी बार राज्यसभा में जाने के लिए चुनाव लड रहे श्री पटेल ने कहा कि यह तो भाजपा खेमा ही बता सकता है कि वे इस चुनाव को उसने अहमद पटेल बनाम अमित शाह बनाया है अथवा नहीं। उन्होंने कहा कि 1996 के बाद पहली बार चुनाव की नौबत भाजपा ने क्यों आने दी जबकि उनके पास तीसरी सीट के लिए 16 कम विधायक थे। हालांकि उन्होंने चुनाव में नोटा के विकल्प अथवा क्रॉस वोटिंग की संभावना से इंकार नहीं किया। कांग्रेस विधायकों के बाढ के समय में अपने निर्वाचन क्षेत्र से दूर बेंगलोर में मौज करने के बारे में पूछे जाने पर श्री पटेल ने कहा कि इसके कारण के बारे में पहले ही विस्तार से बताया जा चुका है और वह इसे दोहराना नहीं चाहते। उन्होंने हालांकि यह पूछा कि मुख्यमंत्री विजय रूपाणी बाढ प्रभावित बनासकांठा पांच दिन की देरी से क्यों पहुंचे। तीन सीटों के लिए होने वाले राज्यसभा चुनाव में भाजपा की ओर से इसके अध्यक्ष अमित शाह तथा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और कांग्रेस छोड कर भाजपा में आये बलवंतसिंह राजपूत तीन उम्मीदवार हैं जबकि कांग्रेस के एकमात्र उम्मीदवार के तौर पर श्रीमती सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल मैदान में हैं। जो जीतने पर पांचवी बार संसद के उच्च सदन के सदस्य बन सकते हैं। 27 और 28 जुलाई को कांग्रेस के 57 में से 6 विधायकों के इस्तीफे के बाद इनमें से तीन भाजपा में शामिल हो गये थे जिनमें से एक श्री राजपूत भी हैं। 182 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के एक बागी समेत 122, कांग्रेस के 51 (बागी शंकरसिंह वाघेला, जो भाजपा प्रत्याशी श्री राजपूत के निकट रिश्तेदार हैं तथा उनके छह समर्थकों समेत) तथा राकांपा के दो और जदयू का एक विधायक है। श्री शाह और श्रीमती ईरानी की जीत लगभग पक्की है। श्री राजपूत तथा श्री पटेल के बीच मुकाबला है। श्री पटेल ने जीत के लिए जरूरी 45 से अधिक का आंकडा होने का दावा किया है।

त्रिपुरा के छह तृणमूल कांग्रेस विधायक भाजपा में शामिल

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अगरतला,07 अगस्त, त्रिपुरा में तृणमूल कांग्रेस के छह विधायक आज यहां भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) में शामिल हो गये। भाजपा महासचिव राम माधव ने ट्वीट किया,“छह तृणमूल कांग्रेस विधायकों ने अपने हजारों समर्थकों सहित केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और हिमांता विश्वशर्मा एवं अन्य की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।” इससे पहले वाममोर्चा शासित राज्य के दौरे पर कल यहां पहुंचे श्री माधव ने संगठनात्मक गतिविधियों और उत्तरी त्रिपुरा एवं धलाई जिला तथा राज्य के अन्य हिस्सों में पार्टी की स्थिति की समीक्षा की। पार्टी सूत्रों के मुताबिक श्री प्रधान ने प्रदेश स्तर के साथ ही स्थानीय नेताओं को राज्य विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एक अभियान के तहत दायित्व सौंपा है। उन्होंने समूचे 60 विधानसभा क्षेत्रों में बूथ स्तर पर काम करने के लिए एक टीम का भी गठन किया है। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह राज्य विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर आगामी सितम्बर और अक्टूबर में राज्य के पार्टी नेताओं के साथ बैठक करेंगे और रैलियों को संबोधित करेंगे। त्रिपुरा में अगले वर्ष फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव होंगे।

राज्यसभा की तीन सीटों पर मतदान कल, शाह, ईरानी, अहमद पटेल मैदान में

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गांधीनगर, 07 अगस्त, प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में जबरदस्त राजनीतिक गहमागहमी के बीच सत्तारूढ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का बडा प्रश्न बन गयी राज्यसभा की तीन सीटों के लिए कल मतदान होगा। मौजूदा विधानसभा में मरम्मत कार्य के कारण मतदान स्थल यहां सरकार के मुख्य प्रशासनिक परिसर स्वर्णिम संकुल दो में बनाया गया है। विधानसभा के सचिव तथा रिटर्निंग ऑफिसर डी एम पटेल ने यूनीवार्ता को बताया कि मतदान सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक होगा। मतगणना पांच बजे से होगी। इसके लिए सुरक्षा के कडे प्रबंध किये गये हैं। कांग्रेस के छह विधायकों के इस्तीफे के बाद 182 सदस्यीय विधानसभा में अब कुल 176 विधायक और इतने ही मतदाता हैं। यह चुनाव ओपन बैलेट और वरीयता प्रणाली से होगा। यह चुनाव भाजपा की श्रीमती स्मृति ईरानी (केंद्रीय मंत्री) तथा दिलीप पंडया और कांग्रेस के अहमद पटेल (श्रीमती सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव) के कार्यकाल पूरा होने के कारण हो रहे हैं। चुनाव में भाजपा की ओर से इसके अध्यक्ष अमित शाह तथा श्रीमती ईरानी और कांग्रेस छोड कर भाजपा में आये बलवंतसिंह राजपूत तीन उम्मीदवार हैं जबकि कांग्रेस के एकमात्र उम्मीदवार के तौर पर श्रीमती सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल मैदान में हैं। जो जीतने पर पांचवी बार संसद के उच्च सदन के सदस्य बन सकते हैं। 27 और 28 जुलाई को कांग्रेस के 57 में से 6 विधायकों के इस्तीफे के बाद इनमें से तीन भाजपा में शामिल हो गये थे जिनमें से एक श्री राजपूत भी हैं। इसके बाद ही कांग्रेस ने सत्तारूढ भाजपा पर हर तरह के दबाव के जरिये इसके विधायकों की खरादफरोख्त के प्रयास का आरोप लगाते हुए 44 विधायकों को बेंगलोर भेज दिया था। हालांकि ये विधायक आज सुबह लौट आये हैं और उन्हें मध्य गुजरात के एक रिसार्ट में रखा गया है। वे वहीं से एक साथ वोट देने के लिए कल गांधीनगर आयेंगे। कांग्रेस ने उनकी सुरक्षा की मांग की है। 182 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के एक बागी समेत 122, कांग्रेस के 51 (बागी शंकरसिंह वाघेला, जो भाजपा प्रत्याशी श्री राजपूत के निकट रिश्तेदार हैं तथा उनके छह समर्थकों समेत) तथा राकांपा के दो और जदयू का एक विधायक है। श्री शाह और श्रीमती ईरानी की जीत लगभग पक्की है। श्री राजपूत तथा श्री पटेल के बीच मुकाबला है। श्री पटेल ने जीत के लिए जरूरी 45 का आंकडा होने का दावा किया है। राकांपा के दो विधायकाें के शुरू में श्री पटेल का समर्थन करने के दावे के बाद अब इसको लेकर अनिश्चितता की स्थिति है और ये भाजपा को भी समर्थन दे सकते हैं। गुजरात परिवर्तन पार्टी की टिकट पर चुने गये भाजपा (दल के विलय के चलते) के एक बागी नलिन कोटडिया के श्री पटेल को समर्थन देने की संभावना है। चुनाव में नोटा यानी उपरोक्त में से कोई नहीं का विकल्प होने से भी परिदृश्य रोचक हो गया है। कांग्रेस ने पहले ही केवल श्री पटेल को वोट देने तथा नोटा अथवा दूसरी, तीसरी वरियता का उपयोग नहीं करने के बारे में व्हिप जारी कर रखा है जबकि भाजपा ने भी आज अपने विधायकों की बैठक के बाद उन्हें मतदान के दौरान मौजूद रहने और पार्टी के उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान के लिए व्हिप जारी किया है। श्री शाह ने आज विधायकों के साथ एक बैठक भी की इसमें रणनीति तय की गयी।

नौ दिन बाद बेंगलोर से लौटे कांग्रेस के 44 विधायक,

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अहमदाबाद, 07 अगस्त, गुजरात में कल होने वाले राज्यसभा चुनाव, जिसमें देश के तीन दिग्गज नेता मैदान में हैं, को लेकर जबरदस्त राजनीतिक गहमागहमी के बीच खरीदफरोख्त की डर से बेंगलोर के निकट गत 29 जुलाई से एक रिसार्ट में रखे गये कांग्रेस के 44 विधायक आज सुबह वापस लौट आये। सुबह यहां सरदार वल्लभ भाई पटेल हवाई अड्डे पर पहुंचे सभी विधायकों को कडी सुरक्षा के बीच एक लग्जरी बस में मध्य गुजरात के आणंद के पास स्थित निजानंद रिसार्ट में रखा गया है। बेंगलोर रवाना होने से पहले भी इनमें से कुुछ को इसी फार्म हाऊस में रखा गया था। वहीं उनके परिजन आज रक्षाबंधन पर उनसे मिले। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया की सभी को कल वहीं से मतदान के लिए राजधानी गांधीनगर ले जाया जाएगा। मतदान के बाद सभी कल से ही शुरू हो रहे विधानसभा के संक्षिप्त दो दिवसीय सत्र की कार्यवाही में भी भाग लेंगे। तीन सीटों के लिए हो रहे उक्त चुनाव में भाजपा की ओर से इसके अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और कांग्रेस छोड कर भाजपा में आये बलवंतसिंह राजपूत तीन उम्मीदवार हैं जबकि कांग्रेस के एकमात्र उम्मीदवार के तौर पर श्रीमती सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल मैदान में हैं। 27 और 28 जुलाई को कांग्रेस के 57 में से 6 विधायकों के इस्तीफे के बाद इनमें से तीन भाजपा में शामिल हो गये थे जिनमें से एक श्री राजपूत भी हैं। इसके बाद ही कांग्रेस ने सत्तारूढ भाजपा पर हर तरह के दबाव के जरिये इसके विधायकों की खरादफरोख्त के प्रयास का आरोप लगाते हुए 44 विधायकों को बेंगलोर भेज दिया था। 182 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के एक बागी समेत 122, कांग्रेस के 51 तथा राकांपा के दो और जदयू का एक विधायक है। श्री शाह और श्रीमती ईरानी की जीत लगभग पक्की है। श्री राजपूत तथा श्री पटेल, जो पांचवी बार राज्यसभा में चुने जाने के लिए मैदान में हैं, के बीच मुकाबला है। श्री पटेल ने जीत के लिए जरूरी 45 का आंकडा होने का दावा किया है। उन्होंने राकांपा के दो विधायकाें के शुरू में श्री पटेल का समर्थन करने के दावे के बाद अब इसको लेकर अनिश्चितता की स्थिति है और ये भाजपा को भी समर्थन दे सकते हैं। गुजरात परिवर्तन पार्टी की टिकट पर चुने गये भाजपा (दल के विलय के चलते) के एक बागी नलिन कोटडिया के श्री पटेल को समर्थन देने की संभावना है। चुनाव में नोटा यानी उपरोक्त में से कोई नहीं का विकल्प होने से भी परिदृश्य रोचक हो गया है।

कश्मीर में घुसपैठ का प्रयास विफल,पांच आतंकवादी मारे गये

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श्रीनगर 07 अगस्त, सेना ने आज उत्तरी कश्मीर के सीमावर्ती कुपवाड़ा जिले में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर(पीओके) की ओर से घुसपैठ के एक बड़े प्रयास को विफल कर दिया और सुरक्षा बलों की कार्रवाई में पांच आतंकवादी मारे गये। एक सैन्य अधिकारी ने यूनीवार्ता को बताया कि कुपवाड़ा जिले के माचिल सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा के लिए तैनात सैनिकों ने पीओके की तरफ से आतंकवादियों के एक समूह को भारतीय सीमा में घुसते देखा। आतंकवादियों को समर्पण के लिए कहा गया,तो उन्होंने स्वचालित हथियारों से अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने भी गोलियां चलाई। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों के बीच चली मुठभेड़ में पांच आतंकवादी मारे गये। आतंकवादियों के कब्जे से पांच हथियार भी बरामद किये गये हैं। अंतिम रिपोर्ट मिलने तक मुठभेड़ जारी थी। समीप के शिविर में मौजूद अतिरिक्त बल के मौके पर पहुंचने के बाद नियंत्रण रेखा से लगे समूचे जंगल के इलाकों को सील कर दिया गया है।


गुजरात में मजबूत हुए भाजपा समीकरण, राकांपा करेगा समर्थन

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गांधीनगर, 07 अगस्त, प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में जबरदस्त राजनीतिक गहमागहमी के बीच सत्तारूढ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का बडा प्रश्न बन गयी राज्यसभा की तीन सीटों के लिए कल मतदान होगा जिसमें तेजी से बदलते समीकरण के बीच दो सदस्यों वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने अपने पहले के रूख को बदलते हुए भाजपा को समर्थन की घोषणा की है जबकि पार्टी के बागी विधायक नलिन कोटडिया के भी तेवर नरम पडते दिख रहे हैं। कोटडिया आज भाजपा विधायक दल की बैठक में तो नहीं शामिल हुए थे पर पार्टी विधायकों के लिए दिये गये रात्रिभोज में कथित तौर पर शामिल हुए। समझा जाता है कि पाटीदार आंदोलन के मुखर समर्थक तथा इसी समुदाय के नेता श्री कोटडिया को मनाने में विश्व हिन्दू परिषद के नेता प्रवीण तोगडिया ने प्रमुख भूमिका निभायी है। अगर भाजपा अपने सभी विधायकों को एकजुट रख पायी और राकांपा तथा बागी कोटडिया के अलावा इसने कांग्रेस के शंकरसिंह वाघेला गुट के सात तथा एक अन्य मत जुटा लिया तो यह तीनों सीटे जीत सकती है। राज्य में दो दशक से भी अधिक समय के बाद (1996 के बाद) पहली राज्यसभा के सदस्य चुनने के लिए चुनाव हो रहे हैं। इससे पहले सर्वसम्मति से उम्मीदवार चुन लिये जाते थे। तीन सीटों के लिए चार उम्मीदवार उतारे जाने से के चलते इसकी जरूरत पडी है। मौजूदा विधानसभा में मरम्मत कार्य के कारण मतदान स्थल यहां सरकार के मुख्य प्रशासनिक परिसर स्वर्णिम संकुल दो में बनाया गया है। विधानसभा के सचिव तथा रिटर्निंग ऑफिसर डी एम पटेल ने यूनीवार्ता को बताया कि मतदान सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक होगा। मतगणना पांच बजे से होगी। इसके लिए सुरक्षा के कडे प्रबंध किये गये हैं। कांग्रेस के छह विधायकों के इस्तीफे के बाद 182 सदस्यीय विधानसभा में अब कुल 176 विधायक और इतने ही मतदाता हैं। यह चुनाव ओपन बैलेट और वरीयता प्रणाली से होगा। यह चुनाव भाजपा की श्रीमती स्मृति ईरानी (केंद्रीय मंत्री) तथा दिलीप पंडया और कांग्रेस के अहमद पटेल (श्रीमती सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव) के कार्यकाल पूरा होने के कारण हो रहे हैं। चुनाव में भाजपा की ओर से इसके अध्यक्ष अमित शाह तथा श्रीमती ईरानी और कांग्रेस छोड कर भाजपा में आये बलवंतसिंह राजपूत तीन उम्मीदवार हैं जबकि कांग्रेस के एकमात्र उम्मीदवार के तौर पर श्रीमती सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल मैदान में हैं। जो जीतने पर लगातार पांचवी बार संसद के उच्च सदन के सदस्य बन सकते हैं। भाजपा के प्रदेश प्रभारी भूपेन्द्र यादव ने सभी तीन सीटों पर जीत का दावा करते हुए कहा कि पार्टी के पास जरूरत से तीन मत अधिक हैं। उधर श्री पटेल ने भी अपनी जीत पक्की होने का दावा किया जबकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी ने तो यह दावा किया कि वह सबसे अधिक मत पाने वाले उम्मीदवार होंगे। श्री पटेल ने कहा कि भाजपा के पास तीसरी सीट पर जीत से 16 कम सीटें होने के बावजूद इसने तोडफोड और सरकारी मशीनरी के गलत इस्तेमाल के जरिये उन्हें हराने की नीयत से अपना तीसरा प्रत्याशी उतारा है पर उसके मंसूबे सफल नहीं होंगे। 27 और 28 जुलाई को कांग्रेस के 57 में से 6 विधायकों के इस्तीफे के बाद इनमें से तीन भाजपा में शामिल हो गये थे जिनमें से एक श्री राजपूत भी हैं। इसके बाद ही कांग्रेस ने सत्तारूढ भाजपा पर हर तरह के दबाव के जरिये इसके विधायकों की खरादफरोख्त के प्रयास का आरोप लगाते हुए 44 विधायकों को बेंगलोर भेज दिया था। हालांकि ये विधायक आज सुबह लौट आये हैं और उन्हें मध्य गुजरात के एक रिसार्ट में कडी सुरक्षा के बीच रखा गया है। वहां युवा कांग्रेस के पांच सौ से अधिक समर्पित कार्यकर्ताओं की फौज को भी सुरक्षा के लिए लगाया गया है। ये विधायक वहीं से एक साथ वोट देने के लिए कल गांधीनगर आयेंगे। कांग्रेस ने वहां भी उनकी सुरक्षा की मांग की है। 182 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के एक बागी समेत 122, कांग्रेस के 51 (बागी शंकरसिंह वाघेला, जो भाजपा प्रत्याशी श्री राजपूत के निकट रिश्तेदार हैं तथा उनके छह समर्थकों समेत) तथा राकांपा के दो और जदयू का एक विधायक है। श्री शाह और श्रीमती ईरानी की जीत लगभग पक्की है। श्री राजपूत तथा श्री पटेल के बीच मुकाबला है। श्री पटेल ने जीत के लिए जरूरी 45 का आंकडा होने का दावा किया है। राकांपा के दो विधायकाें के शुरू में श्री पटेल का समर्थन करने के दावे के बाद अब इसने यू टर्न लेते हुए महासचिव प्रफुल्ल पटेल के निर्देश पर भाजपा के तीसरे उम्मीदवार श्री राजपूत को वोट देने की बात कही है। गुजरात परिवर्तन पार्टी की टिकट पर चुने गये भाजपा (दल के विलय के चलते) के एक बागी नलिन कोटडिया, जिन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में राजग उम्मीदवार के खिलाफ वोट देने का दावा किया था, के श्री पटेल को समर्थन देने की संभावना जतायी जा रही थी पर आज रात उनके भाजपा के रात्रिभोज में आने से यह समीकरण भी बदलता दिख रहा है। श्री वाघेला ने हालांकि अपने पत्ते नहीं खोले हैं पर उनके और उनके समर्थक छह अन्य कांग्रेस विधायकों के भी श्री राजपूत को वोट देने की पूरी संभावना है। चुनाव में नोटा यानी उपरोक्त में से कोई नहीं का विकल्प होने से भी परिदृश्य रोचक हो गया है। उधर राष्ट्रपति चुनाव में मत नहीं डालने वाले जदयू के इकलौते विधायक छाेटू वसावा की कांग्रेस खेमे से नजदीकी के चलते उनके श्री पटेल का समर्थन करने की संभावना है हालांकि अभी उनका रूख स्पष्ट नहीं है। कांग्रेस के सचेतक शैलेष परमार ने पहले ही केवल श्री पटेल को वोट देने तथा नोटा अथवा दूसरी, तीसरी वरियता का उपयोग नहीं करने के बारे में व्हिप जारी कर रखा है जबकि भाजपा के सचेतक पंकज देसाई ने भी आज अपने विधायकों की बैठक के बाद उन्हें मतदान के दौरान मौजूद रहने और पार्टी के उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान के लिए व्हिप जारी किया है। इसने भी नोटा के इस्तेमाल पर रोक लगायी है। उधर श्री राजपूत के रिश्तेदार शंकरसिंह वाघेला ने कहा कि उन्होंने अपने किसी समर्थक को वोट के बारे में सलाह नहीं दी है पर समझा जाता है कि उनका, उनके पुत्र महेन्द्रसिंह वाघेला और अन्य पांच समर्थकों का मत श्री राजपूत को मिलेगा। इस बीच चुनाव के अंतिम क्षणों की रणनीति को लेकर अनौपचारिक बैठकों का दौर जारी है जिसके देर रात तक जारी रहने की संभावना है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला, श्री पटेल, श्री सोलंकी, पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया आदि आणंद के निकट रिसार्ट में ही डेरा डाले हुए हैंं। उधर श्री शाह ने भी विधायकों और अन्य नेताओं के साथ कई बैठकें की हैं।

स्वामी चंडीगढ़ मामले में दाखिल करेंगे जनहित याचिका

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नयी दिल्ली,07अगस्त, भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि वह हरियाणा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बाला के पुत्र विकास बराला के एक आईएएस अधिकारी की पुत्री का पीछा करने के मामले में चंड़ीगढ़ में जनहित याचिका दायर करेंगे। डा़ स्वामी ने आज एक ट्वीट में कहा “नशे में धुत दो गुंडों द्वारा एक आईएएस अधिकारी की पुत्री को अगवा करने की कोशिश के मामले में मैं अपने सहयोगी वकील एपी जग्गा की ओर से चंड़ीगढ़ में जनहित याचिका दायर करूंगा। ’ युवती का पीछा करने के मामले में विकास बराला को उसके एक साथी समेत गिरफ्तार किया गया था लेकिन बाद में दोनों को जमानत पर रिहा कर दिया गया। इस घटना से हरियाणा की भाजपा सरकार परेशानी में घिर गई है और पार्टी को कांग्रेस का तीखा हमला झेलना पड़ रहा है। हालांकि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि श्री सुभाष बराला का इस घटना से कोई लेना देना नहीं है लेकिन विपक्षी कांग्रेस ने उनका इस्तीफा मांगा है। श्री खट्टर ने कहा कि यदि दोष सिद्ध हो जाता है तो आरोपियों को सजा जरूरी मिलेगी यह उनका वादा है। आईएएस अधिकारी विरेन्द्र कुंडु की पुत्री वर्णिका कुंडु का आरोप है कि विकास और उसके दोस्त आशीष ने शुक्रवार की रात गाड़ी से उसका काफी दूर तक पीछा किया था और उसे अगवा करने की कोशिश की थी लेकिन वह किसी तरह बचकर पुलिस तक पहुंच गई। वर्णिका के अनुसार 26 तारीख की रात को जब वह चंडीगढ़ के सेक्टर नाै से पंचकुला अपने घर जा रही थी तभी बीच रास्ते में सेक्टर 26 के पास विकास बराला ने अपने एक साथी के साथ मिलकर कार से उसका पीछा करना शुरु कर दिया था। वह डरकर अपनी गाड़ी तेज दौड़ाती रही। दोनों आरोपियों ने कई बार उसकी गाड़ी को राेकने की कोशिश भी की थी। पीड़िता के पिता ने उनकी बेटी की मदद करने के लिए चंडीगढ़ पुलिस का आभार जताया है और लोगों से महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के खिलाफ खड़े होने की अपील की है। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए अारोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने आज एक ट्वीट में कहा “ जिन लोगों ने वर्णिका का पीछा किया उन्हें सख्त सजा मिलनी चाहिए भले ही वह कितनी भी ऊंची पहुंच वाले क्यों न हो। अन्यथा कानून पर से लोगों का विश्वास उठ जाएगा।

शिवराज ने कहा मेधा को नहीं किया गिरफ्तार, स्वास्थ्य की वजह से अस्पताल में कराया भर्ती

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भोपाल, 07 अगस्त, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर के आंदोलन के परिप्रेक्ष्य में कहा कि वे संवेदनशील व्यक्ति हैं और चिकित्सकों की सलाह पर सुश्री पाटकर और उनके साथियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है। श्री चौहान ने रात्रि में ट्वीट के जरिए कहा कि सुश्री पाटकर और उनके साथियों की स्थिति 'हाई कीटोन और शुगर'के कारण चिंतनीय थी। इनके स्वास्थ्य और दीर्घ जीवन के लिए वह प्रयासरत हैं। श्री चौहान ने अलग अलग ट्वीट के माध्यम से कहा कि राज्य सरकार ने सरदार सराेवर परियोजना के विस्थापितों के पुनर्वास के लिए नर्मदा पंचाट और उच्चतम न्यायालय के आदेश पालन के साथ नौ सौ करोड रूपयों का अतिरिक्त पैकेज देने का काम किया है। श्री चौहान ने आज शाम धार जिले के चिकल्दा में हुए घटनाक्रम के परिप्रेक्ष्य में एक तरह से स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा कि विस्थापितों के पुनर्वास के संबंध में सुश्री पाटकर को पूरी जानकारी देकर राज्य सरकार ने उन्हें संतुष्ट करने की कोशिश की है। सरदार सरोवर बांध के विस्थापितों को बेहतर से बेहतर सुविधा मिले, इसके लिए हरसंभव प्रयास किया गया है और यह प्रयास जारी है। श्री चौहान ने ट्वीट करके कहा'मैं प्रदेश का प्रथम सेवक हूं और मैं सरदार सरोवर बांध के विस्थापित अपने प्रत्येक भाई बहन के समुचित पुनर्वास के लिए प्रतिबद्ध हूं। 'इस बीच इंदौर से यूनीवार्ता के अनुसार धार जिले के चिखल्दा गांव में 12 दिनों से अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठीं सुश्री पाटकर को स्वास्थ्य बिगड़ने पर आज इंदौर के निजी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया गया है। धार के अपर कलेक्टर डी के नागेन्द्र ने बताया कि सुश्री पाटकर का स्वास्थ्य बिगड़ने पर उन्हें उपचार के लिए इंदौर लाया गया है। छह अन्य उपवासरत आंदोलनकारियों को धार में ही स्थानीय अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। श्री नागेंद्र ने सुश्री पाटकर और अन्य प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी से स्पष्ट इंकार किया है। इसके पूर्व आंदोलनकारियों पर बलप्रयोग करने का आरोप लगाते हुए सुश्री पाटकर ने कहा था कि मध्यप्रदेश सरकार हमारे 12 दिनों से जारी 12 साथियों के अनशन को उनकी गिरफ्तारी करके हमें जवाब दे रही है।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 07 अगस्त

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प्रदेश संगठन महामन्त्री श्री भगत ने दौरा कर की नगर निकाय चुनावो की समीक्षा

  • सम्भागीय संगठन मंत्री और जिलाध्यक्ष के साथ की समीक्षा

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झाबुआ । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत नगर निकाय चुनावो के मद्देनजर दो दिवसीय झाबुआ जिला प्रवास पर रहे। इस व्यस्त प्रवास में उनके साथ भाजपा जिलाध्यक्ष  दौलत भावसार उनके साथ थे। उक्त जानकारी देते हुए जिला भाजपा मीडिया प्रभारी अंबरीष भावसार ने बताया झाबुआ जिले के पेटलावद , थांदला , झाबुआ और राणापुर नगर निकाय में 11 अगस्त को होने वाले मतदान से पूर्व इन चारो स्थानों पर भाजपा संगठन की जारी गतिविधियों की समीक्षा प्रदेश संगठन महामन्त्री श्री सुहास भगत ने स्थानीय संगठन पदाधिकारियों से भेंट कर की। उन्होंने पेटलावद , थांदला , राणापुर में वार्ड प्रभारी , पालक संयोजक और पदाधिकारियों से चर्चा कर कार्यों की समीक्षा की। जिला मुख्यालय झाबुआ के हॉलिडे रिसोर्ट पर आयोजित बैठक में सम्भागीय संगठन मंत्री  जयपालसिंह चावड़ा , जिलाध्यक्ष दौलत भावसार और चुनाव संचालक  प्रवीण सुराणा की मौजूदगी में सभी अपेक्षित पदाधिकारियों के साथ बैठकर उन्होंने नगर पालिका चुनाव के समस्त कार्यो की समीक्षा की।


प्रदेश संगठन महामन्त्री को रक्षा सूत्र बाँधकर मनाया रक्षाबंधन
  • भाजपा अध्यक्ष प्रत्याशी ने प्रदेश संगठन महामन्त्री को रक्षा सूत्र बाँध मनाया रक्षाबन्धन

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झाबुआ । प्रेम , सौहार्द और रक्षा का पर्व रक्षाबन्धन नगर में हर्षोल्लास से मनाया गया।भाजपा द्वारा यह पर्व हर्षोल्लास से मनाते हुए प्रदेश , संभाग और जिले के पदाधिकारियों के बीच मनाया गया। यह जानकारी देते हुए जिला भाजपा मीडिया प्रभारीश्री अंबरीष भावसार ने बताया नगर पालिका अध्यक्ष प्रत्याशी श्रीमती बसंती बारिया ने स्थानीय श्री श्वेताम्बर जैन बावन जिनालय मन्दिर परिसर में प्रदेश संगठन महामन्त्री श्री सुहास भगत , सम्भागीय संगठन महामन्त्री श्री जयपालसिंह चावड़ा और भाजपा जिलाध्यक्ष श्री दौलत भावसार को रक्षासूत्र बाँधा। भाजपा प्रत्याशी श्रीमती बारिया ने किशनपुरी क्षेत्र में विभिन्न परिवारो में पहुँच कर राखी बाँधकर समस्त नगरवासियो को पर्व की शुभकामनाएं दी।

प्रदेश संगठन महामन्त्री ने आचार्य श्री से भेंट कर लिया आशीर्वाद

झाबुआ । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश संगठन महामन्त्री श्री सुहास भगत ने अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान स्थानीय श्री श्वेताम्बर जैन बावन जिनालय मन्दिर में चातुर्मास के लिए विराजित आचार्य श्री ऋषभचंद्र जी म. सा. से सौहार्द भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान उनके साथ संभागीय संगठन महामन्त्री श्री जयपालसिंह चावड़ा , भाजपा जिलाध्यक्ष श्री दौलत भावसार , नगर पालिका झाबुआ की अध्यक्ष प्रत्याशी श्रीमती बसंती बारिया उपस्थित थी।

अनुशासनहीनता के कारण आठ कार्यकर्ता - पदाधिकारी भाजपा से निष्काषित

झाबुआ । नगर पालिका चुनाव में भाजपा के अधिकृत प्रत्याशियों के विरुद्ध संगठन से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे 8 लोगो को भाजपा प्रदेश संगठन ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्षो के लिए निष्कासित कर दिया है। यह जानकारी देते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष श्री दौलत भावसार ने बताया पार्टी विरूद्ध कार्य करने और बार - बार समझाईश दिए जाने के बावजूद भी लगातार अनुशासनहीनता किए जाने के कारण निम्नांकित पदाधिकारी और कार्यकर्ताओ के विरुद्ध भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री नंदकुमारसिंह चैहान द्वारा 6 वर्ष हेतु निष्कासन की कार्रवाई की गई है। निष्काषित किए गए लोगो में वार्ड 8 से श्री विजय चैहान , श्रीमती प्रीतिविजय चैहान , श्री संजय डाबी  वार्ड 5 से नगर उपाध्यक्ष श्री नरेंद्र संघवी , वार्ड 10 से श्री सुनील शर्मा , श्रीमती रेखा शर्मा , वार्ड 17 से भाजपा नगर उपाध्यक्ष श्रीमती जमना वाखला और श्री प्रभव वाखला शामिल हैं।

बंदियों को बांधे षिव बाबा के रक्षा सूत्र, उपहार मंे मांगा अपराध छोड़ने का संकल्प

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झाबुआ। रक्षाबंधन के पावन पर्व पर स्थानीय जिला जेल में प्रजापिता ब्रहा्राकुमारिज ईष्वरीय विष्वविद्यालय संस्था ग्राम गोपालपुर द्वारा सभी बंदियों को षिव बाबा के पवित्र रक्षा सूत्र बांधकर एवं मुंह मीठा करवाकर उनसे उपहार में बुराईयां एवं अपराधों को छोड़ने का संकल्प मांगा। इस अवसर पर केंद्र की ज्योति दीदी एवं जिला सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष यषवंत भंडारी विषेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम के प्रारंभ में सभी बंदी भाईयों को रक्षाबंधन पर्व की बधाते हुए डीपीए अध्यक्ष श्री भंडारी ने कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति में रक्षाबंधन का एक अलग की महत्व है। कच्चे धागे से बंधे यह बंधन लोहे की जंजीरों से भी मजबूत होता है। इस पावन दिवस का प्रत्येक बहन सालभर इंतजार करती है। आप लोग बंदी गृह में रहने के कारण कई परिवार की बहने आपको राखी बांधने यहां तक नहीं आ सकती है, इसलिए प्रजापिता ब्रह्राकुमारिज की बहने आप सभी को भाई समझकर ये रक्षासूत्र बहुत स्नेह एवं प्रेम से बांध रहीं है।


रक्षाबंधन मंे प्र्रेम, समर्पण एवं आत्मिकता का भाव है
अपने प्रेरक एवं ओजस्वी उद्बोधन में केंद्र की ब्रहा्राकुमारी ज्योति दीदी ने उपस्थित बंदियों को संबोधित करते हुए कहा कि बंधन शब्द वैसे तो किसी को प्रिय नहीं है। आज आप सभी यहां पर किसी ना किसी कारणवष बंधन में बंधे हुए है, परन्तु रक्षा बंधन एक ऐसा बंधन है, जिसमें प्रेम, समर्पण एवं आत्मिकता का भाव है। आपको षिव बाबा के रक्षा सूत्र हम बांध रहे है, निष्चित रूप से ये आपके जीवन में आए दुखों को दूर करेंगे एवं आप शीघ्र ही यहां से छूटकर अपने परिवार में आनंदमय जीवन यापन कर सके, ऐसी हम प्रार्थना षिव बाबा से करते हैै।

सभी बुराईयां एवं अपराध छोड़ने का संकल्प ले
आपने कहा कि प्रत्येक आत्मा अपने कर्मों के अनुसार फल भोगती है, यह जरूरी नहीं है कि हमारे कर्मों का फल इसी जन्म का मिले, कई बार हमे हमारे पिछले जन्मों के कमों को भी यहीं भुगतना पड़ता है। तिलक का महत्व बताते हुए आपने कहा कि हमारी भृकुटी के मध्य स्थित सिंहासन पर हमारी आत्मा विराजित होती है, इसलिए मस्तक पर तिलक लगाया जाता है। ज्योति दीदी ने बंदी भाईयों से रक्षाबंधन के उपहार के रूप में सभी बुराईयों को अपराध छोड़ने का संकल्प लेने की बात कहीं। इस अवसर पर जिला जेल के अधीक्षक  सीएल प्रजापति, प्रहरी राजाराम यादवण् सहितं पूरे स्टाॅफ को भी रक्षा सूत्र बांधे गए तथा ईष्वरीय प्रजापति ब्र्रह्राकुमारिज संस्था के रमेषभाई, रमिला, वंदना, मनीषा बहन आदि द्वारा साहित्य भेंट किया गया।

हज जाने पर इस मुल्क की सलामती के लिए मांगे दुआएं -ः मो. शाने-आलम सा.
  • हज पर जाने से पहले तन एवं मन को पूरी तरह करना पड़ता है साफ व पाक -ः डाॅ. केके त्रिवेदी
  • हज पर जाने वाले यात्रियों का सर्व समाज ने किया पुष्पमाला पहनाकर स्वागत

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झाबुआ। झाबुआ से हज की यात्रा पर जाने वाली यात्रियों के लिए स्थानीय पैलेस गार्डन पर सर्व समाज के लिए एक सामूहिक स्वागत समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें सर्व समाज के प्रतिनिधियों ने बड़ी संख्या मंे शामिल होकर अपने-अपने विचारांे के माध्यम से इस पवित्र यात्रा की महत्वता के बारे मंे जानकारी दी। पश्चात् यात्रा पर जा रहे सभी महिला एवं पुरूष यात्रियों को पुष्पमाला पहनाकर भव्य स्वागत किया गया। उक्त समारोह का आयोजन हजरत दीदार शाह वली रे.अ. उर्स कमेटी द्वारा किया गया। आयोजित समारोह में अतिथि के रूप में जामा मस्जिद के मोलाना शाने-आलम सा., मो. रिजवानी सा., ब्राह्राण समाज से वरिष्ठ एवं इतिहासविद् डाॅ. केके त्रिवेदी, श्वेतांबर जैन समाज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष यषवंत भंडारी, राजपूत समाज से एवं सकल व्यापारी संघ के अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर उपस्थित थे। समारोह का संचालन करते हुए मप्र उपभोक्ता हितैषी मंच के जिलाध्यक्ष जयेन्द्र बैरागी ने उपस्थित अतिथियों को बारी-बारी से हज यात्रा के महत्व पर प्रकाष डालते हुए आमंत्रित किया।

यात्रा से पूर्व गलतियों के लिए मांगे माफी
सर्वप्रथम संबोधित करते हुए मोलाना शाने-आलम सा. ने हज यात्रा पर जा रहे यात्रियों से कहा कि आप जाने से पहले यहां से सारे लड़ाई-झगड़े एवं आपनी मन-मुटाव सभी भूलकर बिल्कुल साफ एवं पाक होकर जाए। अपनी गलतियों के लिए दूसरों से माफी मांग ले या दूसरो की गलती होने पर उन्हें माफ कर दे और जैसे ही हज पर पहुंचे तो पहली निगाह काबे पर पड़ने पर हज को कबूल फरमाएं। वहां रो-रोककर दुआएं मांगीे क्योकि रो कर दुआं मांगने से अल्लाह दुआं जल्द कबूल करता है, वहां पर यात्रा करने के दौरान अन्य लोगों को किसी तरह की कोई तकलीफ ना दे।

मन को पवित्र बना ले
वरिष्ठ साहित्यकार एवं इतिहासविद डाॅ. केके त्रिवेदी ने कहा कि जब भी काई व्यक्ति हज पर जाता है, तो पहले अपने तन के साथ मन को भी शुद्ध एवं पवित्र कर लेता है, तभी यात्रा करने पर पूरा लाभ प्राप्त होता है और वहां से यात्रा कर आने पर व्यक्ति निर्मल होकर लौटता है एवं ईष्वर (अल्लाह) की आराधना मंे लीन हो जाता है।

हज मंे जो दुआएं मांगते है, वह कबूल होती है
मोलाना रिजवानी सा. ने फरमाया कि आज यह समारोह सर्व धर्म एकता से परिपूर्ण रखा गया है, उसकी उन्होंने प्रसंषा की एवं कहा कि सभी धर्मों में समानता है। उन्होंने बताया कि हज की यात्रा वहीं कर पाते है, जिन पर ईष्वर की विषेष कृपा होती है। हज में मांगी गई दुआएं अवष्य कबूल होती है। उन्होंने यात्रा पर जा रहे यात्रियों से कहा कि आप पवित्र. तीर्थ स्थान पर जाकर हिन्दू-मुस्लिम एकता की दुआएं मांगे।

हज का अर्थ है परमात्मा से मिलन
इस शुभ अवसर पर बोलते हुए श्वेतांबर जैन समाज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष यषवंत भंडारी ने बताया कि हज का अर्थ है परमात्मा से मिलन। बहुत पुण्य का कार्य करने वालों को भी यह अवसर मिलता है। उन्होंने आगे बताया कि सभी धर्मों में तीर्थ यात्रा करने का विषेष महत्व रहता है। यात्रा करने वाले यात्री को अनेको-अनेक गुना लाभ प्राप्त होता है तथा वह यात्रा कर असीम सुख, आनंद एवं शांति की प्राप्ति करता है। हम निष्काम भाव से यात्रा करे।

सभी संगठनों की ओर से दी शुभकामनाएं
समारोह में सकल व्यापारी संघ अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर ने अपने उद्बोधन में सभी यात्रियों को शहर के तमाम सामाजिक, धार्मिक, रचनात्मक संगठनों एवं शहरवासियों की ओर से शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि हमारी यह ईष्वर से प्रार्थना है कि आप हज की यात्रा कर सकुषल लौटे एवं इस पवित्र तीर्थ पर पहुंचकर अल्लाह से देष में अमन, चैन एवं खुषहाली की दुआएं मांगे।

पुष्पामालाएं पहनाकर किया गया भव्य स्वागत
पश्चात् हज पर जाने वाली महिलाओं का पुष्पमाला पहनाकर स्वागत गायत्री परिवार की श्रीमती नलिनी बैरागी, सुश्री रूक्मणी वर्मा, श्रीमती अर्चना राठौर एवं गायत्री परिवार की अन्य महिलाओं द्वारा किया गया। वहीं यात्रा पर जा रहे समाज के पुरूषों का स्वागत उर्स कमेटी के संरक्षक सुभाष छाबड़ा,  सचिव जुनैद्दीन शेख, हाजी समीउद्दीन सैयद, एजाज धारवी, अब्दुल रहीम अब्बु दादा, सकल व्यापारी संघ से पंकज जैन मोगरा, गायत्री परिवार से घनष्याम बैरागी, शंभुसिंह पुरोहित, विनोदकुमार जायसवाल, मीडिया की ओर से राजेन्द्र सोनी, दौलत गोलानी, प्रवीण सोनी, जय भीम जागृति समिति से एमएल फुलपगारे, कैलाष वसुनिया, पेंषनर्स एसोसिएषन से रतनसिंह राठौर सहित अन्य समाज के लोगो द्वारा किया गया। अंत में भारत माता एवं वंदे मातरम् क जयकारों के साथ समारोह संपन्न हुआ।

गायत्री परिवार ने श्रावणी पर्व पर उपवित बदले

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झाबुआ। श्रावणी पर्व पर आज ही पहले ब्रहा्रा में ‘एकोहं बहुष्याम’ की ब्रह्रा आंकाक्षा पूरी की थी। एक से बहुत होना, सहयोग, संपर्क, स्नेह के आधार पर आत्मा से उल्लास विकसित होना और एकांकीपन की निरसता को दूर करती हुई, यही ब्रहा्र ने किया। उसे अकेलापन नहीं बहाया। ब्रहा्राजी ने अपने मानस पुत्रों को ज्ञान एवं कर्म (षिखा एवं सूत्र) से युक्त कर ऋषि तुल्य जीवन जीने की प्रेरणा श्रावणी पर्व पर प्रदान की। उक्त महत्व बताते हुए गायत्री परिवार के युग प्रवक्ता विनोदकुमार जायसवाल ने बताया कि जिलेभर की विभिन्न शाखाओं में पेटलावद, नौगांवा, थांदला, मेघनगर, खवासा, झाबुआ तथा आलीराजपुर जिले की कट्ठीवाड़ा, सोंडवा, फुलमाल, जोबट, भाबरा आदि स्थानों पर नदी के तट पर हेमाद्रि संकल्प का पाठ कर तीर्थ आव्हान किया। तत्पष्चात् 10 स्नान, जिसमें भस्म, मृतिका, सर्वोषधि, गौमय, गौमूत्र, शहद, दुग्ध, दधि, धृत, गंगाजल से शौद्धोधक स्नान कर नवीन उपवित धारण कर पुराने उपवित को विसर्जन किया।

गायत्री यज्ञ संपन्न कर पौधारोपण करने का लिया संकल्प
पश्चात् रक्षाबंधन एवं गायत्री मंदिर पर गायत्री यज्ञ संपन्न कर पौधारोपण करने का संकल्प लिया। श्रावण उपाकर्म का संपादक विनोदकुमार जायसवाल ने किया। जिसमें शंभुसिंह पुरोहित, दीपक त्रिवेदी, विनोद गुप्ता, दिनेष डांगी, अर्जुन त्रिवेदी, पियूष जायसवाल, प्रषांत मल्लिक आदि ने नवीन जनेउ धारण किए।

भ्रष्टाचारी कांग्रेस ने जाँच में भी सहयोग नहीं दिया -  भाजपा जिलाध्यक्ष श्री भावसार
  • भ्रष्टाचारी कांग्रेस को भाजपा पर आरोप लगाने का नैतिक अधिकार नहीं - जिलाध्यक्ष श्री भावसार
  • भाजपा ने झाबुआ की तकदीर और तस्वीर बदली है - भाजपा जिलाध्यक्ष श्री भावसार

झाबुआ । झूला चकरी मामले को लेकर आरोप लगाने वाली कांग्रेस खुद हास्यास्पद स्थिति में आ गई है क्योंकि भाजपा जनप्रतिनिधियों ने जनहित में इसकी जाँच में शासन को पूर्ण सहयोग करते हुए बयान दर्ज कराए लेकिन जब कांग्रेस के पार्षदों की बारी आई तो भ्रष्टाचारियों के सहयोगी बन कांग्रेसी पार्षद जाँच रूपी मैदान से ही भाग खड़े हुए।नगर पालिका झाबुआ में दशको तक शासन करने के बाद भी विकास नहीं कर सकने वाली कांग्रेस , झाबुआ को लगातार विकसित करती भाजपा पर आरोप लगाने का नैतिक अधिकार भी खो चुकी हैं।भाजपा ने झाबुआ की तकदीर और तस्वीर दोनों बदली है। यह जोरदार पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष श्री दौलत भावसार ने प्रेस वार्ता कर कांग्रेस की कथनी - करनी और उसकी स्थिति को जनता के सामने पूरी तरह उघेड़ दिया।स्थानीय राजवाड़ा परिसर स्थित पैलेस गार्डन में आयोजित प्रेस वार्ता में भाजपा जिलाध्यक्ष ने पत्रकारो के सभी सवालो का सिलसिलेवार जवाब दिया। यह जानकारी जिला भाजपा मीडिया प्रभारी श्री अंबरीष भावसार ने देते हुए बताया कांग्रेस द्वारा नगर पालिका चुनाव के मद्देनजर जनता को भ्रमित करने के लिए लगातार आरोप लगाकर दुष्प्रचार किया जा रहा था। जिसका पुरजोर तरीके से भाजपा जिलाध्यक्ष ने जवाब दिया। जिलाध्यक्ष श्री भावसार ने विकास विरोधी कांग्रेस के तमाम आरोपो को बेबुनियाद , अनर्गल बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने कांग्रेस नेत्री द्वारा लगाए आरोप का जवाब देते हुए कहा सत्ता की चाह में चमड़े की जबान हिलाकर आरोप लगाने से कुछ नहीं होता। उनके आरोप स्वयं में अप्रामाणिक है।उन्होंने कहा मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चैहान द्वारा गरीब , किसान और आवश्यक हितग्राहियों के लिए प्रदेश भर में चलाई जा रही ष् राम रोटी योजना ष् से अनेकानेक लोग लाभान्वित हो रहे है कुछेक जगह जिनमें पेटलावद भी शामिल है , ऐसे स्थानों पर कतिपय लोगो द्वारा योजना के माध्यम से अनुचित लाभ लिए जाने की बात भी निकल कर आ रही है। इस सम्बन्ध में शासन और प्रशासन स्तर पर उचित कार्रवाई किए जाने के लिए संबंधितो को नियमित रूप से अवगत कराया जा रहा हैं ताकि मप्र शासन की महती जनकल्याणकारी इस योजना का कोई दुरूपयोग ना कर सके।मीडिया द्वारा अवगत स्थितियों में सुधार के लिए सम्बंधित एजेंसियों को जल्द ही अवगत कराकर शिकायते दूर की जाएगी। उन्होंने कहा झाबुआ में भाजपा की 20 वर्षो की नगर पालिका परिषद के कार्यकाल में नगर में किए गए चहुमुंखी विकास की तुलना दशको तक नपा में काबिज रहने वाली कांग्रेस के कार्यो से कर देखिये आपको स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।इन 20 वर्षो में भाजपा ने जो कार्य कर दिखाए है वो दशको दशको तक कांग्रेस नहीं कर पाई है। आज नगर में विशाल पेयजल योजना , उत्कृष्ट सड़क निर्माण , नगर सौंदर्यीकरण , स्वच्छता हेतु घर - घर पहुँच कचरा संग्रहण , ऑडिटोरियम निर्माण प्रक्रिया का आरम्भ होना , अनेक मार्गो का सीमेंटीकरण , पेयजल हेतु विभिन्न स्थानों पर हैण्डपम्प खनन ,तालाबों का सौंदर्यीकरण सहित अनेकानेक ऐसे कार्य किए है। जिनसे नगरवासियों का रोजमर्रा का जीवन आसान और सुकूनभरा हुआ है और विकास का यह क्रम भाजपा के शासन में लगातार जारी रहने वाला है।भाजपा ने झाबुआ की तकदीर और तस्वीर बदली है।उन्होंने कहा भाजपा की पिछली परिषदों ने सभी घोषणाओ को पूरा किया है और विकास कार्य प्रक्रिया में जारी किए है।नगर में अतिक्रमण सम्बन्धी प्रश्न के जवाब में जिलाध्यक्ष श्री भावसार ने कहा नगर परिषद और जिला प्रशासन के आपसी सामन्जस्य से शहर विकास योजना के तहत भविष्य में जब भी सड़को का चैड़ीकरण किया जाएगा तब अतिक्रमण सम्बन्धी समस्या स्वतः हल होती चली जाएगी।अभी नगर की सड़को पर यातायात के दबाव को कम करने और आवागमन को आसान क्रने के लिए कालिका माता मन्दिर से लेकर नगर पालिका परिसर के निकट तक नाले पर पुल निर्माण की योजना निकट भविष्य में साकार रूप लेगी।कांग्रेस के कार्यकाल में राहत और विकास कार्यो के नाम पर केवल और केवल भ्रष्टाचार ही किया जाता रहा हैं।हम सभी 18 वार्डों और नपाध्यक्ष पद पर भाजपा की विजय के साथ झाबुआ नगर को कांग्रेस मुक्त झाबुआ बनाएंगे।उन्होंने भाजपा में अनुशासनहीनता करने वालो के सम्बन्ध में पूछे जाने पर कहा समय - समय पर ऐसे लोगो की सभी गतिविधियों को वरिष्ठ पदाधिकारियो को व्यवस्थानुरूप अवगत किया जाता रहा है , इसी का परिणाम है की अनुशासनहीनता करने वाले आठ पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओ को प्रदेश संगठन ने 6 वर्षों के लिए निष्काषित कर दिया है।अब भी अगर पार्टी सहित मीडिया को संगठन दृष्टी से भ्रमित करने वाले बाज नहींआए तो उन पर भी अनुशासनहीनता की कार्रवाई सहित पुलिस में उनकी रिपोर्ट करने से भी नहीं चूकेंगे।उन्होंने कहा दशको पूर्व जब झाबुआ की जनसंख्या 8 या 10 हजार थी तब कांग्रेस विकास नहीं करा पाई और आज लगभग 60 हजार जनसंख्या के बीच भाजपा लगातार विकास कार्य नित नवीन रूप में करती जा रही है।झूला चकरी मामले में कांग्रेसी सांसद , विधायक से लेकर पार्षद तक कोई भी कांग्रेसी जाँच में सहयोगी नहीं बना यह भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाली कांग्रेस का सबसे बड़ा सबूत है।जिलाध्यक्ष श्री भावसार ने कहा यह मामला मेरे नगर पालिका उपाध्यक्ष रहते ही उठा था , उस विशेष सम्मेलन में 15 प्रस्तावों का अनुमोदन ही किया गया था।इस सम्बन्ध में हो रही जाँच में मेरे सहित तत्कालीन पार्षद श्री यशवंत भण्डारी , श्रीमती रीना उपाध्याय और श्री विनोद बारोट ने शासन को जनहित में जाँच में पूर्ण सहयोग दिया गया। नगर पालिका चुनाव हेतु प्रत्याशी चयन को लेकर किए प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा भाजपा में पूर्णतः लोकतान्त्रिक तरीके से सभी क्षेत्रो में कार्यकर्ताओ सहित नागरिको से सुझाव लेने के बाद अलग - अलग स्तर की लम्बी प्रक्रिया पश्चात ही प्रत्याशियों का चुनाव किया गया है और भाजपा में सदैव इस प्रक्रिया का पालन होता रहा है।इस अवसर पर जिलाध्यक्ष श्री भावसार सहित नपाध्यक्ष प्रत्याशी श्रीमती बसंती बारिया , प्रदेश कार्यसमिति सदस्य श्री शैलेष दुबे , जिला भाजपा मीडिया प्रभारी श्री अंबरीष भावसार , चुनाव संचालक श्री प्रवीण सुराणा , नगर मण्डल अध्यक्ष श्री दिपेश सकलेचा , श्री नरेंद्र जैन द्वारा नगर विकास हेतु झाबुआ विकास संकल्प पत्र 2017 का विमोचन किया गया।
फोटो-- प्रेस वार्ता में झाबुआ विकास संकल्प पत्र 2017 का विमोचन करते भाजपा जिलाध्यक्ष श्री भावसार व अन्य पदाधिकारी

हमारी पहचान पार्टी से है इसकी जीत में हमारी जीत है - मंत्री श्री आर्य

झाबुआ । आपकी हमारी सबकी पहचान भारतीय जनता पार्टी से है।हम सबके लिए संगठन सर्वोपरि है।इसकी जीत में ही हम सबकी ही नहीं जनहित में संपूर्ण समाज की विजय है क्योंकि भाजपा ही एकमात्र ऐसा संगठन है जिसकी सरकारे बिना किसी भेदभाव के सर्व कल्याण के लिए प्रत्येक तबके के विकास हेतु योजनाएं संचालित कर रही है। यह विचार अलीराजपुर जिले के चुनाव प्रभारी व कैबिनेट मंत्री श्री अंतरसिंह आर्य ने कार्यकर्ताओ को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। मंत्री श्री आर्य भाजपा जिलाध्यक्ष श्री दौलत भावसार के आग्रह पर भाजपा कार्यकर्ताओ को मार्गदर्शन देने नगर चुनाव कार्यालय पहुँचे।जिलाध्यक्ष श्री भावसार ने कहा संगठन में अनुशासन सर्वोपरि है , अनुशासनहीनता किसी भी तरह बर्दाश्त नहीं की जा सकती है। जो कार्यकर्ता संगठन से ऊपर खुद को समझते हुए पार्टी के निर्देशो और अनुशासन की अवहेलना करता है तो उस पर कार्रवाई होना तय मानिए।यही कारण है की आज पार्टी से आठ लोगो के खिलाफ निष्कासन की कार्रवाई की गयी है।प्रदेश कार्यसमिति सदस्य श्री शैलेष दुबे ने भाजपा की पिछली नगर परिषद द्वारा किए गए विकास कार्यो को जन जन तक पहुँचाते हुए विकास के लिए भाजपा को बहुमत से जिताने का संकल्प कार्यकर्ताओ को दिलाया।इस अवसर पर नगर मण्डल अध्यक्ष श्री दिपेश सकलेचा , उपाध्यक्ष श्री अंकुर पाठक , महामन्त्री श्री किर्ती भावसार , नगर मण्डल मीडिया प्रभारी श्री योगेन्द्र नाहर सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।

छेड़छाड़ को अपराध पंजीबद्ध
     
झाबुआ । फरि. ने बताया कि थांदला काॅलेज में एडमिशन लेने आयी थी कि आरोपी बसु पिता दिता भूरिया निवासी मियाटी ने फरि. को चल मै तुझे अपनी औरत बनाउंगा कहकर बुरी नियत से हाथ पकड़ा व फरि. का बेग लेकर चला गया। प्रकरण में थाना थांदला में अपराध क्रंमाक 377/17 धारा 354 भादवि. का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

दहेज प्रताड़ना का अपराध पंजीबद्ध
    
झाबुआ । फरि. विनीता पति विकास भगत उम्र 25 साल निवासी पारा ने बताया कि आरोपी विकास पिता दिपकचंद भगत व अन्य-03 निवासी गण-पारा ने फरि. को तेरी मां के घर से कुछ सामान लेकर नही आयी कहकर 05 लाख रूपयें मां के घर से लेकर आने का कहकर मारपीट कर शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित कर घर से भगा दिया। प्रकरण में थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 634/17 धारा 498-क भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

अवैध शराब के दोेे अपराध पंजीबद्ध
      
झाबुआ । आरोपी गुलाब पिता नारू मेडा निवासी माछलिया के अवैध कब्जे से 720/-रू0 की शराब जप्त कर गिर. किया गया। प्रकरण में थाना कालीदेवी में अपराध क्रं0 152/17 धारा 34-ए आब. एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। आरोपी राजु पिता दुलीचन्द राठौर निवासी झकनावदा के अवैध कब्जे से 1000/-रू0 की शराब जप्त कर गिर. किया गया। प्रकरण में थाना रायपुरिया में अपराध क्रं0 265/17 धारा 34-ए आब. एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

बिहार : बैठने को लेकर विवाद में चलती ट्रेन से यात्री को फेंका

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बगहा 08 अगस्त,  बिहार में पश्चिम चंपारण जिले के वाल्मीकिनगर रेलवे स्टेशन के समीप आज बैठने को लेकर हुए विवाद में कुछ युवकों ने 12558 डाउन आनंद विहार-मुजफ्फरपुर सप्तक्रांति एक्सप्रेस से एक यात्री को फेंक दिया जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया । राजकीय रेल पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि नयीदिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल से मुजफ्फरपुर जा रही सप्त क्रांति एक्सप्रेस के विकलांग डिब्बे में बैठने को लेकर यात्रियों के बीच आपस में विवाद हो गया। इसके बाद कुछ युवकों ने यात्रियों के साथ मारपीट शुरू कर दी । इस दौरान बीच बचाव में आये एक यात्री को युवकों ने पकड़ लिया और उसे चलती ट्रेन से धक्का दे दिया । सूत्रों ने बताया कि ट्रेन में ही बैठे अन्य यात्रियों से मिली सूचना के बाद वाल्मीकिनगर स्टेशन के समीप से घायल यात्री को उठाकर बगहा स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है । 

भोजपुरी सिनेमा के विकसित होने में समय लगेगा : मोनालिसा

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मुंबई 08 अगस्त, जानी मानी अभिनेत्री मोना लिसा का कहना है कि भोजपुरी सिनेमा को विकसित होने में अभी और समय लगेगा।  मोनालिसा का कहना है कि भोजपुरी फिल्मों को जितनी कद्र मिलनी चाहिए,  उतनी नहीं मिली, क्योंकि ये एक पर्दे वाले सिनेमाघरों के जरिये ज्यादा  दर्शकों तक पहुंची ही नहीं। मोनालिसा को लगता है कि इसका सिर्फ एक कारण  है, और वह है मल्टीप्लेक्स सिनेमाघरों की कमी, जिस वजह से सिर्फ खास  तबके, यानी निचले दर्जे के लोग ही इन फिल्मों को देखने जाते हैं।  मोना लिसा ने कहा, हो सकता है कम बजट की फिल्में बनना इसकी वजह हो। हमें  मल्टीप्लेक्स वाले दर्शक नहीं मिलते, क्योंकि ये फिल्में सिर्फ एक पर्दे  वाले सिनेमाघरों में ही रिलीज की जाती हैं। वहां सिर्फ खास किस्म के लोग  ही जाते हैं। ये दर्शक निचले दर्जे के होते हैं।मैंने जब भोजपुरी फिल्म  जगत में कदम रखा था, उस समय की तुलना में जबर्दस्त तरक्की देखी है। और विकसित होने में इसे समय लगेगा। किसी भी क्षेत्रीय भाषा की फिल्में  शुरुआत में ही लोकप्रिय नहीं बन जातीं। हमारा उद्योग तरक्की कर रहा है।  मैं महसूस करती हूं कि मुझे ईश्वर का आशीर्वाद मिला है, जिस कारण मैंने आजतक जो कुछ हासिल किया है, भोजपुरी फिल्मों के जरिये ही।  मोना लिसा विवादास्पद टीवी शो बिग बॉस में नजर आई थीं। उनका कहना है कि  इस शो ने उन्हें काफी लोकप्रियता दिलाई। बॉलीवुड में काम करने संबंधी 
सवाल के जवाब में मोनालिसा ने कहा, मैं कोलकाता से हूं, इसलिए मैंने जब  मुंबई में अपने करियर की शुरुआत की, तो छोटे बजट की हिंदी फिल्मों से  शुरू किया।  उसके बाद मैंने भोजपुरी फिल्में कीं। एक कलाकार होने के नाते ..हर कलाकार  काम चाहता है, वह चाहे जहां भी मिले..बॉलीवुड में, क्षेत्रीय भाषाओं में  या कहीं भी। मैं सिर्फ काम चाहती हूं। यह पूछने पर कि किसी हिंदी फिल्म  का प्रस्ताव मिला तो उसमें काम करेंगी, मोना ने कहा, बिल्कुल, बातचीत चल  रही है..देखिए आगे क्या होता है।  

विशेष : प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में फिरंगियों से लड़े थे पैना के रणबांकुरे

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देवरिया, उत्तर प्रदेश में देवरिया जिले का बरहज तहसील का पैना गांव भी आजादी के जंग का गवाह रहा है। प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 में फिरंगियों की दासता की मुक्ति के लिये जहां पूरे देश में लोग अंग्रेजों से लड़ाई लड़ रहे थे, वहीं पैना गांव के लोगों ने कंधे से कंधे मिलाकर साथ दिया। 31 जुलाई 1857 को इस गांव पर अंग्रेज़ी फौज ने जल (सरयू नदी) और जमीन दोनों ओर से हमला किया था। उस समय पैना के आजादी के सिपाही अन्य मोर्चों पर फिरंगियों से जूझ रहे थे। अंग्रेजों के आग बरसाते तोप के गोलों ने पूरे गांव को खाक कर दिया था। उस लड़ाई में 85 लोग मौके पर ही शहीद हो गये थे तथा 200 के करीब लोग जिसमें बच्चें, बड़े और बुजुर्ग आग में जल मरे थे। इस लडाई में जीते जी फिरंगियों के हाथ न आने की कसमें खाने वाली 100 माताओं ने सरयू नदी में कूद कर अपनी सतीत्व की रक्षा की थी। इसके अलावा पैना के दस आजादी के सिपाही मैरवा के जंग में अंग्रेजों से लड़ते हुये शहीद हुये थे। 10 मई 1857 को मेरठ में भड़की विद्रोह की चिंगारी पैना भी पहुंची। जमीदारों ने पैना गांव निवासी ठाकुर सिंह के नेतृत्व में पलटन तैयार की। 31 मई 1857 को लगभग 600 बागियों ने गोरखपुर से पटना और गोरखपुर से आजमगढ़ जाने वाले नदी मार्ग पर बरहज के पास कब्जा कर लिया। आजमगढ़ जाने वाले अंग्रेजी टुकड़ी की रसद और खजाने काे लूट लिया। पैना से नरहरपुर तक के क्षेत्र को आजाद घोषित कर दिया। अंग्रेज सेना के जवानों को जान बचा कर भागने काे मजबूर कर दिया। उस समय आजमगढ़ अंग्रेज फौज की प्रमुख छावनी थी। आजमगढ़ में जाने वाली टुकड़ी को रोकने की रणनीति पैना के बागियों ने बनायी थी। 


इतिहासकार बताते हैं कि अंग्रेजों से बगावत करने की पैना गांव की कई खुबियां रहीं हैं। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में यहां के लोगों ने अंग्रेजों से लोहा लेने के लिये एक दक्ष सेना संगठित की थी। समकालीन बागी रजवाड़े और जमींदार नरहरपुर के राजा हरि नारायण सिंह, सतासी के राजा उदित नारायण सिंह, हरिकृष्ण सिंह के साथ शाहपुर के इनायत अली ने इस दक्ष सेना में शामिल होकर अंग्रेजों से लोहा लिया था। इन राजाओं और जमींदारों को संगठित कर पैना गांव के अयोध्या सिंह, ठाकुर सिंह, माधों सिंह, पल्टन सिंह, गुरूदयाल सिंह ने 600 से अधिक हथियार बन्द सैनिको को लेकर अंग्रेजों से आजादी की जंग शुरू कर दिया। क्षेत्र में गदर की अगुवाई और अन्य बागियों से बेहतर तालमेल के कारण उस समय पैना के लोगों को बहुत कुछ भुगतान पड़ा था। स्वतंत्रता के दीवानों के हौसलों में कोई कमी नहीं आई। पैना में ठाकुर सिंह के नेतृत्व में सैनिकों ने अंग्रेजों की नाक में दमकर दक्षिणी छोर से गांव पर हमला बोला। सरयू नदी में होरंगोटा स्टीमरकर हार से ब्रिटिश हुकूमत घबरा गई। झल्लाई अंग्रेज सेना ने 20 जून 1857 को मार्शल लॉ घोषित कर दिया। अंग्रेजों ने 31 जुलाई 1857 को पैना पर जल और थल मार्ग से हमला कर दिया। अंग्रेजी पलटन ने संयुक्त रूप लगाकर गांव पर तोप के गोले बरसा कर गांव को बर्बाद कर दिया। गोलों से बचने के लिए ग्रामीण जंगल की तरफ भागे। अंग्रेजी सेना ने जंगल में आग लगा दिया।

पैना के डा. बीके सिंह का कहना है कि लोगों की इतनी शहादत के बाद भी जंगे आजादी के इतिहास में इसे जो जगह मिलनी चाहिए वह नहीं मिली। पैना गांव जंगे आजादी का अहम किरदार है। यह 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के रणबांकुरों की धरती है। जांबाजों ने इसे दो माह तक आजाद रखा। जब तक उनके शरीर में रक्त की अंतिम बूंद बची रही, फिरंगी इस धरती पर कदम नहीं रख पाए। शहीदों की याद में स्मारक बना पर, अफसोस सरकारी उपेक्षा से यादें रो रही हैं। यहां सतीहड़ा नाम से बना स्मारक जमींदारों की शहादत व महिलाओं के जौहर का प्रतीक है। 1997 में सितंबर माह में तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती के हाथों शहीद स्मारक की आधारशिला रखवाई गयी थी। स्मारक बन तो गया, मगर उसके बाद किसी भी सरकार अथवा जनप्रतिनिधि को उसके रख-रखाव और विकास की सुधि नहीं आई। पैैना गांव निवासी भगवत सिंह का मानना है कि देश को आज़ादी पूर्वजों की उस लड़ाई के कारण मिली है जिसे उन्होंने अपनी गरीबी, संसाधनों की कमी और अनेक लाचारी के बाद भी जाति, पंथ, भौगोलिकता, भाषा की सीमा से बाहर जाकर लड़ा था। पूर्वांचल अगर आज पिछड़ा, गरीब या उद्योगविहीन क्षेत्र के रूप में जाना जाता है तो इसके पीछे भी उसका बागी तेवर रहा है| पूर्वांचल के नागरिकों ने गुलामी को मन से कभी स्वीकार नहीं किया और चाहे मुगल रहे हों या अंग्रेज, जब भी और जहां भी मौका मिला, यहां के लोगों ने उनके विरूद्ध जम कर संघर्ष किया| यही कारण था कि विदेशी शासकों को पूर्वांचल खटकता रहा और वे यहां पैर नहीं टिका सके। उन्हें जब भी विकास करने की याद आई- चाहे वह सड़क, उद्योग, कृषि, नहरें और अन्य साधन रहें हों, पूर्वांचल को सदैव छला गया। यहां केवल थाना, तहसील,जेल तो बनाए गए, जिससे राजस्व वसूली हो सके। जब विकास की बात याद आई तो वे उन क्षेत्रों की ओर मुड़ गए, जहां के लोगों ने विदेशियों की चापलूसी की, उनकी आवभगत की और सेना में भर्ती होकर उनकी ओर से अपने लोगों पर अत्याचार किया| श्री सिंह का मानना है कि यहां की मिट्टी और पानी का कुछ ऐसा असर है कि यहां का निवासी आत्मा और मन से सदैव स्वतंत्र, मस्त और अन्याय, अनाचार शोषण के खिलाफ आवाज उठाने वाला बना रहता है|


रक्षाबंधन : पहला रक्षा का धागा पत्नी ने पति को बांधा

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इलाहाबाद रक्षा बंधन रक्षा की प्रतिबद्धता, आत्मीयता और स्नेह से रिश्तों को मजबूती प्रदान करने वाला पर्व रक्षाबंधन है। वैदिक शोध संस्थान एवं कर्मकाण्ड प्रशिक्षण केन्द्र के पूर्व आचार्य डा़ आत्माराम गौतम ने बताया कि श्रावण मास के पूर्णिमा दिवस पर मनाया जाने वाला यह पर्व रक्षा की प्रतिबद्धता, आत्मीयता और प्रेम का प्रतीक है। सबसे पहले एक पत्नी ने अपने पति की कलाई पर रक्षा का धागा बांधकर उसकी रक्षा की थी। यह रक्षा सूत्र कोई भी किसी को बांध सकता है। पत्नी-पति को, माता-पिता बेेटे और बेटी को, बहिन- भाई को, गुरू-शिष्य को और बहिन-बहिन को। यह बंधन रक्षा बांधने वाले और बंधवाने वाले दोनों को एक दूसरे की रक्षा के लिए प्रेरित करता है। श्री गौतम ने बताया कि रक्षा बंधन पर्व की शुरूआत कब से हुई इसके बारे में कोई ठोस साक्ष्य उपलब्ध नहीं है लेकिन यह शदियों पुराना त्यौहार है। भारतीय समाज में यह पर्व इतनी व्यापकता और गहराई से समाया है। इसका सामाजिक महत्ता के साथ ही पौराणिक कथाओं, महाभारत इसके अतिरिक्त ऐतिहासिक एवं साहित्यिक महत्ता भी उल्लेखनीय है। सबसे पहले एक पत्नी ने अपने पति की कलाई पर रक्षा का धागा बांधकर उसकी रक्षा की थी। आचार्य ने बताया कि भविष्य पुराण में यह स्पष्ट है कि रक्षा का सूत्र बांधने की प्रथा महाराजा इंद्र की पत्नी इंद्राणी ने की थी। जब देव और दानवों के बीच युद्ध चल रहा था तब इंद्राणी ने देवगुरू वृहस्पति द्वारा मंत्रो की शक्ति से पवित्र कर दिया गया रक्षा सूत्र, चावल और सरसों के दानों को पति इंद्र के दाहिने हाथ में बांधकर उनकी रक्षा और विजय कामना की थी जिससे उसने असुरों पर विजय प्राप्त की थी। यह संयोग था कि वह श्रावण मास की पूर्णिमा का दिन था और उसी दिन से यह रक्षा का धागा बांधने की प्रथा चली आ रही है।



उन्होंने बताया कि स्कन्द पुराण, पद्मपुराण और श्रीमद्भभागवत में वामनावतार नामक कथा में रक्षा बंधन का प्रसंग मिलता है। भगवान विष्णु द्वारा राजा बलि के अभिमान को चकनाचूर कर देने के करण यह त्योहार “बले” नाम से भी जाना जाता है। लगभग छह हजार साल पहले सिंधु घाटी सभ्यता के दौरान रक्षा बंधन के कुछ प्रमाण मिलते हैं। इसके बाद अलग अलग सभ्यता और संस्कृतियों ने रक्षा बंधन को अपनी सुविधा और सहूलियत से अपनाया। बाद में सभ्यता और समाज के विकास के साथ साथ यह पवित्र त्यौहार भाई-बहन का त्यौहार बन गया। इस दिन बहिने- भाइयों की कलाई पर रक्षा का सूत्र बांध कर जहां एक ओर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं वहीं अपनी रक्षा करने का वचन भी लेती हैं। आधुनिक समाज में यह त्यौहार भाई-बहनों के त्यौहार के रूप में मनाया जाने लगा। इतिहास इसका गवाह है, मुग़ल सम्राट हुमायूं और राजपूत रानी कर्णावती की कहानी शुद्ध भाई-बहन के प्यार का प्रतीक है। राखी सिर्फ धागा नहीं है बल्कि भाई और बहन के बीच भावनात्मक जुड़ाव है। मध्यकालीन युग में राजपूत एवं मुस्लिमों के बीच संघर्ष चल रहा था। रानी कर्णावती चित्तौड़ के राजा की विधवा थीं। उस दौरान गुजरात के सुल्तान बहादुर शाह से अपनी और अपनी प्रजा की सुरक्षा का कोई रास्ता न निकलता देख रानी ने हुमायूँ को राखी भेजी थी। हुमायूं इस हिंदू परंपरा को अच्छे से जानता था इसलिए उसके दिल की गहराइयों में रानी कर्णावती का प्यार उतर गया और उसने तुरंत अपने सैनिकों को युद्ध बंद करने का आदेश दिया और हूमायूं ने रानी कर्णावती को अपनी बहिन का दर्जा दिया और उम्रभर रक्षा का वचन दिया और पालन किया।

रक्षाबंधन का दूसरा उदाहरण एलेग्जेंडर और राजा पुरु का माना जाता है। हमेशा विजयी रहने वाला एलेग्जेंडर भारतीय राजा पुरु के आगे टिक न सका। एलेग्जेंडर की पत्नी ने रक्षा बंधन के बारे में सुना था। उसने राजा पुरु को राखी भेजी तब उन्हाेंने युद्ध समाप्ति की घोषणा कर दी। इसके बाद राजा पुरु ने एलेग्जेंडर की पत्नी को बहिन का दर्जा दिया और उसकी राखी की लाज रखी। इस ऐतिहासिक घटना में भाई-बहन के प्यार को मजबूती प्रदान की । रक्षा बंधन से जुडा एक और दिलचस्प पौराणिक प्रमाण भगवान श्रीकृष्ण का है। श्रीकृष्ण ने शिशुपाल की जब वध किया तो उनकी एक उंगली से खून बहने लगा। उस समय द्रोपदी ने अपनी साडी का एक कोना फाड़कर उनकी कलाई से लेकर उंगली में बांध दिया। जिससे खून बहना बन्द हो गया था। तब श्रीकृष्ण ने द्रोपदी की रक्षा का वचन दिया। कौरवों की भरी सभा में दुशासन द्वारा द्रोपदी का चीर हरण होने से लाज बचाकर अपने वचन का मान रखा और उन्हें बहिन कहा। शहर के वरिष्ठ रंगमंच कर्मी और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के लेखा विभाग में कार्यरत सुधीर सिन्हा ने बताया कि 50 और अस्सी के दशक तक रक्षा बंधन हिंदी फिल्मों का लोकप्रिय विषय रहा। ‘रक्षाबंधन’ से जुडी कई फिल्में बनाई गयीं। राखी, रक्षाबंधन, राखी और हथकडी और राखी और रायफल फिल्मों को निर्माण किया गया। इन फिल्मों के गीत आज भी मन में भाई और बहिन के प्यार को संजीदा बनाते हैं। “ बहना ने भाई की कलाई से प्यार बांधा है, प्यार के दो तार से संसार बांधा है। ” “भइया मेरे राखी बंधन को निभाना, भैया मेरे छोटी बहिन को न भुलाना। ” सुमन कल्याणपरी और लता मंगेशकर द्वारा गाया गया रक्षा बंधन गीत भले ही बहत पुराना न हो पर भाई की कलाई पर राखी बांधने का सिलिसला सदियों पुराना है।

दबंग 3 का ऑफर बिना सोचे समझे हां कर दूंगी : मलाइका

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मुंबई 08 अगस्त, बॉलीवुड अभिनेत्री मलाइका अरोड़ा का कहना है कि वह दबंग 3 का ऑफर सिना सोचे समझे हां कह देगी। मलाइका से जब पूछा गया यदि वो दबंग 3 में काम करने के लिए तैयार हैं या नहीं तो मलाइका ने जबरदस्त जवाब दिया। मलाइका ने कहा “मैं तुरंत इस प्रोजेक्ट में कूद पडूंगी.. दबंग से जुड़ना हमेशा शानदार होता है। यदि कभी भी मुझे दबंग 3 में स्पेशल नंबर करने का ऑफर दिया जाए.. मैं बिना पलक झपकाए, उसे हां कर दूंगी। गौरतलब है कि दबंग में मलाइका अरोड़ा खान पर फिल्माया गाना 'मुन्नी बदनाम'ब्लॉकबस्टर रहा था लेकिन दबंग 2 में मलाइका की जगह करीना कपूर ने स्पेशल नंबर किया था।

मैने कांग्रेस को वोट नहीं दिया, तीनों सीटें भाजपा ही जीतेगी : वाघेला

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गांधीनगर, 08 अगस्त, गुजरात के पूर्व मुख्यमंंत्री शंकरसिंह वाघेला ने आज कहा कि उन्होंने राज्यसभा चुनाव में अपना वोट कांग्रेस को नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के उम्मीदवार अहमद पटेल जीत ही नहीं रहे तो उन्हें वोट देने का कोई मतलब नहीं था। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस को बहुत समझाया था। और 21 जुलाई को अपने जन्मदिन पर इसे मुक्त भी कर दिया था। भाजपा के तीनो उम्मीदवार जीतेंगे। मैने अपना वोट अपने अजीज अहमद भाई को नहीं दिया है। इसका मुझे अफसोस है क्योंकि उनके समर्थन में 40 भी विधायक नहीं है। जो 44 लोग उनके साथ थे उनमें भी चार पांच उन्हे मतदान नहीं करने वाले। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को श्री पटेल जैसे बडे नेता की प्रतिष्ठा के साथ मजाक नहीं करना चाहिए था। जब पार्टी के विधायक जा रहे थे तो उन्हें चुनाव मैदान में नहीं उतारना चाहिए। हालांकि श्री वाघेला ने यह नहीं बताया कि उन्होंने किसे मतदान किया है। पर माना जा रहा है कि उन्होंने अपने रिश्तेदार और भाजपा के तीसरे प्रत्याशी बलवंत सिंह राजपूत को वोट दिया होगा। उनके समर्थक कांग्रेस विधायक राघवजी पटेल ने खुलेआम क्रास वोटिंग करने की बात कही तथा अंतरात्मा की आवाज पर भाजपा को वोट देने का दावा किया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने बाद में आरोप लगाया कि श्री पटेल तथा एक अन्य कांग्रेस विधायक भोला गोहिल ने अपने वोट भाजपा प्रत्याशियों को दिखाये।

द चीन सागर के मुद्दे पर चीन, वियतनाम वार्ता रद्द

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बीजिंग, 08 अगस्त, फिलीपीन्स की राजधानी मनीला में दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) की बैठक से इतर चीन तथा वियतनाम के बीच होने वाली बैठक दक्षिण चीन सागर में बढते तनाव को लेकर रद्द हो गयी है। चीनी दूतावास के अधिकारियों ने दोनों देशों के बीच पूर्वनिर्धारित बैठक रद्द होने की जानकारी दी है। अधिकारियों ने हालांकि बैठक रद्द होने के कारणों के बारे में नहीं बताया है। चीन के विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि चीन के विदेश मंत्री वांग यी की वियतनाम के विदेश मंत्री फाम बिन्‍ह मिन्‍ह से पहले ही मुलाकात हो गयी है। वहीं वियतनाम के विदेश मंत्रालय ने तत्काल इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। गौरतलब है कि दस सदस्यीय आसियान के विदेश मंत्रियों की वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन से पहले वियतनाम ने चीन के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए कई बदलावों का सुझाव दिया था।

दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया के मामलों में इजाफा

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नयी दिल्ली,08अगस्त, बरसात का मौसम आने के साथ ही दिल्ली में पिछले एक सप्ताह के दौरान जहां डेंगू के मामले बढ़कर 185 पर पहुंच गए हैं वहीं चिकनगुनिया के 45 नए मामले सामने आए हैं। दिल्ली नगर निगम की ओर से जारी ताजा साप्ताहिक आंकडों में यह जानकारी दी गई है। हालांकि मच्छर जनित इन बीमारियों से अभी तक किसी की मौत होने की कोई खबर नहीं है। रिपोर्ट के अनुसार बीते एक सप्ताह में राजधानी में डेंगू के जितने मामले सामने आए हैं वह पिछले पांच वर्षों में सबसे ज्यादा रहे हैं। इनमें 11 मामले उत्तरी नगर निगम से जबकि 28 मामले दक्षिणी नगर निगम से और बाकी छह मामले पूर्वी नगर निगम से मिले हैं। रिपोर्ट के अनुसार पांच अगस्त तक राजधानी के विभिन्न इलाकों से चिकनगुनिया के150 मामले प्रकाश में आ चुके हैं जो पिछले पांच वर्षों की तुलना में सबसे अधिक हैं। इनमें बीते एक सप्ताह में उत्तरी नगर निगम से छह,दक्षिणी नगर निगम से 9 और पूर्वी नगर निगम से छह नए मामले सामने आए हैं। पांच अगस्त तक राजधानी में मलेरिया के171 मामले भी प्रकाश में आ चुके हैं। हालांकि इससे भी किसी की मौत होने की कोई खबर नहीं है। गत सप्ताह उत्तरी नगर निगम से 39 दक्षिणी नगर निगम से 23 तथा पूर्वी नगर निगम से 15 नए मामले प्रकाश में आए हैं।

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