Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74327 articles
Browse latest View live

अमेरिका ने अपने बगदाद दूतावास की सुरक्षा बढ़ायी

$
0
0
अमेरिका ने बगदाद स्थित अपने दूतावास की सुरक्षा बढ़ा दी है. इराक में बढ़ती उग्रवादी हिंसा के मद्देनजर वह यहां से अपने कुछ कर्मचारियों को अन्यत्र भी भेज चुका है. पेंटागन के प्रेस सचिव रीयर एडमिरल जॉन किर्बी ने कल यहां बताया विदेश मंत्रालय के आग्रह पर अमेरिकी सेना बगदाद में हमारे राजनयिक प्रतिष्ठानों को सुरक्षा मुहैया करा रही है.

बहरहाल, उन्होंने यह नहीं बताया कि बगदाद में अमेरिकी दूतावास की सुरक्षा में उनके कितने कर्मचारी कार्यरत हैं. किर्बी ने बताया कि रक्षा मंत्रालय के कुछ कर्मचारी बगदाद में अमेरिकी प्रतिष्ठानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद कर रहे हैं. 50 से 100 अमेरिकी मरीन और अमेरिकी सैन्य कर्मी बगदाद स्थित अमेरिकी दूतावास पहुंच गए हैं. किर्बी ने बताया दूतावास के कुछ कर्मचारियों को व्यवसायिक, चार्टर और विदेश मंत्रालय के विमान से अस्थायी रुप से अन्यत्र भेजा जा रहा है.

विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जेन साकी ने बताया कि इराक के कुछ हिस्सों में व्याप्त अस्थिरता और हिंसा के कारण बगदाद स्थित अमेरिकी दूतावास अपने कर्मचारियों की संख्या को लेकर विदेश मंत्रालय के साथ विचार विमर्श कर रहा है. उन्होंने बताया कुछ अतिरिक्त अमेरिकी सरकारी सुरक्षा कर्मी बगदाद स्थित दूतावास में शामिल किए जाएंगे. अन्य स्टाफ को अस्थायी तौर पर अन्यत्र.... बसरा और इरबिल स्थित हमारे वाणिज्य दूतावासों में तथा अम्मान स्थित इराक सहयोग इकाई (इराक सपोर्ट यूनिट) में भेजा जाएगा. जेन साकी ने कहा इराक स्थित अमेरिकी दूतावास में राष्ट्रीय सुरक्षा मिशन के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी.

बिहार : ईसाई धर्मरीति के अनुसार वैवाहिक बंधन में प्रशांत और स्मृति बंधे

$
0
0
christian marriage
पटना सिटी। ईसाई धर्मरीति के अनुसार प्रशांत और स्मृति की शादी हुई। फादर जेरोम अब्राहम ने शादी की रस्म आदायगी की। पहले चुटकी भर सिंधुर प्रशांत ने स्मृति के मांग में डाले। तब सिंधुर के टीका प्रशांत के ललाट पर स्मृति ने लगा दिया। इस तरह प्रशांत और स्मिृति आजीवन जीवन साथी बन गए। 

सन् 1620 में स्थापित मां मरियम की दर्शन का महागिरजाघर में पटना सिटी पल्ली के पल्ली पुरोहित फादर जेराम अब्राहम ने कहा कि यह चर्च महागिरजाघर है। एक धार्मिक, ऐतिहासिक एवं पर्यटक स्थल है। इस चर्च में आपलोगों का हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। आज आप दोनों विवाह के पवित्र बंधन में बंध गए हैं। यह आजीवन का बंधन है। गुड्डा-गुड्डी का खेल नहीं है। जो पवित्र बंधन में बंध जाता है। उसे कोई तोड़ नहीं सकता है। आगे कहा कि एक युवा-युवती ने आमंत्रण कार्ड वितरित करके परिजनों और दोस्तों को बुलाएं। पल्ली पुरोहित ने विधिवत विवाह करा दिए। तीन-चार माह तक मौज-मस्ती मारने के बाद मामूली बातों पर तू-तू मैं-मैं होने लगी। दोनों ने तलाक लेने का मन बना लिए। अलग-अलग समय पर मियां और बीबी पल्ली पुरोहित के पास मनमुटाव और तलाक देने में सहायता करने का आग्रह करने लगे। पुरोहित ने हरसंभव पारिवारिक विघटन को रोकने का प्रयास किए। जब दोनों नहीं माने तो पुरोहित ने कहा कि आपलोग जिस उमंग से विवाह करने का आमंत्रण पत्र प्रकाशित किए थे। उसी तरह विवाह विच्छेद करने का आमंत्रण पत्र प्रकाशित करें। जिनको विवाह के अवसर पर आमंत्रित किए थे। उन्हीें को ही विवाह विच्छेद करने का आमंत्रण दें। 

christian marriage
तयशुदा दिन में विवाह समारोह में शिरकत करने वाले विवाह विच्छेद दिवस पर भी चर्च के अंदर आए। पुरोहित ने विवाह रस्म अदायगी की ही लड़का से कहा कि लड़की के गले से माला निकाल लों। तब लड़की से कहा कि लड़के के गले में से माला उतार दो। ऐसा करने में दोनों पीछे नहीं रहे। तब लड़का से कहा कि लड़की के मांग के दिए गए सिंधुर को धो लो। लड़का ने तुरंत कर दिया। फिर पुरोहित ने कहा लड़की से कहा कि लड़के की ऊंगली में पहनायी रिंग को निकाल दों। वह असफल हो गयी। फिर लड़के से कहा कि लड़की की ऊंगली में पहनायी रिंग को निकाल दों। इस क्रम में दोनों असफल हो गए। दोनों की ऊंगलियों से लहू निकलने लगा। लहुलुहान हो गए। अंत में रिंग निकला ही नही। पुरोहित ने कहा कि हमारे प्रभु येसु ख्रीस्त नहीं चाहते थे कि दोनों अलग हो जाए। अंत में नये सिरे से जीवन जीने लगे।

बेतिया मूल के पुरोहित फादर जेरोम अब्राहम ने कहा कि एक मसीही को तलाक देने के दलदल में नहीं फंसने चाही। अगर कोई इंसान किसी के उकसाने पर करता है। तो पश्चातापी डाकू की तरह पश्तावा कर लेना चाहिए। उन्होंने प्रभु येसु ख्रीस्त के नाम पर आह्वान किया कि आपलोग पारिवारिक विघटन को टालने का प्रयास करें। अगर पति तलाक लेने को आगे कदम बढ़ा दिए हैं। तो ईसाई धर्मरीति के अनुसार विवाह का मतलब प्रेम और सेवा करनी है। आपस में मेलमिलाप कर लें। यहां पर छोटा और बड़ा होने का सवाल नहीं है। मेलमिलाप के लिए पल्ली पुरोहित से संपर्क कर लें।

बेतिया की रहने वाली गे्रसी सागर ने कहा कि बहू भोज 21 जून 2014 को बेतिया में रखा गया है। तीन लालटेन के बगल में बहू भोज का आयोजन है। 




आलोक कुमार
बिहार 

केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की मौत की जांच सीबीआई ने शुरू की

$
0
0
सीबीआई ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की मौत की जांच सोमवार को अपने हाथ में ले ली। केंद्र सरकार ने कुछ दिन पहले इस मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। 

मुंडे की तीन जून को दिल्ली में एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। कई नेताओं ने मुंडे की मौत की सीबीआई जांच की मांग की थी। उन्होंने इसके पीछे साजिश की आशंका जाहिर की थी। इसके बाद केंद्र को मुंडे के निधन की सीबीआई जांच की सिफारिश करनी पड़ी थी। महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता एकनाथ खडसे, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, एनसीपी अध्यक्ष पृथ्वीराज चव्हाण समेत कई नेताओं ने आशंका जताई थी कि मुंडे के मौत के पीछे साजिश कोई गहरी साजिश हो सकती है।

निफ्टी, सेंसेक्स 0.5% गिरा

$
0
0
संभलने की कोशिश में जुटे बाजार पर इराक संकट और महंगाई दर के आंकड़ों ने दबाव बनाने का काम किया है। सेंसेक्स और निफ्टी में 0.5 फीसदी की गिरावट आ गई है। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी बिकवाली बढ़ गई है। कैपिटल गुड्स, पावर और बैंक शेयरों की सबसे ज्यादा पिटाई हो रही है। हालांकि आईटी शेयरों में खरीदारी का रुख बरकरार है।

फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 110 अंक यानि करीब 0.5 फीसदी की गिरावट के साथ 25,118 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 39 अंक यानि 0.5 फीसदी गिरकर 7,503 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

बाजार में कारोबार के इस दौरान एक्सिस बैंक, एलएंडटी, पावर ग्रिड, एमएंडएम, पीएनबी, एनटीपीसी और एसबीआई जैसे दिग्गज शेयरों में 3.1-1.7 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि गेल, टीसीएस, इंफोसिस, विप्रो और सन फार्मा जैसे दिग्गज शेयरों में 2.4-1.4 फीसदी की मजबूती आई है।

मिडकैप शेयरों में जेपी इंफ्रा, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, शॉपर्स स्टॉप, सुजलॉन एनर्जी और कावेरी सीड सबसे ज्यादा 6-4.5 फीसदी तक कमजोर हुए हैं। वहीं स्मॉलकैप शेयरों में बनास फाइनेंस, टीडी पावर सिस्टम, यूनाइटेड बैंक, जेके पेपर और टेक्समैको इंफ्रा सबसे ज्यादा 7.6-5.6 फीसदी तक टूटे हैं।

यशवंत सिन्हा फिलहाल जेल में ही रहेंगे , नहीं ली जमानत

$
0
0
झारखंड में बिजली की समस्या के खिलाफ आंदोलन के दौरान गिरफ्तार किए गए वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने आज (सोमवार) एक बार फिर जमानत पत्र भरने से मना कर दिया, जिसके बाद अदालत ने उनकी न्यायिक हिरासत की अवधि 28 जून तक बढ़ा दी।

वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी कल नई दिल्ली से यहां आएंगे और सिन्हा को जमानत लेकर जेल से बाहर आने के लिए मनाएंगे। हजारीबाग में समर्थकों के साथ विरोध प्रदर्शन करने, झारखंड विद्युत बोर्ड के महाप्रबंधक धनेश झा का घेराव करने एवं उन्हें रस्सियों से बांधने के आरोप में 3 जून से न्यायिक हिरासत में जेल में बंद सिन्हा को उनके 57 समर्थकों के साथ आज हजारीबाग के न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पेश किया गया।

सिन्हा ने एक बार फिर जमानत पत्र भरने से मना कर दिया, जिसके बाद समर्थकों समेत उन्हें 28 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। भाजपा प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने बताया कि आडवाणी, यशवंत सिन्हा को जमानत पर जेल से बाहर आने के लिए मनाने कल यहां आ रहे हैं। वह जेल में यशवंत सिन्हा से मुलाकात करेंगे।

महंगाई दर पांच माह के सबसे ऊंचे स्तर पर

$
0
0
देश की थोक मूल्य आधारित महंगाई दर मई में बढ़कर 6.01 प्रतिशत हो गई. अप्रैल में यह 5.20 प्रतिशत थी. महंगाई दर में यह वृद्धि खाद्य और ईंधन कीमतों में तीव्र उछाल के कारण हुई है. यह जानकारी सोमवार को जारी सरकारी आंकड़े में सामने आई है.

थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित देश की प्रमुख महंगाई दर मई 2013 में 4.58 प्रतिशत थी. केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार, ईंधन और बिजली की महंगाई दर, डीजल कीमतों में 14.21 प्रतिशत वृद्धि के कारण समीक्षाधीन महीने में पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले बढ़कर 10.53 प्रतिशत पर पहुंच गई. पेट्रोल की कीमत 12.28 प्रतिशत बढ़ गई.

खाद्य महंगाई दर बढ़कर 9.50 प्रतिशत पर पहुंच गई. आलू की कीमत में 31.44 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई. फल वर्ष दर वर्ष आधार पर 19.40 प्रतिशत महंगे हो गए, जबकि दूध की कीमत में 9.75 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई.

एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया बना हॉकी व‌र्ल्ड कप चैंपियन

$
0
0
मौजूदा चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया ने रविवार को नीदरलैंड्स के क्योसेरा स्टेडियम में हुए एफआईएच हॉकी वर्ल्ड कप-2014 के फाइनल मुकाबले में मेजबान नीदरलैंड्स को 6-1 से करारी मात देकर अपनी बादशाहत बरकरार रखी. ऑस्ट्रेलिया ने लगातार चौथी बार हॉकी वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में खेलते हुए इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड कप के इतिहास में खिताब का बचाव करने वाली तीसरी टीम बन गई. इससे पहले पाकिस्तान 1982 में तथा जर्मनी 2006 में खिताब का बचाव करने में कामयाब रहे थे.

नीदरलैंड्स ने तेज शुरुआत करते हुए 14वें मिनट में गोल कर 1-0 की बढ़त बना ली, लेकिन इसके बाद ऑस्ट्रेलिया की तेज तर्रार टीम के आगे वे बेबस नजर आए और दूसरा गोल नहीं कर सके. नीदरलैंड्स के लिए यह गोल जेरोन हर्टजबर्ग ने फील्ड गोल के जरिए किया. नीदरलैंड्स यह बढ़त सिर्फ छह मिनट तक कायम रख सका. मैच के 20वें मिनट में मिले पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर सिरिएलो ने ऑस्ट्रेलिया को 1-1 की बराबरी पर ला दिया. इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने आक्रमण को तेज करते हुए नीदरलैंड्स पर दनादन गोलों की जैसे वर्षा कर दी. क्लेरान गोवर्स ने 24वें मिनट में फील्ड गोल के जरिए ऑस्ट्रेलिया को 2-1 की बढ़त दिला दी, जिसे ग्लेन टर्नर ने 37वें मिनट में 3-1 कर दिया.

ऑस्ट्रेलिया के लिए पहला गोल करने वाले सिरिएलो ने इसके बाद 47वें और 53वें मिनट में लगातार दो और गोल किए तथा ऑस्ट्रेलिया की बढ़त को 5-1 तक पहुंचा दिया. सिरिएलो ने यह दोनों गोल भी पेनाल्टी कॉर्नर के जरिए किए. दोनों टीमों को पांच-पांच पेनाल्टी कॉर्नर मिले. ऑस्ट्रेलिया इनमें तीन को जहां गोल में तब्दील करने में कामयाब रहा, वहीं नीदरलैंड्स एक भी पेनाल्टी कॉर्नर का फायदा नहीं उठा सका. ऑस्ट्रेलियाई टीम की आक्रामकता को इसी से समझा जा सकता है कि उन्होंने नीदरलैंड्स के डी एरिया तक 17 बार चढ़ाई करने में कामयाबी हासिल की, जबकि नीदरलैंड्स सिर्फ तीन बार ही ऐसा कर सका.

मैच का आखिरी गोल जेमी डावर ने 64वें मिनट में किया. यह एक फील्ड गोल था. पांच बार एफआईएच प्लेयर ऑफ ईयर रह चुके डावर ने इस गोल के साथ ही अपने अंतर्राष्ट्रीय गोलों की संख्या 321 पहुंचा दी. खिताबी मुकाबले में हैट्रिक लगाने वाले क्रिस सिरिएलो ने मैच के बाद कहा, ‘हमारी टीम ने आज वास्तव में बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया. खिताबी जीत में अपनी टीम के लिए मैदान पर आखिर समय तक रहना मेरे लिए सौभाग्य की बात रही.’

ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान मार्क नोल्स को राबोबैंक प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया, जबकि युवा ऑस्ट्रेलियाई जेरेमी हेवार्ड को हीरो जूनियर प्लेयर अवार्ड से नवाजा गया. टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर का अवार्ड हालांकि नीदरलैंड्स के जाप स्टॉकमैन को मिला, जबकि टूर्नामेंट में सर्वाधिक गोल करने का अवार्ड अर्जेटीना के गोंजालो पेइलाट को मिला. सबसे आकर्षक गोल करने का अवार्ड बेल्जियम के सेबास्टिन डॉकियर को मिला.

ऑस्ट्रेलिया सर्वाधिक वर्ल्ड कप जीतने के मामले में नीदरलैंड्स के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर पहुंच गया. हॉकी वर्ल्ड कप में सर्वाधिक चार बार खिताबी जीत का रिकॉर्ड पाकिस्तान के नाम है. 1973 के बाद ऐसा पहली बार हुआ कि जर्मनी टूर्नामेंट में शीर्ष चार टीमों में भी जगह नहीं बना पाई. इंग्लैंड ने लगातार दूसरी बार चौथे स्थान के साथ टूर्नामेंट का समापन किया, जबकि अर्जेटीना ने चौंकाते हुए अपना सर्वोच्च प्रदर्शन कर तीसरा स्थान हासिल किया.

बिहार : सूबे में किसी चर्च को पर्यटक स्थल घोषित करवाने में सिसिल साह की अहम भूमिका: फादर

$
0
0
bihar-christian-news
पटना सिटी। यूपीए सरकार के कार्यकाल में चर्च को पर्यटक स्थल का दर्जा मिला। इसका श्रेय बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के समन्वयक सिसिल साह को जाता है। उन्होंने लगातार यूपीए सरकार के केन्द्रीय मंत्रियों के पास पत्राचार करते रहें। अन्ततः सन् 1620 में स्थापित मां मरियम की दर्शन का महागिरजाघर को एक धार्मिक, ऐतिहासिक एवं पर्यटक स्थल घोषित कर दिया गया। यह पटना सिटी में अवस्थित है। एक मुलाकात में पटना सिटी पल्ली के पल्ली पुरोहित फादर जेराम अब्राहम ने जानकारी दी।यह चर्च महागिरजाघर है। 

bihar-christian-news
इस ऐतिहासिक एवं पर्यटक स्थल में देखने लायक हैः पटना सिटी पल्ली के पल्ली पुरोहित फादर जेरोम अब्राहम कापुचिन धर्मसमाज के हैं। इस धर्म समाज के पुरोहित लोग खुद ही प्रभु येसु ख्रीस्त के घर को साफ-सफाई करते हैं। पल्ली पुरोहित होने के बावजूद भी ‘झाड़ू’ लगाते देखे गए। ऐसा करने गर्वावन्वित महसूस करते हैं। इनके कार्यकाल में 394 साल पुराने महागिरजाघर में सुधार हुआ है। धार्मिक भ्रमण के दौरान जेरूसलेम से पवित्र जल, जेरूसलेम की मिट्टी, असीसी का पानी,रोम के पत्थर,असीसी की मिट्टी, असीसी के कैंडल और पटना महाधर्मप्रांत के प्रथम धर्माध्यक्ष हार्टमन की लकड़ी को व्यवस्थित ढंग से चर्च में रखा गया है। पर्यटक आकर श्रद्धा से देख पाते हैं। पवित्र घंटा है। जिसे बजाया जाता है। 

ईसाई धर्मावलम्बिलयों का नेतृत्व करने वाले फादर अब्राहम ने कहाःपटना सिटी के पल्ली पुरोहित फादर जेरोम अब्राहम ने सूबे के चर्चों में एकलौता चर्च है। जो शानदार ढंग से बना है। अभी हाल में मां मरियम का ग्रोटो निर्माण किया गया है। मुख्यद्वार को आकर्षक ढंग से बनाया गया है। कुल मिलाकर पटना महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष विलियम डिसूजा का सहयोग प्राप्त हो रहा है। इसके अलावे पल्ली के लोगों का योगदान मिल रहा है। इस चर्च की महिमा और गरिमा को देखकर ही बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के समन्वयक सिसिल साह ने भारतीय पर्यटक स्थल के मानचित्र में चर्च को शामिल करवाने में एड़ी-चोटी के पसीना बहाकर कामयाबी के शिखर पर पहुंचा दिए। 



आलोक कुमार
बिहार 

जूट मिल के सीईओ माहेश्वरी की हत्या में 6 गिरफ्तार

$
0
0
पश्चिम बंगाल पुलिस ने नार्थ व्रूक जूट मिल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एच के माहेश्वरी की हत्या के मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। सीईओ की हत्या के बाद हुगली स्थित इस फैक्ट्री में काम अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। 

जिला पुलिस अधीक्षक सुनील गुप्ता के अनुसार इस मामले में दो लोगों को सुबह गिरफ्तार किया गया। इनके साथ ही अभी तक छह लोगों की गिरफ्तारी की गयी है। पुलिस ने इस मामले में 12 लोगों की पहचान की है। घटना के समय फैक्ट्री में 200 कर्मचारी मौजूद थे। काम के घंटों और वेतन को लेकर प्रबंधन और मजदूरों के बीच विवाद चल रहा था। 

विवाद ने उस समय उग्र रूप ले लिया जब माहेश्वरी और उनके दो सहयोगियों के साथ मजदूरों ने मारपीट की। बाद में माहेश्वरी ने कोलकाता के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया। उनके दोनों सहयोगियों का ईलाज चल रहा है। घटना के बाद से इलाके में तनाव बना हुआ है और पूरे क्षेत्र में पुलिस तैनात कर दी गयी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कहना है कि इस घटना के पीछे भाजपा और माकपा के लोगों का हाथ है। उन्होंने कहा कि सुनने में आया है कि भाजपा और माकपा के यूनियन के लोग अपनी मांग के लिए मिल में जुटे थे। जब महेश्वरी उनकी बात सुनने आए तो उन लोगों ने उन पर हमला कर दिया। राज्य सरकार के श्रम मंत्री पुरनेंदू बासु का कहना है कि राज्य सरकार की छवि खराब करने के लिए यह विपक्ष की साजिश है।  



विधान सभा चुनाव में कांग्रेस-एनसीपी में सीटों को लेकर विवाद के आसार

$
0
0
लोकसभा में कांग्रेस की करारी हार के बाद पूर्व केन्द्रीय मंत्री शरद पवार महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी की साख बचाने के फिराक में है। पवार चाहते हैं कि उनकी सहयोगी पार्टी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उन्हें ज्यादा सीटें दे। एनसीपी नेताओं की बैठक में यह बात सामने आई जिसमें पवार भी मौजूद थे।


एनसीपी प्रमुख ने आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की तैयारियों का जायजा लिया। इस चुनाव में कांग्रेस और एनसीपी महाराष्ट्र में अपनी सत्ता बचाने की कोशिश करेंगे लेकिन इसी बीच एनसीपी की ओर से कांग्रेस पर हमले भी जारी हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री और एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल का कहना है कि भाजपा के नरेंद्र मोदी के सामने कांग्रेस ने कोई भी मजबूत चेहरा प्रधानमंत्री के तौर पर जनता के सामने नहीं रखा और यही यूपीए की हार का एक बड़ा कारण रहा।

मीटिंग के बाद एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि हमारा मानना है कि हमें अपनी ताकत के आधार पर सीटें मिलनी चाहिए। इस लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में एनसीपी ने चार सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस महज दो सीट ही जीत पाई।

माइकल शूमाकर कोमा से बाहर आए, मिली अस्पताल से छुट्टी

$
0
0
सात बार के फार्मूला वन चैम्पियन माइकल शूमाकर बीते साल दिसम्बर में फ्रांस में हुई स्कीइंग दुर्घटना के बाद लम्बे इलाज के उतरांत कोमा से बाहर आ गए हैं। शूमाकर की प्रबंधन कम्पनी ने कहा है कि अब तो शूमाकर को अस्पताल से भी छुट्टी मिल गई है।

शूमाकर बीते साल दिसम्बर में फ्रेंच आल्प्स में हुई जानलेवा दुर्घटना के बाद लम्बे समय तक कोमा में रहे। उनके सिर पर गम्भीर चोट लगी थी और इस कारण उनके ठीक होने को लेकर संदेह व्यक्त किया जा रहा था। शूमाकर की प्रबंधन कम्पनी ने एक बयान में कहा, शूमाकर ने ग्रेनोबल अस्पताल छोड़ दिया है। वह लम्बे समय तक सुधार कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। वह अब कोमा में नहीं हैं।

शूमाकर के परिवार ने उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों का धन्यवाद किया है। साथ ही परिवार ने उन लोगों का भी धन्यवाद किया है, जिन्होंने घटना के तुरंत बाद उनका इलाज किया था। बयान के मुताबिक, शूमाकर परिवार ने उन लोगों को भी धन्यवाद कहा है, जिन्होंने इस घातक दुर्घटना के बाद उनकी बेहतरी के लिए शुभकामना संदेश भेजे थे। हमें यकीन है कि इन शुभकामनाओं का उन्हें फायदा मिला है। दुर्घटना के वक्त शूमाकर 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से स्कीइंग कर रहे थे। वह एक पेड़ से टकराए थे, लेकिन हेलमेट ने उनकी जान बचा ली।

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (16 जून)

$
0
0
आपदा प्रभावितों पर मेहरबान हुई सरकार : सुरेन्द्र कुमार

देहरादून, 16 जून (राजेन्द्र जोशी )। केदारनाथ आपदा में अपनी जान गवां चुके स्थानीय लोगों के आश्रितों को सरकारी नौकरी के साथ ही प्रभावित परिवारों को दो लाख रूपये का अतिरिक्त मुआवजा व गैरसैंण में प्रस्तावित सचिवालय भवन के खण्डांे(ब्लाक) के नाम आपदा प्रभावित स्थानों के नाम पर रखे जायेंगे। सोमवार को आपदा केदारनाथ त्रासदी के एक साल पूरे होने पर राज्य सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आपदा प्रभावित इलाकों के प्रभावित परिवारों के लिए तीन महत्पूर्ण घोषणायें की हैं जिनमें प्रदेश के आपदा प्रभावित परिवारों के एक व्यक्ति को सरकारी विभाग में उसकी योग्यतानुसार सरकारी नौकरी दिये जाने का निर्णय लिया गया है। वहीं प्रदेश के आपदा प्रभावित परिवारों को पूर्व में दिये गये पांच लाख रूपये के मुआवजा राशि के अतिरिक्त दो लाख रूपये प्रति प्रभावित परिवार और मुआवजा राशि दी जाएगी ताकि उनकी आर्थिक स्थिति ठीक रहे वहीं राज्य सरकार ने एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय में यह घोषणा की है कि गैरसैण्ंा में प्रस्तावित सचिवालय के भवन व उसके प्रत्येक भवन खण्ड का नाम आपदा प्रभावित क्षेत्र के एक कस्बे के नाम से होगा। उन्होने बताया कि इसके पीछे सरकार की मंशा साफ है कि वह इन आपदा प्रभावित इलाकों की याद को अपने स्मृति पटल पर स्थायी रखना चाहती है ताकि इन क्षेत्रों के बारे में राज्य सरकार लगातार चिंतित रहे और वहां विकासकार्य अनवरत चलते रहें। उन्होने बताया कि प्रदेश सरकार आपदा प्रभावित इलाकों में आधारभूत ढांचें को खड़ा करने व आपदा प्रभावित परिवारों को उनके मुख्य जीवन में शामिल करने के लिए कृतसंकल्पित है। एक सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा की गयी गल्तियों को सुधारा जाएगा और उन गल्तियों से सबक लेते हुए भविष्य में इसकी पुनरावृति न हो यह कोशिश की जाएगी। 

विस्थापन व पुर्नवास की मांगों को लेकर धरना

देहरादून/ अगस्त्यमुनि, 16 जून (निस)।  आपदा के एक वर्ष पूर्ण होने के बावजूद अभी तक पीडिंतों का विस्थापन व पुर्नवास न किये जाने पर आपदा प्रभावितों ने सोमवार को धरना देकर सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। पीडि़तों ने चेतावनी दी है की यदि शीघ्र ही उनका विस्थापन व पुर्नवास न किया गया तो इसके गंभीर परिणाम होंगें। आपदा के एक वर्ष पूरे होने पर केदारघाटी विस्थापन व पुर्नवास संर्घष समिति के तत्वाधान में आपदा प्रभावित स्थानीय रामलीला मैदान में एकत्र हुए और वहां धरने पर बैठे। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष पूर्व दायित्वधारी अजेन्द्र अजय ने कहा कि आपदा को आज एक वर्ष का समय हो चुुका है। मगर सरकार पीडि़तों का विस्थापन व पुर्नवास नहीं कर पायी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पीडि़तों को तीन किश्तों में पांच लाख रूपये का प्राविधान किया है। पीडि़तों को पहली किश्त तब वितरित की जा रही है जब वे भवन निर्माण के लिए भूमि के दस्तावेज प्रस्तुत करेंगे। मगर अधिकांश पीडि़तों के पास भूमि भी नहीं रह गयी है। ऐसे में पीडि़तों के सामने यह समस्या पैदा हो गयी है कि वह भूमि की व्यवस्था कैसे करे ? उन्होंने पांच लाख रूपये की धनराशि एकमुश्त पीडि़तों को दिये जाने की मांग की । इसके अलावा यह धनराशि बढाये जाने अथवा भूमि उपलब्ध कराये जाने की मांग भी की। उन्होने कहा कि पूर्व में सरकार द्वारा बेघर लोंगों को एक हजार वर्ग  फीट भूमि उपलब्ध करने और इंिन्दरा आवास योजना के तहत् 75 हजार रूपये देने की घोषणा भी की गयी मगर उस पर कोई अमल नहीं किया गया। इस मौके पर वक्ताओं ने पीडि़त परिवारों के लिए प्रतिमाह तीन हजार रूपये किराया राशि बतौर दिये जाने सम्बन्धी शासनादेश के ठीक से क्रियान्वयन न होने पर रोष जताया और कहा कि कई पीडि़तों को किराया राशि नियमित रूप से नहीं मिल पा रही है। जनपद में निर्माणाधीन सिंगोली- भटवाड़ी जल विघुत परियोजना की निर्माणदायी कंपनी एल0 एन0 टी0 द्वारा पीडि़तों को अभी तक मुआवजा न दिये जाने पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया। पीडि़तों ने आरोप लगाया कि कंपनी द्वारा पीडि़तो के लिए स्वीकृत मुआवजा राशि से प्रदेश सरकार सड़क, पुल इत्यादि का निर्माण करवा रही है। साथ ही चेतावनी दी गयी की यदि कंपनी द्वारा जल्द ही पीडि़तों को मुआवजा राशि नहीं वितरित की गयी तो आन्दोलन छेड़ा जायेगा। इस मौके पर पीडि़तों ने गत वर्ष केदारनाथ त्रासदी में मृत आत्माओं की शान्ति के लिए दो मिनट का मौन रखा। इस दौरान पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी रमेश चमोला, हिमालय बचाओ आन्दोलन की सुशीला भण्डारी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य गंगा  देवी आर्य, चन्दापुरी के पूर्व प्रधान विश्वनाथ आशीष नेगी, दस्तक संस्था के दीपक बेंजवाल, अनूप सेमवाल, सामाजिक कार्यकर्ता शम्भू प्रसाद भटट, मनोज नेगी , राजेन्द्र सिंह नेगी, जगदीश चमोला, मदन लाल, हिमांशु भटट, देवेन्द्र जगवाण , बीरेन्द्र रावत, कुवर गोस्वामी, राजेन्द्र कुमार, राजू राणा, शम्भू प्रसाद आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे।

उधर लोग मरते रहे, इधर मंत्री व नौकरशाह सैरसपाटे करते रहे
  • आपदा के दौरान गहन काम्बिंग की होती तो बच सकते थे कई लोग: अजय भट्ट

देहरादून, 16 जून (निस)। नेता प्रतिपक्ष, अजय भट््ट ने उत्तराखण्ड आपदा के एक साल होने पर आपदा में मृत लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए मृतकों की आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना की है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष 28 अक्टूबर, 2013 को उन्होंने केदारनाथ तक पैदल भ्रमण कर वहां क्षत-विक्षत पड़े शवों के फोटोग्राफ एवं वीडियों बनाकर सरकार को केदारनाथ में शव होने की जानकारी दी। सरकार ने इन फोटोग्राफ को गम्भीरता से नहीं लिया। इस पर श्री भट्ट ने फोटोग्राफ एवं वीडियों गलत होने की स्थिति में राजनीति एवं विधान सभा की सदस्यता से इस्तीफा देने तक की बात कही थी। उन्होंने कहा कि उन्हें अफसोस है कि उस समय सरकार द्वारा उनकी बातों को गम्भीरता से नहीं लिया गया तथा पूरी केदारघाटी को शवविहीन होने की बात सरकार द्वारा कही गयी। आज भी सरकार ने इस मामले को दबाने की कोशिश की थी, परन्तु कुछ साहसी पत्रकारों द्वारा केदारघाटी एवं पर्वतीय क्षेत्रों का भ्रमण कर सरकार को बेनकाब कर केदारघाटी एवं आपदा में सरकार द्वारा की गयी घोर लापरवाही की सच्चाई पूरे देश को बताई। श्री भट्ट ने कहा कि जंगलचट्टी में 35 शव मिलने से उनकी बात पर मुहर लगी है। सरकार ने यदि आपदा के दौरान गहन काम्बिंग की होती तो कई लोगों को बचाया जा सकता था। किन्तु सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रही और उनके मंत्री, नौकरशाह हैलीकाप्टर द्वारा ये हवाई सर्वेक्षण के नाम पर सैर-सपाटे का लुत्फ उठाते रहे। सरकार अभी तक काम के नाम पर ठेके देने में लगी हुई है, यात्री बेहाल हैं, अरबों रूपये का फन्ड जो आपदा के दौरान केन्द्र द्वारा प्रदेश के जनता एवं अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा, विभिन्न प्रदेशों की सरकारों व देश एवं देश से बाहर बसे हुए अप्रवासी भारतीयों द्वारा मदद के रूप में दिया गया था, उस घन को कहां खर्च किया गया, उसका कोई ब्यौरा सरकार उपलब्ध नहीं करा पायी है। अधिकांश आपदा पीडि़तों को अभी तक प्रदेश सरकार द्वारा मुआवजा नहीं दिया गया है। अजय भट्ट ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सड़कांे की स्थिति का्फी खस्ताहाल है। जिसकी प्रत्यक्ष स्थिति गैरसैंण सत्र के दौरान सड़क मार्ग द्वारा गैरसैंण जाते समय ज्ञात हुई। सड़कों पर जगह-जगह मरम्मत के नाम पर टल्ले लगाकर लीपा-पोती की गई है। किनारों पर जगह-जगह मलबा पडा़ है सुरक्षा दीवार नहीं बनाई गई ंहै। एक ही बरसात में सड़कों का बदहाल होना तय है, जिस तरह से सरकार द्वारा प्रदेश की जनता को गुमराह किया जा रहा है, उससे आपदा पीडि़तों की स्थिति और खराब होती जा रही है। उन्होंने कहा कि 16 जून, 2013 की आपदा व त्रासदी का एक साल पूरा होने को है, किन्तु अभी तक सरकार द्वारा केदारनाथ में यात्रियों के लिए कोई ठोस इन्तजाम नहीं किये गये हंै। या़़त्री अपनी जान जोखिम में डाल कर यात्रा करने को मजबूर हैं, उनके विश्राम की काई व्यवस्था न होने से यात्री एक दिन में 40 कि.मी. पैदल चलने को मजबूर हैं जिससे देश-विदेश में उत्तराखण्ड की छवि खराब हो रही है जबकि सरकार को इसकी कोई भी चिन्ता नहीं है। यात्रियों के भोजन का समय दोपहर में डेढ़ बजे एवं रात्रि में खाने की व्यवस्था की गई है जबकि रात्रि में कोई यात्री वहाॅं रूक नहीं रहा है। तीर्थ पुरोहितों के हक-हुकूकों के लिए भी सरकार द्वारा कोई स्पष्ट नीति न बनाये जाने के कारण उत्तराखण्ड के धामों के तीर्थ पुरोहितों में सरकार के प्रति खासा आक्रोश व्याप्त है। श्री भट्ट ने कहा कि जानकीचट्टी में आज भी लगातार कंकालों का मिलना जारी है।  हरीश रावत जब केन्द्र मंे मंत्री थे तब आपदा पीडि़तों के सम्बन्ध में लगातार बयानबाजी करते रहते थे तथा सहानुभूति दिलाते रहते थे। तब तत्कालीन मुख्यमंत्री  विजय बहुगुणा जी ने आपदा पीडि़त परिवारों के लिए अनेकों घोषणाऐं की थीं, जिस पर आज तक एक इंच भी काम नहीं हुआ है। प्रदेश सरकार द्वारा पीडि़तों को विस्थापन तथा पुनर्वासित किये जाने के सम्बन्ध में रु0 5.00 लाख की धनराशि तीन किश्तों में दिये जाने की बात की गयी थी और केदारघाटी के पीडि़त परिवारों को एक हजार रूपये वर्ग फीट भूमि देने की बात की गयी थी उसको भी प्रदेश सरकार भूल चुकी है। उन्होंने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा आपदाग्रस्त पीडि़त परिवारों के लिए इन्दिरा आवास के तहत जो घोषणा की गयी थी, उस पर भी सरकार द्वारा कोई अमल नहीं किया गया। सरकार द्वारा जो आपदाग्रस्त क्षेत्रों के परिवारों  को 75000 रूपये की धनराशि देने की घोषणा की गयी थी, वह भी जस की तस है। प्रदेश सरकार द्वारा आपदा पीडि़तों को जो 5 लाख की धनराशि तीन किश्तों में देने की बात की गयी थी, उस धनराशि का आवंटन भी प्रदेश सरकार द्वारा अनियमितता एवं लापरवाही से किया गया है। वर्तमान में प्रदेश सरकार द्वारा आपदाग्रस्त पीडि़त परिवारों से यह कहा जा रहा है कि आप पहले भूमि चिन्हित करके भूमि की रजिस्ट्री कर उसकी खाता व खतौनी दें, उसके बाद ही डेढ़ लाख रूपये की पहली किश्त दी जायेगी। पीडि़त परिवारों का कहना है कि सरकार द्वारा घोषणानुसार जो 5.00 लाख रू0 की धनराशि दिये जाने की बात कही गयी है, उसे एकमुश्त दिया जाय। उसमें भी सरकार द्वारा पीडि़त परिवारों के साथ छल कपट किया जा रहा है। श्री भट्ट ने कहा कि जब तक आपदाग्रस्त पीडि़त परिवारों का आवासीय भवन नहीं बन जाता है तब तक उनको 3000 रू0 प्रतिमाह किराया दिया जाना चाहिये, जबकि उक्त किराये की भुगतान में भी सरकार द्वारा भेदभाव बरता जा रहा है, उस पर भी सरकार द्वारा कोई ठोस नीति अमल में नहीं लायी जा रही है। प्रदेश के मुखिया द्वारा प्रदेश में लोक सभा चुनाव के दौरान आपदाग्रस्त क्षेत्रों का भ्रमण करने के पश्चात कई घोषणायें की गयी, वो भी जस की तस हैं। सितम्बर, 2012 में जनपद उत्तरकाशी के विभिन्न क्षेत्रों, ऊखीमठ के स्थानीय लोगों की आपदाग्रस्त भवन एवं भूमि क्षतिग्रस्त हो जाने एवं लोगों के बेघर हो जाने के सम्बन्ध में तथा विगत वर्ष 16 एवं 17 जून, 2013 को आयी आपदा से हुए जानमाल के नुकसान के सम्बन्ध में इनके द्वारा कोई पत्राचार केन्द्र सरकार से नहीं किया गया । इस सम्बन्ध में नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट द्वारा आपदा पर सरकार से श्वेत पत्र की मांग करते हुए सरकार द्वारा आपदा पीडि़तों के पुनर्वास एवं राहत कार्य में की गयी घोर लापरवाही पर नैतिकता के आधार पर तत्काल मुख्यमंत्री का इस्तीफा मांगा है।

आपदा पिडितों की आत्मा शांति की शिवसेना ने की कामना

uttrakhand news
देहरादून, 16 जून (निस)। केदारघाटी जल प्रलय से प्रदेश में एक वर्ष बाद शिवसेना सहित कई संगठनों ने मिलकर यज्ञ किया। शिव सेना ने घंटाघर चैक पर आपदा के दिवंगत हुए लोगों की आत्मा की शांति के लिए शान्ति यज्ञ किया। इस दौरान सैकड़ो की संख्या में लोगों ने पहुंचकर वहां पर आहुती दी। हवन के दौरान प्रदेश अध्यक्ष गौरव कुमार ने कहा कि शिवसेना आपदा की इस घटना से प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए दुखी परिवारों को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने हेतु ईश्वर से प्रार्थना करती है। उन्होंने कहा कि आपदा में राहत के दौरान जिस प्रकार की असंवेदनशीलता प्रदेश सरकार ने दिखाई है वह निश्चय ही निंदनीय है। आपदा के एक वर्ष बीत जाने के बाद भी वहां नर कंकालों का मिलना सरकार के पूर्व के दावों की हवा निकालता है। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान कांग्रेस की बहुगुणा सरकार द्वारा सभी लोगों को सकुशल निकालने की और दिवंगत लोगों को धर्मिक रीति द्वारा उनका क्रियाक्रम करने की बात कही गई थी। परन्तु जिस प्रकार आज भी वहां नर कंकाल प्राप्त हो रहे है। उससे यह स्पष्ट हो रहा है कि दैवीय आपदा के उपरान्त लोगों की मृत्यु भूख, प्यास और सर्दी की वजह से हुई है। निसंदेह रूप से इतनी बड़ी आपदा में पूरे देश राहत के लिए उत्तराखंड को हर संभव मदद दी व केन्द्र सरकार ने भरपूर ध्न दिया। राहत पाने वालों को मौत मिली। मानव जीवन के साथ ऐसा घृणित कृत्य करने वाली मानवता की हत्या करने वाली सरकार का वर्णन विश्व के किसी देश में नहीं मिलता। उन्होंने बहुगुणा सरकार को विश्व की लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या करने वाली सरकार बताया और हरीश रावत से इस्तीपफे की मांग की। यज्ञ में मुख्य रूप से देवेन्द्र सिंह बिष्ट, चैतन्य अनिल गौड, सतेन्द्र यादव, राहुल चैहान, पंकज तयाल, आशीष सिंघल, नितिन शर्मा, गोकुल, मनीष, जितेन्द्र सिंह, सूबेदार भाग सिंह, मनमोहन साहनी, अनुज सिंघल, मोनू ठाकुर आदि मौजूद थे।

आपदा पिडितों को सचिवालय में दी श्रद्धाजंलि, वित मंत्री, वन मंत्री समेत मौजूद रहे कई

देहरादून, 16 जून, (निस)। ऋगत वर्ष 16 जून को प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा को एक वर्ष का अरसा गुजरने के अवसर पर सोमवार को सचिवालय में आपदा की त्रासदी में मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि दी गई।ं मोमबत्ती जलाने के साथ ही दो मिनट का मौन रखकर आपदा में मृत लोगों की आत्मा की शान्ति के लिये प्रार्थना की गई। कार्यक्रम में प्रदेश की वित्त मंत्री डा. इन्दिरा हृदयेश, वन मंत्री दिनेश अग्रवाल विधायक राजकुमार, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार सुरेन्द्र कुमार अग्रवाल मुख्य सचिव सुभाष कुमार, अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा के साथ ही सभी प्रमुख सचिव व सचिव, अपर सचिव के साथ ही अन्य अधिकारी व कर्मचारी आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर आपदा में मारे गये लोंगो को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए वित्त मंत्री डा. इन्दिरा हृदयेश ने कहा कि आज का दिन हमें गत 16 जून को हुए जल प्रलय की याद दिलाता है। आपदा का वह दृश्य बहुत ही भयावह था। देश में ऐसी आपदा इससे पहले नही देखी गई। इस आपदा ने प्रदेश के बडे भू-भाग को क्षति पहुंचायी। सैंकडो लोंगो को अपनी जान गंवानी पडी। अनेक लोग बेघर हुए, इस विनाशकारी आपदा में लगभग 1.50 लाख लोग फंस गये थे, जिन्हे सेना, अर्धसैनिको, पुलिस व प्रशासन के लोगो ने बडी मुस्तैदी से विपरीत प्राकृतिक परिस्थितियों का सामना कर उन्हे सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंचाया, हमारा प्रयास आपदा के जख्मों को भरने का निरन्तर जारी है। पीडितों को राहत राशि 10 गुना तक बढा कर दी गई है। आपदा में जो लोग अपना जीवन खो चुके है, हम उन्हें तो वापस नही ला सकते है किन्तु उनके परिजनों को सभी आवश्यक सहायता पहुंचाने के लिये प्रतिबद्ध है। उन्होंने आपदा के दौरान राहत कार्यो में लगे जवानों व अधिकारियों आदि के द्वारा किये गये मानवीय प्रयासों के लिये उनका भी आभार व्यक्त किया। वन मंत्री दिनेश अग्रवाल ने भी गत वर्ष आयी आपदा को इतिहास की बडी त्रासदी बतायी। उन्होंने मृतकों को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि हम सब उनके परिजनों के साथ खडे है। प्रदेश सरकार तन मन धन से आपदा पीडितों की मदद कर रही है। हमारा प्रसास है कि हम पीडितों के दुःख दर्द को दूर कर शीघ्र ही आपदाग्रस्त क्षेत्रों में जन जीवन को सामान्य बना सके। कार्यक्रम का संचालन उपसचिव आपदा प्रबंधन सन्तोष बडोनी ने किया। उन्होंने आपदा के समय किये गये प्रयासों की भी जानकारी दी।

भाजपाईयों ने दी आपदा में मृत लोगों को श्रद्धाजंलि

uttrakhand news
लालकुआं, 16 जून (निस)। केदारनाथ सहित पर्वतीय क्षेत्रों में आयी भीषण प्राकृतिक आपदा के एक वर्ष पूर्ण होने पर जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने हवन यज्ञ कर आपदा में मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की वहीं कांग्रेस कार्यकर्ता प्राकृतिक आपदा में मारे गये लोगों को भूल गये। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने यहां राजीव नगर बंगाली कालौनी स्थित काली मन्दिर परिसर में हवन यज्ञ का आयोजन कर पिछले वर्ष 16 जून को मारे गये लोगांे को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पर्वतीय क्षेत्रों में शुख शान्ति बनाये रखने की प्रार्थना की। इस अवसर पर मुख्य रूप से मण्डल अध्यक्ष राम सिंह पपोला, जगदीश पंत, युवा अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह बिष्ट, आशीष भाटिया, राजकुमार सेतिया, हरीश नैनवाल, धन सिंह बिष्ट, लक्ष्मण खाती, अनुज शर्मा, हेम पाण्डे, सुरेश सुयाल, कल्याण जेठा, किशन गिरी गोस्वामी, सुशील यादव व शेर सिंह सहित कई कार्यकर्ता सामिल थे। इधर कांग्रेस कार्यकर्ता पिछले वर्ष पर्वतीय क्षेत्रोें में आयी भीषण आपदा को एक वर्ष बीत जाने पर पूरी तरह भूल गये। आपदा में मारे गये लोगों के प्रति किसी भी कांग्रेसी नेता ने सम्वेदना व्यक्त करने की जरूरत महसूस नहीं की जबकि एक वर्ष बीत जाने के बाद भी आपदा प्रभावित क्षेत्रों में अब तक मृतकों के कंकाल मिलने जारी है।

आपदा प्रबंधन विभाग का दफ्तर ही हुआ आपदा प्रभावित 

uttrakhand news
देहरादून, 16 जून (राजेन्द्र जोशी)। आपदा से कराह रहे उत्तराखंड राज्य का आपदा प्रबधन विभाग ही आपदाग्रस्त हो गया। ऐसे में प्रदेश में आपदा प्रबंधन की जिम्मेदारी निभाने वाले इस विभाग से उम्मीद ही क्या की जा सकती है। सोमवार प्रातः जब सचिवालय परिसर खुल रहा था तो सचिवालय के परिसर के बीचो-बीच बने आपदा प्रबंधन विभाग के कार्यालय में शाॅर्ट सर्किट होने से आपदा प्रबंधन विभाग का एक कमरा बुरी तरह ध्वस्त हो गया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस कक्ष मंे वे तमाम फाइलें रखी जाती थी जो आपदा प्रबंधन विभाग व सरकार के बीच जानकारी का आदान प्रदान किया करती थी। आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी फिलहाल तो इस मामले मंे कुछ भी बताने से कतराते रहे। इतना ही नहीं जब मीडियाकर्मियों ने इस कक्ष की फोटो लेनी चाही तो यहां तैनात अधिकारी ने उनके साथ भी बदसलूकी की। यह बदसलूकी ऐसेे ही नहीं की गई। अधिकारियों को पता था कि यदि मीडिया को यदि इसकी भनक लग गई तो मामले में लेने के देने पड़ सकते हैं। बहरहाल मीडियाकर्मियों ने तो सचिव आपदा प्रबंधन भास्कारानन्द जोशी से इस मामले की शिकायत कर प्रभारी अधिकारी को दंडित करने की मांग की। वहीं मुख्यमंत्री के सूचना सलाहकार सुरेन्द्र कुमार ने आपदा प्रबंधन विभाग के इस अधिकारी द्वारा मीडिया के साथ किए गए र्दुव्यवहार पर खेद व्यक्त किया। एक जानकारी के अनुसार आपदा प्रबंधन के इस कक्ष में यूं ही आग नहीं लगी है। सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि इस आग में कई ऐसी फाइलें  स्वाहा हो गई जिनके खुलने पर कानून के हाथ आपदा प्रबंधन सहित कई ओर महत्वपूर्ण विभाग के अधिकारियों के गिरेबान तक जा पहुंचते। यहीं कारण है कि आग लगने की इस घटना को अधिकारियों द्वारा दोपहर बाद तक दबाया जाता रहा। 

पाॅलीटैक्निक संविदा शिक्षकों का तकनीकी शिक्षा मंत्री के आवास पर प्रदर्शन

देहरादून, 16 जून (निस)। राजकीय पाॅलीटैक्निक मे कार्यरत संविदा शिक्षकों ने विनियमितिकरण और उनके पदों को लोकसेवा आयोग की परिधि से बाहर किए जाने की मांग को लेकर पाॅलीटैक्निक संविदा शिक्षक सोसाईटी ने रैली निकाल कर तकनीकी शिक्षा मंत्री के आवास पर प्रदर्शन किया और ज्ञापन देकर शीघ्र ही इस विषय पर ठोस कार्यवाही की मांग की। इससे पूर्व संविदा शिक्षक सोमवार को परेड मैदान में एकत्र हुए जिसके बाद वे जुलुस के रूप में यमुुना कालाॅनी की ओर गए।  जुलुस तकनीकि शिक्षा मंत्री यशपाल आर्य के आवास पर पहंुची और उन्होंने अपनी मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की। उनका कहना था कि 2013 के शासनादेश अनुसार पांच वर्ष से कार्यरत संविदा कर्मियों का विनियमितिकरण किया जाना था। इस दायरे में आने के बावजूद लोकसेवा आयोग पदों के सापेक्ष बीस अप्रैल को परीक्षा आयोजन किया गया था। जिसके कारण उनके भविष्य और रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा राज्य स्थापना दिवस और उसके बाद कई अवसरों पर सरकार ने सरकार ने जो नितिगत फैसले संविदा कर्मियों के हित में घोषित किए थे। उसके अनुसार किसी भी संविदा कर्मी की सेवा समाप्त नही की जाएगी। किन्तु खेद का विषय है कि विभाग के अधिकारियों द्वारा अभितक उनके प्रति कोई भी ठोस कदम उठाया नही गया है। इसके विपरीत लोकसेवा आयोग के द्वारा परिक्षा का आयोजन किया गया था। उन्हांेने बताया कि राजकीय पाॅलीटैक्निकों में व्याख्ओं के 412 पदों  को लोकसेवा आयोग की परिधि से बाहर करने की घोषणा की जा चुकी है।  जिसके बाद भी कार्रवाई नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि  वे मांग करते है कि संविदा शिक्षकों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए परिक्षा के परिणाम को स्थगित किया जाए और संविदा शिक्षकों के पदांे को आयोग की परिधि से बाहर करते हुए पदांे के सापेक्ष किसी प्रकार का स्थानातरण न किया जाए।

भाजपा ने किया एसएसपी कार्यालय पर हंगामा

देहरादून, 16 जून (निस)। दून में सट्टे, शराब व नशीले पदार्थो के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने की मांग को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओ ने सोमवार को एसएसपी कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने एसएसपी को ज्ञापन देकर कार्यवाही की मांग की। भाजपा कार्यकर्ताओं ने सोमवार को महानगर उपाध्यक्ष बबीता सहोत्रा के नेतृत्व में एसएसपी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि दून सट्टे,शराब व नशीले पदार्थो की अवैध बिक्री का केन्द्र बनता जा रहा है। शहर की मलीन बस्तियों में तेजी से फलफूल रहे इन अवैध कारोबारो के कारण न केवल कई परिवार टूट चुके है बल्कि युवा पीडी भी बर्बादी का शिकार हो रही है। अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए युवा पीडी चोरी व लूट की वारदातों मे लिप्त हो रही है। जिसके चलते आम वर्ग ही नही विशेषकर मलीन बस्ती वासी भी इन अपराधों से त्रस्त है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शहर के कई क्षेत्रों मे ंपुलिस की मिलीभगत से जुए,सट्टे और शराब के अवैध करोबार चल रहे है। यदि ऐसा होगा तो अपराधी बेखौफ होकर घूंमेगे। जिससे शहर में बदमाशों का राज होगा और कानून व्यवस्था बदहाल होगी। उन्होंने एसएसपी को ज्ञापन देकर शीघ्र ही इस ओर ठोस कार्यवाही करने की मांग की। इस अवसर पर मनोरमा भट्ट, राजेन्द्र अग्रवाल, ममता गर्ग, अजय तिवारी, विनोद ध्यानी, संजीव सरीन, मीना कपूर, सविता वर्मा आदि शामिल थे। 

आपदा के एक वर्ष बाद भी नही सुधरे हालात

उत्तरकाशी, 16 जून (निस)। आपदा के एक वर्ष गुजरने जाने के बावजूद हालात नही सुधरे है। जनपद के पांच गांवों के लोग अब तक गांव तक पहुंचने के लिए उफनती नदियों के ऊपर से धीरे धीरे आवाजाही करने को मजबूर हैं। अभी भी पुल निर्माण को लेकर कोई प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। एक साल का यह लंबा समय सबसे ज्यादा ट्राली से नदियों को पार करते हुए ग्रामीणों को अखरा। जरूरत के सामान से लेकर स्वास्थ्य, शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं तक पहुंचने के लिए भी ट्रॉली ही एक मात्र जरिया बनी हुई है। भागीरथी घाटी में स्याबा, सालू, डिडसारी, बायणा, लौंथ्रू, डिडसारी, चामकोट, दिलसौड़ गांवों की तीन हजार की आबादी इस तरह जीवन यापन कर रही है। बीते साल भागीरथी की बाढ़ के बाद इन गांवों के लोग देश दुनिया से अलग थलग पड़ गए थे। सिंतबर में प्रशासन ने यहां आवाजाही को ट्रालियों का इंतजाम किया, लेकिन पुरानी तरीके से बनी इन ट्रालियों के जरिये उफनती नदियों को पार करने के लिए ग्रामीणों को इसमें लगी रस्सी को खींचते हुए खूब पसीना बहाना पड़ता है। तीन लोगों के बैठने के लिए मुफीद इस लोहे के खांचेनुमा ट्राली से बड़ा सामान गांव तक पहुंचाना आसान नहीं है। भीड़ हो जाने पर ग्रामीणों को पूरा पूरा दिन अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है।
 
बूंदी पहुंचा कैलाश मानसरोवर यात्रा का पहला दल 

देहरादून, 16 जून (निस)। 13 जून को कैलाश मानसरोवर यात्रा को रवाना हुआ धारचूला पहुंचने के बाद बूंदी पहुंचा। 14 जून को धारचूला से 45 किमी, सडक एवं 3 किमी पैदल चलकर सिर्खा पहुंचा, 15 जून को सिर्खा से 15 किमी पैदल चलकर गाला पहुंचा उसके बाद सोमवार को 16 जून को गाला से 21 किमी पैदल चलकर बूंदी पहुंच गया है। कैलाश मानसरोवर के दल में इस बार गुजरात के सबसे ज्यादा 16 यात्री हैं। कुल 18 दल इस बार मानसरोवर के लिए गए है।  दल में दिल्ली के 14, महाराष्ट्र के 6, राजस्थान के चार, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, केरल, हरियाणा से दो-दो तथा तमिलनाडु, उत्तरप्रदेश, आन्ध्र प्रदेश, बिहार, हिमाचल प्रदेश, व मध्य प्रदेश के एक-एक यात्री शामिल हैं। दल में 56 लोग थे लेकिन स्वास्थ्य कारणों से एक व्यक्ति अल्मोड़ा से वापस हुआ। अब दल में 14 महिलाओं सहित 55 लोग हैं, जिनका गुंजी में आईटीबीपी कैम्प में स्वास्थ्य परीक्षण किया जायेगा। स्वास्थ्य परीक्षण में स्वस्थ पाये जाने पर तीर्थयात्रियों को कैलाश मानसरोवर दर्शन का मौका मिलेगा। मानसरोवर यात्रियों का दल आज 17 जून को बूंदी से 17 किमी पैदल चलकर गुंजी पहुंचेगा जहां पर एक दिनी विश्राम के साथ यात्रियों का चिकित्सा परीक्षण होगा। यात्रियों का दल 20 जून को गुंजी से 9 किमी चलकर कालापानी और कालापानी से 9 किमी पैदल चलकर नाभीढ़ांग पहुंचेगा तथा 21 जून को नाभीढ़ांग से 7 किमी पैदल चलकर लिपुलेख पहुंचेगा जहां से उसी दिन तिब्बत के ताकलाकोट हेतु प्रस्थान करेगा।  दल में सबसे अधिक उम्र के 77 वर्षीय सेमाभाई शंकर भाई पटेल ‘गुजरात’ के और सबसे कम उम्र के 19 वर्षीय कुंज पटेल ‘सूरत’ के शामिल हैं। 22 दिनो की इस यात्रा में भारतीय क्षेत्र में आवास व भोजन की व्यवस्था कुमाऊ मंडल विकास निगम करता है। यात्रा का विदेश मंत्रालय व कुमाऊं मंडल विकास निगम द्वारा संचालित किया जाता है।

मद में पैसा न होने के चलते मुआवजा राशि के चेकों से नहीं हो रहा भुगतान 

मसूरी, 16 जून (निस)। प्रशासन की लापरवाही के चलते आपदा की मार झेल रहे लोगों को एक साल पूरा होने पर भी  मुआवजा नहीं मिल पाया है।  धनोल्टी के सौंटियाल गांव में आपदा में हुए नुकसान के लिए ग्रामीणों को मुआवजा के तौर पर चेक दिया गया था। लेकिन अब जब लोग ग्रामीण बैंक में मुआवजे की राशि के लिए जा रहे हैं। तो निधि न होने की बात कह कर उन्हें वापस खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। गंाव के निवासी गजेन्द्र सिंह, चद्रं सिंह और रामकिशन का कहना है कि उन्हें गत वर्ष आई आपदा के दौरान हुए नुकसान के लिए मुआवजा दिया गया था। मुआवजे में 4000 रूपये, 3500 आदि के चेक मिले थे। ग्रामीणों का कहना है कि चेक मार्च में वितरित कर दिये गये थे। उसके बाद उत्तराखंड ग्रामीण बैंक में कई चक्कर काटे लेकिन हर बार धनराशी न होने का बहाना बताकर ग्रामीणों को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा। तो वहीं जब अधिकारियों से इस बाबत बात करनी चाही तो उन्होंने आचार संहिता का बहाना बताया। ग्रामीणों का कहना है कि चेक से ज्यादा तो गांव से बैंक तक आने का खर्चा वहन करना पड़ता है। वहीं सरकार द्वारा आपदा प्रभावितों को पूर्णत मुआवजे मिलने के खोखले दावे किये जाते हैं। तहसीलदार सीएल शाह का कहना है कि आपदा के मुआवजे की राशी ने लिए प्रस्ताव भेजा गया है। संभवत आचार संहिता समाप्त होने के बाद बैंक में धनराशी आ जायेगी और सभी को मुआवजा दिया जायेगा।

श्रद्धाजंलि देने के साथ किया गया वृक्षारोपण

देहरादून/रूद्रप्र्रयाग, 16 जून (निस)। विगत वर्ष जून माह की आपदा में दिवगंत हुए श्रद्धालुओं की स्मृति में केदारनाथ पैदल मार्ग पर रामबाडा में बने स्मारक स्थल पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। श्रद्धांजलि सभा में कृषि मंत्री डाॅ0 हरक सिंह रावत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय एवं केदारनाथ क्षेत्र की विधायक/संसदीय सचिव शैला रानी रावत ने गत् वर्ष की आपदा में दिवगंत हुए श्रद्धालुओं को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धाजंलि दी। कृषि मंत्री डाॅ0 हरक सिंह रावत ने कहा कि पिछले वर्ष आई भीषण आपदा में कई लोगों की जान गई। यह स्मारक हमेशा उन लोगों की याद दिलाता रहेगा। उन्होंने मृत आत्माओं की शांति के लिये भगवान से प्रार्थन की। कहा कि अब सरकार की निर्विवाद रूप से यात्रा को सुचारू रूप से संचालित करने की मंशा है। केदारनाथ क्षेत्र की विधायक/संसदीय सचिव श्रीमती शैला रानी रावत ने कहा कि सरकार ने यात्रा को सुचारू रखने के लिये दिन-रात एक कर कार्य किया हैे। उन्होंने कहा कि पूर्व की भांति शीघ्र ही केदारनाथ यात्रा पहले की तरह संचालित होने लगेगी। उन्होंने कहा कि सरकार वैज्ञानिक तरीके से पुर्ननिर्माण का कार्य रही है। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने भी आपदा में दिवगंत हुए श्रद्धालुओं को श्रद्धाजंलि अर्पित की। इसके बाद स्मारक स्थल के निकट वृक्षारोपण भी किया गया। इस अवसर पर आयुक्त गढ़वाल मण्डल सीएस नपलच्याल, डीआईजी गढ़वाल अमित सिन्हा, डीआईजी एसटीएफ जीएस मार्तोलिया, जिलाधिकारी डाॅ0 राघव लंगर, पुलिस अधीक्षक बीजे सिंह सहित तीर्थयात्री उपस्थित थे।

एसडीआरएफ ने निकाले अब तक 25 मानव कंकाल

uttrakhand news
देहरादून, 16 जून (निस)। पिछले साल केदारनाथ धाम  से ऊपर बने गांधी सरोवर झील ने सैलाब का ऐसा विकराल रूप लिया कि आज तक सैलाब से पीडि़त लोगों के आंखों से आंसू नहीं सूख पा रहे है। इसी के तहत एसडीआरएफ एंव स्थानीय पुलिस ने जंगलचटटी के घने जगंलों से 11 जून से सोमवार तक लगभग 25 शव निकाले। गत वर्ष 16 जून गांधी सरोवर में पानी जमा होने से चोराबड़ी झील टूट गई और बड़े-बड़े बोल्डर और अथाह पानी केदारघाटी में तबाही की यात्रा को निकली। पानी के सैलाब ने पूरी केदारघाटी में भारी तबाही मचाई। साल भर बाद भी यहां मानव कंकालों के मिलने का सिलसिला जारी है। जहां एसडीआरएफ व स्थानीय पुलिस की टीम ने संयुक्त सर्च आपरेशन चलाकर 11 जून से लेकर अब तक 25 मानव कंकाल निकाल चुकी है तो वही एसटीएफ और नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के कुशल पर्वतारोही मजदूरों संग पिछले पांच दिन से जंगलचट्टी के घने जंगल में शवों की तलाश अभियान पर जुटी है। इन सभी के भूख और प्यास से मारे जाने की बात कही जा रही। पुलिस हेडक्वार्टर से मिली जानकारी के अनुसार एसडीआरएफ एवं स्थानीय पुलिस ने जंगलचट्टी की पहाडियों में एक संयुक्त सर्च आपरेशन चलाकर  विगत वर्ष आई केदारनाथ में भीषण आपदा में लापता व मृत की तलाश जारी रखी हुई है। अब तक 25 मानव कंकाल मिलने की सूचना प्राप्त की गई है। जिनका डीएनए सैम्पल लेकर एसडीआरएफ द्वारा दाह संस्कार किया गया। एसडीआरएफ टीम को नेतृत्व टीम कमाण्डर भूपाल सिंह रावत द्वारा किया गया।

आपदा के एक वर्ष बाद भी नही सुधरे हालात

उत्तरकाशी, 16 जून (निस)। आपदा के एक वर्ष गुजरने जाने के बावजूद हालात नही सुधरे है। जनपद के पांच गांवों के लोग अब तक गांव तक पहुंचने के लिए उफनती नदियों के ऊपर से धीरे धीरे आवाजाही करने को मजबूर हैं। अभी भी पुल निर्माण को लेकर कोई प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। एक साल का यह लंबा समय सबसे ज्यादा ट्राली से नदियों को पार करते हुए ग्रामीणों को अखरा। जरूरत के सामान से लेकर स्वास्थ्य, शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं तक पहुंचने के लिए भी ट्रॉली ही एक मात्र जरिया बनी हुई है। भागीरथी घाटी में स्याबा, सालू, डिडसारी, बायणा, लौंथ्रू, डिडसारी, चामकोट, दिलसौड़ गांवों की तीन हजार की आबादी इस तरह जीवन यापन कर रही है। बीते साल भागीरथी की बाढ़ के बाद इन गांवों के लोग देश दुनिया से अलग थलग पड़ गए थे। सिंतबर में प्रशासन ने यहां आवाजाही को ट्रालियों का इंतजाम किया, लेकिन पुरानी तरीके से बनी इन ट्रालियों के जरिये उफनती नदियों को पार करने के लिए ग्रामीणों को इसमें लगी रस्सी को खींचते हुए खूब पसीना बहाना पड़ता है। तीन लोगों के बैठने के लिए मुफीद इस लोहे के खांचेनुमा ट्राली से बड़ा सामान गांव तक पहुंचाना आसान नहीं है। भीड़ हो जाने पर ग्रामीणों को पूरा पूरा दिन अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (16 जून)

$
0
0
मधूमेह के रोगीयो के लिए निःशूल्क शिविर का आयोजन

झाबुआ--- प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय झाबुआ द्वारा 28 व 29 जून को अलविदा डायबिटीज शिविर का निशुल्क आयोजन शहनाई गार्डन परिसर में किया जारहा है। पेंशनर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष भेरूसिंह राठौर एवं जिला प्रचार सचिव राजेन्द्र सोनी ने संयुक्त विज्ञप्ति मे बताया कि दो दिवसीय इस शिविर मे प्रतिदिन प्रथम सत्रप्रातः 7 से 10 एवं द्वितीय सत्र सायंकाल 6 से 9 बजे होगा । शिविर में विशेष रूप  से मार्गदर्शन के लिये ग्लोबल हास्पीटल माउंट आबु के अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त  चिकित्सक डा. श्रीमंत साहू मधुमेह जागरूकता एवं निवारण संबंधी परामर्श देगें ताकि इस जानलेवा बीमारी से बचाव के साथ ही इसकी रोकथाम हो सकें । मधुमेह के रोगी को इस बीमारी से सफलता पूर्वक निजात भी मिल सकेगी । राजयोग के माध्यम से बीमारी  से कैसे मुक्ति पाई जासकती है इसका भी अभ्यास करवाया जावेगा। ज्ञातव्य है कि डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो दीमक की तरह मानव शरर को खोखला कर देती है और अन्य कई बीमारियों को भी आमन्त्रण देती है । एक अनुमान के अनुसार विश्व में प्रतिवर्ष लगभग तीन लाख पचास हजार व्यक्ति डायबिटीज से मौत के शिकार होते है ।  जिला पेंशनर एसोसिएशन  ने पेंशनरों एवं वरिष्ठ नागरिको, बहिने जो इस मीारी से ग्रसित है एवं अन्यों के भी इससे ग्रसित होने की सदा संभावनाबनी रहती है । समस्त पेंशनर्स एवं वरिष्ठ नागरिकों से श्री राठौर ने अपील की है कि  इस शिविर में उपस्थित रह कर इसका पूरा पूरा लाभ लेवें एवं अधिक से अधिक स्वजनों एवं परिचितों को भी शिविर मे भागलेने के लिये प्रेरित करें । श्री राठौर ने बताया कि इस जन कल्याण के प्रयोजन से आयोजित निशुल्क शिविर में भाग लेने के लिये अपना पंजीयन जिला पेंशनर्स एसोसिएशन  कार्यालय एकलव्य भवन थांदला गेट झाबुआ मे प्रति दिन दोपहर 3 से 6 तक करवा कर इसका लाभ प्राप्त करें ।

चमत्कारी संत अन्तोनी का पर्व धूमधाम से मनाया गया

jhabua news
झाबुआ---- झाबुआ के समीप ग्राम कुण्डला (अन्तोनपुरा ) में मेघराज चमत्कारी संत अन्तोनी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। प्रतिवर्श जून माह में यह पर्व मनाया जाकर इस संत की मध्यस्थता द्वारा ईष्वर से अच्छी वर्शा एवं बेहतर फसल के लिए कामना की जाती है। पर्व के दौरान जुलुस जल माता मंदिर से प्रारंभ होकर चर्च प्रांगण पहुंचा जहां समारोह आयोजित किया गया। समारोह के मुख्य याजक बिषप देवप्रसाद गणावा ने उपस्थित समाजजनों को संबोधित करते हुए कहा कि संत अन्तोनी अति प्रिय ईष्वर भक्त था हम उनके आदर्षो पर चलकर अपने जीवन को सार्थक बनावें और ईष्वर भक्त बनें। मुख्य प्रवचक फादर अमुदकणी जो चार साल की विदेष पढाई के बाद वापस आयें उन्होंने अपने अनुभव बताते हुए संत अन्तोनी के जीवन के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि वे ऐसे ईष्वर भक्त है उनकी प्रार्थना के दौरान प्रभु यीषु बालक बनकर खुद उनकी गोद में बैठते थे तथा उनके उपदेषांे में ईष वाणी का आभास होता था। कैथोलिक चर्च के संचालक फादर लोरेंस ने बताया कि इस पर्व के पूर्व 9 दिनी नौवेना की गई जिसमें राजू डामोर, पेट्रिक गणावा, हेनरी मेडा, सुश्री ग्रेसी निनामा, श्रीमती अन्नु भाबर, जेरोम वाखला, रावजी कटारा, विताल भाबर एवं फ्रांसीस मेडा ने उपस्थित होकर अपने जीवन में घटित चमत्कारिक घटनाओं की जानकारी देकर समाजजनों के सामने अपना अनूठा साक्ष्य प्रस्तुत किया। फादर लोरेंस ने यह भी बताया कि हर मंगलवार को संत अन्तोनी की भक्ति की जाती है तथा प्रति रविवार को तीर्थ यात्रियों के विषेश आग्रह पर दोपहर में संत अन्तोनी की भक्ति कर पवित्र मिस्सा पूजा चढाई जाती हैं। समारोह के दौरान मिस्सा पूजा में पीटर खराडी चांसलर डायसिस झाबुआ, प्रवक्ता फादर स्टीफन वीटी के साथ 26 पुरोहितों ने भाग लिया। मिस्सा पूजा के दौरान पवित्र बाईबल के पाठ का वाचन रावजी कटारा एवं नानसिंह मेडा ने किया। समारोह में संगीत दल काॅन्वेंट की सिस्टर एवं अंतोन मेडा व लिम्बा मेडा ने भी सहयोग किया। कार्यक्रम का संचालन फादर पीटर कटारा ने किया व आभार फादर लोरेंस ने माना। उक्त जानकारी कैथोलिक डायसिस झाबुअ के मीडिया प्रभारी पीटर बबेरिया ने दी।

पितृत्व दिवस पर गुरूदेव राजेन्द्रसूरिजी के पिताश्री की जानकारी से कराया अवगत 

झाबुआ ---रविवार को पूरे विश्व के साथ ही झाबुआ में भी पितृत्व दिवस पर पिता जैसी सृजनहार हस्ती के बारे में सम्मान के साथ ही उनके अनुभवों, मार्गदर्शन के बारे में भी चर्चाए की गई । पितृत्व दिवस के अवसर पर स्थानीय बावन जिनालय में श्रीमद् राजेन्द्रसूरिश्वर जी मसा के बारे में जैन श्री संघ के अध्यक्ष धर्मचन्द मेहता एवं रिंकू रूनवाल के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि गुरूदेव को परमात्मा की तरह हम लोग पूजते है, उनकी आरती, आराधना करते है किन्तु उनके पिता एवं परिवार के बारे में भी सभी को जानकारी होना आवश्यक हे । बावन जिनालय में आरती के पश्चात धर्म चर्चा के दौरान धर्मचंद्र मेहता ने बताया कि पूज्य श्री राजेन्द्रसूरिश्वर जी मसा का मूल नाम रत्न राज था, उनका जन्म भरतपुर राजस्थान में गुरू सप्तमी के दिन हुआ था । उनके भाग्यशाली पिता  ऋषभदत्त पारख एवं माता जी  का नाम केशरबाई पारख था । इनका गौत्र पारख था । यथा नाम तथा गुण के अनुसार रत्नराज जो बाद मे पूज्यवर श्री राजेन्द्रसूरिश्वरजी मसा के नाम से एक अवतारी एवं भगवन्त तुल्य आचार्य की पदवी तक बने और उन्होने महावीर स्वामी के सन्देश को घर घर तक पहूंचा तक सत्य,धर्म,शांति,प्रेम,अहिंसा,सदभाव,साम्प्रदायिक एकता के साथ ही करूणा एवं जीवदया का महामंत्र दिया था । के बारे में विस्तृत जानकारी हर व्यक्ति को होना चाहिये । पितृत्व दिवस पर धर्मचंद मेहता ने राजेन्द्रसूरिजी के पिता का जिक्र करते हुए कहा कि उनके ही संस्कारों के कारण पूज्यवर राजेन्द्रसूरिजी ने विश्वविख्यात ख्याति अर्जित की तथा आज तक सभी के प्रेरणा स्त्रोत बने हुए है ।

जिन बसो में किराया सूची नहीं लगाई गई है, उन्हें जप्त किया जाएगा
  • अधिकारी मुख्यालय से बाहर जाने से पहले कलेक्टर से अनुमति ले

झाबुआ---कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने विगत दिनों बस स्टैण्ड झाबुआ का निरीक्षण कर जिला परिवहन अधिकारी को बसों में किराया सूची लगवाने के लिए निर्देशित किया था। बस मालिको को 16 जून 14 तक बसों में किराया सूची लगाने, ड्रायवर कन्डेक्टर को निर्धारित ड्रेस में रहने के लिए निर्देशित किया गया था। आज 16 जून को कलेक्टर  बी.चन्द्रशेखर ने कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में संपन्न समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में जिला परिवहन अधिकारी को निर्देशो का पालन सुनिश्चित करवाने के लिए निर्देशित किया। यदि बस मालिकों द्वारा निर्देशो का पालन सुनिश्चित करने के लिए आदेशित किया। जिन बसो में किराया सूची नहीं लगी होगी। ऐसी बसो को जप्त कर दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी। बैठक में कलेक्टर  बी.चन्द्रशेखर ने निर्देशित किया कि सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करे की कार्यालय की टेबल अच्छी गुणवत्ता की हो, टेबल पर कपडा नहीं बिछाये जिन अधिकारी कर्मचारियों ने मुख्यालय पर रहने संबंधी प्रमाण-पत्र नहीं दिये है। उनका वेतन आहरण नहीं करे। जो शासकीय सेवक इस वर्ष सेवानिवृत्त होने वाले है उनके पेंशन प्रकरण 6 माह पूर्व पेंशन कार्यालय में लगाये। अधिकारी बैठक एवं प्रशिक्षण मेंकलेक्टर की अनुमति के बिना मुख्यालय से बाहर नहीं जाये।

बैठक में अनुपस्थित अधिकारियों को कारण बताओं सूचना पत्र जारी
समयावधि पत्रो की समीक्षा बैठक में बगैर सूचना के अनुपस्थित अधिकारियों को कारण बताओं सूचना पत्र जारी करने के लिए अधीक्षक को कलेक्टर  बी.चन्द्रशेखर ने आदेशित किया। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत  धनराजू एस.सहित जिला अधिकारी एवं शासकीय सेवक उपस्थित थे। बैठक में विभागवार समयावधि पत्र जनसुनवाई, जनशिकायत की समीक्षा की गई एवं आवश्यक निर्देश दिये गये।

जिले में विद्यार्थियों की मेंपिंग का कार्य 80 प्रतिशत पूर्ण

झाबुआ ---जिले में समेकित छात्रवृत्ति योजना अंतर्गत समग्र पोर्टल पर विद्यार्थियों की मेंपिंग का कार्य 80 प्रतिशत पूर्ण हो गया है। कलेक्टर श्री बी.चन्द्रशेखर ने जिला योजना अधिकारी श्री ज्ञानेन्द्र ओझा को निर्देशित किया कि ऐसे शासकीय स्कूलों की सूची दे जिन्होने प्रायवेट स्कूलो में दर्ज अधिकांश बच्चों को शासकीय स्कूलो में दर्ज किया है। जिन शिक्षकों ने विद्यार्थियों की मेपिंग का कार्य शत-प्रतिशत कर दिया है, उनका बेतन आहरण करने के लिए संबंधित डीडीओ को निर्देशित करे। जिन संस्थाओं का मेंपिंग कार्य पूर्ण नहीं हुआ उनका वेतन आहरण नहीं किया जाये।

हत्या का प्रयास व छेडछाड का अपराध कायम

झाबूआ---फरियादिया ने बताया कि वह अपनी सहेली के यहाॅं जा रही थी कि रास्ते में आरोपी श्याम उर्फ छोटू पिता महेश मेड़ा, उम्र 20 वर्ष, निवासी जेल के पीछे मिला तथा प्रेम प्रसंग, प्यार का दबाव बनाकर तालाब के किनारे ले गया, जहां पर दो लडके पप्पू और दूसरे का नाम नही मालूम, पहले से मौजूद थे। आरोपी द्वारा जबरन प्यार का दबाव बनाकर बुरी नीयत से हरकत कर रहा था। इसी बात पर आरोपी ने जान से मारने की नियत से चाकू मारा, जो गर्दन व सीने में लगा। प्र्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अपराध क्रमांक 436/14, धारा 354-क, 307 भादवि, 7/8 लै.अ.बा.सं. अधि. 2012 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (16 जून)

$
0
0
वार्डो के आरक्षण की कार्यवाही 20 को

vidisha map
जिले की दो नगरपालिका परिषद एवं तीन नगर परिषद के आम निर्वाचन 2014 को सम्पन्न कराए जाने के क्रम में वार्डो की आरक्षण संबंधी कार्यवाही 20 जून को प्रातः 11 बजे से एसएटीआई के नातू सभागृृह में आयोजित की गई है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एम0बी0ओझा ने आदेश जारी कर संबधितों से कहा है कि मध्यप्रदेश नगरपालिका (अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ा वर्ग) के लिए आरक्षण नियम के अंतर्गत बने नियम के अनुसार वार्ड आरक्षण की कार्यवाही सम्पादित करें। जिला मुख्यालय पर 20 जून को नगरपालिका परिषद बासौदा और सिरोंज के अलावा नगर परिषद क्रमशः कुरवाई, लटेरी एवं शमशाबाद के वार्ड आरक्षण की कार्यवाही सम्पादित की जायेगी। कलेक्टर श्री ओझा ने संबंधितों को निर्देश जारी कर कार्यालयीन सूचना पटल पर वार्ड आरक्षण की जानकारियां एवं सूचना नोटिस बोर्ड पर चस्पा करने के भी आदेश प्रसारित किए है ताकि संबंधित निकाय के आमजन वार्ड आरक्षण संबंधी सूचना से अवगत हो सकें। एसएटीआई नातू सभागृृह में 20 जून की प्रातः 11 बजे सबसे पहले नगरपालिका परिषद बासौदा के वार्ड आरक्षण की कार्यवाही नियमानुसार की जायेगी इसके पश्चात्् नगरपालिका परिषद सिरोज, नगर परिषद क्रमशः कुरवाई, लटेरी और शमशाबाद के वार्ड आरक्षण की कार्यवाही की जायेगी।

जीवन बने आसान समग्र से हर समाधान-कलेक्टर श्री ओझा
  • समग्र से कार्यो का सरलीकरण

समग्र पोर्टल पर हितग्राहियों की जानकारियां अंकित करने के लिए स्थायी नम्बर आवंटित किए गए है ताकि किस हितग्राही को एवं परिवार को किन-किन योजनाओं से लाभांवित किया जा रहा है की समुचित जानकारियां एकजाई संधारण के लिए क्रियान्वित समग्र अभियान की अवधारणा और विभागों के आपसी समन्वय पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला सोेमवार को जिला पंचायत के सभागार कक्ष में आयोजित की गई थी। कलेक्टर श्री एम0बी0ओझा ने कहा कि हितग्राहियों का जीवन आसान हो और उनकी हर समस्या का समाधान त्वरित हो सकंे के लिए समग्र की भूमिका अतिमहत्वपूर्ण है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रशिक्षण के दौरान बतलाई जाने वाली जानकारियों को वे अतिगंभीरता से लंेगे ताकि क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की परेशानी उन्हें ना आए। नई ट्रिपल एसएम आईडी बनाने का कार्य जिले में जारी है इसके लिए जोन में आवेदन लिए जा रहे है। अब पूरे प्रदेश के नागरिकों की जानकारी समग्र पापुलेशन रजिस्टर (एसपीआर) पोर्टल पर आॅन लाइन कर दी गई है। सभी शासकीय विभाग भी इससे जोड़ दिए गए है। परिवार आईडी खोलने पर अब मुखिया और सदस्यों की जानकारी परलिक्षित होने लगी है यानि की एक ही पोर्टल पर राशन, पेंशन, छात्रवृृत्ति और अन्य योजनाआंे का फायदा लेने वालांे का पता अब सुगमता से मिल सकेगा। ऐसे हितग्राही जिनकी आईडी पहल बन चुकी है तो वे एसपीआर पर इसका मुआयना कर सकते है। यदि उसमें त्रुुटि है तो वे सुधरवाने के लिए आवेदन दे सकते है। एनआईसी के तकनीकी संचालक श्री सुनील जैन ने इस दौरान बतलाया कि समग्र पोर्टल पर जनसंख्या आंकड़ो के आधार पर जानकारियां दर्ज करने हेतु ग्रामीण क्षेत्रों के लिए जनपद, ग्राम पंचायतों को और शहरी क्षेत्रों मंे नगरपालिका को आईडी, पासवर्ड दिए जायेंगे। उन्होंने कहा कि पासवर्ड अति गोपनीय होता है जिसकी गोपनीयता संबंधित बनाएं रखेंगे। उन्होंने बताया कि ऐसे हितग्राही जिन्हें समग्र के पोर्टल पर योजना के तहत स्थायी नम्बर आवंटित करना है के लिए पूर्व उल्लेखितों को बतलाया गये पासवर्ड के उपयोग करते हुए सीधे अंकित कर सकते है। संबंधित विभाग हितग्राहियों की केवल मेपिंग का कार्य करेंगे और विभागीय योजनाओं से अमूक हितग्राही को लाभांवित करेगें। उन्होंने नागरिकों को होने वाले फायदों के संबंध में बताया कि सही व्यक्ति को योजना का लाभ मिलेगा, एक व्यक्ति गलत तरीके से अलग-अलग जगह से फायदा नही ले सकेगा, दलालो से विमुक्त होंगे, नौकरी पेशा एक शहर से दूसरे शहर में तबादला होने पर भी आईडी के आधार पर लाभ ले सकेंगे। 

दस्तावेंज जरूरी
समग्र पोर्टल पर हितग्राहियों की आईडी दर्ज करने के लिए निम्नांकित दस्तावेंज जरूरी बतलाए गए जिनमें मुखिया व सदस्यता वोटर आईडी, आधार कार्ड, बिजली बिल, राशन कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, स्कूली बच्चों की अंक सूची जिसमें जन्म तारीख भी हो, यदि किसी सामाजिक सुरक्षा प्राथमिकता योजना में पंजीकृृत है तो उसका दस्तावेज, आवेदन में वार्ड नम्बर और जाति का भी उल्लेख करें। एनआईसी के तकनीकी निर्देशक श्री सुनील जैन ने अधिकारियों से कहा है कि वे अपने आप को अपडेट रखें। अपडेट हेतु जिन जानकारियों का उनके द्वारा हवाला दिया गया उसमें जन्म, मृृत्यु, विवाह, जाति आदि के पंजीयन प्रमाण पत्र भी इस पोर्टल पर बनेगें इससे आईडी में स्वतः ही जानकारियां अपडेट होगी। विभाग हर महीने अपने विभाग से फायदा लेने वालों की जानकारियां रख सकेगा। पोर्टल पर जन्म, प्रसूति, आंगनबाडी, स्कूल, शादी, बीमा, अंत्येष्टि तक का भी रिकार्ड अपडेट होता रहेगा। एनआईसी के डीआईओ श्री एम0एल0अहिरवार ने कार्यशाला में प्रोजेक्ट के माध्यम से समग्र की निहित बिन्दुओं की जानकारियां दी। इस अवसर पर समग्र पोर्टल से संवंद्ध किए गए नवीन हितग्राहीमूलक योजनाओं की भी जानकारी इस दौरान दी गई। कार्यशाला में जिला पंचायत के सीईओ श्री शशिभूषण सिंह, एनआईसी के प्रोग्रामर श्री महेन्द्र त्यागी व तकनीकी सहायक श्री अजय कुलकर्णी के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी, जनपदों के सीईओ मौजूद थे।

प्रवेशोत्सव का हर्षोल्लास आयोजन

स्कूल चले हम अभियान के तहत सोमवार को जिले के सभी शासकीय स्कूलों में एक साथ प्रवेशोत्सव का आयोजन हर्षोल्लास से किया गया। नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं का अतिथियों द्वारा तिलक लगाकर स्वागत किया गया। वही उन्हें पाठ््यपुस्तको का भी वितरण किया गया। बागरी के छात्रावास में आयोजित प्रवेशोत्सव कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कलेक्टर श्री एम0बी0ओझा ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी की मंशा है कि हर बच्चा नियमित स्कूल आयें इस कार्य में जनभागीदारी की महत्वता को उन्होंने रेखांकित किया। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि आने वाली पीढ़ी प्रदेश, राष्ट्र के विकास की धरोहर है वह पूर्ण शिक्षित हो इसके लिए हम सबकों अपने दायित्वों का निर्वहन पूर्ण ईमानदारी से करना जरूरी बताया। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि वे अध्यापन के क्षेत्र में बच्चे पिछडे ना इसके लिए वे नवीन तकनीकियों का सहारा लेकर वे पढ़ाई को सहज और ज्ञानवान बनाए। कलेक्टर श्री ओझा ने बच्चों के अभिभावकों से कहा कि शिक्षारूपी ज्ञान से अपने बच्चों के साथ-साथ पड़ोस के बच्चों को वंचित ना होने दें। इसी प्रकार उन्होंने बच्चों को प्रेरणा देते हुए कहा कि घर के काम छोड़कर पहले स्कूल आना जरूरी है और वे इस बात को गांठ बांध कर अपने जीवन में उतारें।पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी ने बच्चों का उत्साहवर्धन करने हेतु सलाह देते हुए कहा कि जो बच्चे नियमित आते है उन्हें पुरस्कृृत किया जाए इसी प्रकार उनके अभिभावकों का भी सम्मान किया जाए। जिला पंचायत के सीईओ श्री शशिभूषण सिंह ने स्कूल चले हम अभियान की महत्वता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चे जो पन्नी बीनने, रेल्वे स्टेशन पर रहते है और मानसिक रूप से विकृृत बच्चे भी स्कूलों में दाखिला ले के लिए हम सबकों आगे आकर उनकी मदद करनी होगी। जिला शिक्षा अधिकारी श्री एच0एन0नेमा ने कहा कि छह से 14 वर्ष के सभी बच्चों का स्कूलों मेें दाखिला हो इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है। बच्चों के अभिभावकों को इस बात से भी अवगत कराया जा रहा है कि वे सरकार द्वार उनके बच्चों की शिक्षा हेतु तमाम प्रबंध निःशुल्क किए गए है अतः वे अपने बच्चों को अनिवार्य रूप से हर रोज स्कूल भेजे। कार्यक्रम के दौरान छात्रावासों में नवप्रवेशीय 37 छात्राओं का अतिथियों द्वारा तिलक लगाकर स्वागत किया गया और उन्हें पाठ्यपुस्तके प्रदाय की गई। 

विद्यार्थियों के साथ सहभोज
कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत सीईओ सहित अन्य अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, पत्रकारगणों ने छात्रावासी विद्यार्थियों के साथ मध्यान्ह भोजन भी किया। 

सफलता की कहानी :मुख्यमंत्री राज्य बीमारी सहायता से इलाज होगा शिवम का

जिला मुख्यालय के शासकीय उत्कृृष्ट उ0मा0विद्यालय में कक्षा दसवीं में अध्ययनरत्  छात्र शिवम विश्वकर्मा का इलाज अब मुख्यमंत्री राज्य बीमारी सहायता योजना से होगा। विद्यार्थी शिवम विश्वकर्मा के पिता श्री बृृजमोहन विश्वकर्मा ने कलेक्टर श्री एम0बी0ओझा को अपने पुत्र का वृृतान्त सुनाया और आर्थिक अभाव की ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए आर्थिक मदद की गुहार की। कलेक्टर श्री ओझा ने इलाज हेतु तत्काल दो लाख रूपए की मदद जारी करने के निर्देश संबंधितों को दिए। ज्ञातव्य हो कि छात्र शिवम की दोनो किडनियां खराब हो गई है। छात्र की बुआ श्रीमती सुनीता विश्वकर्मा द्वारा भतीजे के लिए किड़नी दान की जा रही है उसके आपरेशन हेतु आवश्यक राशि की मदद मुख्यमंत्री राज्य बीमारी सहायता योजना के तहत आज एसडीएम श्री ए0के0सिंह ने शिवम की बुआ श्रीमती विश्वकर्मा को दो लाख रूपए का चेक प्रदाय किया। छात्र शिवम का इलाज मुबंई की टाटा मेमोरियल हाॅस्पिटल में हो रहा है। 

जिला स्तरीय सतर्कता एवं माॅनिटरिंग समिति की बैठक सम्पन्न

अनुसूचित जाति, जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत गठित जिला स्तरीय सतर्कता एवं माॅनिटरिंग समिति की बैठक सोमवार को सम्पन्न हुई। अपर कलेक्टर डाॅ0के0डी0त्रिपाठी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि जाति प्रमाण पत्र के अभाव में प्रकरण को लंबित ना रखा जाएं बल्कि संबंधित एसडीएम को प्रकरणों की सूचीबद्ध जानकारी प्रेषित कर प्राथमिकता के आधार पर जाति प्रमाण पत्र जारी किए जायें। इस दौरान बतलाया गया कि इस प्रकार की समिति जिले के सभी विकासखण्ड स्तर पर गठित की जानी है। अब तक सिरोंज, लटेरी और कुरवाई को छोड़कर अन्य अनुविभाग स्तर पर भी गठित की जा चुकी है उक्त तीनों अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को पत्र प्रेषित कर समिति का गठन करने की कार्यवाही शीघ्र सम्पादित करते हुए तय अवधि में बैठकों का आयोजन करने के निर्देश दिए गए। बैठक में अत्याचार निवारण आकस्मिकता योजना के तहत अपै्रल एवं मई तक स्वीकृृत राहत राशि का वितरण, पीडि़त व्यक्तियों एवं साक्षियों को दिए जाने वाले यात्रा भत्ता, भरण पोषण एवं आहार व्यय और मजदूरी के अलावा चिकित्सा सुविधा, जीवन निर्वाह भत्ता की समीक्षा की जायेगी। इसके अलावा पुलिस विवेचना मंे लंबित प्रकरणों, विशेष न्यायालय में निराकृृत एवं लंबित प्रकरणों की समीक्षा की गई। उक्त बैठक में सीएसपी श्री नागेन्द्र पटेरिया, अजाक थाना प्रभारी, आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक समेत अन्य सदस्यगण मौजूद थे।

मत्स्याखेट पर प्रतिबंध

वर्षा ऋतु में मछलियों की वंशवृृद्धि (प्रजनन) के दृृष्टिकोण से उन्हें संरक्षण देने हेतु जिले के सभी प्रकार के जल संसाधनों मंे मध्यप्रदेश नदीय मत्स्योद्योग अधिनियम की धाराओं के तहत 15 अगस्त तक की अवधि तक मत्स्याखेट पूर्णतः निषिद्ध करने के आदेश कलेक्टर श्री एम0बी0ओझा द्वारा जारी कर दिए गए है। उक्त अवधि में मत्स्याखेट, परिवहन, क्रय, विक्रय आदि कार्य करते पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ अधिनियम के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जायेगी।

आयोग के अध्यक्ष का दौरा कार्यक्रम

राज्य सामान्य निर्धन वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष श्री बालेन्दु शुक्ल 18 जून को विदिशा आयेंगे। आयोग के अध्यक्ष का प्राप्त दौरा कार्यक्रम अनुसार 18 जून की प्रातः नौ बजे विदिशा आयेंगे और प्रातः 11 बजे से आयोग की क्रियान्वित योजनाओं की प्रगति समीक्षा बैठक में शामिल होगे और सायं पांच बजे भोपाल के लिए प्रस्थान करेंगे। 

जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक 18 को

जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक 18 जून को कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति (कार्यकारिणी) की अध्यक्षता में प्रातः 11 बजे से जिला पंचायत के सभागार कक्ष में आयोजित की गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने उक्त जानकारी देते हुए संबंधितों को बैठक में समुचित जानकारियों सहित उपस्थित होने के निर्देश प्रसारित किए है। 

रेल मंत्री ने रेल किराया बढाने के संकेत दिए

$
0
0
नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार देश हित में कड़े फैसले के लिए बड़े बदलाव की तैयारी में है। मोदी सरकार रेल किराए में बढ़ोतरी के साथ साथ नए टैक्सों के प्रावधानों पर विचार कर रही है। केंद्रीय रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने सोमवार को एक बयान जारी कर रेल किराये में बढ़ोतरी के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रालय रेल किराये की समीक्षा करेगी। यदि रेल किराया बढ़ जाता है तो इसमें कोई आश्चर्य करने वाली बात नहीं होगी।

 सदानंद गौड़ा ने कहा कि निश्चित तौर पर रेल किराया बढ़ाने की जरूरत है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने अंतरिम बजट में यात्रा किराए में 10 फीसदी और फ्रेट चार्जेज में 5 फीसदी का इजाफा करने का प्रस्‍ताव दिया था लेकिन इन्हें लागू नहीं किया गया। अब रेलवे की मौजूदा स्थिति को देखते हुए कुछ करना होगा। उन्‍होंने यह भी कहा कि वे फंड को लेकर वित्‍त मंत्री के साथ इस बारे में चर्चा करेंगे। उल्लेखनीय है कि आने वाले समय में पेट्रोल और डीजल के भाव भी बढ़ने की खबरें आ रही हैं।

जिक्र योग्‍य है कि यूपीए-2 शासन के अंतिम कार्यकाल में रेल किराया और मालभाड़ा बढ़ाने की घोषणा के समय को लेकर काफी आलोचना हुई थी, जिसके बाद रेलवे ने इस निर्णय को टाल दिया था। बाद में पूर्व रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक बयान जारी कर रेलवे बोर्ड को किराया वृद्धि का निर्णय अगली सरकार पर छोड़ने के लिए कहा था।

पन्ना (मध्यप्रदेश) की खबर (16 जून)

$
0
0
सभी शालाओं में मनाया गया बच्चों के शाला प्रवेश का उत्सव
  • कलेक्टर ने जनकपुर में चार बच्चों का कराया शाला प्रवेश

panna news
पन्ना 16 जून 14/शाला जाने योग्य प्रत्येक बच्चे का शाला में प्रवेश सुनिश्चित करने के लिए स्कूल चले हम अभियान चलाया जा रहा है। नया शिक्षण सत्र प्रारंभ होते ही जिले की सभी शालाओं में प्रवेश उत्सव का आयोजन किया गया। जनप्रतिनिधियों तथा अधिकारियों ने प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में बच्चों का शाला में प्रवेश कराया। प्रवेश लेने वाले बच्चों का स्वागत करते हुए उन्हें निःशुल्क किताबें वितरित की गई। कलेक्टर आर.के. मिश्रा एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती भावना बालिम्बे ने कई शालाओं का भ्रमण करके अभियान का जायजा लिया। उन्होंने प्राथमिक शाला जनकपुर में 4 बच्चों का शाला में प्रवेश कराया। कलेक्टर ने अनिल, अनुज सोनी, हेमलता, सुरेश तथा नरेश को शाला प्रवेश दिलाकर निःशुल्क किताबें प्रदान की। इस अवसर पर उपस्थित जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश देते हुए कलेक्टर ने कहा कि प्रवेश के समय ही प्रत्येक बच्चों को निःशुल्क किताबें प्रदान करें। उन्हें गणवेश की राशि तथा पात्र विद्यार्थियों को साइकिल की राशि भी बैंक खाते के माध्यम से प्रदान करें। सभी शालाओं में समूहों के माध्यम से मध्यान्ह भोजन का नियमित वितरण आज से ही सुनिश्चित करें। ग्राम शिक्षा पंजी में सर्वेक्षित तथा प्रवेश के लिए पात्र शत-प्रतिशत बच्चों का शाला में प्रवेश कराएं। सभी बीईओ तथा बीआरसी 30 जून तक प्रतिदिन कम से कम 10 शालाओं का निरीक्षण करके स्कूल चले हम अभियान के संबंध में मानीटरिंग कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि शाला जाने योग्य कोई भी बच्चा शाला में प्रवेश से वंचित न रहे। भ्रमण के समय जिला शिक्षा अधिकारी के.एस. कुशवाहा, जिला समन्वयक शिक्षा मिशन एस.बी. मिश्रा उपस्थित रहे। 

कृषक मित्रों का प्रशिक्षण 21 जून से 

पन्ना 16 जून 14/किसानों को आधुनिक खेती, जल प्रबंधन तथा जैविक खेती का एक दिवसीय प्रशिक्षण विकासखण्ड स्तर पर दिया जा रहा है। इस संबंध में उप संचालक कृषि आर.एस. सोलंकी ने बताया कि प्रशिक्षण में विकासखण्डवार चयनित कृषक मित्र तथा कृषक दीदियों को खरीफ की तैयारी तथा फसल का उत्पादन बढाने के संबंध में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण का आयोजन आत्मा परियोजना द्वारा किया जा रहा है। प्रशिक्षण प्रतिदिन दोपहर 12 बजे से शाम 6 बजे तक होगा। इन्हें कृषि विज्ञान केन्द्र के डाॅ0 बी.एस. किरार तथा अन्य कृषि वैज्ञानिक प्रशिक्षण देंगे। विकासखण्ड पन्ना में 21 जून को कृषि विज्ञान केन्द्र तथा गुनौर में 25 जून को जनपद पंचायत के सभागार में प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। विकासखण्ड शाहनगर में 27 जून, पवई में 2 जुलाई तथा अजयगढ में 3 जुलाई को जनपद पंचायत सभागार में प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने सभी वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी तथा ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को प्रशिक्षण के लिए आवश्यक प्रबंध करने तथा अपने क्षेत्र के कृषक मित्रों को प्रशिक्षण की समय पर सूचना देकर प्रशिक्षण में उपस्थित कराने के निर्देश दिए हैं। इनमें जनपद पंचायत तथा जिला पंचायत की कृषि समिति के अध्यक्ष, सदस्य एवं आत्मा परियोजना के कार्यकारी बोर्ड के सदस्यों को भी आमंत्रित करें। प्रशिक्षण सम्पन्न होने के बाद इसका प्रतिवेदन अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करें। 

मुख्यमंत्री 20 जून को आएंगे पन्ना - तैयारियां प्रारंभ
  • मुख्यमंत्री जी के दौरे के लिए तत्परता से करें तैयारी-कलेक्टर

panna news
पन्ना 16 जून 14/आओ बनाए अपना मध्य प्रदेश अभियान तथा स्कूल चले हम अभियान को गति देने के लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान 20 जून को एक दिवसीय प्रवास पर पन्ना आएंगे। मुख्यमंत्री दोपहर एक बजे पन्ना पहुंचकर पालीटेक्निक काॅलेज मैदान में आयोजित विशाला सम्मेलन को सम्बोधित करेंगे। इसके बाद वे स्कूल चले हम अभियान में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री जी के दौरे की तैयारियों की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर आर.के. मिश्रा ने कहा कि सभी अधिकारी दौरे की तत्परता से तैयारी करें। तैयारी के लिए बहुत कम समय शेष है। आओ बनाए मध्य प्रदेश सम्मेलन में विभिन्न पूर्ण निर्माण कार्यो का लोकार्पण तथा स्वीकृत कार्यो का शिलान्यास किया जाएगा। शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित हितग्राहियों का मौके पर सहायता राशि एवं सामग्री का वितरण किया जाएगा। सम्मेलन की पूरी रूप रेखा तैयार कर ली गई है। सभी अधिकारी इसी के अनुरूप तथा सौंपे गए दायित्वों के अनुसार कार्यवाहियां सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने कहा कि जिले की उपलब्धियों एवं मुख्यमंत्री जी के भाषण को तैयार करने की जिम्मेदारी अपर कलेक्टर निभाएंगे। मंच की व्यवस्था, साजसज्जा, बेरिकेटिंग कार्य लोक निर्माण विभाग करेगा, पण्डाल में हजारों की संख्या में आमजन आएंगे इनके लिए बैठने तथा पेयजल की सामुचित व्यवस्था करें। पण्डाल में अलग-अलग सेक्टर में विद्यार्थी, महिलाएं, शिक्षक, स्व सहायता समूहों के सदस्य तथा आमजन के बैठने की व्यवस्था की जाएगी। प्रत्येक सेक्टर में पेयजल के लिए पृथक से कर्मचारी तैनात रहेंगे। सभी एसडीएम, मुख्य नगरपालिका अधिकारी, जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास मुख्यमंत्री जी के दौरे के लिए विकासखण्ड स्तर पर की जा रही तैयारियों में योगदान दें। एसडीएम समस्त व्यवस्थाओं मंे समन्वय का कार्य करेंगे। बैठक में सभा स्थल में प्रदर्शनी के आयोजन का निर्णय लिया गया। कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री जी भ्रमण के समय किसी भी कार्यालय, छात्रावास, अस्पताल, आंगनवाडी केन्द्र तथा स्कूल का निरीक्षण कर सकते हैं। इन सब की व्यवस्थाएं बेहतर रखें। सभी अधिकारी लंबित कार्य दो दिवस में पूरा कर लें। आवेदन पत्रों पर भी तत्परता से कार्यवाही करके प्रतिवेदन प्रस्तुत कर दें। बैठक में एडीएम चन्द्रशेखर बालिम्बे, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती भावना बालिम्बे, वन मण्डलाधिकारी आर.सी. विश्वकर्मा, सभी एसडीएम, तहसीलदार तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। 

बाल विवाह करने पर प्रकरण दर्ज

पन्ना 16 जून 14/कई बार समझाईश देने एवं नोटिस देने के बावजूद ग्राम जनवार निवासी कईयो आदिवासी द्वारा 15 जून को अपनी नाबालिग पुत्री रीनू का विवाह कर दिया गया। जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी नयन सिंह ने नगर निरीक्षक सिटी कोतवाली पन्ना को श्री कईयो आदिवासी के विरूद्ध बाल विवाह अधिनियम का उल्लंघन करने पर दण्डात्मक कार्यवाही करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा है कि ग्राम जनवार में बाल विवाह करने की सूचना प्राप्त होने पर परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास द्वारा अपने दल के साथ 12 जून को श्री कईयो आदिवासी को समझाईश दी गई थी। उन्होंने मौके पर पंचनामा एवं शपथ पत्र देकर बच्ची की उम्र 15 वर्ष होने के कारण शादी न करने का वादा किया था। इसके बावजूद 15 जून को उन्होंने चोरी छिपे अपनी पुत्री का विवाह कर दिया है। यह बाल विवाह निषेध अधिनियम का उल्लंघन है। जिसके कारण इस पर दण्डात्मक कार्यवाही की जा रही है। 

व्यय प्रेक्षक आज आएंगे पन्ना

पन्ना 16 जून 14/लोक सभा चुनाव के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा खजुराहो संसदीय क्षेत्र के लिए तैनात व्यय पे्रक्षक श्री कपिल राज 17 जून को पन्ना आएंगे। इस संबंध में अपर कलेक्टर चन्द्रशेखर बालिम्बे ने बताया है कि व्यय पे्रक्षक उम्मीदवारों के अंतिम व्यय लेखा परीक्षण करेंगे। उन्होंने सभी सहायक व्यय प्रेक्षकों एवं उम्मीदवारों को चुनाव खर्च का पूरा विवरण निर्धारित प्रपत्रों में व्यय पे्रक्षक के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। 

चार आदतन अपराधियों को जिला बदर के आदेश

पन्ना 16 जून 14/जिला मजिस्टेªेट एवं कलेक्टर आर.के. मिश्रा द्वारा लोक सुरक्षा एवं लोक शांति कायम रखने के लिए जिले के 4 आदतन अपराधियों को जिले से निष्कासित किया गया है। जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र में अपराध करने वाले अपराधियों के संबंध में पुलिस अधीक्षक आर.के. जैन द्वारा इन अपराधियों के संबंध में जिला मजिस्ट्रेट न्यायालय में प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया था। इसके आधार पर छन्नू खाॅं निवासी आगरा मोहल्ला, पोटे उर्फ विक्रम धामी निवासी धाम मोहल्ला, कुच्चू उर्फ समसाद निवासी आगरा मोहल्ला, राहुल यादव निवासी मोहन निवास पन्ना को जिला बदर के आदेश हुए हैं। इन्हें सम्पूर्ण पन्ना, छतरपुर, सतना, कटनी, दमोह एवं उत्तर प्रदेश के बांदा व कर्बी जिले की सीमाओं से एक वर्ष के लिए बाहर रहने के आदेश दिए गए हैं। यह आदेश जिला दण्डाधिकारी द्वारा मध्य प्रदेश राज्य सुरक्षा अधिनियम 1990 के तहत जारी किया गया है। यह आदेश तामील होने की तिथि से एक वर्ष की कालावधि के लिए प्रभावशील रहेगा। इस अवधि में सक्षम प्राधिकारी की लिखित अनुमति के बाद ही अपराधी इन जिलों मंे प्रवेश करेंगे। यदि आदेश का उल्लंघन किया जाता है तो अनावेदक के विरूद्ध मध्य प्रदेश राज्य सुरक्षा अधिनियम 1990 की धारा 14 के तहत कार्यवाही की जाएगी। इस संबंध में जारी अलग-अलग आदेशों के अनुसार छन्नू खाॅ पर थाना कोतवाली में 5 अपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। जिसमें चोरी, मारपीट, गालीगलौज तथा जान से मारने की धमकी, अवैध शस्त्र रखने के अपराध शामिल हैं। आदतन अपराधी पोटे उर्फ विक्रम धामी पर थाना कोतवाली में 5 अपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। इसमें मारपीट, गालीगलौज, डराने-धमकाने के प्रकरण दर्ज हैं। इसी तरह आदतन अपराधी कुच्चू उर्फ समसाद पर थाना कोतवाली में 3 प्रकरण तथा राहुल यादव पर थाना कोतवाली में 5 प्रकरण दर्ज है। जिसमें शराब के लिए पैसे मांगना, मारपीट, जान से मारने की धमकी, हत्या के प्रयास तथा गाली गलौज के प्रकरण शामिल है। इन अपराधियों के द्वारा आपराधिक कृत्यों से आमजनता के मन में भय उत्पन्न हो रहा था। कई बार चेतावनी देने एवं प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करने के बावजूद इनके अपराधिक कृत्यों में कमी नही आ रही थी। लोक शांति भंग होने की आशंका के कारण इनके विरूद्ध जिला बदर की कार्यवाही की गई। 

मुख्यमंत्री ने दी उपचार सहायता

पन्ना 16 जून 14/मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने स्वैच्छानुदान मद से ग्राम इटवा तहसील गुनौर निवासी कृष्ण कुमार मिश्रा को 5 हजार रूपये की सहायता राशि मंजूर की है। यह राशि लीवर संबंधी रोग के उपचार के लिए मंजूर की गई है। कलेक्टर ने तहसीलदार गुनौर को स्वीकृत राशि का तत्काल वितरण करने के निर्देश दिए हैं। 

बालाघाट (मध्यप्रदेश) की खबर (16 जून)

$
0
0
स्कूल चले हम अभियान का समारोह पूर्वक किया गया शुभारंभ
  • सबको शिक्षा दिलाने में हर वर्ग की भागीदारी जरूरी----कृषि मंत्री श्री बिसेन

balaghat news
शिक्षा से व्यक्ति का और शिक्षित व्यक्ति से राष्ट्र का निर्माण होता है। एक शिक्षित राष्ट्र ही विकास के मार्ग तक तेजी से आगे बढ़ सकता है। इसके लिए समाज के हर व्यक्ति का शिक्षित होना जरूरी है। समाज का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहना चाहिए। देश की हर नागरिक कार् कत्तव्य होना चाहिए कि उसके पास-पड़ोस का कोई भी बच्चा शाला जाने से वंचित न रहे। यह बातें म.प्र. शासन के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने आज 16 जून को उत्कृष्ट विद्यालय बालाघाट में स्कूल चहे हम अभियान के शुभारंभ अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय बालाघाट में स्कूल चले हम अभियान के शुभारंभ अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में सांसद श्री बोधसिंह भगत, नगर पालिका अध्यक्ष श्री रमेश रंगलानी, कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री तरूण राठी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रेखा बिसेन, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष श्री उदय सिंह नगपुरे, बैंक के संचालक श्री राजकुमार रायजादा, नगर पालिका की उपाध्यक्ष श्रीमती आशा बिसेन, नगर पालिका के पार्षद, जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती निर्मला पटले, सर्व शिक्षा अभियान के जिला परियोजना समन्वयक श्री विनय रहांगडाले, उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य श्री राजेन्द्र लटारे, एम.एल.बी. के प्राचार्य श्री अश्विन उपाध्याय, शिक्षक, शिक्षिकायें एवं शाला के नव प्रवेशी बच्चे उपस्थित थे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मंत्री श्री बिसेन ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश ने शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से विकास किया है। प्रदेश सरकार ने इस बात का इंतजाम कर दिया है कि अब कोई भी बच्चा अभावों के कारण शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा। प्रदेश सरकार ने शाला में प्रवेश लेने वाले बच्चों को नि:शुल्क पुस्तकें, गणवेश एवं दसरे गांव से आने वालों को साईकिल देने की व्यवस्था की है। शाला में बच्चों के लिए मध्यान्ह भोजन की भी अच्छी व्यवस्था की गई है। 

पूर्व प्राचार्य स्व. श्याम बिहारी वर्मा के नाम पर होगा विद्यालय का नाम
मंत्री श्री बिसेन ने कहा कि बालाघाट का शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में अपना अलग स्थान रखता है। इस विद्यालय का नाम पूर्व प्राचार्य स्व. श्री श्याम बिहारी वर्मा के नाम पर करने का प्रस्ताव प्रदेश शासन द्वारा मंजूर कर लिया गया है। आगामी शिक्षक दिवस 05 सितम्बर के पूर्व इस विद्यालय के नये नामकरण की स्वीकृति मिल जायेगी। संघ लोक आयोग की सिविल सेवा परीक्षा में सफल होने वाली छात्रा कुमारी शीतला पटले एवं छात्र गुप्ता का उल्लेख करते हुए उन्होंने शाला में प्रवेश लेने वाले बच्चों से कहा कि वे भी अच्छी पढाई करें और अखिल भारतीय सेवाओं में सफल होकर जिले का नाम रोशन करें। कार्यक्रम के अध्यक्ष सांसद श्री बोध सिंह भगत ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि स्कूल चले हम अभियान का मकसद पूरे प्रदेश को शिक्षित बनाना है और बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा देना है। विकास के लिए शिक्षा की महती आवश्यकता है। प्रदेश सरकार की इस मंशा को केवल सरकारी तंत्र के भरोसे पूरा नहीं किया जा सकता है। इसमें समाज के हर वर्ग की भागीदारी जरूरी है। उन्होंने कहा कि वे स्वंय सांसद होने के नाते शिक्षा के विकास के लिए अपना हर संभव योगदान देने सदैव तत्पर रहेंगें। 

11 हजार मोटीवेटर का पंजीयन
कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि स्कूल चले हम अभियान का आज पूरे जिले में शुभारंभ किया गया है। जिले की प्रत्येक शाला में समारोह का आयोजन कर नवे प्रवेशी बच्चों का शाला में स्वागत किया गया है। स्कूल चले हम अभियान के अंतर्गत इस वर्ष कक्षा पहली में 21 हजार 232, कक्षा 6 में 26 हजार 58 तथा कक्षा 9 में 30 हजार 197 बच्चों को प्रवेश दिलाया गया है। ये सभी बच्चे नियमित रूप से शाला आयें और बीच में ही शाला न छोड़े इसके लिए इसके लिए 11 हजार मोटीवेटर का जिले में पंजीयन किया गया है। मोटीवेटर को प्रशिक्षण देने के लिए 1700 मास्ट ट्रेनर्स को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। 

नव प्रवेशी बच्चों का तिलक लगाकर स्वागत
कार्यक्रम में मंत्री श्री बिसेन, सांसद श्री भगत एवं अतिथियों द्वारा नव प्रवेशी बच्चों का तिलक लगाकर एवं हार पहनाकर स्वागत किया गया और उन्हें नि:शुल्क पुस्तकों के साथ ही गणवेश की राशि का चेक भी प्रदान किया गया। कार्यकम में नि:शक्त बच्चों को एम.आर.किट भी प्रदान की गई। 

प्रचार रथ को रवाना किया
कार्यक्रम में मंत्री श्री बिसेन ने सर्व शिक्षा अभियान द्वारा स्कूल चले हम अभियान के प्रचार-प्रसार के लिए तैयार किये गये रथ को झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह रथ जिले के ग्रामों का भ्रमण कर जनता को शिक्षा के प्रति जागरूकता का संदेश देगा और अपने बच्चों को शाला भेजने के लिए प्रेरित करेगा। 

प्रत्येक विकासखंड में होगा किसान गोष्ठी का आयोजन, बालाघाट बनेगा आर्गेनिक खेती का हब

किसानो को जैविक खेती की ओर अग्रसर करने एवं इसके प्रति जागरूकता के लिए कृषि विभाग द्वारा म.प्र. के सभी 313 विकासखंडों में से प्रत्येक में कम से कम दो किसान गोष्ठी के आयोजन के निर्देश दिये गये है। म.प्र. शासन के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने बताया कि कृषि विभाग के अधिकारियों से कहा गया है कि वे प्रत्येक विकासखंड में कम से कम दो किसान गोष्ठी का आयोजन करें और इनके माध्यम से किसानों को जैविक खेती के बारे में बतायें। किसान गोष्ठी में जैविक खेती एवं मात्र जैविक खाद से तैयार कृषि उत्पाद की उपयोगिता एवं उसके बाजार के बारे में भी बताने कहा गया है। कृषि मंत्री श्री बिसेन ने बताया कि बालाघा, सिवनी, छिंदवाड़ा, मंडला, डिंडोरी एवं जबलपुर को आर्गेनिक खेती के एक क्लस्टर के रूप में विकसित करने की योजना है। बालाघाट को आर्गेनिक खेती का हब बनाने की योजना है। इसके लिए किसानों को आर्गेनिक-जैविक खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा। किसानों को नगदी फसलों एवं फल एवं सब्जियों के जैविक खेती के लिए प्रेरित किया जायेगा। इसके लिए बालाघाट में 10 करोड़ रु. की लागत से सर्व सुविधा युक्त फल-सब्जियों की आधुनिक मंडी बनाने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। इस मंडी में फसल को मात्र जैविक खाद के उपयोग से तैयार किया गया है या नहीं इसकी जांच के लिए 10 करोड़ की लागत से टेस्ंटिग लेबोरेटरी भी बनाई जायेगी। कृषि मंत्री श्री बिसेन ने बताया कि किसानों के द्वारा मात्र जैविक खाद के उपयोग से तैयार की गई फसल एवं उत्पाद के लिए बाजार की भी व्यवस्था की जायेगी। यहां का जैविक फसल को सड़क मार्ग से गोंदिया जिले के बिरसी हवाई अड्डे तक ले जाया जायेगा और वहां से हवाई जहाज से देश के बड़े नगरों तक पहुंचाया जायेगा। इस व्यवस्था से जिले के किसानों को लाभ मिलेगा ।

किसान अवधि में पकने वाली धान लगायें----कृषि मंत्री श्री बिसेन
म.प्र. शासन के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने जिले के किसानों से अपील की है कि वे कम अवधि में पकने वाली धान की बोनी करें। मंत्री श्री बिसेन ने आज बालाघाट में पत्रकारों से चर्चा के दौरान बताया कि मौसम विभाग द्वारा इस वर्ष मानसून के कमजोर रहने एवं कम वर्षा होने की संभावना व्यक्त की गई है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए जिले के किसानों को हल्की एवं कम समय में पकने वाली धान की प्रजाति लगाना चाहिए। जिससे किसानों को कम वर्षा के बाद भी नुकसान न उठाना पड़े। जिले के किसानों के लिए कम अवधि में पकने वाली धान का बीज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। किसान सहकारी समिति के माध्यम से धान का बीज प्राप्त कर सकते है। मंत्री श्री बिसेन ने बताया कि जिले के किसानों के लिए खाद की भी कोई कमी नहीं है। सभी सहकारी समितियों में खाद का भंडारण कर लिया गया है। किसान अपने क्षेत्र की समिति से खाद का उठाव कर सकते है। 

49 बहुविकलांगों को 500 रु. मासिक की पेंशन मंजूर
प्रदेश शासन द्वारा 06 वर्ष से अधिक की आयु के बहुविकलांग एवं मानसिक रूप से अविकसित नि:शक्तों को 500 रु. मासिक की पेंशन प्रदान की जाती है। इस योजना में गरीबी रेखा का बंधन भी नहीं है। कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने इस योजना के अंतर्गत जिले के विभिन्न क्षेत्रों के 49 बहुविकलांग एवं मानसिक रूप से अविकसित नि:शक्तों को 500 रु. मासिक की पेंशन मंजूर की है। उप संचालक सामाजिक न्याय श्री धनंजय मिश्रा ने इस संबंध में बताया कि खैरलांजी विकासखंड के ग्राम खापा की माया, फुटारा की पायल ठाकुर, मोहगांव की रीना बेलेकर, पुलपुट्टा की सागरता बाघमारे, डोंगरिया के दिलीप व रितेश,  भजियादंड की तुलसी, किरनापुर विकासखंड के ग्राम कोकना के अनुभव, रट्टापायली की निकीता, खारा के निलेश, किरनापुर की कुमारी आंचल शेंडे, सिवनीकला के शुभम तथा बालाघाट विकासखंड के ग्राम खैरगांव के अश्विन कुमार, खैरा के बाबूलाल मुरचुले, खामूटोला-चांगोटोला के हरिशचन्द्र धुर्वे, भटेरा के सुनील खंजरे, नरेश केलकर, किशन पिछोड़े, बघोली की रेणुका नागेश्वर, लामता की रागिनी सोनी व ग्राम नाहरवानी की मानसी बावनकर को 500 रु. मासिक की पेंशन मंजूर की गई है। लांजी विकासखंड के ग्राम बोथली की निर्मला नगपुरे, सिरेगांव के दिनेश कुमार कालबेले, बोलेगांव के प्रमोद वैष्णो, कुल्पा के भोजराज पातोड़े, भानेगांव के दुर्गेश, घंसा के लोकेन्द्र लिल्हारे, भानेगांव की सरिता, परसवाडा विकासखंड के ग्राम शेरपार के चेतन पुसाम व बीजाटोला की ईमलाबाई कोहरे, कटंगी विकासखंड के ग्राम झंझागी-नेवरगांव के रीमनलाल, नीलमचंद, ग्राम नेवरगांव की मोहेश्वरी, भजियापार की गायत्री, नेवरगांव के चित्रसेन, कतरकना के प्रमोद नोनकर, खैरलांजी की वीनू मात्रे तथा वारासिवनी विकासखडं के ग्राम देवगांव के उज्जवल वारसागड़े को 500 रु. मासिक की पेंशन मंजूर की गई है। नगरीय क्षेत्र बालाघाट में वार्ड नं.02 भटेरा रोड के रंजीत मेश्राम, संतोष पांडे, निलय सोनी, वार्ड नं.08 के सिध्देश रनगिरे, वार्ड नं.13 के जलूल सिंह मड़ावी, वार्ड नं.26 के रवि कुमार खेमानी, वार्ड नं.19 के राजेश कुमार वाधवानी, वार्ड नं.10 की कुमारी पूर्णा बाई मानकर, वार्ड नं. 11 के गौरव कुमार तथा नगरीय क्षेत्र कटंगी के वार्ड नं.02 के प्रेयांश बेले व तपेश बेले को 500 रु. मासिक की पेंशन मंजूर की गई है।

बिहार : निर्माणाधीन एम्स से लेकर दीघा तक झोपड़पट्टी में रहने वालों पर आफत

$
0
0
aiims-and-bihar-slum
पटना। पूर्व मध्य रेलवे परियोजना के तहत गंगा नदी पर रेल सह सड़क सेतु निर्माणाधीन है। ग्रामीण क्षेत्र से पलायन करके गरीब लोग झोपड़ी बनाकर रहते हैं। अब जबकि रेल सह सड़क सेतु निर्माण यौवनावस्था पर है। झोपड़ी बनाकर रहने के कारण कार्य मेेें व्यवधान पड़़ रहा है। इसके आलोक में अतिक्रमण हटाओं अभियान के तहत प्रशासन सख्ती से अतिक्रमणकारियों को खदेड़ने में लग गया है। झोपडि़यों को हटाया के लिए भारी संख्या में पुलिसकर्मी आते हैं। जेसीबी मशीन चलाने वाले पागल हाथियों की तरह सामने आये रूकावट को दूर करते चलते जाते है। बिना सूचना और बिना पुनर्वास के विस्थापन करने से लोगों को कष्ट हो रहा है। कई दशक से रहने वाले तिनका जोड-़जोड़कर आशियाना बनाए थे। अपनी आंख के सामने धराशाही होते देखकर कष्ट के समन्दर में चले जाते हैं। 

aiims-and-bihar-slum
पाटलिपुत्र स्टेशन के पास रहने वालों को दीवार के अंदर कर दियाःपूर्व मध्य रेलवे ने रेलवे लाइन के बगल में रहने वालों से मुक्ति प्राप्त करने के लिए चहारदीवारी खड़ा कर दी है। पाटलिपुत्र स्टेशन से बेलीरोड ऊपरी पुल तक चहारदीवारी खड़ा कर दी है। इसके आगे रहने वालों जेसीबी मशीन से झोपड़ी धराशाही कर दी गयी है। यह सब कवायद पाटलिपुत्र स्टेशन को चालू करने के लिए की गयी । कई बार पाटलिपुत्र स्टेशन का उद्घाटन तिथि निर्धारित करने के बाद तिथि को अगली तिथि तक बढ़ा दी जाती। चहारदीवारी के अंदर रहने वाले लोगों का कहना है कि हमलोगों ने पटना उच्च न्यायालय में लोकहित याचिका दायर करके विस्थापन के पूर्व पुनर्वास की मांग किए थे। माननीय न्यायालय ने 6 माह के अंदर सरकार को पुनर्वास कर देने का आदेश पारित किया था। सुशासन सरकार के नौकरशाहों ने माननीय न्यायालय के पारित आदेश को अमान्य कर दिया। इस बीच लोकहित याचिका दायर करने वाले विद्वान अधिवक्ता की मृत्यु हो गयी। इसके कारण माननीय न्यायालय का अवमानना का मामला अधर में लटक गया। आज भी परेशान लोग पुनर्वास करवाने की मांग को लेकर अधिकारियों के द्वार पर दस्तक करते ही रहते हैं। अभी लोग नहर के किनारे बसे हैं। 

रेलवे के बाद सड़क निर्माण करने में बाधा डालने वालों को हटाया जाने लगाःदीघा से लेकर खगौल तक नहर के किनारे रहने वाले लोगों को हटाया जा रहा है। शुक्रवार और शनिवार को बेलीरोड से खगौल तक नहर के किनारे रहने वालों को बेघर किया गया। इसके बाद संडे को अतिक्रमण हटाओं अभियान दीघा में चला। दीघा नहर के किनारे रहने वालों को हटाया गया। इस क्षेत्र के गण प्रतिनिधियों के द्वारा हस्तक्षेप करने पर अभियान को अगले संडे तक स्थगित कर दिया गया। गण प्रतिनिधियों और लोगों का कहना है कि प्रशासन ने किसी तरह की जानकारी नहीं दी। एकाएक आकर झोपडि़यों को ढांना शुरू कर दिया गया। तब मौके पर तैनात अधिकारियों ने सूचना दे दिए कि अगले संडे को हटाने आएंगे। इसके पहले आपलोग रण छोड़ मैदान खाली कर दंे।

मुख्यमंत्री को हस्तक्षेप करना चाहिएः बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को चाहिए कि सरकार के पास विस्थापन एवं पुनर्वास करने की नीति है। इसके तहत लोगों को लाभ दिलवाने की जरूरत है। आपके पास आवासहीन लोगों को आवासीय जमीन देने की भी नीति है। हुजूर, जरा गरीबों पर ध्यान देंगे। भारी संख्या में महादलित मुसहर समुदाय के लोग रहते हैं। इसके आलोक में भी लोगों को लाभ पहुंचाने का कष्ट करेंगे।

अभी तक दीघा बिन्द टोली के ही लोगों को बसाने की घोषणा की गयी हैः पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रस्ताव पारित कर दीघा बिन्द टोली के लोगों को जमीन बंदोबस्ती कर बसाने का निर्णय लिया है। जो अभी तक अमल नहीं किया गया है। इसके अलावे रेलखंड  और सड़क निर्माण के दौरान विस्थापित होने वालों की सुधि नहीं ली गयी है। ऐसा प्रतीक होता है कि सरकार ने मन बना लिया कि किसी तरह का मुआवजा तथा योजना से लाभ दिए ही लोगों को खदेड़ दिया जाए। ऐसा माहौल बना दें ताकि मजबूरी में खुद ही मैदान छोड़कर भाग खड़ा हो जाए। यह कदम कल्याणकारी सरकार के लिए शोभायमान नहीं है। 



आलोक कुमार
बिहार 

बिहार : मां-बाप के दुलारे दुलारचंद को इन्दिरा आवास योजना की राशि 3 साल के बाद भी नहीं पहुंची

$
0
0
indira-awas-and-bihar
भोजपुर। अपने मां-बाप के दुलारे दुलाचंद मुसहर को अपमानित का दंश झेलना पड़ रहा है। 3 साल से परेशान और हलकान हैं। उनको इन्दिरा आवास योजना की राशि नहीं मिल पा रही है। अब सवाल है कि मां-बाप के दुलारे दुलारचंद मुसहर को हक कौन दिलवाएंगा? आखिर कब को अच्छे दिन आएंगे? 

इस जिले के संदेश प्रखंड के जमुआंव पंचायत के कुसरे गांव की दक्षिण तरफ रहते हैं दुलारचंद मुसहर। महादलित दुलारचंद मुसहर के झोपड़ी में छोटे-बड़े मिलाकर 26 लोग रहते हैं। इनको बीपीएल सूची में 9 अंक प्राप्त है। इनसे अधिक अंक वालों को इन्दिरा आवास योजना की राशि स्वीकृति मिली और मकान बनाकर निवास कर रहे हैं। वहीं 2011 में इन्दिरा आवास योजना की राशि स्वीकृत की गयी। 3 साल के बाद भी सुनवाई नहीं हो पा रही है।

मजे की बात है कि महादलित आयोग को पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गठित किया था। उनका ख्वाब था कि केन्द्रीय उपभोक्ता, संरक्षण व खाघ मंत्री रामविलाश पासवान की जाति ‘पासवान’ को हाशिए पर रखकर अन्य दलितों को महादलित आयोग में शामिल कर महादलितों के उत्थान और कल्याण करें। मगर उनके नौकरशाहों के शह पर दलालों ने योजनाओं की राशि में हकमारी करने लगे। इसका शिकार दुलारचंद मुसहर भी हो गए। 

नौकरशाहों के शह पर जन्म लेने वाले दलालों के मायावी जाल में फंस गए दुलारचंद मुसहर ने कहा कि ‘हमरा इन्द्रा अवास पास था। खाता भी खुला था। जब पैसा निकालने बैंक में गए तो बैंक मैनेजर, संदेश बोला कि पैसा नहीं आया है।’ बस रिश्वत लेने और देने का अध्याय शुरू हुआ। प्रभावित श्री मुसहर का सीधे आरोप पंचायत समिति के सदस्य जितेन्द्र और पंचायत के मुखिया पर आरोप गढ़ दियाा है। दोनों के लम्बे हाथ होने के कारण संदेश प्रखंड के बीडीओ असहाय प्रतीक हो रहे हैं। रिश्वत की राशि पंचायत से प्रखंड तक रेवड़ी की तरह बांटी जाती है। 

अब दुलारचंद मुसहर को उम्मीद है कि बदले वातावरण और मुख्यमंत्री की कुर्सी के आलोक में नौकरशाह आंख खोलकर कार्य करेंगे। पक्का यकीन है कि उनको स्वीकृत राशि मिलेगी। और मकान निर्माण करने में कामयाब हो जाएंगे। तब भी मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से आग्रह किए हैं कि भोजपुर जिले के जिलाधिकारी को आदेश निर्गतकर स्वीकृति राशि दिलवाने का मार्ग प्रदस्त करेंगे।

हुजूर, 45 हजार रू. में 30 हजार रू. ही थमाकर मौन धारण कर लिएः भोजपुर जिले के संदेश प्रखंड के डिहरा ग्राम पंचायत के धर्मपुर गांव में तुलसी मुसहर रहते हैं। तुलसी मुसहर कहते हैं कि हमलोगों को 2011 में इन्दिरा आवास योजना की राशि अगस्त माह में स्वीकृत 45 हजार रू. में 30 हजार रू. दिए गए। 15 हजार रू. नहीं मिले। यह कहा गया कि मकान के लिन्टर तक आ जाने के बाद शेष 15  हजार रू. देय होगा। अब यह कहा जा रहा है कि घर के पाटन करने के बाद रकम दी जाएगी। यह भी कहा गया कि शौचालय भी निर्माण करवाना होगा। यह समस्या धर्मपुर मुसहरी के 3 लोगों के साथ हो रही है। इस बात का समर्थन करने वालों में दुखित मुसहर, नमी मुसहर, गणेश मुसहरी, पियासी मुसहर, राधे मुसहर, संतोष मुसहर आदि ने किया है।





आलोक कुमार
बिहार 

विशेष आलेख : कब मिलेगा हमको हमारे हिस्से का उजाला

$
0
0
उत्तर भारत में इन दिनों आसमान से आग बरस रही है। बढ़ते पारे के साथ बढ़ती तपन ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। दिल्ली, जयपुर, नागपुर, भोपाल समेत कई षहरों में गर्मी के रिकार्ड टूटे। बढ़ती गर्मी के बीच बढ़ते बिजली संकट ने पूरे देष में हाहाकार मचा रखा है। षायद ही देष का कोई ऐसा राज्य होगा जो इन दिनों बिजली की समस्या से अछूता हो। देष की राजधानी दिल्ली में भी लोग बिजली की समस्या से दो चार हैं। बिजली न आने की वजह से यहां लोगों की जिंदगी थम सी गई है। बिजली संकट से निपटने के लिए दिल्ली के ज़्यादातर क्षेत्रों में इन दिनों बिजली की घोशित कटौती की जा रही है। दिल्ली में इन दिनों 4,600 से 4,700 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है जबकि तापमान में लगातार इज़ाफे से बिजली की मांग 6 हज़ार मेगावाट के आस पास पहुंच गयी है। यह हाल तो देष की राजधानी का है। ऐसे में अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि बिजली की समस्या को लेकर देष के दूर दराज ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे लोगों को कितनी परेषानी का सामना करना पड़ता होगा। बिजली की समस्या को देकर सीमावर्ती क्षेत्रों का हाल तो और ज़्यादा बेहाल है। 
          
राजीव गांधी ग्राम विद्युतीकरण योजना की षुरूआत भारत सरकार के ज़रिए दूर दराज़ के इलाकों तक बिजली पहुंचाने के साथ साथ विद्युतीकरण अभियान को गति प्रदान करने के मकसद अप्रैल 2005 में की गई थी। यह स्कीम दूर दराज़ के इलाकों तक बिजली पहुंचाने में मील का पत्थर साबित हुई। बावजूद इसके आज भी देष में ऐसे गांवों की कमी नहीं हैं, जहां के लोगों के लिए बिजली आज भी एक सपना बनी हुई है। ऐसे गांवों में आज भी लोग रात के अंधेरे में ही जिंदगी गुज़ारने को मजबूर हैं। जिन गांवों में बिजली पहुंच भी गई है, वहां बिजली का पहुंचना न होने के बराबर ही है। इस स्कीम के तहत 2020 तक देष के ग्रामीण इलाकों में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। लेकिन सवाल यह उठता है कि  क्या यह मकसद पूरा हो पाएगा, क्या मुल्क के सभी ग्रामीण इलाकों में यह स्कीम पहुंच पाएगी? ग्रामीण इलाकों में बिजली की मौजूदा स्थिति को देखते हुए इसके संभव होने के आसार कम ही नज़र आ रहे हैं। सीमावर्ती इलाकों में तो बिजली संकट और ज़्यादा कहर बरपा रखा है।                    
            
जम्मू एवं कष्मीर के सीमावर्ती जि़ले पुंछ में बिजली की स्थिति का जायज़ा लेने के लिए मैंने तहसील मेंढ़र के बलनोई गांव का दौरा किया। इस गांव की आबादी तकरीबन 3,500 है। यहां की वादियों को देखकर दिल बाग बाग हो जाता है। लेकिन इस गांव में तमाम बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। गांव में बिजली की समस्या एक विकराल रूप लिए हुए है। हां गांव में कभी कभी लोगों को बिजली के दीदार ज़रूर हो जाते हैं। गांव में बिजली की समस्या की सही स्थिति जानने के लिए मैंने घर घर जाकर लोगों से बात की। इस दौरान मैं बाबूहान जी के घर पहुंचा, बाबूहान जी उस वक्त घर पर नहीं थे। बिजली की समस्या के बारे में उनकी पत्नी मातयां बी (55) ने मुझे बताया कि यहां बिजली सिर्फ षुक्रवार के दिन ही आती है। इस बारे में जब बाबूहान जी की बेटी से मेरी बात हुई तो उसने बताया कि जब भी हम खाना खाने बैठते हैं तो बिजली नहीं होती है। इसके अलावा गांव में कई स्थानों पर बिजली के खंभे नहीं हैं। जिसके कारण कहीं कहीं पेड़ों से बांधकर बिजली की तारों को ले जाया गया है। इसकी वजह से लोगों और जानवरों की जान को बहुत खतरा रहता है। यहां के लोग अपने पैसे खर्च कर तारें लगाते हैं, फिर भी बिजली नहीं आती। सबसे चैंकाने वाली बात यह है कि गांव में बिजली वक्त से नहीं आती है, मगर बिजली के बिल समय से आ जाते हैं। 
         
गांव में बिजली पर जब मैं सरपंच, मियां अब्दुन गनी के घर गया, तो वह घर पर नहीं थे, किसी षादी में गए हुए थे। बिजली के बारे में जब मेरी उनकी पत्नी मुनीरा बी से बात हुई तो उनका कहना था कि बिजली एक दिन आती है। मैंने उनसे कहा कि आपके पति सरपंच हैं, उन्होंने बिजली की समस्या को लेकर किसी अधिकारी से षिकायत क्यों नहीं की, तो इस पर उनका कहना था कि कई बार अधिकारियों से उन्होंने कहा लेकिन अधिकारियों ने उनकी नहीं सुनी। इस वजह से लोगों ने बिजली की समस्या को लेकर उनके पास  आना बंद कर दिया है। गांव में बिजली न होने की वजह से छात्र-छात्राओं की पढ़ाई भी ठीक से नहीं हो पाती है। बलनोई गांव की जनता सरकार से अपील करते हुए कहती है, क्या कभी हमें हमारे हिस्से की बिजली मिल पाएगी, क्या कभी हमारे घरों में भी उजाला होगा? यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि देष मे नव निर्वाचित सरकार सीमा पर बसे लोगों की उम्मीदों पर कितना खरा उतरती है। फिलहाल तो मजबूर बेबस इस गांव के लोग इस आस के साथ कि कभी तो गांव में बिजली की व्यवस्था ठीक होगी, जिंदगी के सफर में आगे बढ़ रहे हैं। 



live aaryaavart dot com

एजाज़ अहमद
(चरखा फीचर्स)
Viewing all 74327 articles
Browse latest View live




Latest Images