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सीबीआई ने एंटीगुआ से चोकसी के ठिकाने के बारे में जानकारी मांगी

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नयी दिल्ली , 25 जुलाई, सीबीआई ने एंटीगुआ के अधिकारियों को पत्र लिखकर भगोड़े हीरा व्यवसायी मेहुल चोकसी के ठिकाने के बारे में जानकारी मांगी है। वह पंजाब नेशनल बैंक में दो अरब डॉलर से अधिक की धोखाधड़ी मामले में कथित तौर पर संलिप्त है। सरकार के सूत्रों ने बताया कि पता चला है कि चोकसी जुलाई में कैरेबियाई देश में चला गया और उसने स्थानीय पासपोर्ट हासिल कर लिया , जिसके बाद यह कदम उठाया गया।  सूत्रों ने बताया कि एंटीगुआ के अधिकारियों को कल शाम भेजे गए पत्र में सीबीआई ने भगोड़े व्यवसायी के खिलाफ इंटरपोल की तरफ से जारी नोटिस का हवाला दिया है और उसकी आवाजाही तथा वर्तमान स्थान का ब्यौरा मांगा है।  स्थानीय अखबार एंटीगुआ ऑब्जर्वर के मुताबिक चोकसी ने नवम्बर 2017 में एंटीगुआ की नागरिकता हासिल कर ली थी और इस वर्ष 15 जनवरी को उसने निष्ठा की शपथ ली थी।  भारतीय संस्थानों की रिपोर्ट का हवाला देकर अखबार ने चोकसी के बारे में सिटीजनशिप बाई इन्वेस्टमेंट यूनिट ऑफ एंटीगुआ को प्रश्नावली भेजी थी।  अखबार ने आज खबर दी कि उसे सूचित किया गया कि ‘‘ पूरी सावधानी बरतने ’’ और ‘‘ प्रतिष्ठित एजेंसियों ’’ से ‘‘ अंतरराष्ट्रीय जांच’’ कराने के बाद चोकसी के आवेदन को मंजूरी दी गई। इसमें अंतरराष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन और कैरीकॉम इंप्लीमेंटिंग एजेंसी फॉर क्राइम एंड सिक्योरिटी (आईएमपीएसीएस) द्वारा जांच भी शामिल है।  सूत्रों ने बताया कि चोकसी के कृत्यों से पता चलता है कि उसने भागने की योजना पहले बना ली थी और उसे पता था कि पीएनबी के कर्मचारी गोकुलनाथ शेट्टी के सेवानिवृत्त होने के बाद घोटाले का पर्दाफाश होगा। शेट्टी उसे गारंटी पत्र के नवीकरण में मदद करता था।  उन्होंने बताया कि वह जनवरी के पहले हफ्ते में देश से फरार हो गया और एंटीगुआ में निष्ठा की शपथ 15 जनवरी को ली। 

दुमका : आयोजित किया गया स्ट्रेस मेनेजमेंट व्याख्यान माला।

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एसकेएमयू विवि मिनी कॉन्फ़्रेन्स हॉल में प्रति कुलपति की अध्यक्षता में आयोजित किया गया स्ट्रेस मेनेजमेंट व्याख्यान माला। 
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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) स्नातकोत्तर मनोविज्ञान विभाग के तत्वावधान में  दिन बुधवार को एसकेएमयू विवि  के मिनी कॉन्फ़्रेन्स हॉल में प्रति कुलपति प्रो हनुमान प्रसाद शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। राँची विवि में  प्रोफ़ेसर मीरा जायसवाल का एक व्याख्यान स्ट्रेस मैनज्मेंट पर संपन्न हुआ।  इस व्याख्यान के प्रारम्भ में सिदो कनहु मुर्मू वि वि के तीन वरिष्ठ शिक्षकों डॉक्टर गगन कुमार ठाकुर , प्राचार्य एस पी कॉलेजएवं ड़ीन विज्ञान , डॉक्टर हीरालाल राम , डॉक्टर ए पी अम्बुज को उनके उत्कृष्ट सेवा के लिए विभागाध्यक्ष स्वतंत्र कुमार सिंह ने अंग वस्त्र एवं पुष्प गच्छ देकर सम्मानित किया गया . इस अवसर पर प्रति कुलपति प्रो शर्मा , ड़ीन प्रो वाई पी राय ,एवं प्रो मीरा जायसवाल को भी अंग वस्त्र एवं पुष्प गच्छ देकर सम्मानित किया गया . प्रो मीरा जायसवाल ने अपने व्याख्यान में तनाव के करणो और उससे पड़ने वाले प्रभाव की विस्तृत चर्चा की . उन्होंने तनाव से उत्पन होने वाले बीमारियो के बारे में भी बतलाया .उन्होंने तनाव कम करने के लिए जीवन शैली में बदलाव के लिए कहा .डॉक्टर स्वतंत्र कुमार सिंह ने प्रारम्भ में स्वागत भाषण दिया . धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर ए एन पाठक ने किया एवं मंच संचालन डॉक्टर अजय सिंहा ने किया।  विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के पूर्व अध्यक्ष, प्रोफेसर ए के चटोराज ने एक सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किया। उनका विषय था 'झारखंड के धार्मिक पुनरुद्धार आन्दोलनों में राजनीतिक अधिस्वर'। उन्होंने औपनिवेशिक काल मे उन्नीसवीं सदी के दौरान झारखंड में आदिवासियों के बीच हुए विभिन्न धार्मिक आंदोलनों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इन सब का एक प्रबल राजनीतिक आयाम भी था। चाहे वह संतालों का खेरवार आंदोलन हो, या हो का हरिबाबा आंदोलन या मुंडाओं का तनाभगत आंदोलन हो। हर ऐसे धार्मिक पुनरुद्धार आंदोलन में राजनीतिक पुट देखा गया जैसे अंग्रेज़ों को कर नहीं देने का आह्वान, आदिवासियो के अपने राज और शासन की कामना इत्यादि। ये सभी धार्मिक आंदोलन बीसवी सदी के पूर्वार्द्ध में गांधी से प्रभावित रहे तथा उनके आंदोलन में और कांग्रेसी अधिवेशनों में भी सक्रिय रूप से जुड़े रहे। इन आंदोलनों ने भले ही शराब बंदी, अपने आदिवासी धर्म में सुधार, हिन्दू धर्म के कुछ अंशों का अनुकरण, साफ सफाई, इत्यादि धार्मिक पहलुओं पर ज़ोर दिया परन्तु इन सभी का एक राजनीतिक आयाम भी था इससे कतई इनकार नहीं किया जा सकता। यही कारण था कि अंग्रेज़ी हुकूमत ने इन आंदोलनों पर अंकुश भी लगाया।

दुमका : राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव की तैयारी

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दुमका (आर्यावर्त डेस्क) 25 जुलाई, राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव 2018 के दौरान  इस वर्ष सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पूरे मेला क्षेत्र में लगभग 200 सीसीटीवी कैमरे स्थापित किये जा रहे है। श्रद्धालुओं के लिए निःषुल्क 1000 क्षमता वाली टेन्ट सिटी का निर्माण किया गया है। सुरक्षा बलों के लिए भी इस वर्ष 500 क्षमता वाले टेन्ट सिटी का निर्माण किया गया है। 20 बेडेड एयर कनडिसनर अस्थाई हाॅस्पीटल का निर्माण किया गया है। सूचना जनसम्पर्क विभाग द्वारा 5 आवासन केन्द्र का निर्माणा किया गया है जिसमें करीब 5000 लोग निःषुल्क विश्राम कर सकते है। श्रद्धालुओं की तादाद को देखते हुए सोमवार एवं मंगलवार को श्रद्धालु अर्घा सिस्टम के माध्यम से जलार्पण कर सकेंगे। मेला क्षेत्र में जगह-जगह पर इन्फार्मेषन कीओस्क लगाया जायेगा। सूचना के संप्रेषण के लिए वातानुकूलित मीडिया सेंटर का निर्माण किया जा रहा है। श्रद्धालुओं के मनोरंजन के लिए मयूराक्षी कला मंच को और भी बेहतर ढंग से बनाया जा रहा है। शिवगंगा के चारों ओर पर्याप्त रौषनी की व्यवस्था तथा एनडीआरएफ की टीम 24 गुणा 7 दिन  उपस्थित रहेगी। शुद्ध पेयजल के लिए जगह-जगह पर वाटर एटीएम स्थापित किये जा रहे हैं। माई स्टाम्प ड्राइव के माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपने फोटो का स्टाम्प बनाकर प्रयोग कर सकता है।  वरचूउल रियालिटी के माध्यम से श्रद्धालुगण मंदिर के गर्भगृह एवं अन्य महत्वपूर्ण स्थानों के साथ अपनी उपस्थिति का अनुभव कर सकते हैं।

कांग्रेस का मोदी, निर्मला के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने पर जोर

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नई दिल्ली, 25 जुलाई, फ्रांस के साथ राफेल लड़ाकू विमान के सौदे पर सदन को कथित रूप से गुमराह किए जाने के मामले में कांग्रेस ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने पर जोर दिया। प्रश्नकाल के दौरान मुद्दे को उठाते हुए लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान मोदी और निर्मला ने कुछ बयान दिए थे, जिसके बाद वह उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश कर रहे हैं। उनके पार्टी सहयोगी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कहा कि उन्होंने भी रक्षामंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया है। इसी तरह भाजपा सदस्य अनुराग ठाकुर ने अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान आधारहीन आरोप लगाकर सदन को गुमराह करने का प्रयास करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने का जिक्र किया। उन्होंने राहुल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। अध्यक्ष ने सदस्यों से कहा, "उनके विशेषाधिकार हनन के नोटिस मेरे संज्ञान में हैं।"कांग्रेस ने मंगलवार को मोदी और निर्मला के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने का नोटिस दिया था। इससे पहले, पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में चार महिलाओं को पीटे जाने और उनके कपड़े फाड़े जाने की घटना को लेकर एक भाजपा सांसद द्वारा की गई तीखी टिप्पणियों के बाद लोकसभा को थोड़ी देर के लिए स्थगित कर दिया गया। उन्होंने पश्चिम बंगाल में दलितों पर अत्याचार होने का भी आरोप लगाया।

शाह आयोग गलत, गोवा खनन घोटाला 4,000 करोड़ रुपये का : पर्रिकर

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पणजी, 25 जुलाई, गोवा विधानसभा में बुधवार को अवैध खनन से राज्य को सिर्फ 50 से 100 करोड़ रुपये का नुकसान होने का बयान पहले देने के बाद गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने थोड़ी देर बाद कहा कि वास्तव में यह घोटाला 3,500 से 4,000 करोड़ रुपये का है।  न्यायमूर्ति एम.बी.शाह ने इस घोटाले के 35,000 करोड़ रुपये के होने का अनुमान जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि 50 से 100 करोड़ रुपये की राशि राजस्व नुकसान के एक पहलू तक सीमित है, जो खनन क्षेत्र की अवैध गतिविधियों की वजह से हुई है। उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि खनन का नुकसान सिर्फ 100 करोड़ रुपये हैं। मैंने कहा था कि मैंने 300 करोड़ रुपये रिकवर कर लिए हैं। अगर मैंने कहा था कि नुकसान 100 करोड़ रुपये है तो मैंने कैसे 300 करोड़ रुपये रिकवर कर लिया। दस अलग तरह के नुकसान के क्षेत्रों में से एक खास क्षेत्र में नुकसान शाह आयोग के संकेत की तरह नहीं है। विधानसभा में प्रश्न काल के दौरान बोलने के बाद पर्रिकर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "नुकसान उस समय के दौरान निकाले गए अयस्क व निर्यात के बीच अंतर, खनन के ढेर की वजह से है।"उन्होंने कहा, "पीएसी (लोक लेखा समिति) की 3,500 से 4,000 करोड़ रुपये के सरकार को नुकसान की रिपोर्ट सही है, और इसके अनुसार उन्होंने (चार्टर्ड एकाउंटेंट्स की समिति) 1,500 से 2000 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान किया है।"पर्रिकर ने कहा, "आखिरकार नुकसान क्या है और क्या नुकसान को तर्कसंगत ठहराया जा सकता है, उसी के अनुसार रिकवरी की जाएगी।"पर्रिकर 2011 के दौरान विपक्ष के नेता के तौर पर इस समिति रिपोर्ट के लेखक थे।

उन्होंने कहा, "कुछ नुकसान पर विशेष जांच टीम स्पष्टीकरण मांग रही है। बहुत से लोग फरार हैं। एसआईटी ने आठ मामलों में आरोप लगाए हैं। एसआईटी व चार्टर्ड एकाउंटेंट की एक टीम कुल नुकसान का आकलन करेगी, जो मेरे अनुसार करीब 3,000 से 4,000 करोड़ रुपये का है।"मुख्यमंत्री ने न्यायमूर्ति एम.बी.शाह आयोग द्वारा गोवा खनन घोटाले के 35,000 करोड़ रुपये होने के अनुमान को गलत बताया। उन्होंने दावा किया कि आयोग द्वारा सर्वेक्षण कर जुटाया गया आंकड़ा गलत है। पर्रिकर ने विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस विधायक लुजिन्हो फ्लेरियो के सवाल के जवाब में कहा, "शाह आयोग की रिपोर्ट हैंड-हेल्ड गजेट्स द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण पर आधारित है.. उन्होंने एक उचित सर्वेक्षण नहीं किया है। उन्हें एक उचित सर्वेक्षण करना चाहिए।"पर्रिकर के पास खनन विभाग भी है। उन्होंने कहा कि आयोग का अनुमान है कि पट्टे की सीमाएं खनन कंपनियों द्वारा बदल दी गईं और अतिरिक्त 580 हेक्टेयर जमीन उनके द्वारा ले ली गई। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कराए गए एक विस्तृत सर्वेक्षण में खुलासा हुआ है कि सिर्फ 10 हेक्टेयर जमीन खनन कंपनियों द्वारा कब्जा की गई थी। पर्रिकर ने कहा, "शाह आयोग का सर्वेक्षण गलत है। उन्होंने कहा कि निकाले गए अयस्क की कुल कीमत सरकार के नुकसान को नहीं दिखाती है, इस तरह से अयोग द्वारा अनुमानित नुकसान कम हो जाता है।"उन्होंने कहा कि गोवा के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में खनन क्षेत्र द्वारा अर्जित राजस्व का घटक 2012 की तुलना में 2018 में सिर्फ पांच फीसदी था। गोवा में खनन पर राज्य व केंद्र सरकार के साथ-साथ सर्वोच्च न्यायालय ने 2012 में रोक लगाई है। शीर्ष अदालत ने वर्ष 2012 के प्रतिबंध को वर्ष 2014 में हटा लिया था। पर्रिकर ने यह भी कहा कि गोवा में खनन की जल्द बहाली भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक है। गोवा में फरवरी में खनन पर प्रतिबंध था।

चेहरा बचाने की कवायद है आर्थिक अपराधी विधेयक : कांग्रेस

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नई दिल्ली, 25 जुलाई, भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के कैरीबियाई द्वीप एंटीगुआ में होने की खबर मिलने के एक दिन बाद कांग्रेस ने बुधवार को सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार जल्दबाजी में आर्थिक अपराधी भगोड़ा विधेयक संसद में ला रही है, जो चेहरा बचाने की कवायद है। कांग्रेस नेता राजीव गौड़ा ने एक प्रेसवार्ता में कहा, "प्रधानमंत्री मोदी के एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन से मिलने के तीन महीने बाद मेहुल चोकसी को एंटीगुआ का पासपोर्ट मिला।"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्राउन से इसी साल अप्रैल में लंदन में राष्ट्रमंडल देशों के प्रमुखों की बैठक के अवसर पर मिले थे। राज्यसभा सदस्य ने कहा, "नीरव मोदी (पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी में आरोपी दूसरा भगोड़ा आभूषण कारोबारी) यानी छोटा मोदी दुनिया का सैर कर रहा है और प्रधानमंत्री मोदी का 'हमारे मेहुल भाई'यानी चोकसी को एंटीगुआ को पासपोर्ट मिलता है। नीरव मोदी चीन, बेल्जियम, यूके, अमेरिका, यूएई और हांगकांग का चक्कर लगाते हैं।"गौड़ा ने आरोप लगाते हुए कहा, "केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय जैसी जांच एजेंसियां आज तक इनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाने में विफल रही हैं।"

नीतीश को मुख्यमंत्री पद छोड़ देना चाहिए : उपेंद्र कुशवाहा

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पटना, 25 जुलाई, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने बुधवार को कहा कि नीतीश कुमार करीब 15 वर्ष से मुख्यमंत्री के पद पर हैं, अब उन्हें खुद ही इस पद को छोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि नीतीश ने 15 साल तक बिहार की सेवा की, अब के किसी और व्यक्ति को मौका देना चाहिए। केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री ने यहां एक क्षेत्रीय न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए कहा, "मैं राजनीति के तौर पर यह नहीं कह रहा हूं। नीतीशजी हमारे भी नेता रहे हैं। बिहार की जनता ने उन्हें लगभग 15 साल मौका दिया है। मुझे व्यक्तिगत तौर पर लगता है कि नीतीश कुमार को खुद पद छोड़ देना चाहिए और बिहार में किसी और को मौका देना चाहिए और उन्हें बड़ी राजनीति करनी चाहिए।"उन्होंने आगे कहा, "उन्होंने (नीतीश) ने 15 साल तक यहां की जनता की सेवा की है। 15 वर्ष कोई कम समय नहीं होता है। आखिर नेता मौका क्यों मांगता है। मौका इसलिए मांगता है, ताकि वह अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर सके। मैं उनके व्यक्तित्व को जानता हूं। मुझे लगता है कि वो खुद कहेंगे कि वो अगले मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं होंगे।"उल्लेखनीय है कि इससे कुछ दिन पहले रालोसपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नागमणि ने अगले विधानसभा चुनाव में कुशवाहा को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बताया था। इसके बाद राजग में शमिल जद (यू) और रालोसपा आमने-सामने आ गए थे। कुशवाहा के इस बयान के बाद भी तय है कि राजग के इन दो घटक दलों के बीच आंतरिक बयानबाजी का दौर शुरू होगा।

बिहार : फूलन देवी शहादत दिवस समारोह में महिलाओं ने किया पैदल मार्च

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पटना, 25 जुलाई, वीरांगना फूलन देवी के शहादत दिवस समारोह के मौके पर बुधवार को पटना की सड़कों पर सैकड़ों महिलाओं ने निषाद विकास संघ के अध्यक्ष मुकेश सहनी के नेतृत्व में पैदल मार्च किया। इस मौके पर सहनी ने कहा, "निषाद विकास संघ और निषाद क्रांति की सफलता में समाज की माता, बहनों का योगदान अत्यंत अहम रहा है। निषाद आरक्षण की राह प्रशस्त करने में वे कंधे-से-कंधे मिलाकर चली हैं।"पटना के एस. के. मेमोरियल हॉल में संघ द्वारा आयोजित वीरांगना फूलन देवी शहादत दिवस समारोह और महिला कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सहनी ने कहा, "हक-अधिकार की लड़ाई में हर मोर्चे पर समाज की महिलाएं आगे रही हैं। निषादों के अधिकार के लिए हमारे संघर्ष में उनकी भूमिका पुरुषों के बराबर ही महत्वपूर्ण रही है।"'सन ऑफ मल्लाह'के नाम से चर्चित मुकेश सहनी ने कहा कि 26 जुलाई से पूरे प्रदेश मंे 'घर वापसी अभियान'चलाया जाएगा, जिसके तहत दूसरी पार्टी में शामिल निषाद भाइयों को फूल का गुलदस्ता देकर निषाद विकास संघ में शामिल करवाया जाएगा। उन्होंन कहा कि आरक्षण नहीं मिलने की स्थिति में 26 अगस्त से पटना से 'निषाद आरक्षण संवाद यात्रा'की शुरुआत की जाएगी। इसके तहत प्रदेश के प्रत्येक जिलों में समाज के लोगों के बीच जाकर हक-अधिकार की लड़ाई को घर-घर तक पहुंचाया जाएगा। आगामी सात अक्टूबर को पटना के गांधी मैदान में लाखों लोगों की उपस्थिति में 'निषाद आरक्षण महारैला'कर पार्टी के नाम की घोषणा की जाएगी।

इसके पूर्व वीरांगना फूलन देवी शहादत दिवस के मौके पर सैकड़ों महिलाओं ने वीरांगना फूलन देवी की 25 फीट की प्रतिमा के साथ पैदल मार्च निकालकर अपनी शक्ति का परिचय दिया। इस मार्च में भाग ले रही सभी महिलाएं एक ही परिधान में थी। पैदल मार्च में हजारों पुरुष भी शामिल हुए। सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहीं संघ की प्रदेश महिलाध्यक्ष निर्मला सहनी ने कहा कि फूलन देवी एक महान क्रांतिकारी महिला थी। टाइम पत्रिका द्वारा उन्हें विश्व की चैथी सबसे प्रभावशाली महिला घोषित किया गया था। 'आयरन लेडी'के नाम से मशहूर फूलन देवी का वंचित समाज में सामाजिक तथा राजनीतिक क्रांति लाने में अत्यंत उल्लेखनीय योगदान है। उन्होंने कहा, "पटना की सड़कों पर आरक्षण के लिए उतरी हजारों महिलाओं ने साफ संकेत दे दिया है कि अगर हमें आरक्षण सहित हक-अधिकार नहीं मिला तो आगामी चुनाव में निषाद समाज से वादाखिलाफी करने वाली पार्टियों का बिहार से सफाया हो जाएगा।"इस मौके पर प्रदेश महिला उपाध्यक्ष नीतू सिंह निषाद, सुभद्रा भारती, स्वर्णलता सहनी, सुभद्रा भारती सहित विभिन्न जिलों के महिला जिलाध्यक्ष उपस्थित रहीं।

लखनऊ में महिला शिक्षामित्रों ने कराया मुंडन

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लखनऊ, 25 जुलाई, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को शिक्षामित्रों ने योगी सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। समायोजन रद्द होने के बाद अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही महिला शिक्षामित्रों ने लखनऊ में अपने बाल मुंडवाकर विरोध प्रदर्शन किया। शिक्षामित्रों ने राज्य व केंद्र सरकार पर अपनी अनदेखी करने के आरोप लगाए। शिक्षामित्रों ने गोमती नगर के ईको गार्डन में प्रदर्शन किया। इस दौरान महिला शिक्षामित्रों ने भी सिर मुंडवाया। शिक्षामित्र पिछले 38 दिनों से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस प्रदर्शन में प्रदेश भर से हजारों की संख्या में शिक्षामित्र शामिल हुए। बाल मुंडवाने के पहले प्रदर्शन कर रहे शिक्षामित्रों ने अब तक जान गंवाने वाले अपने साथियों की आत्मा की शांति के लिए हवन कर उन्हें श्रद्घांजलि दी। उन्होंने मृतकों के परिवारीजनों के लिए आर्थिक सहायता की भी मांग की। गौरतलब है कि सर्वोच्च न्यायालय ने शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द कर दिया था जिसके बाद से ही शिक्षामित्र आंदोलन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि शिक्षामित्रों को पैराटीचर बनाया जाए और जो शिक्षामित्र टीईटी उत्तीर्ण हैं उन्हें बिना परीक्षा दिए ही नियुक्ति दी जाए। हालांकि, सरकार से शिक्षामित्रों की कई दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकला है। सरकार द्वारा दिए जा रहे मासिक वेतन को लेकर भी शिक्षामित्र खुश नहीं हैं।

हार्दिक पटेल को 2 साल की जेल

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अहमदाबाद, 25 जुलाई, | गुजरात की एक अदालत ने बुधवार को पाटीदार आंदोलन के मुखिया हार्दिक पटेल और उनके दो सहयोगियों को 2015 में मेहसाणा जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक के कार्यालय में तोड़फोड़ करने के आरोप में दो साल कैद की सजा सुनाई है। सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में पाटीदार युवाओं के लिए आरक्षण की मांग के लिए एक रैली निकाली गई थी जो विसनगर में हिंसक हो गई, जिसके बाद कार्यालय में तोड़फोड़ हुई थी। करीब तीन से पांच हजार लोगों की भीड़ ने भाजपा विधायक ऋषिकेश पटेल के दफ्तर में तोड़फोड़ की थी। हार्दिक पटेल सहित सभी 17 लोगों के खिलाफ आगजनी, दंगा करने और आपराधिक साजिश के तहत आरोप लगाए गए थे। पटेल को गिरफ्तार किया गया था लेकिन बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया। अदालत ने उसके बाद से उन्हें मेहसाना जिले में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था।

बिहार सरकार सूखे की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार : प्रेम कुमार

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पटना, 25 जुलाई, बिहार के कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने बुधवार को कहा कि बिहार सरकार सूखे की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। राज्य सरकार स्थिति पर पूरी तरह नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि अगर 31 जुलाई तक बारिश नहीं होती है तो राज्य सरकार सूखाग्रस्त क्षेत्र भी घोषित करेगी। बिहार विधनसभा में 'राज्य में सुखाड़ (सूखे) के कारण उत्पन्न स्थिति'पर चर्चा के बाद सरकार की ओर से जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि पिछले एक-दो दिनों में राज्य में मौसम ने करवट ली है और कई जिलों में अच्छी बारिश हुई है। वैसे सरकार सुखाड़ से निपटने की तैयारी कर चुकी है। उन्होंने कहा कि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए सरकार सजग है। सरकार ने पहली बार डीजल पर 50 रुपये अनुदान दे रही है। सरकार ने व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए डीजल अनुदान की राशि 21 दिनों के अंदर सीधे उनके खाते में भेज रही है। उन्होंने बताया कि डीजल अनुदान के लिए अब तक 20,082 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि 31 जुलाई को उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई है, जिसमें स्थिति की समीक्षा की जाएगी और अगर आवश्यकता होगी तो सुखाड़ क्षेत्र घोषित करेगी।

इसके पहले चर्चा में भाग लेते हुए विधनसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने बिहार को सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित करने की मांग की। उन्होंने सरकार पर समय रहते काम नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज अगर इस आशंका को लेकर सरकार सजग रहती तो राज्य में किसानों के लिए यह स्थिति उत्पन्न नहीं होती। बिहार विधानसभा में बुधवार को 'राज्य में सुखाड़ के कारण उत्पन्न स्थिति'पर विशेष चर्चा में भाग लेते हुए उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मानसून की समय पर बारिश नहीं होने से किसानों की हालत खराब है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार आज आंकड़े पेश कर रही है, अगर यही कुछ समय रहते किया गया होता तो यह स्थिति ही उत्पन्न ही नहीं होती। तेजस्वी ने कहा, "बिहार में 53 फीसदी कम बारिश हुई है। सरकार चाहती तो 45 फीसदी से कम बारिश पर ही सूखाग्रस्त घोषित कर सकती थी, लेकिन उन्होंने नहीं किया। सरकार किसानों के लिए कुछ नहीं कर रही है।"

तेजस्वी ने किसानों के कर्ज माफ करने की मांग करते हुए कहा कि सोन नदी में मध्यप्रदेश स्थित बांध से पानी नहीं दिया जा रहा है, जबकि मध्य प्रदेश में भी भाजपा की सरकार है। उन्होंने कहा कि बिहार को सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित कर केंद्र सरकार से सहायता मांगी जानी चाहिए, जिससे यहां के किसानों को राहत मिल सके। इस क्रम में तेजस्वी ने पालतू पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था करने की भी मांग की। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के विधायक जीतन राम मांझी ने चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि आज सरकार कह रही है बिजली की स्थिति सुधरी है परंतु जरूरी किसानों को बिजली बिल माफ करने की है और नहरों में पानी पहुंचाने की है।

बिहार को सूखाग्रस्त घोषित किया जाए : तेजस्वी

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पटना, 25 जुलाई,बिहार विधानस भा में विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने बुधवार को बिहार को सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित करने की मांग की। तेजस्वी ने सूखे की स्थिति से निपटने को लेकर सरकार पर समय रहते काम नहीं करने का आरोप लगाया। तेजस्वी ने कहा कि अगर इस आशंका को लेकर सरकार सजग रहती तो राज्य में आज किसानो के लिए यह स्थिति उत्पन्न नहीं होती। विधानसभा में 'राज्य में सूखे के कारण उत्पन्न स्थिति'पर विशेष चर्चा में तेजस्वी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "मानसून की बारिश समय पर नहीं होने से किसानों की हालत खराब है और इसे लेकर सरकार बिल्कुल भी गम्भीर नहीं है।"उन्होंने कहा कि बिहार सरकार आज आंकड़े पेश कर रही है, अगर यही कुछ समय रहते किया गया होता तो यह स्थिति ही उत्पन्न ही नहीं होती। तेजस्वी ने कहा, "बिहार में 53 फीसदी कम बारिश हुई है। सरकार चाहती तो 45 फीसदी से कम बारिश पर ही सूखाग्रस्त घोषित कर सकती थी, लेकिन उन्होंने नहीं किया। सरकार किसानों के लिए कुछ नहीं कर रही है।"उन्होंने कहा कि बिहार को सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित कर केंद्र सरकार से सहायता मांगी जानी चाहिए, जिससे यहां के किसानों को राहत मिल सके। इस क्रम में तेजस्वी ने पालतू पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था करने की भी मांग की।

आलेख : आतंकियों से मुक्ति चाहती है पाकिस्तान की जनता

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  • इमरान को स्वीकारा, हाफिज को नकारा

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भारत के पड़ौसी देश पाकिस्तान में नई सरकार बनाने की कवायद प्रारंभ हो गई है। चुनाव परिणामों ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के मुखिया इमरान खान को सबसे ज्यादा सीटें देकर मजबूत बनाया है। इमरान खान के चुनाव प्रचार का अध्ययन किया जाए तो यही दिखाई देता है कि उनका पूरा चुनाव प्रचार भारत के मजबूत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर ही केन्द्रित रहा। इमरान खान अपनी चुनावी रैलियों में भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा करते हुए दिखे। पाकिस्तान में हुए चुनाव परिणामों की सबसे महत्वपूर्ण बात यह कही जा सकती है कि वहां की जनता ने आतंकियों को पूरी तरह से ठुकरा दिया है। इसका मतलब भी साफ है कि पाकिस्तान की जनता अब आतंकवाद से मुक्ति चाहती है। पाकिस्तान के चुनाव परिणाम ने दिखा दिया है कि आम चुनावों में क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान की लहर चली। इस लहर में पाकिस्तान के कई दिग्गज परास्त हो गए। यहां तक कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज की ओर से प्रधानमंत्री पद का सपना देखने वाले नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ चुनाव हार गए हैं। वहीं, इस चुनाव में प्रधानमंत्री पद के दावेदार पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सह-अध्यक्ष बिलावल भुट्टो भी चुनाव हार चुके हैं। दिग्गजों के हारने के बाद यह साबित हो गया है कि जनता ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के सामने नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी सहित हाफिज सईद की पार्टी अल्लाह-हो-अकबर को पूरी तरह से धराशाई कर दिया है। हालांकि पूरे चुनाव प्रचार के दौरान जहां नवाज शरीफ को भ्रष्टाचारी नेता के रुप में प्रचारित किया गया, वहीं भारत विरोधी स्वरों का भी बोलबाला रहा। यह सही है कि पाकिस्तान में ज्यादातर सेना ने अपनी मनमानी की है। वहां सेना ने कई बार जबरदस्ती सत्ता को अपने हाथ में लिया है। इसे लोकतंत्र का गला घोंटने की संज्ञा दी जाए तो भी ठीक ही होगा।

पाकिस्तान में अगर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के मुखिया इमरान खान प्रधानमंत्री की कुर्सी पर विराजमान होते हैं, तो यह भारत के लिए काफी मुश्किल खड़ी कर सकता है, क्योंकि इमरान खान के बारे में हमेशा यही कहा जाता है कि वे पाकिस्तान की सेना के साथ मिलकर अपनी रणनीति बनाते हैं। यह हम जानते हैं कि पाकिस्तान की सेना भारत के विरोध में आतंकियों जैसे कदम उठाती रही है, यहां तक कि भारतीय सीमा में आतंकियों की घुसपैठ कराने में पूरा सहयोग करती है। ऐसे में यह स्वाभाविक ही है कि इमरान खान पाकिस्तान की सेना के साथ ही अपनी सरकार चलाते हुए दिखाई देंगे। वैसे इमरान खान का यह कदम राजनीतिक मायनों में बहुत ही महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, क्योंकि अभी तक पाकिस्तान में यही देखने में आया है कि वहां की सरकार को सबसे ज्यादा खतरा सेना से ही होता है। सेना ने पाकिस्तान में कई बार तख्तापलट जैसे कार्य करके खुद ही सत्ता का संचालन किया है। अब इमरान खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनेंगे तो यह तय है कि इमरान को तख्तापलट जैसी स्थितियों का सामना नहीं करना होगा। पाकिस्तान में इमरान खान को लेकर एक बात जगजाहिर है कि उनके संबंध सेना और आतंकियों के सरगनाओं से काफी मधुर हैं। यही सरकार के लिए परेशानी का कारण बनते हैं। यह इमरान खान की रणनीति का ही हिस्सा है कि उन्होंने एक तीर से कई निशानों को पहले ही साध लिया है। आतंकियों पर पाकिस्तान की ओर से की गई सैन्य कार्यवाहियों पर इमरान खान ने कई बार सवालिया निशान लगाए हैं। यह एक प्रकार से आतंकियों के पक्ष में उठाई गई आवाज को ही रेखांकित करता है। इसलिए कहा यह भी जा रहा है कि इन मुख्य चुनावों में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ को सेना और आतंकियों का भी समर्थन मिला है। इमरान खान की यही बात इस बात को बल दे रही है कि वह भारत के लिए बहुत ही खतरनाक साबित हो सकते हैं।

यह बात सच है कि पाकिस्तान आतंकी देश है। पाकिस्तान सरकार द्वारा संरक्षण प्राप्त करने वाले वैश्विक आतंकियों के इरादों के चलते पूरे देश की बदनामी हुई। देश की बदनामी का मतलब वहां की जनता की बदनामी ही कही जाएगी। अब संभवत: पाकिस्तान की जनता ने इस बदनामी के दायरे से निकलने का मन बनाया है, आतंकी संगठनों के उम्मीदवारों को हरा दिया है। चुनावों में वैश्विक आतंकी हाफिज सईद ने जबरदस्ती चुनावों में भाग लिया, जबरदस्ती इसलिए, क्योंकि पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने हाफिज सईद के राजनीतिक मंसूबों को फलीभूत करने वाले इस कदम को रोक लगाकर उनकी पार्टी को मान्यता देने से साफ मना कर दिया। इसके बाद हाफिज सईद ने दूसरी पार्टी बनाकर 265 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे। पाकिस्तान चुनाव के परिणामों ने एक प्रकार से हाफिज सईद को गहरा झटका दिया है। पाकिस्तान के चुनाव परिणामों ने जिस प्रकार से परिणाम दिए हैं, वह हालांकि संदेहों को जन्म दे रहे हैं। चुनाव को संदेहास्पद मानने की आवाजें बाहर ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान में भी उठने लगी हैं। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और नवाज शरीफ की पीएमएल एन ने तो चुनाव के परिणामों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि ऐसे डरावने चुनाव हमने कभी नहीं देखे। इसी प्रकार अमेरिका ने भी पाकिस्तान के चुनाव परिणाम पर संदेह व्यक्त किया है। इस प्रकार कहा जा सकता है कि इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ को सबसे बड़ी पार्टी के रुप में स्थापित करना पाकिस्तानी राजनीतिक जगत में किसी आश्चर्य से कम नहीं है। यह सही है कि पाकिस्तान में चुनाव प्रक्रिया के दौरान बड़े स्तर पर हिंसा हुई।

पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 342 सदस्य होते हैं, जिनमें से 272 को सीधे तौर पर चुना जाता है जबकि शेष 60 सीटें महिलाओं और 10 सीटें धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं। आम चुनावों में पांच प्रतिशत से ज्यादा वोट पाने वाली पार्टियां इन आरक्षित सीटों पर समानुपातिक प्रतिनिधित्व के हिसाब से अपने प्रतिनिधि भेज सकती हैं। कोई पार्टी तभी अकेले दम पर सरकार बना सकती है जब उसे 137 सीटें हासिल हो जाए। लेकिन इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है, परंतु उसको पूर्ण बहुमत नहीं मिल सका। इसलिए सरकार बनाने के जादुई आंकड़े के लिए कुछ सदस्यों का समर्थन बहुत ही आवश्यक है। लेकिन यह लगभग तय सा दिखाई देने लगा है कि इमरान खान ही पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बनेंगे।





सुरेश हिन्दुस्थानी
लश्कर ग्वालियर मध्यप्रदेश
मोबाइल-9425101815, 9770015780
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं)

बिहार में महिला व दलित उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ 2 अगस्त को बिहार बंद

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  • वाम दलों की बैठक में बिहार बंद पर बनी सहमति, लोकतांत्रिक-धर्मनिरेपक्ष व बिहार के सभी विपक्षी दलों से बिहार बंद को सक्रिय समर्थन की अपील.

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पटना (आर्यावर्त डेस्क)  26 जुलाई, बिहार में महिलाओं व दलित-गरीबों पर लगातार बढ़ते बर्बर किस्म हमले के खिलाफ वाम दलों ने आगामी 2 अगस्त को बिहार बंद की घोषणा की है. भाकपा-माले विधायक दल कार्यालय में आज वाम दलों की बैठक में इस पर सहमति बनी. बैठक में भाकपा-माले के राज्य सचिव काॅ. कुणाल, पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेन्द्र झा, केडी यादव; सीपीआई के राज्य सचिव का. सत्यनारायण सिंह व रवीन्द्र नाथ राय; सीपीआई(एम) के राज्य सचिव मंडल सदस्य अरूण कुमार मिश्र, गणेश शंकर सिंह, सर्वोदय शर्मा; एसयूसीआई(सी) के सूर्यंकर जितेन्द्र व साधना मिश्रा तथा आरएसपी के वीरेन्द्र ठाकुर शामिल थे. बैठक की अध्यक्षता का. सत्यनारायण सिंह ने की. बैठक के उपरांत संयुक्त बयान जारी करके वाम नेताओं ने कहा कि मुजफ्फरपुर रिमांड होम मामले में जिस बात की आशंका जाहिर की जा रही थी वह सच हो रही है. इस सांस्थानिक यौन उत्पीड़न के तार सत्ता के शीर्ष पर बैठे नेताओं तक पहुंच रहे हैं. अब तक समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा का नाम सामने आ चुका है. सारण जिले में एक स्कूली छात्रा के साथ 18 लोगों द्वारा सामूहिक बलात्कार की घटना भी जगजाहिर है. इस मामले में शिक्षक व सहपाठी ही बलात्कारी हैं. गया, जहानाबाद और पूरे बिहार में महिलाओं के यौन उत्पीड़न की बाढ़ सी आ गई है और बिहार आज महिला उत्पीड़न का केंद्र बनता जा रहा है.

 ऐसी स्थिति में वाम दलों ने मंजू वर्मा की बर्खास्तगी, उनके पति चंद्रशेखर वर्मा की अविलंब गिरफ्तारी, टिस की रिपोर्ट सार्वजनिक करने तथा मुजफ्फरपुर रिमांड होम सहित बिहार के तमाम छात्रावासों, अल्पावासों व रिमांड होमों में घटित सांस्थानिक यौन उत्पीड़न की जांच सीआईडी की बजाए पटना उच्च न्यायालय के निर्देशन में सीबीआई से कराने की मांग पर 2 अगस्त को बिहार बंद की घोषणा की है. बिहार बंद का दूसरा प्रमुख बिन्दु राज्य में दलित-गरीबों पर बढ़ता हमला है. पटना शहर के गर्दनीबाग से लेकर राज्य के विभिन्न इलाकों में बरसों से बसे दलित-गरीबों को उजाड़ा जा रहा है. मधुबनी के खुटौना में मांझी जाति के कई लोगों के घरों को ढाह दिया गया. मुजफ्फरपुर के सरैया में भूमि के सवाल पर ही दलित परिवार को उत्पीड़ित करने के उद्देश्य से 9 साल की लड़की के साथ बलात्कार किया गया व उसकी हत्या कर दी गई. खगड़िया में केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के गांव शहरपन्नी में मुसहर समुदाय पर हमला किया गया. सहरसा के महिषी में भी दलितों को निशाना बनाया गया. दूसरी ओर, शराबबंदी के काले काूननों के तहत डेढ़ लाख दलित-गरीबों को बिहार सरकार पहले से ही जेल में बंद किए हुए है. शराबबदंी के काले कानून भी दलितों-गरीबों पर कहर बनकर टूटे हैं. वाम दलों ने बिहार बंद के लिए लोकतांत्रिक-धर्मनिरपेक्ष दलों के साथ-साथ दलित अधिकार संगठनों व बिहार की सभी विपक्षी पार्टियों से सक्रिय समर्थन मांगा है.

विशेष : तीन बहनों की मौत से उपजे सवाल

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राष्ट्रीय राजधानी में भूख से तीन बच्चियों की मौत की दर्दनाक एवं शर्मनाक घटना ने समूचे राष्ट्र की चेतना को झकझोर दिया है। यह दिल दहला देने वाली घटना जहां आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा गरीबों के लिए कई तरह की सुविधाएं देने के दावों को कठघरे में खड़ा करती है, वहीं यह समाज के असंवेदनशील रवैये को भी उजागर करती है। यह अत्यंत निराशाजनक है कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के क्षेत्र पूर्वी दिल्ली में रह रहे परिवार में पिता के नशेड़ी और मां के मानसिक रूप से अस्वस्थ होने के कारण तीन बच्चियों को कई दिनों से खाना नहीं मिला। इन बच्चियों को कभी कोई पड़ोसी खाना दे देता था और कभी ये भूखी ही रह जाती थीं। मकान मालिक के घर खाली करने की बात पर पिता उन्हें दूसरे इलाके में अपने जानकार के पास ले गया, जहां दो-तीन दिन भूखे रहने के कारण अंततः तीनों बच्चियों ने दम तोड़ दिया। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने दिल्ली सरकार की गरीबों के लिए काम करने की पूरी व्यवस्था पर ही सवाल खड़े का दिये हैं। भूख, गरीबी एवं अभाव से उपजी भुखमरी से बच्चियों का मर जाना हो या किसी व्यक्ति का भिखारी बन जाना - यह राष्ट्र के लिए अभिशाप है क्योंकि देश में प्रगति की बात हो रही है, और आर्थिक स्तर भी ऊँचा होने के सपने दिखाये जा रहे हैं। लेकिन इन सभी के बीच किसी ने शायद गांवों की बात नहीं, राजधानी के उस तबके के बारे में नहीं सोचा, जहाँ फटे-टूटे फूस के आंगन में भूख, भुखमरी और भिखारी एक साथ जन्म लेते हैं। राजनेता से लेकर अर्थशास्त्री तक चाहें कुछ भी कहें, लेकिन उनके खोखले सिद्धान्त जब इन कमजोर एवं त्रासद परिस्थितियों से टकराते हैं तो उनके बड़े-बड़े दावें खोखले नजर आते हैं।

मंडावली में तीन बच्चियों के मरने की घटना लोगों में सामाजिक जुड़ाव खत्म होने और दूसरों के दुख-दर्द से मुंह मोड़ने की विगत कुछ वर्षो में पैदा हुई संवेदनहीनता की प्रवृत्ति का जीता जागता उदाहरण है। यह स्थिति अत्यंत निराशाजनक है। यदि किसी को भरपेट भोजन मिल रहा है और उसके पड़ोस में कोई भूखा मर रहा है तो यह सभ्य समाज में कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता। इसे देखते हुए धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं को आगे आना चाहिए और समाज को संवेदनशील बनाने के प्रयास करने चाहिए। दिल्ली सरकार को भी यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आर्थिक रूप से कमजोर हर व्यक्ति को राशन मिले और भूख से किसी की जान न जाने पाए। केन्द्र सरकार भी इस तरह की त्रासद एवं दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के लिये जिम्मेदार है। क्योंकि वर्तमान आर्थिक नीतियां गरीबों को दिन-ब-दिन गरीब बनाती चली जा रही हैं और अमीरों को और अधिक अमीर बनाती चली जा रही हैं। नरसी मेहता रचित भजन ‘‘वैष्णव जन तो तेने कहिए, जे पीर पराई जाने रे’’ गांधीजी के जीवन का सूत्र बन गया था, लेकिन यह आज के नेताओं का जीवनसूत्र क्यों नहीं बनता? क्यों नहीं आज के राजनेता, समाजनेता और धर्मनेता पराये दर्द को, पराये दुःख को अपना मानते? क्यों नहीं जन-जन की वेदना और संवेदनाओं से अपने तार जोड़ते? बर्फ की शिला खुद तो पिघल जाती है पर नदी के प्रवाह को रोक देती है, बाढ़ और विनाश का कारण बन जाती है। देश की प्रगति में आज ऐसे ही बाधक तत्व उपस्थित हैं, जो जनजीवन में आतंक एवं संशय पैदा कर उसे अंधेरी राहों मेें, निराशा और भय, गरीबी एवं अभाव की लम्बी काली रात के साये में धकेल रहे हैं। हमारा नेतृत्व गौरवशाली परम्परा, विकास और हर खतरों से मुकाबला करने के लिए तैयार है, का नारा देकर अपनी नेकनीयत का बखान करते रहते हैं। पर उनकी नेकनीयती की वास्तविकता किसी से भी छिपी नहीं है।

तीन बच्चियों ने भूख से मर कर देश की शासन व्यवस्था पर एक कलंक लगाया है और ऐसा कडवा सत्य उजागर किया है कि अब लोगों की आत्मा मर चुकी है। क्या हम इतने निर्दयी और निष्ठुर हो गए हैं कि पड़ोस में भूख से तड़पते बच्चों की आह कानों तक नहीं पहुंचती। कल को यह परिस्थिति यदि हमारे घर हो तो क्या करेंगे? सरकार आंगनबाड़ी से लेकर मिड-डे-मिल, इंटीग्रेटेड चाइल्ड प्रोटेक्शन सरीखी कई योजनाएं चलाती है। जिसमें इस तरह के बच्चों की मदद की जाती है। यदि लोग थोड़े से जागरूक होते, पुलिस, बाल आयोग या फिर किसी एनजीओ को फोन कर जानकारी देते तो शायद ये तीनों बच्चियां आज जिंदा होतीं। क्यों दिल्ली का दिल अब भूख देख नहीं पसीजता? नहीं तो क्या कारण है कि चैक चैराहों पर कबूतरों को दाना डालना, पशुओं को भोजन देने में आगे रहने वाले दिल्लीवासियों को बच्चियों की भूख नहीं दिखाई दी। विडम्बनापूर्ण है कि चैड़ी सड़कें, गगनचुंबी इमारतें, फर्राटा भरती मेट्रो और विकास के पैमाने पर सरकार के आंकड़ों की बाजीगरी के बीच तीन सगी बहनों ने दाने-दाने के लिए हफ्तों संघर्ष किया। पड़ोसियों के रहमोकरम पर रुखी-सूखी रोटी भले ही कभी कभार नसीब हो जाती, लेकिन सरकार व प्रशासन तक उनकी पेट की आग नहीं पहुंची, दूरदराज के गांवों की बात तो दूर है। दिल्ली की यह घटना ऐसी है कि जो भी सुने उसका सिर शर्म से झुक जाए। 

आज का भौतिक दिमाग कहता है कि घर के बाहर और घर के अन्दर जो है, बस वही जीवन है। लेकिन राजनीतिक दिमाग मानता है कि जहां भी गरीब है, वही राजनीति के लिये जीवन है, क्योंकि राजनीति को उसी से जीवन ऊर्जा मिलती है। यही कारण है कि इस देश में सत्तर साल के बाद भी गरीबी कम होने के बजाय बढ़ती जा रही है, जितनी गरीबी बढ़ती है उतनी ही राजनीतिक जमीन मजबूती होती है। क्योंकि सत्ता पर काबिज होने का मार्ग गरीबी के रास्ते से ही आता है। बहुत बड़ी योजनाएं इसी गरीबी को खत्म करने के लिये बनती रही हैं और आज भी बन रही हैं। लेकिन गरीब खत्म होते गये और गरीबी आज भी कायम है। हम जिन रास्तों पर चल कर एवं जिन योजनाओं को लागू करकेे देश में क्रांति की आशा करते हैं वे ही योजनाएं कितनी विषम और विषभरी है, इसका अन्दाजा मंडावली की घटना से चल जाता है। सभी कुछ अभिनय है, छलावा है, फरेब है। सब नकली, धोखा, गोलमाल, विषमताभरा। प्रधानमंत्रीजी का लोक राज्य, स्वराज्य, सुराज्य, रामराज्य का सुनहरा स्वप्न ऐसी नींव पर कैसे साकार होगा? यहां तो सब अपना-अपना साम्राज्य खड़ा करने में लगे हैं। सरकारी योजनाओं की विसंगतियां ही है कि गांवों में जीवन ठहर गया है। बीमार, अशिक्षित, अभावग्रस्त, विपन्न मनुष्य मानो अपने को ढो रहा है। शहर सीमेन्ट और सरियों का जंगल हो गया है। मशीन बने सब भाग रहे हैं। मालूम नहीं खुद आगे जाने के लिए या दूसरों को पीछे छोड़ने के लिए। कह तो सभी यही रहे हैं--बाकी सब झूठ है, सच केवल रोटी है। रोटी केवल शब्द नहीं है, बल्कि बहुत बड़ी परिभाषा समेटे हुए है अपने भीतर। जिसे आज का मनुष्य अपनी सुविधानुसार परिभाषित कर लेता है। रोटी कह रही है-मैं महंगी हूँ तू सस्ता है। यह मनुष्य का घोर अपमान है। रोटी कीमती, जीवन सस्ता। मनुष्य सस्ता, मनुष्यता सस्ती। और इस तरह गरीब को अपमानित किया जा रहा है, यह सबसे बड़ा खतरा है। 

कड़वा सत्य है कि तरक्की के तमाम दावों के बावजूद गरीब कैसी असहायता की हालत में जी रहे हैं और उनके कल्याण की बात करने वाले राजनेता कितनी एय्याशी भोग रहे हैं। सरकारी योजनाओं की जमीन एवं सच्चाई कितनी भयावह एवं भद्दी है, हमारी सोच कितनी जड़ हो चुकी है, सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है। हम रईसों की दुनियां में गिने ही जाते है। यूँ तो गरीबी, भूख, भुखमरी और भिखारी का चोली दामन का साथ है लेकिन इस देश की बदकिस्मती है कि यहाँ भूख, भुखमरी और गरीबी किसी को नजर नहीं आती है। हम भ्रष्टाचार के मामले में तो दुनिया में अव्वल है ही लेकिन गरीबी के मामले में भी हमारा ऊंचा स्थान है। गतदिनों एक शोध संस्थान द्वारा ग्लोबल हंगर इंडेक्स यानी विश्व भूख सूचकांक जारी किया था। इस सूचकांक ने बताया कि भारत में भुखमरी के कगार पर जीने वालों और अधपेट सोने को मजबूर लोगों की तादाद सबसे ज्यादा है। अगर गरीबों के साथ अपमानजनक व्यवहार पर कोई अध्ययन हो, तो उसमें भी भारत नंबर एक पर ही दिखेगा।  गांधी और विनोबा द्वारा सबके उदय के लिए ‘सर्वोदय’ की बात की गई। उसे निज्योदय बना दिया गया है। जे. पी. ने जाति धर्म से राजनीति को बाहर निकालने के लिए ‘संपूर्ण क्रांति’ का नारा दिया। जो उनको दी गई श्रद्धांजलि के साथ ही समाप्त हो गया। ‘गरीबी हटाओ’ में गरीब हट गए। स्थिति ने बल्कि नया मोड़ लिया है कि जो गरीबी के नारे को जितना भुना सकते हैं, वे सत्ता प्राप्त कर सकते हैं। कैसे समतामूलक एवं संतुलित समाज का सुनहरा स्वप्न साकार होगा? कैसे मोदीजी का नया भारत निर्मित होगा? सच तो यह है कि भारत की चकाचैंध फैलाने में लगी केन्द्र सरकार रोशनी के नीचे व्याप्त अंधियारे को या तो देखना नहीं चाहती, या वह जानबूझ कर इस कड़वे सच से आँख मूंद वैश्विक पटल पर अपने झंडे गाड़ना चाहती है। तमाम प्रयासों के बाद भी वह न तो गरीब पर अंकुश लगा पायी हैं और न ही गरीबी को दूर कर पायी, जो गहन चिन्तनीय है। 




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(ललित गर्ग)
बी-380, निर्माण विहार, 
प्रथम माला दिल्ली-110092
मो, 9811051133

दुमका : प्रवीर व जीतेश प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य बने, कार्यकताओं में हर्ष

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दुमका  (अमरेन्द्र सुमन) झारखंड प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी ने  दुमका के सक्रिय राजद कार्यकर्ता प्रवीण कुमार वर्मा व  जितेश कुमार दास को प्रदेश कार्यकारिणी समिति का सदस्य मनोनीत किया।राजद कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी का आभार व्यक्त करते हुए बधाई दी।  जिलाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार यादव ने कहा कि नव मनोनीत दोनों सदस्य लालू जी पर पूरी आस्था रखते हुए राष्ट्रीय जनता दल के सदस्य बने रहे जितेश कुमार दास अनुसूचित जाति एकता मंच झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं बधाई देने वालों में राजद जिला अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार यादव, युवा राजद जिलाध्यक्ष असलम परवेज, गौरव मिश्रा, लक्ष्मण पासवान, सनातन मुर्मू, परमेश्वर झा, हरि मंडल, राधा हरिजन, पंकज यादव, सुबोध यादव, संजय कुमार यादव, सुरेंद्र प्रसाद यादव, कपिल देव मिस्त्री, ललित यादव, मंगल हेम्ब्रम, विष्णु यादव, दिनेश मिश्र, अफरोज आलम, संजीव रंजन, कामदेव यादव, सुखदेव राय,महमूद, अमिय घोष, भीम यादव, रामसुन्दर पंडित, मनोज कुमार, लक्ष्मी नारायण राउत, राजेश रंजन यादव,जुलकर अंसारी, राकेश यादव, प्रमोद पंडित,प्रमोद मंडल, तारकेश्वर रूज सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल हैं।

दुमका : डॉक्टर सुभाष शर्मा (आइएएस) की पुस्तक "दि स्पीचलेस एंड अदर स्टोरीज़"का विमोचन

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) ए एन सिन्हा इंस्टीट्यूट, पटना  में डॉक्टर सुभाष शर्मा (आइएएस) की पुस्तक "दि स्पीचलेस एंड अदर  स्टोरीज़"  का विमोचन दिन गुरूवार (25 जुलाई 2018) को  सिदो कान्हू  मुर्मू विवि के कुलपति प्रो मनोरंजन प्रसाद सिन्हा के कर कमलों से सम्पन्न  हुआ। इस पुस्तक का अंग्रेज़ी अनुवाद  विवि के अंग्रेज़ी विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर विनोद कुमार झा ने किया है। पटना विवि के अंग्रेज़ी विभाग के अध्यक्ष प्रो शंकर आशीष दत्ता इस कार्यक्रम के मुख्य वक़्ता थे । डॉक्टर सुभाष शर्मा (आइएएस) की पुस्तक "दि स्पीचलेस एंड अदर  स्टोरीज़"में  छोटी-छोटी  21 कहानियाँ है  जो  समकालीन समाज से जूझ रहे  वंचित तबकों से जुड़ी हैं। प्रो अरुण कमल ने इस समारोह की अध्यक्षता की। यह पुस्तक कौटिल्य प्रकाशन दिल्ली द्वारा प्रकाशित की गई है और ऐमेजोन पर भी उपलब्ध है।

मधुबनी : बेनीपट्टी में 7 निश्चय योजनाओं के प्रगति की समीक्षा

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मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 26, जुलाई, जिला पदाधिकारी,मधुबनी के द्वारा गुरूवार को बेनीपट्टी प्रखंड कार्यालय में 7 निष्चय योजना के तहत शौचालय निर्माण,गड्ढ़ा खुदाई एवं गली-नली तथा नल-जल के क्रियान्वयन के प्रगति की समीक्षा की गयी। समीक्षा के क्रम में प्रखंड समन्वयक,एल0एस0बी0ए0 का कार्य संतोषप्रद नहीं पाया गया। उनका वेतन स्थगित रचाने एवं उनका नियोजन समाप्त करने की कार्रवाई हेतु उप विकास आयुक्त,मधुबनी को निदेष दिया गया। समीक्षा के दौरान विकास कुमार,बी0पी0एम0,जीविका का भी कार्यकलाप संतोषजनक नहीं पाया गया। इनसे स्पष्टीकरण प्राप्त करने एवं वेतन भुगतान पर रोक लगाने का निदेष दिया गया। यदि 10 दिनांे के अंदर प्रगति में सुधार नहीं होता है,तो इनको चयनमुक्त करने की कार्रवाई करने का निदेष दिया गया। समीक्षा में पाया गया कि शौचालय निर्माण का कुल लक्ष्य16,000 के विरूद्ध मात्र 100 शौचालय पूर्ण किया गया है। निर्माणाधीन शौचालय की संख्या 388 है एवं दिनांक 26.07.18 को मात्र 15 गड्ढ़ा खोदा गया है। इस प्रकार शौचालय निर्माण की प्रगति अच्छी नहीं पायी गयी। प्रखंड विकास पदाधिकारी,बेनीपट्टी को निदेष दिया गया कि स्वच्छ बिहार अभियान अंतर्गत तीनों नोडल पदाधिकारी यथा-प्रखंड विकास पदाधिकारी,अंचल अधिकारी, कार्यक्रम पदाधिकारी,मनरेगा को निदेष दिया गया कि 11-11 पंचायतों का नियमित अनुश्रवण कर 15 दिनों के अंदर आई0एफ0एल0 की प्रगति 60 प्रतिषत एवं भुगतान की कार्रवाई 50 प्रतिषत सुनिष्चित करें। श्री षिवजी पासवान,कनीय अभियंता,मनरेगा, झंझारपुर प्रखंड में प्रतिनियुक्त है, कि प्रतिनियुक्ति अविलंब समाप्त कर प्रखंड कार्यालय,बेनीपट्टी में अविलंब योगदान करने का निदेष दिया गया। तत्पष्चात प्रधानमंत्री आवास योजना की प्रगति की समीक्षा की गयी। समीक्षा में पाया गया कि कुल लक्ष्य 1084 के विरूद्ध मात्र 349 का पंजीकरण किया गया है। मनरेगा का जाॅव कार्ड निर्गत हेतु 160 आवेदन दिया गया। प्रगति संतोषजनक नहीं पायी गयी। प्रखंड विकास पदाधिकारी,बेनीपट्टी को इंदिरा आवास,प्रधानमंत्री आवास निर्माण में प्रगति लाने हेतु निदेष दिया गया। इस अवसर पर श्री पूरेन्द्र कुमार सिंह,अंचल अधिकारी,बेनीपट्टी, श्री मनोज कुमार,प्रखंड विकास पदाधिकारी,बेनीपट्टी, श्री संजीव रंजन मिश्रा,कार्यक्रम पदाधिकारी,मनरेगा,बेनीपट्टी समेत अन्य पदाधिकारीगण एवं कर्मी उपस्थित थे। 

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 26 जुलाई

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जिले में अब तक 624.3 मि.मी. औसत वर्षा
जिले में आज 26 जुलाई 2018 की प्रात: 8 बजे तक पिछले चौबीस घन्टों में 15.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। इसे मिलाकर 1 जून से अभी तक जिले में 624.3 मिलीमीटर औसत बारिश रिकार्ड की जा चुकी है जबकि गत वर्ष इस अवधि में 405.8 मिमी औसत वर्षा आंकी गई थी। अधीक्षक, भू अभिलेख से मिली जानकारी के अनुसार पिछले चौबीस घन्टों में सीहोर में 3,   श्यामपुर में 45, आष्टा में 7, इछावर में 2, नसरुल्लागंज में 18, बुधनी में 25, रेहटी में 27 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। आंकड़ों के मुताबिक जिले में अभी तक सीहोर में 932.4, श्यामपुर में 575, आष्टा में 564 जावर में 467, इछावर में 667, नसरूल्लागंज में 400.2, बुधनी में 629 तथा रेहटी में 460 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई है। इस अवधि में गत वर्ष सीहोर में 399.4, श्यामपुर में 380.5, आष्टा में 280, जावर में 292, इछावर में 395.2, नसरूल्लागंज में 487, बुधनी में 566 तथा रेहटी में 446.6 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई थी।

मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने प्रधानमंत्री आवास योजना का निरीक्षण

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जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अरूण विश्वकर्मा (आई.ए.एस.) ने आष्टा जनपद पंचायत के ग्राम सिंगारचोरी एवं कातला तथा जनपद पंचायत सीहोर के ग्राम मुख्तार नगर में प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण अंतर्गत निर्मित एवं निर्माणाधीन आवासों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी श्री योगेन्द्र राय एवं अन्य जनपद स्तरीयअधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे। निरीक्षण के दौरान श्री विश्वकर्मा ने निर्माणाधीन आवासों के हितग्राहियों से चर्चा की ओर मकान निर्माण में आ रही समस्याओं का निराकरण करने हेतु ग्राम पंचायत कें सचिव तथा ग्राम रोजगार सहायक को निर्देशित किया। उन्होंने हितग्राहियों से आग्रह किया कि आवासों की गुणवत्ता का ध्यान रखते हुये शीघ्रता से पूर्ण करें। मौके पर उपस्थित ब्लाक समन्वयक तथा उपयंत्री को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि, निर्माणाधीन आवासों का सतत निरीक्षण कर उनकी गुणवत्ता तथा समय पर निर्माण सुनिश्चित करें एवं स्वच्छ एवं सुंदर आवासों का निर्माण कराएं। 

कृषि विपणन पुरस्कार योजना 1 अगस्त 17 से प्रारंभ

सहायक संचालक, सचिव कृषि उपज मंडी समिति सीहोर ने बताया कि कृषि विपणन पुरस्कार योजना 2018-19 (द्वितीय) 1 अगस्त 18 से 31 जनवरी 19 तक की अवधि के लिए प्रारंभ कर दी गई है, जिसमें कुल दस पुरस्कार में एक लाख चार हजार रूपए की राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जाएगी। अब 1 अगस्त 17 से मंडी प्रांगण में विक्रय की गई कृषि उपज के अनुबंध पत्र एवं भुगतान पत्रक मंडी कार्यालय में प्रस्तुत कर कृषक ईनामी कूपन प्राप्त कर सकते हें। प्रथम पुरस्कार 21 हजार, दो द्वितीय पुरस्कार 15-15 हजार, 3 तृतीय पुरस्कार 11-11 हजार और 4 चतुर्थ पुरस्कार 5-5 हजार राशि के प्रदान किए जाएंगे। 

स्वच्छता सर्वेक्षण में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले अधिकारी होंगे सम्मानित

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जिला पंचायत के सभाकक्ष में ग्रामीण स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 की तैयारियों के संबंध में विभाग प्रमुखों हेतु कार्यशाला का आयोजन कलेक्टर श्री तरूण कुमार पिथोड़े की अध्यक्षता में किया गया। कार्यशाला में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, स्कूल शिक्षा, स्वास्थ्य, जन अभियान परिषद, राष्ट्रीय अजीविका मिशन, महिला एवं बाल विकास तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों ने भाग लिया। कलेक्टर श्री तरूण कुमार पिथोड़े ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमने प्रदेश में इंदौर के बाद खुले में शौच के मुक्त हाने वाले दूसरे जिले के रूप में पहचान बनाई है। अतः आवश्यकता है कि हम न केवल अपनी पहचान कायम रखे अपितु स्वच्छता सर्वेक्षण ग्रामीण 2018 में प्रदेश में ही नहीं बल्कि देश में  प्रथम स्थान प्राप्त करें। उन्होंन कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में स्कूल, आंगनबाड़ी, चिकित्यालयों, हाट बाजार एवं धार्मिक स्थलों की स्वच्छता एवं ठोस, तरल अवशिष्ठ प्रबंधन का सर्वेक्षण किया जाना है। अन्य जिलों के मुकाबले हम बेहतर स्थिति में है। जिस प्रकार परीक्षा का सिलेबस प्रश्न पत्र का पेटर्न और प्रत्येक प्रश्न हेतु निर्धारित अंक पता होने पर विद्यार्थी को परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करना मुश्किल नही होता, उसी प्रकार हमें स्वच्छता सर्वेक्षण को पेटर्न उसके इंडिकेटर और उसका मूल्यांकन हेतु बिन्दुबार निर्धारित अंकों का ज्ञान है और अन्य जिलों के मुकाबले में हम बेहतर स्थिति में है अतः हमें स्वच्छता सर्वेक्षण ग्रामीण 2018 में प्रथम स्थान प्राप्त करना ही है। सभी अधिकारी विशेष रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग जिले को प्रथम स्थान दिलाने हेतु अपना सौ प्रतिशत योगदान दे। उन्होने इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी एस.के.त्रिपाठी को निर्देशित किया कि स्कूलों और आंगनबाड़ियों में शौचालय में पानी की उपलब्धता तथा नियमित साफ-सफाई सुनिश्चित करें, अगर कोई स्कूली छात्र स्कूल के बाहर खुले में शौच करते हुए पाया जाए तो संबंधित स्कूल प्राचार्य/शिक्षक पर कार्यवाही की जाये। कार्यशाला के अंत में श्री पिथोड़े ने सभी अधिकारियों को शुभ कामनाऐं देते हुए कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में यदि जिला प्रथम स्थान प्राप्त करता है तो उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों को राज्य स्तर पर सम्मानित करने हेतु अनुसंशा की जाएगी। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अरूण कुमार विश्वकर्मा ने कार्यशाला में उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुये कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में जिले को उच्चतम स्थान दिलाने हेतु सभी विभागों के आपसी समन्वय से  पूरे मनोयोग से कार्य करना होगा।  कार्यशाला में राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर श्री आजाद दुबे एवं स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक श्री विकास वघाडे़ ने भी संबोधित किया ।

मीटिंग मैनेजमेंट साफ़टवेयर के संबंध में कलेक्टर ने दिए निर्देश

कलेक्टर श्री तरुण कुमार पिथोड़े ने समस्त विभाग प्रमुखों को निर्देशित किया है कि जिले में प्रशानिक व्यवस्था को सुदृढ़ीकरण एवं योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए समय-समय पर साप्ताहिक एवं अन्य बैठक आयोजित की जाती हैं समीक्षा बैठकों में विभागों को निर्देश दिए जाते हैं एवं उसका कार्यवाही विवरण भी विभागों को जारी किया जाता है इन सभी बैठकों में दिए गए निर्देशों के परिपालन की समीक्षा करने हेतु एनआईसी के माध्यम से 1 मार्च 2018 से मीटिंग मैनेजमेंट साफ़टवेयर लागू किया गया था, जिसके लिए 28 फरवरी 2018 को कलेक्ट्रेट कार्यालय सभाकक्ष में संबंधित विभागों के लिपिक, कम्प्यूटर ऑपरेटरों को प्रशिक्षण दिया गया था। प्रशिक्षण के उपरांत भी प्राय: देखने में आया है कि विभागों ने मीटिंग मैनेजमेंट साफटवेयर में कार्यवाही को दर्ज नहीं  कराया गया। कलेक्टर श्री तरुण कुमार पिथोड़े से समस्त विभाग प्रमुखों को निर्देश दिए है कि मीटिंग मैनेजमेंट साफटवेयर में समीक्षा बैठकों की कार्यवाही का विवरण पर की गई कार्यवाही को तत्काल दर्ज कराना सुनिश्चित करें। 

प्रतिभागियों ने सीखा बेबसाईट बनाना एवं तनाव प्रबंधन

चन्द्रशेखर आजाद स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय में 07 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला के चौथे दिन विषय विशेषज्ञ डॉ. राजीव कुमार श्रीवास्तव डिप्टी मेनेजर, मध्यप्रदेष औद्योगिक विकास निगम द्वारा साफटवेयर इंजिनियरिंग और गुगल तकनीक का इस्तेमाल कर बिना कोई पैसा खर्च किये अपना बेब स्थल बनाना, स्वयं की बेबसाईट एवं डोमेन नेम का निर्माण करना बताया गया। बिना तकनीकी जटिलताओं एवं विषमताओं का सामना किये अत्यंत आसान एवं सरल तरीके से अध्ययन-अध्यापन अन्वेषण एवं अनुसंधान के क्षेत्र में छात्रों के हित में कम्प्यूटर का इस्तेमाल करने के बारे में परिचर्चा की गई। दूसरा व्याख्यान डॉ. ऊषा श्रीवास्तव सेवा निवृत्त प्राध्यापक मनोविज्ञान विभाग  एम.एल.बी. कालेज, भोपाल द्वारा कम्यूनिकेषन स्किल पर केन्द्रित था। प्रतिभागियों के द्वारा ग्रुप परिचर्चा की गई। कार्यक्रम में ए.डी.एम. श्री व्ही.के.चतुर्वेदी एवं ट्रेनी सुश्री अन्जु ने भी प्रतिभागियों को संबोधित किया। उन्होंने रिसर्च पेपर व अन्य अध्ययन से संबंधित जानकारियां लोगों तक पहुंचाने हेतु तकनीकी के उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। डॉ.अनिल राजपूत, संयोजक एफ.डी.पी. ने विषय विशेषज्ञों का परिचय देते हुए कार्यक्रम की अगामी रूपरेखा की प्रतिभागियों को जानकारी दी। इस अवसर पर डॉ. ईला जैन ने अतिथियों का स्वागत किया और उन्हें महाविद्यालय की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट किये। प्रशिक्षण के दौरान विषेषज्ञों द्वारा तकनीकी प्रयोग की व्यावहारिक जानकारी दी गई। उनके द्वारा प्रेक्टिकल सेषन भी कराया गया। कार्यक्रम में प्रशिक्षणार्थियों की उपस्थिति उत्साहवर्धक रही।

विद्युत व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित

महाप्रबंधक (सं./सं.) म.प्र.म.क्षे.वि.वि.क.लि.सीहोर ने बताया कि सीहोर एवं आष्टा क्षेत्र में अतिवर्षा एवं बाढ़ के समय विद्युत व्यवस्था सुचारु रूप से बनाए रखने के लिए कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। उपभोक्ता कंट्रोल रूम में विद्युत संबंधी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। यह कंट्रोल रूम चौबीस घंटे काम करेगा। कंट्रोल रूम के लिए प्रभारी अधिकारी, सहायक यंत्री एवं कार्यपालन यंत्री नियुक्त किए गए हैं। सीहोर शहर के लिए कंट्रोल रूम में प्रभारी अधिकारी श्री पजन गंगेले 9406913774, कुं. अंजू वरादिया 9685681581, श्री मनोज यादव 9754835950, श्री विनोद पाटिल 9406913774 एवं सहायक यंत्री, प्रभारी श्री आशुतोष चंद्रा 9708707760, बिजोरी कंट्रोल रूम पर प्रभारी अधिकारी श्री सतीश चंद्र तिवारी 7828370877, बिलकिसगंज कंट्रोल रूम पर प्रभारी अधिकारी श्री शिवराम वरकड़े 9407821389, नापलाखेड़ी कंट्रोल रूम प्रभारी श्री सत्येन्द्र सिंह 7089755605, थूना कंट्रोल रूम प्रभारी श्री जे.एल.सेनी 9406541258 एवं सहायक यंत्री श्री रजनीश रावत 7869856405 रहेंगे। इछावर कंट्रोल रूम प्रभारी श्री योगेश साहू 9424847458, दिवड़िया कंट्रोल रूम प्रभारी श्री नीलेश यादव 8109258260, भाऊखेड़ी कंट्रोल रूम प्रभारी श्री कमलेश कुमार 7415343331, अमलाहा कंट्रोल रूम प्रभारी श्री अमित कुमार 9406913600, ब्रिजिशनगर कंट्रोल रूम प्रभारी श्री राजेन्द्र सिंह देवड़े 7772845315 एवं सहायक यंत्री श्री अंकित विमल 9575378916 रहेंगे।  श्यामपुर कंट्रोल रूम प्रभारी श्री एन.एस. यादव 9406902317, अहमदुपर कंट्रोल रूम प्रभारी श्री अमित ठाकुर 9753754160, दोराहा कंट्रोल रूम प्रभारी श्री अमित कुमार सोनी 9074802660, खजूरिया कला कंट्रोल रूम प्रभारी श्री विवेक यादव 9406913590 एवं सहायक यंत्री, प्रभारी श्री अनुराग सोनकर 9406913720 रहेंगे। एस.ओ.पी संभाग सीहोर प्रभारी श्रीमती पूजा समरावत 9406913775 तथा कार्य कार्यपालन यंत्री श्री दिनेश सुखेजा 9406902413 रहेंगे। आष्टा शहर कंट्रोल रूम प्रभारी श्री शिशिर शर्मा 99815905507 तथा सहायक यंत्री श्री इंद्रपाल नर्गिस 9406913524, कोठरी कंट्रोल रूम प्रभारी श्री अरविंद कुमार सीठा 9406902078, खाचरोद कंट्रोल रूम प्रभारी श्री सुकेत कुमार नरवारिया 9575875731, सिद्धीकगंज कंट्रोल रूम प्रभारी श्री वीरसिंह वघेल 9406902554, बागेर कंट्रोल रूम प्रभारी श्री मनीष कुमार अहिरवार 9406913592 तथा सहायक यंत्री, प्रभारी श्री नीलेश कुमार 9406913599 रहेंगे। हकीमाबाद कंट्रोल रूम प्रभारी श्री रवि चौहान 9516278808, मैना कंट्रोल रूम प्रभारी श्री विकास तिवारी 9406902897, जावर कंट्रोल रूम प्रभारी श्री ताराचंद्र कुशवाह 9406913570, मेहतवाड़ा कंट्रोल रूम प्रभारी श्री जितेन्द्र यादव 8349211766 एवं एस.ओ.पी. संभाग आष्टा श्री एल.एम.श्रीवास्तव 9406902186 एवं सहायक यंत्री श्री सुशील समेले 7389783551 तथा कार्यपालन यंत्री श्री धर्मेन्द्र कोशिक 9406902434 रहेंगे। एन.डी.सी.सी. कंट्रोल रूम प्रभारी श्री बी.पी.मंडल 9406913418 एवं कार्यपालन यंत्री श्री हेमंत मोतियानी 9406913421 रहेंगे। 

हितग्राही सम्मेलन के आयोजन के संबंध में कलेक्टर ने ली बैठक

जिला मुख्यालय पर 4 अगस्त 2018 को आयोजित होने वाले हितग्राही सम्मेलन के आयोजन के संबंध में कलेक्ट्रेट कार्यलय के सभाकक्ष में कलेक्टर श्री तरुण कुमार पिथोड़े द्वारा आयोजित होने वाले स्वरोजगार सम्मेलन के संबंध में समीक्षा की गई। कलेक्टर श्री पिथोड़े ने स्वरोजगार संचालित करने वाले सभी विभागों एवं जिला अग्रणी बैंक ऑफ इंडिया को निर्देशित किया मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्रीयुवा उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना, मुख्यमंत्री कृषि उद्यमी योजना में ऋण स्वीकृत, वितरण की कार्यवाही 30 जुलाई 2018 तक कराएं तथा 4 अगस्त को 2018 को आयोजित सम्मेलन में हितग्राहियों को लाभांवित कराएं। कलेक्टर श्री पिथोड़े ने सम्मेलन में वन, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास, श्रम, खा़द्य एवं नागरिक आपूर्ति, किसान कल्याण एवं कृषि, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, पशुपालन, जनपद पंचायत सीहोर, आष्टा, इछावर, बुदनी, नसरुल्लागंज एवं शहरी विकास अभिकरण नगरपालिका सीहोर, आष्टा, इछावर, बुदनी, नसरुल्लागंज, शाहगंज, श्यामपुर, जावर, जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति, खादी ग्रामोद्योग, हाथ करघा, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण, उद्यानिकी, खाद्य प्रसंस्‍करण, मछुआ कल्याण, मत्स्य, आदिवासी वित्त विकास निगम, विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्द्ध घुमक्कड़ जनजाति कल्याण सीहोर को जिला स्तरीय सम्मेलन में अपने विभाग से संबंधित स्टाल लगाने तथा लक्ष्य अनुरूप प्रकरणों में हितग्रहियों को आमंत्रित क स्वीकृति एवं वितरण की कार्यवाही करें। जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक को मुद्रा येजना अन्तर्गत जिले में स्थित सभी बैंकोंके माध्यम से मुद्रा योजना में 6 हजार ऋण प्रकरण स्वीकृत एवं वितरण कराने के निर्देश दिए। 

ग्राम निपानिया बड़ा में महिला सहकारी संगोष्ठी का आयोजन

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सीहोर । 26 जुलाई 2018 को जिला सहकारी संघ मर्यादित सीहोर द्वारा प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति एवं प्राथमिक दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति निपानिया बड़ा सीहोर के सहयोग से महिला सहकारी संगोष्ठी ग्राम निपानिया बड़ा में माननीय श्रीमती उषा सक्सेना अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित सीहोर के मुख्य आतिथ्य में, श्री धरमसिंह वर्मा अध्यक्ष जिला सहकारी संघ मर्यादित सीहोर की अध्यक्षता में, श्रीमती प्रीती सक्सेना पार्षद सीहोर, श्रीमती पूनम शाक्य, श्रीमती अरूणा हर्षे, लखनलाल चौधरी प्रशासक सेवा संस्था, मानसिंह पट्टादार अध्यक्ष दुग्ध समिति, रमेशचन्द्र वारिया शाखा प्रबंधक, चाँदसिंह मेवाड़ा पर्यवेक्षक सहकारी बैंक सीहोर, के विशेष आतिथ्य में कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर माल्यापर्ण द्वारा किया गया । अतिथियों का स्वागत तेजसिंह ठाकुर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला संघ सीहोर, रामनारायण चौधरी सचिव दुग्ध संस्था, महेश कुमार चौधरी प्रबंधक सेवा संस्था द्वारा पुष्पगुच्छ भेंट कर किया एवं मुख्य अतिथि श्रीमती उषा सक्सेना , श्रीमती प्रीती सक्सेना, श्रीमती पूनम शाक्य, श्रीमती अरूणा हर्षे का स्वागत लीलाबाई चौधरी द्वारा साल एवं पुष्पमाला से किया गया । श्रीमती उषा सक्सेना द्वारा सम्बोधित करते हुए कहाकि परिवार में बच्चों को अच्छे संस्कार दें, बच्चीयों को ऐसी शिक्षा दें कि जिस घर भी जाये उसका परिवार /कुल का सुधार हो, बहु को बच्ची बनाकर रखें, यदि आपने प्रेम से परिवार के साथ रहना सिख लिया तो समझ लीजिए राम राज्य आ गया । सहकारिता का अर्थ है आपस में मिलकर कार्य करना इसलिए घर से सहकारिता का शुभारम्भ होता है । कुशल कृषि व पशुपालन कार्य करें । श्री धरमसिंह वर्मा द्वारा कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहाकि महिला संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य ही महिलाओं को जाग्रत करना, उन्हें भी शासन की योजनाओं से अवगत कराना, शासन द्वारा महिलाओं के विकास हेतु कई योजनाऐं चलाई जा रही है, आप आंगनबाड़ी में, सेवा संस्था में, दुग्ध संस्था में, पंचायत में जाकर जानकारी प्राप्त करें व सुविधाओं का लाभ लें। कार्यक्रम में उच्च अंक प्राप्त करने वाली ग्राम की बच्चियों को प्रतिभा पुरस्कार दिया गया । जिसमें कक्षा 10 वीं में कुमारी कनिका सोनानिया में 91 प्रतिशत, कुमारी आरती वर्मा  82 प्रतिशत, कुमारी निकिता वर्मा 71 प्रतिशत एवं कक्षा 9 वीं में कुमारी ईषिका वर्मा 76 प्रतिशत, कुमारी शीतल वर्मा 75 प्रतिशत, अंक प्राप्त करने पर मुख्य अतिथियों द्वारा पुरस्कार दिया गया तथा प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था एवं दुग्ध उत्पादक सहकारी संस्था निपानिया बड़ा में वृक्षारोपण किया गया ।  इस अवसर पर हरिबगस पटेल श्री प्रेमनारायण जामलिया, मुंशीलाल चौधरी, सुरेश कुमार गौर, लीलाबाई चौधरी, कौशल्याबाई चौधरी, कुन्तीबाई, मानकुंवरबाई, कस्तूरीबाई, पार्वतीबाई, अन्य ग्रामीण महिलाऐं उपस्थित रही ।अन्त में आभार रामनारायण चौधरी द्वारा किया गया ।

बिहार विशेष : चुनाव के मौसम में आप बारिश देख रहे हैं

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बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के अंतिम वाकई मानसून मेहरबान रहा। बारिश के कई झोंके आये और निकल गये। पटना की धरती कई दिनों से तपिश झेल रही थी, लेकिन आज की बारिश ने धरती पर पड़ी धूल को धो दिया। विधानमंडल परिसर की सड़कें भी राहत महसूस कर रही थीं। सरकार भी चैन की सांस ले रही थी कि चलो, गुजर गया गुबार। सबसे ज्‍यादा हरियाली विधायक व विधान पार्षदों के चेहरे पर दिख रही थी। वजह भी थी। मुख्‍यमंत्री क्षेत्र विकास योजना की राशि दो करोड़ से बढ़ाकर तीन करोड़ रुपये करने की घोषणा सीएम कर चुके थे। विधानसभा कैंटिन में नाश्‍ते पर आफत दिखी तो हम वापस विधान परिषद के गलियारे से होते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव के चैंबर में पहुंचे। कुछ पत्रकार और नेता प्रतिपक्ष के करीबी लोग मौजूद थे। चर्चा शुरू हुई। उधर विधान सभा की कार्रवाई स्‍थगित होने के बाद तेजस्‍वी यादव भी पहुंचे। कई विधायक भी चैंबर में आये। कार्रवाई पौने चार बजे तक स्‍थगित थी। अवकाश का लंबा वक्‍त था। बात शुरू हुई साईकिल यात्रा को लेकर। साईकिल यात्रा को लेकर बारिश का मौसम की चर्चा होने पर उन्‍होंने कहा- चुनाव के मौसम में आप बारिश देख रहे हैं। बात आगे बढ़ी। हमने पूछा- किस साईकिल की होगी सवारी। तेजस्‍वी ने कहा- पार्टी की गया यूनिट द्वारा जो साईकिल थमा दी जाएगी, उसे लेकर चल पड़ेंगे। बातचीत साईकिल यात्रा पर ही फोकस रही। तेजस्‍वी शुक्रवार को पटना से गया के लिए प्रस्‍थान करेंगे। शनिवार को गया के गांधी में मैदान में पार्टी की सभा को संबोधित करने के बाद जहानाबाद के लिए प्रस्‍थान करेंगे। रास्‍ते में समर्थकों की बढ़ती भीड़, बारिश से लेकर बीमारी तक की पूरी तैयारी। शनिवार को रात्रि विश्राम जहानाबाद में तय है। रविवार को जहानाबाद में एक जन सभा को संबोधित करेंगे। रास्‍ते में कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा का अनावरण का कार्यक्रम भी है। रविवार को रात्रि विश्राम मसौढ़ी में होगा। सोमवार को मसौढ़ी से पटना के लिए प्रस्‍थान करेंगे। सोमवार को पटना में गर्दनीबाग में किसी स्‍कूल में सभा को संबोधित करेंगे। उसके बाद साईकिल से राजभवन मार्च करेंगे और राज्‍यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे।

तेजस्‍वी के चैंबर में ही राजद के कुछ विधान पार्षद आये और उन्‍होंने बताया कि मुख्‍यमंत्री क्षेत्र विकास योजना की राशि में एक करोड़ रुपये की वृद्धि की घोषणा मुख्‍यमंत्री ने की है। इस पर एक विधायक ने सवाल भी उठाया कि मुख्‍यमंत्री वित्‍तीय घोषणा विधान परिषद में कैसे कर सकते हैं। पहले इसकी घोषणा विधान सभा में होनी चाहिए थी। तेजस्‍वी के चैंबर से निकल कर हम सुशील मोदी के दरबार में पहुंचे। खबरों के लिए ‘घाट-घाट का पानी’ पीना ही पड़ता है। उपमुख्‍यमंत्री मीडिया को बयान देने की तैयारी में थे। उन्‍होंने पत्रकारों से कहा कि सरकार मुजफ्फरपुर बलात्‍कार कांड की सीबीआई जांच कराने को तैयार है। इसके लिए मुख्‍यमंत्री को बधाई भी दी। उपमुख्‍यमंत्री ने उपेंद्र कुशवाहा के उस बयान से अपनी असहमति जतायी, जिसमें कुशवाहा ने नीतीश कुमार को 2020 के विधान सभा चुनाव में चेहरा नहीं बनाने की सलाह दी थी। उधर नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव ने मुख्‍यमंत्री से मुलाकात की और विधानसभा में उपाध्‍यक्ष के रिक्‍त पद पर अपनी पार्टी का दावा जताया। विधान सभा की कार्यवाही स्‍थगित होने की औपचारिक घोषणा के बाद तक आसमान साफ होने लगा था। इसका लाभ उठाते हुए हम भी निकल चले। 


---- वीरेंद्र यादव, विधानमंडल के गलियारे से -----
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